अजमेर। चिकित्सा एवं जनसम्पर्क मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी देश के अतीत, वर्तमान और भविष्य की आवश्यकता हैं। देश को विकास, एकता और अखण्डता के पथ पर आगे बढ़ना है तो गांधी के बताए मार्ग के सिवा कोई विकल्प नहीं हैं। उन्होंने जातिवाद, असहिष्णुता और हिंसा के खिलाफ अपने जीवन से जो संदेश दिया वह आज भी प्रासंगिक है। युवाओं को अपनी और देश की तरक्की के लिए गांधी के बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लेना होगा।
चिकित्सा एवं जनसम्पर्क मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने आज अजमेर के पटेल मैदान में गांधी सप्ताह के समापन पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने स्वतंत्रता सैनानियों का सम्मान कर गांधी प्रदर्शनी एवं सूत कातने के चरखों का अवलोकन किया। यहां एक हजार से अधिक बच्चों ने गांधी का रूप धरकर दांडी मार्च निकाला और राष्ट्रपिता के बताए मार्ग पर आगे बढ़ने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार राष्ट्रपिता की 150वीं जयंती पर दो साल तक कार्यक्रमों का आयोजन करेगी। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की सोच है कि युवाओं में गांधीजी के संस्कार से ही देश और समाज तरक्की करेगा। युवाओं को उनके आदर्शों को जीवन में उतारना चाहिए।
शर्मा ने महात्मा गांधी के बताए सात पाप, सिद्धांतविहीन राजनीति, मानवीयताविहीन विज्ञान, त्यागविहीन पूजा, चरित्रविहीन शिक्षा, श्रमविहीन सम्पत्ति, नैतिकता विहीन व्यापार एवं विवेक विहीन भोगविलास पर आज गहन चिंतन करने की आवश्यकता है। युवा इन सात पापों से दूर रहे तो भारत को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। गांधी के आदर्शों को जीवन में उतारने वाली सुसंस्कृत पीढी़ ही हमारे विकास का आधार बनेगी। गांधी की जरूरत हमें अतीत में भी थी, वर्तमान में भी है और भविष्य में भी रहेगी।
उन्होंने कहा कि भारत नौजवान देश है, हमारे 60 प्रतिशत युवा नौजवान पीढ़ी का नेतृत्व करते हैं। ऎसे में गांधी का जीवन दर्शन समझना युवाओं के लिए अतिआवश्यक है। गांधी का महत्व इसी बात से स्पष्ट होता है कि पूरा विश्व उनके जन्मदिवस 2 अक्टूबर को अहिंसा दिवस के रूप में मनाता है। हम अपने युवाओं में जितने अधिक गांधी संस्कार डाल सकेगे उतना ही हमारा समाज आगे बढ़ता जाएगा।
डॉ. शर्मा ने कहा कि अजमेर से बापू का लगाव बेहद अधिक था। वे अपने जीवनकाल में तीन बार अजमेर आए और यहां कुरीतियों के खिलाफ समाज को संदेश दिया। बापू ने पूरा देश घूमकर संस्कृति को जाना और आजादी का झण्डा उठाया। उन्होंने रूढ़ीवाद, कुरीति, धर्मांधता, जातिवाद और अंग्रेजों की गुलामी के खिलाफ संघर्ष शुरू कर एक नया इतिहास रच दिया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता एवं आरपीएससी के पूर्व अध्यक्ष बीएम शर्मा ने कहा कि मोहनदास से महात्मा बनने की गांधीजी की कहानी अपने आप में एक ऎसी मिसाल है जिससे प्रत्येक व्यक्ति को सीख लेनी चाहिए। उन्होंने देश को सिखाया की किस तरह संघर्ष के पथ पर अपने सिद्धांतों के साथ आगे बढ़ा जा सकता है। उनकी विकास की परिभाषा कतार में अन्तिम छोर पर खड़े व्यक्ति को आगे बढ़ाने की थी। अल्बर्ट आइंस्टाईन जैसा वैज्ञानिक उनका मुरीद था।
कार्यक्रम में विधायक राकेश पारीक ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचार आज भी प्रासांगिक हैं। हमे उनके जीवन दर्शन से सीख लेनी चाहिए। गांधी जीवन दर्शन समिति के प्रदेश समन्वयक मनीष शर्मा ने कहा कि बापू ने राजा हरीशचन्द्र के एक नाटक से सत्य की सीख ली और उसे जीवन में अपनाया। हम भी बापू के आदर्शों को अपनाए।
समग्र सेवा संघ के सवाई सिंह ने कहा कि बापू जिस तरह हिन्दू, मुस्लिम एकता पर जोर देते थे, उसी तरह अजमेर की गंगा जमुनी तहजीब का संदेश पूरे विश्व में जाना चाहिए। गांधी जीवन दर्शन समिति के जिला समन्वयक डॉ. श्रीगोपाल बाहेती ने सभी का स्वागत किया तथा कहा कि आज देश को गांधी के आदर्शों की आवश्यकता है। वर्तमान माहौल में गांधी ही एक मात्र मार्ग है जिससे देश आगे बढ़ सकेगा। सह समन्व्यक शक्ति प्रताप सिंह राठौड़ ने आभार व्यक्त किया।
