नई दिल्ली। देश में गूगल तथा यूट्यूब पर ऑनलाइन ब्यूटी टिप्स, डेटिंग और हॉबी से जुड़ी जानकारी तथा वीडियो ‘सर्च’ में पिछले साल तेजी से वृद्धि हुई है।
गूगल की गुरुवार को जारी वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2017 की तुलना में 2018 में भारत में मैट्रीमॉनी से ज्यादा डेटिंग के बारे में सर्च तेजी से बढ़ा है। ‘मेरे निकट’ संबंधी खोजों में 75 प्रतिशत और ‘को-वर्किंग स्पेस’ संबंधी खोजों में 100 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।
भारत में गूगल के राष्ट्रीय निदेशक विकास अग्निहोत्री ने रिपोर्ट के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि भारत में ऑनलाइन स्पेस पहले कभी इतना जीवंत नहीं रहा। भारत दुनिया में सबसे तेजी से इंटरनेट डाटा का उपभोग करने वाला देश बन गया है। इंटरनेट भारत की आकांक्षाओं का सेतु बन चुका है।
ऑनलाइन वीडियो के बढ़ते प्रभाव, भाषा और आवाज के इस्तेमाल में वृद्धि तथा मशीन लर्निंग और आर्टिफिशल इंटेलिजेंस ब्रांडों और विपणन से संबंध रखने वालों के लिए अवसर है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि हर साल औसतन चार करोड़ भारतीय घर इंटरनेट के इस्तेमाल से जुड़ रहे हैं। महानगरों की तुलना में अन्य शहरों में ऑनलाइन सर्च ज्यादा तेजी से बढ़ रहा है। महानगरों की तुलना में अन्य शहरों के लोग बीमा, सौंदर्य और पर्यटन के बारे में ज्यादा सर्च कर रहे हैं।
गूगल का कहना है कि देश में ऑनलाइन वीडियो देखने वालों की संख्या वर्ष 2020 तक 50 करोड़ पर पहुंच जाएगी। विज्ञान और हॉबी से संबंधित वीडियो पर लोगों द्वारा बिताया गया समय 2018 में तीन गुणा हो गया। ब्यूटी टिप्स से जुड़े ऑनलाइन वीडियो वर्ष 2017 के मुकाबले दुगुने देखे गए जबकि सौंदर्य से जुड़े ऑनलाइन सर्च में 40 प्रतिशत इजाफा हुआ।
गूगल की रिपोर्ट में कहा गया है कि क्षेत्रीय भाषाओं में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी है। वर्ष 2021 तक देश में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वालों में तीन-चौथाई के भारतीय भाषाओं में इसका प्रयोग करने की उम्मीद है। लैपटॉप और पीसी से संबंधित सर्च हिंदी में करने वालों की संख्या पिछले साल दोगुनी हो गई।
खाने के बारे में ऑनलाइन सर्च करने वालों की संख्या भी बढ़ी है। खासकर पिज्जा में भारतीय की रुचि ज्यादा दिख रही है। खाना पकाने संबंधी सर्च की तुलना में एग्रिगेटर सेवाओं के बारे में सर्च 2018 में ढाई गुणा ज्यादा तेजी से बढ़ा।
आर्टिफिशल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग का कारोबार में इस्तेमाल भी पिछले साल बढ़ा है। कंपनियां इसका इस्तेमाल अपने ग्राहकों को बेहतर अनुभव देने और दक्षता बढ़ाने में करती हैं। समय की बचत और लागत के अनुपात में मुनाफा अधिक कमाने के लिए कंपनियां डिजिटल विपणन का इस्तेमाल कर रही हैं।