नई दिल्ली। लोकसभा में इस बार रिकार्ड संख्या में महिलाओं के जीतने के बावजूद मोदी सरकार में उनका प्रतिनिधत्व घटा है। पिछली मोदी सरकार में नौ महिला मंत्री थी लेकिन इस बार मंत्रिपरिषद में छह महिलाओं को ही जगह मिली है। कैबिनेट में महिलाओं की संख्या छह से घट कर तीन रह गई हैं।
इस बार निर्मला सीतारमन, हरसिमरत कौर और स्मृति ईरानी को कैबीनेट मंत्री बनाया गया है। ये तीनों पिछली सरकार में भी कैबिनेट मंत्री थीं। पिछली सरकार में सुषमा स्वराज, उमा भारती और मेनका गांधी कैबिनेट मंत्री थीं जिन्हें इस बार माैका नहीं मिला है। इनमें से दो स्वराज और सुश्री भारती ने चुनाव नहीं लड़ा था जबकि मेनका गांधी उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से चुनाव जीतकर आठवीं बार लोकसभा पहुंची है। लोकसभा में वरिष्ठतम सदस्य होने के नाते उन्हें प्रोटेम स्पीकर बनाया जा सकता है।
पिछली सरकार में साध्वी निरंजन ज्योति, कृष्णा राज और अनुप्रिया पटेल तीन महिला राज्य मंत्री थी। इस बार भी तीन महिलाओं को राज्यमंत्री बनाया गया है। इनमें साध्वी निरंजन ज्योति दूसरी बार मंत्री बनी है जबकि छत्तीसगढ़ से रेणुका सिंह और पश्चिम बंगाल की देवाश्री चाैधरी पहली बार मंत्री बनी हैं। ये दोनों पहली बार लोकसभा में पहुंची है।