आगरा। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार कोरोना वायरस से निपटने के लिए लॉकडाउन और प्रशासनिक व्यवस्थाओं के सहारे पूरे प्रदेश में वायरस के बढ़ते कदमों को रोकने में रात दिन जुटी हुई है। योगी सरकार ने इस महामारी से निपटने के लिए राज्य के पूरे प्रशासन और पुलिस अफसरों को सख्त निर्देश दे रखे हैं केंद्र और राज्य सरकार की इस वायरस से निपटने के लिए तय की गई गाइडलाइन का पूरा पालन किया जाए। लेकिन पिछले कुछ दिनों से पश्चिम उत्तर प्रदेश का आगरा शहर अचानक देश भर की सुर्खियों में तब आया जब ताजनगरी के भाजपा मेयर नवीन जैन ने प्रशासनिक व्यवस्थाओं में की गई लापरवाही पर सार्वजनिक बयान देकर योगी सरकार की व्यवस्थाओं की पोल खोल दी।
मेयर नवीन जैन ने आगरा में कोरोना वायरस के बढ़ते मरीजों की संख्या को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा से गुहार लगाई थी कि ‘मेरे आगरा को बचा लीजिए नहीं तो यह वुहान बन जाएगा’। हालांकि मेयर ने आगरा को लेकर एक भावनात्मक अपील की थी लेकिन विपक्ष को बैठे बिठाए योगी सरकार को घेरने का एक मौका मिल गया। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मेयर नवीन जैन के लिखे गए खत को आधार बनाकर ट्वीट करके योगी सरकार के प्रशासनिक व्यवस्थाओं पर सुधार करने की हिदायत भी दे दी है।
मेयर ने आगरा में कोरोना के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए सीएम योगी को लिखा था पत्र
आगरा के भाजपा मेयर नवीन जैन ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर आगरा में बढ़ते कोरोना मामलों को रोकने के लिए गुहार लगाई थी। उन्होंने स्थिति को नियंत्रित करने में स्थानीय प्रशासन को नाकाम बताते हुए कहा है कि क्वारनटीन सेंटरों में कई-कई दिन तक मरीजों की जांच नहीं हो पा रही। क्वारनटीन सेंटरों पर भोजन-पानी का उचित प्रबंध भी नहीं है।
मेयर ने तब यह भी कहा था कि उचित प्रबंधन नहीं हुआ तो आगरा भारत का वुहान बन सकता है। आगरा के मेयर ने सब्जी, फल, दूध और राशन आदि की डिलीवरी पर भी सवाल उठाए और कहा है कि इसके दावे तो किए जा रहे, लेकिन जनता सही से पहुंच नहीं पा रहीं। जहां कहीं उपलब्ध हैं, वहां कालाबाजारी हो रही है। उन्होंने कहा कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी जिला अस्पताल की व्यवस्थाएं नहीं संभाल पा रहे, अधिकारी अपने घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं।
अखिलेश यादव, प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर साधा निशाना
मेयर नवीन जैन के आगरा कोरोना से निपटने के लिए अफसरों की लापरवाही पर सवाल उठाने पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आगरा में कोरोना संक्रमण से बिगड़ते हालात पर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ‘आगरा मॉडल’ को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर अपनी नारागजी जाहिर करते हुए कहा कि ये बहुप्रचारित मॉडल आगरा को कहीं वुहान न बना दे।
इसके अलावा उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि अस्पताल में न तो दवाइयां हैं, न ही डॉक्टर हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट में लिखा कि उत्तर प्रदेश सरकार जागो। दूसरी ओर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने इस लेटर को ट्वीट करते हुए टेस्टिंग पर ध्यान देने को जरूरी बताया है। प्रियंका ने अपने ट्वीट में लिखा है कि आगरा शहर में हालात खराब हैं और रोज नए मरीज निकल रहे हैं। आगरा के मेयर का कहना है कि अगर सही प्रबंध नहीं हुआ तो मामला हाथ से निकल जाएगा। प्रियंका गांधी ने बिगड़ते हालातों पर आगरा प्रशासन को कदम उठाने की जरूरत है।
कोरोना से निपटने के लिए आगरा को देश में एक मॉडल बनाकर दिखाया गया था
यहां हम आपको जानकारी दे दें कि अभी कुछ दिनों पहले तक राज्य सरकार ने कोरोना वायरस से अच्छी तरह निपटने के लिए आगरा मॉडल बनाकर केंद्र सरकार को प्रस्तुत किया था जिसकी पूरे देश भर में प्रशंसा हो रही थी। इस प्रशंसा के लिए आगरा के पुलिस प्रशासन अफसर को की सराहना भी की गई थी, लेकिन मेयर के इस सार्वजनिक बयान के बाद एक बार फिर वहां के पुलिस प्रशासन के अफसरों की व्यवस्थाओं की पोल खुल गई है।
बता दें कि इस समय आगरा में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या हर रोज तेजी के साथ बढ़ती जा रही है। आज यह आंकड़ा बढ़कर 400 हो गया है। इस समय पूरे उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमित मामलों में आगरा शीर्ष पर पहुंच गया है। सोमवार को मेयर का सार्वजनिक बयान और एक क्वारनटीन सेंटर पर मरीजों के लिए खाने-पीने के इंतजाम की पोल खोलते हुए पूरे दिन चैनलों में सुर्खियों में बना रहा था।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार