नयी दिल्ली। वैसे तो पूरे देश में लोगों में विटामिन डी की कमी खतरनाक स्तर तक पहुंच गयी है लेकिन राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में यह समस्या विकराल है और यहां दस में से आठ लोग विटामिन डी की कमी के कारण मांसपेशियों में दर्द , ऐंठन ,ऊर्जा की कमी और अवसाद आदि की समस्या से जूझ रहे हैं।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में करीब 88 प्रतिशत लोगों में विटामिन डी सामान्य से कम है।
सबसे बड़ी समस्या यह है कि बड़ी संख्या में लोगों को विटामिन डी की कमी और इसके दु:ष्प्रभावों की जानकारी ही नहीं है।
क्या होता है Vitamin D:-
विटामिन डी शरीर में पाया जाने वाला एक बेहद महत्त्वपूर्ण विटामिन है। Vitamin D fat-soluble प्रो-हार्मोन का एक समूह होता है जो शरीर को कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फेट और जिंक को absorb करने में मदद करता है। Sunshine विटामिन के नाम से जाना जाने वाला विटामिन डी शरीर द्वारा तब प्रोड्यूस होता है जब हमारी त्वचा सूर्य के प्रकाश के संपर्क में आती है। ये प्राकृतिक रूप से कुछ खाने-पीने की चीजों में भी पाया जाता है-
विटामिन डी मुख्यत: दो प्रकार के होते हैं:
- Vitamin D2 (ergocalciferol) – जो पौधों द्वारा निर्मित होता है।
- Vitamin D3 (cholecalciferol) – जो सूर्य की रौशनी के हमारी त्वचा से सम्पर्क में आने पर निर्मित होता है। कुछ animal sources द्वारा भी ये प्राप्त किया जा सकता है।
विटामिन डी की कमी के लक्षण / Symptoms of Vitamin D Deficiency
- हड्डियों में दर्द।
- मांशपेशियों (muscles) में कमजोरी।
- बिना अधिक मेहनत किये थकान होना।
- दिन में ज़रुरत से ज्यादा नींद आना।
- आप डिप्रेस्ड फील करते हैं: वैज्ञानिकों ने एक अध्ययन में पाया कि जिन लोगों में विटामिन डी की कमी थी उनमे स्वस्थ लोगों की अपेक्षा अवसादग्रस्त होने की संभावना 11 गुना तक होती है। इसलिए अगर आप depressed हैं तो हो सकता है आपके अन्दर Vitamin D की कमी हो सकती है।
- सर से पसीना आना: ये कुछ अजीब लग सकता है लेकिन बाकी शरीर की तुलना में सर से अधिक पसीना आना विटामिन डी की कमी का संकेत हो सकता है।कई बार डॉक्टर बच्चों में विटामिन डी की कमी का पता लगाने के इस लक्ष्ण को जांचते हैं।
- कई लोगों में ये लक्षण साफ़ नहीं दिखाई देते लेकिन फिर भी उनमे विटामिन डी की कमी हो सकती है जिससे कई स्वास्थय सम्बन्धी समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
- बार-बार इन्फेक्शन होना भी विटामिन डी की कमी indicate करता है। दरअसल, हमारे immune system यानि प्रतिरोधक क्षमता का महत्त्वपूर्ण हिस्सा “T-Cells” Vitamin D द्वारा ही ठीक से activate होते हैं। और इसकी कमी व्यक्ति को बार-बार बीमार कर सकती है।