पटना । उद्योग एवं वाणिज्य संगठन बिहार चैंबर ऑफ काॅमर्स एंड इंडस्ट्रीज (बीसीसीआई) ने प्रधानमंत्री एवं केंद्रीय वित्त मंत्री से आर्थिक रूप से पिछड़े बिहार के आर्थिक विकास को गति प्रदान करने के लिए यहां कम से कम एक राष्ट्रीयकृत बैंक का मुख्यालय खोलने और इस बैंक के प्रतिनिधि निदेशक की नियुक्ति किये जाने का आग्रह किया।
बीसीसीआई के अध्यक्ष पी. के. अग्रवाल ने आज यहां कहा कि वर्तमान में देश में कुल 21 राष्ट्रीयकृत बैंक हैं, जिनके मुख्यालय बड़े एवं विकसित राज्यों के शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद, पुणे, बड़ौदा, मेंगलुरु और मणिपाल में स्थापित किये गये हैं। उन्होंने कहा कि इनमें से दिल्ली में राष्ट्रीयकृत बैंकों के तीन मुख्यालय, मुंबई में छह, कोलकाता में तीन, चेन्नई में दो, बेंगलुरु में दो तथा हैदराबाद, पुणे, बड़ौदा, मेंगलुरु एवं मणिपाल में एक-एक मुख्यालय खोले गये हैं।
अग्रवाल ने कहा कि इसी तरह राष्ट्रीयकृत बैंकों के प्रतिनिधि निदेशकों की नियुक्ति के मामले में बड़े शहरों को ही प्राथमिकता दी गई है। देश में कुल 41 निदेशकों की नियुक्ति की गई है, जिनमें से दिल्ली में 14, मुंबई में छह, बेंगलुरु में छह, कोलकाता में दो, चेन्नई में एक, हैदराबाद, अहमदाबाद, ओडिशा एवं पुणे में दो-दो, बड़ौदा, अमृतसर, मदुरै एवं नैनिताल में एक-एक निदेशक नियुक्त किये गये हैं। लेकिन, आर्थिक रूप से पिछड़े राज्य बिहार की ओर सरकार का ध्यान तक नहीं गया।