लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार का हिस्सा बने रहने के बावजूद भाजपा को निशाना पर रखने वाले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर में शनिवार को भरी सभा में अपने समर्थकों से कहा कि वह गरीबों की लडाई के लिए बने हैं मगर मौजूदा हालात देखकर भाजपा सरकार में बने रहने की अब कतई इच्छा नहीं है।
पार्टी के 16वें स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित रैली में राजभर ने कहा कि वह गरीबों की लडाई को आसान बनाने की हसरत से भारतीय जनता पार्टी सरकार का हिस्सा बने थे मगर इस सरकार में यह संभव नहीं लगता है। भाजपा गरीबों से ज्यादा मंदिर मस्जिद विवाद को तूल देती है।
उन्होने कहा कि मुझे मंदिर मस्जिद नहीं चाहिए। हम तो चाहते है कि हर गरीब अौर पिछडा शिक्षित बने ताकि वह देश के विकास में मददगार साबित हो। मेरा तो सरकार से हटने का मन हो गया है, लेकिन कार्यकर्ता मुझे मना कर रहे हैं।
रमाबाई अंबेडकर मैदान में समर्थकों की भीड से उत्साहित सुभासपा नेता ने कहा कि मैं किसी का गुलाम नहीं हूं। मैं सिर्फ गरीबों, पिछड़ों का गुलाम हूं। मैं बागी हूं और बागी रहूंगा। सच्चाई की बात करता हूं। इसी कारण मेरी बात पर लोग ध्यान नहीं देते हैं। आप सभी को भी पता है कि सच्चाई की ही जीत होती है।
उन्होंने कहा कि इस प्रदेश की यह बडी विडंबना ही कही जायेगी कि आज तक जितने दलों की सरकारे आयी, किसी ने भी गरीब की सुध नहीं ली गई। उन्होंने कहा कि प्रदेश के प्राथमिक विद्यालय में 3.18 लाख पद खाली हैं। प्राथमिक विद्यालय में शिक्षा का स्तर खराब है। इसके बाद भी सरकार ध्यान नहीं दे रही है।
राजभर ने कहा कि सरकार ने मंदिर मस्जिद में उलझाकर शिक्षा को किनारे कर रखा है। हमें मंदिर, मस्जिद नहीं शिक्षा चाहिए। उन्होंने कहा कि अब तो शीघ्र 3.18 लाख शिक्षकों की भर्ती होनी चाहिए। इसके साथ ही बेहतर पढ़ाने वाले शिक्षकों की सैलरी बढ़े और मक्कारी करने वालों को सजा मिले। शिक्षकों की भर्ती में तमाम अनियमितता होती है। अब तो इस भर्ती के लिए कानून बनना चाहिए।
गौरतलब है कि भाजपा के साथ गठबंधन कर पहली बार विधायक बनने वाले ओमप्रकाश राजभर योगी सरकार में दिव्यांग कल्याण विभाग का कैबिनेट मंत्री बनने के बाद से ही लगातार नाराजगी जाहिर करते रहे हैं।