जयपुर। हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए हिन्दू जनजागृति समिति अखंड कार्यरत है। धर्मशिक्षण, धर्मजागृति, धर्मरक्षण, राष्ट्ररक्षण और हिंदूसंगठन यह समिति के कार्य के पंचसूत्र हैं। इसके लिए समिति की ओर से अधिवेशन, धर्मशिक्षणवर्ग, व्याख्यान, आंदोलन, सभा आदी उपक्रम किए जाते हैं। हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा यह समिति के उपक्रम से जुडा महत्त्वपूर्ण सूत्र है, ऐसे कह सकते है।
समिति की ओर से देशभर में अभी तक 1896 सभाएं हुई हैं और उस माध्यम से धर्माचरणी हिन्दुओं का कृतिशील संगठन निर्माण हो रहा है। इन सभाओं से सर्वप्रथम दिया गया धर्माधिष्ठित हिंदू राष्ट्र स्थापना का नारा अब देशव्यापी हो गया है। इस नारे को बुलंद करने के लिए समिति की ओर से ऑनलाइन हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा का आयोजन किया जा रहा है।
कोरोना से निर्माण हुई प्रतिकूल परिस्थिती, समिती के धर्मप्रसार कार्य काे प्रतिबंधित नहीं कर सकी। समिति ने इस काल में सोशल मीडिया के माध्यम से धर्मप्रसार का कार्य निरंतर शुरू रखा है। अभी भी लाॅकडाउन के काल में प्रत्यक्ष सभा आयोजन पर लगी रोक के कारण समिति ने ‘ऑनलाइन’ माध्यम से हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा का आयोजन किया।
हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभाओं की आवश्यकता
वास्तविक रूप से सनातन हिंदू धर्म भारत की आत्मा है। जब देश में धर्म की प्रतिष्ठा थी, तब भारत अपने गौरव के चरम पर था, लेकिन मुगलों और अंग्रेजों जैसे विदेशी आक्रमणकारियों ने भारत की ताकत को पहचानते हुए हिंदू धर्म पर हमला किया और भारतीयों को सनातन धर्म की आस्था से कैसे दूर किया जाए इस पर कृति की।
स्वतंत्रता के उपरांत वैसे ताे देश के बहुसंख्याक हिन्दुओं की धार्मिक श्रद्धा, आस्था, धर्म-परंपरा का रक्षण हाेना चाहिए था परंतु दुर्भाग्यवश वैसा नहीं हुआ। इसके विपरीत भारत के संविधान में असंवैधानिक पद्धति से धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद यह शब्द डाले गए। हिन्दुओं की धार्मिक भावना को कभी ठेस पहुंचाई गई ताे कभी उसका उपयाेग राजनीति के लिए किया गया।
अब यह चित्र बदलने का समय आ गया है। इसके लिए ही हिंदू राष्ट्र जागृति सभाओं का आयोजन किया गया है। भारत को हिन्दू राष्ट्र घाेषित करने के लिए सामान्य हिंदू, हिंदुत्वनिष्ठ संगठन और संप्रदाय काे एकत्रित करना, यही इस हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभाओं का प्रमुख उद्देश्य है।
आज भी देश में ‘लव जिहाद’की घटनाएं हाेती हैं, दक्षिण भारत में बडे पैमाने पर मंदिराें में तोडफोड और धर्मांतरण की घटनाएं हाेती रहती हैं। फिल्मों-वेबसिरीज के माध्यम से हिन्दुओं के देवताओं का विडंबन किया जाता है। शत्रुराष्ट्राें से भारत में उनके छुपे एजेंटों के माध्यम से भारतद्वेष फैलाया जाता है।
इस प्रकार की घटनाओं काे नियत्रंंण करना हाे, ताे विविध क्षेत्राें में कार्यरत राष्ट्रप्रेमी और धर्मप्रेमी हिन्दुओं का संगठन अत्यंत आवश्यक है। राममंदिर के साथ रामराज्य प्रत्यक्ष अवतरित हाेने के लिए भगीरथ समान प्रयत्न करना यह हिन्दुओं का धर्मकर्तव्य ही है। इस दृष्टि से आयोजित हाेने वाली हिंदू राष्ट्र-जागृति सभा में अवश्य उपस्थित रह कर इस कार्य में योगदान दीजिए।
हिंदू जनजागृति समिति के मध्यप्रदेश एवं राजस्थान समन्वयक आनंद जाखोटिया ने बताया कि समिति की ओर से ऑनलाईन हिंदु-राष्ट्र जागृति सभा (हिन्दी) का आयोजन रविवार 7 फरवरी को शाम 7 बजे से होगा। आयोजन में आनलाइन शामिल होने तथा देखने के लिए नीचे दिए हुए लिंक पर क्लीक करें।
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