मैं भी गांधी से साकार हुआ दांडी मार्च
इससे पूर्व जिले के विभिन्न स्कूलों के एक हजार से अधिक बच्चों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का रूप धरकर दांडी मार्च निकाला। पटेल मैदान में आयोजित इस कार्यक्रम में दांडी मार्च और सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने सभी का मन मोह लिया। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय तोपदड़ा के राजेश कुमार शर्मा ने गांधी जीवन दर्शन से संबंधित चित्रों को प्रदर्शित किया। साथ ही हस्तचलित चरखों के विभिन्न प्रतिरूपों का जीवंत प्रदर्शन किया गया। इसकी सभी ने सराहना की।
समारोह में स्वतंत्रता सैनानी शोभाराम गहरवार एवं ईसर सिंह बेदी के साथ ही स्वतंत्रता सैनानी किशन अग्रवाल के परिजनों को भी सम्मानित किया गया। हनुमान सहाय तथा सुरेश शर्मा एवं साथियों ने सर्वधर्म प्रार्थना की। गांधी जी के प्रिय भजनों को भी गाया गया।
समापन समारोह में ट्रीब्यूट टू गांधी थीम पर परेड का आयोजन किया गया इसमें लगभग 500 प्रतिभागियों ने भाग लिया। परेड में हाडी रानी बटालियन, एनसीसी नेवल विंग, हरीसुन्दर बालिका विद्यालय, राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय क्रिश्चयनगंज, राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय श्रीनगर रोड़, राजकीय सावित्री बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, राजकीय मॉडल बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, गुजराती उच्च माध्यमिक विद्यालय, सेंट स्टीफन स्कूल, एचकेएच विद्यालय, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय जवाहर, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय तोपदड़ा, राजकीय ओसवाल उच्च माध्यमिक विद्यालय, राजकीय पुलिस लाइन उच्च माध्यमिक विद्यालय तथा स्वामी विवेकानन्द राजकीय मॉडल स्कूल, माकडवाली ने भाग लिया।
बैंड वादन में लगभग 150 विद्यार्थियों ने कौमी तरानों पर बैंड वादन किया। इनमें राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय पहाड़गंज, स्वामी विवेकानन्द राजकीय मॉडल स्कूल माकड़वाली, गुरूकुल पब्लिक स्कूल, सेंट स्टीफन स्कूल, एचकेएच स्कूल तथा हरिसुन्दर बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय ने भाग लिया।
झांकियों से दिया संदेश
गांधी जीवन दर्शन को जीवंत करती झांकियों ने सब का मन मोह लिया। इसमें अजमेर विकास प्राधिकरण की झांकी प्रथम स्थान, जिला परिषद की ग्रामीण विकास की झांकी द्वितीय तथा चिकित्सा विभाग की रक्तदान एवं कुष्ठ रोग निवारण की झांकी तृतीय स्थान पर रही।
समारोह में इस्ट पाइंट स्कूल द्वारा जननी जन्म भूमिश्च तथा वैष्णव जन, सेंट स्टीफन स्कूल ने जब तक गंगा जमना का यह नीर बहे समूह गीत प्रस्तुत किया। राजकीय मॉडल बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, राजकीय सावित्री बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय श्रीनगर एवं पुरानी मण्डी की 150 बालिकाओं ने ऎ वतन आबाद रहे तू गीत पर सामूहिक नृत्य किया।
समारोह में चिकित्सा एवं जनसम्पर्क मंत्री ने उपस्थित सभी को गांधी जी के अहिंसा मार्ग पर चलने की शपथ दिलाई। इस मौके पर अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए। समारोह में पूर्व शिक्षा मंत्री नसीम अख्तर, अध्यक्ष विजय जैन, पूर्व विधायक महेन्द्र गुर्जर, नाथूराम सिनोदिया, रामनारायण गुर्जर, राजकुमार जयपाल, महेन्द्र सिंह रलावता, कमल बाकोलिया, डेयरी अध्यक्ष रामचन्द्र चौधरी, सौरभ बजाड़, कलक्टर विश्व मोहन शर्मा, जिला पुलिस अधीक्षक कु. राष्ट्रदीप सहित अनेक जनप्रतिनिधि, जिला स्तरीय अधिकारी, शिक्षा विभाग के अधिकारीगण तथा विभिन्न विद्यालयों के शिक्षक एवं छात्र -छात्राएं उपस्थित थे।