मैनचेस्टर। विकेटकीपर ऋषभ पंत (नाबाद 125) के पहले शतक और हार्दिक पांड्या (24 रन पर चार विकेट तथा 71 रन) के जबरदस्त हरफनमौला प्रदर्शन के दम पर भारत ने इंग्लैंड को तीसरे और निर्णायक एकदिवसीय मैच में रविवार को पांच विकेट से हराकर तीन मैचों की सीरीज 2-1 से जीत ली।
भारत ने इंग्लैंड को 45.5 ओवर में 259 रन पर ऑल आउट कर दिया और 42.1 ओवर में पांच विकेट पर 261 रन बनाकर मैच को एकतरफा अंदाज में जीत लिया। स्पाइडरमैन पंत के स्पेशल शतक की बदौलत भारत ने इंग्लैंड को 2-1 से वनडे सीरीज़ में मात दी।
पहले बल्लेबाज़ी करने के लिए भेजे जाने के बाद बढ़िया स्कोर खड़ा करने के बाद रीस टॉप्ली ने भारत के शीर्ष क्रम को चलता कर मेहमान टीम को मुश्किल में डाला था। हालांकि इसके बाद सूर्यकुमार यादव और ऋषभ पंत ने पारी को संभाला लेकिन इस मैच की कहानी पलटी पंत और हार्दिक पंड्या की शतकीय साझेदारी ने।
गेंद के साथ चार विकेट लेने के बाद हार्दिक ने 55 गेंदों पर 71 रन बनाए लेकिन उनके जाने के बाद भी पंत ने अपना प्रहार जारी रखा और वनडे क्रिकेट में अपना पहला शतक पूरा किया। इसके बाद डेविड विली पर जमकर बसरते हुए उन्होंने लगातार पांच चौके लगाए और मैच को भारत की झोली में डाल दिया।
पहला मैच भारत ने 10 विकेट से जीता फिर दूसरा मैच इंग्लैंड ने 100 रन से, जबकि भारत ने निर्णायक मैच पांच विकेट से जीता। यह 2015 के बाद से घर पर इंग्लैंड की तीसरी वनडे सीरीज़ हार है। मज़ेदार बात यह है कि तीनों सीरीज़ में निर्णायक मैच मैनचेस्टर में खेला गया।
पंत ने 113 गेंदों पर नाबाद 125 रन की मैच विजयी पारी में 16 चौके और दो छक्के लगाए। उन्होंने पांड्या के साथ पांचवें विकेट के लिए 133 रन की मैच विजयी साझेदारी की। पांड्या ने 55 गेंदों पर 71 रन में 10 चौके लगाए। पांड्या के आउट होने के बाद पंत ने रवींद्र जडेजा के साथ छठे विकेट के लिए 56 रन की अविजित साझेदारी की। जडेजा सात रन बनाकर नाबाद रहे।
लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की शुरुआत खराब रही। शिखर धवन एक, कप्तान रोहित शर्मा 17 और विराट कोहली 17 रन बनाकर रीस टॉप्ली की गेंदों पर आउट हुए। सूर्य ने 16 रन बनाए और पंत के साथ चौथे विकेट के लिए 34 रन जोड़े। क्रेग ओवर्टन ने सूर्य को आउट कर भारत को चौथा झटका दिया। लेकिन इसके बाद पंत और पांड्या ने संभलकर खेलते हुए भारतीय पारी को आगे बढ़ाया।
पांड्या इस साझेदारी में ज्यादा आक्रामक खेले लेकिन उनके आउट होने के बाद पंत ने आक्रामक रुख अपनाया और डेविड विली के पारी के 42वें ओवर में लगातार पांच चौके मारे। उन्होंने अगले ओवर की पहली गेंद पर चौका जड़कर मैच फिनिश कर दिया। भारत ने लगभग साढ़े तीन दशक बाद जाकर इस मैदान पर जीत हासिल की।
ऋषभ पंत को प्लेयर ऑफ़ द मैच चुना गया जबकि पांड्या प्लेयर ऑफ द सीरीज बने। इससे पहले भारत ने बल्लेबाजों के लिए हितैषी मैदान पर टॉस जीतकर इंग्लैंड को पहले बल्लेबाजी के लिये बुलाया, जहां मोहम्मद सिराज ने जॉनी बेयरस्टो और जो रूट को शून्य रन पर पवेलियन लौटाया।
इसके बाद हालांकि पिच बल्लेबाजी के लिये आसान होती गयी और जेसन रॉय ने बेन स्टोक्स के साथ मिलकर 54 रन की साझेदारी बुनी। रॉय ने तेज़ खेलते हुए 31 गेंदों पर सात चौकों के साथ 41 रन बनाए, जबकि स्टोक्स ने चार चौकों की मदद से 29 गेंदों पर 27 रन बनाए।
दोनों के आउट होने के बाद कप्तान जॉस बटलर ने मोर्चा संभाला। बटलर ने मोईन अली (34) के साथ 75 रन और लायम लिविंग्स्टन (27) के साथ 49 रन की साझेदारी की। हार्दिक पांड्या की गेंद पर आउट होने से पहले बटलर ने 80 गेंदों पर तीन चौकों और दो छक्कों के साथ 60 रन बनाए।
199 रन पर सातवें विकेट के रूप में बटलर के आउट होने के बाद भारत 200 रन के आसपास के लक्ष्य की उम्मीद कर रही थी, लेकिन डेविड विली ने क्रेग ओवरटन के साथ 48 रन की साझेदारी बुनकर इंग्लैंड को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। युज़वेंद्र चहल ने अंत में विली, ओवरटन और रीस टोप्ली का विकेट निकालकर इंग्लैंड को 45.5 ओवर में ही 259 रन पर ऑल आउट कर दिया।
भारत की ओर से हार्दिक पांड्या ने 18 रन देकर चार विकेट लिए जो उनके एकदिवसीय करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। उनका पिछला सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन उनके डेब्यू मैच में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ आया था जहां उन्होंने 31 रन देकर तीन विकेट लिए थे। इसके अलावा चहल ने 9.5 ओवर में 60 रन देकर तीन विकेट लिए, मोहम्मद सिराज कुछ महंगे साबित हुए और उन्होंने नौ ओवर में 66 रन देकर दो विकेट लिए, जबकि रवींद्र जडेजा को एक विकेट हासिल हुआ।