नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून बनने के बाद देश में जो हिंसा फैली हुई है उसका सीधा जिम्मेदार कांग्रेस समेत विपक्ष है। केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ कांग्रेस को कोई ठोस मुद्दा नहीं मिल रहा है। विपक्ष बैठे-बिठाए नागरिकता संशोधन कानून पर मुस्लिमों को पूरे देश भर में भड़काने में लगा हुआ है। लेकिन वह अपने इस नापाक इरादे में कभी सफल नहीं हो सकता है। कांग्रेसी जिस प्रकार से बर्ताव कर रही है इससे तो वह पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को बढ़ावा दे रही है।
पिछले तीन दिनों से दिल्ली में खासतौर पर जामिया मिलिया विश्वविद्यालय में छात्रों द्वारा फैलाई जा रही हिंसा की आग लखनऊ, अलीगढ़ पश्चिम बंगाल तक फैल चुकी है। छात्रों को रोकने की बजाय कांग्रेस के कई नेता उसको उग्र करते जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिंसक लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
मुस्लिम संगठनों को ही हिंसा रोकने के लिए आगे आना होगा
मुस्लिम मुस्लिम संगठनों को ही देशभर में जारी हिंसा रोकने के लिए आगे आना होगा। नागरिकता संशोधन कानून बनने के बाद से इसके खिलाफ विरोध-प्रदर्शन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। देश के उत्तर पूर्व हिस्से से लेकर दक्षिण तक लोग इस कानून के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं और केंद्र सरकार से इस कानून को बदलने की मांग कर रहे हैं। राजधानी दिल्ली में जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्र लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। इस कानून को लेकर सबसे पहले उत्तर पूर्व के महत्वपूर्ण राज्यों में से एक असम में विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ जिसके बाद यह बंगाल से लेकर राजधानी दिल्ली तक पहुंच चुका है।
दिल्ली में रविवार को जामिया के छात्रों का प्रदर्शन हिंसक हो उठा और यूनिवर्सिटी में तोड़फोड़ के अलावा प्रदर्शनकारियों ने सरकारी बसों में भी आग लगा दी गई थी। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ दक्षिण भारतीय राज्य कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में भी हजारों लोग इकट्ठा हुए और कानून का विरोध किया। प्रदर्शनकारी इस कानून को देश तोड़ने वाला और अल्पसंख्यकों के खिलाफ बता रहे हैं।
केंद्र सरकार बार-बार कह रही है कि देश में रहने वाले मुस्लिमों पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा इसके बावजूद भी कुछ शरारती तत्व इस हिंसा को और भड़काने में लगे हुए हैं। बता दें कि सीएए के तहत मुस्लिम बहुल आबादी वाले देश पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में उत्पीड़न के कारण भाग कर भारत आए हिंदू, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध और पारसी धर्म के लोगों को भारत की नागरिकता प्रदान करने का प्रावधान है। इसमें मुस्लिमों को शामिल नहीं किया है।
पीएम मोदी ने कहा कि देश में हिंसा न फैलाए कांग्रेस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिकता कानून को लेकर विरोधियों पर निशाना साधा। प्रधानमंत्री ने कहा कि नागरिकता कानून को लेकर हिंसा फैलाने वालों की पहचान उनके कपड़ों से की जा सकती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस और उसके साथी तूफान खड़ा कर रहे हैं, उनकी बात चलती नहीं है तो आगजनी फैला रहे हैं। ये जो आग लगा रहे हैं, ये कौन हैं, उनके कपड़ों से ही पता चल जाता है। पीएम मोदी ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून 1000 प्रतिशत सही है, देश में आगजनी फैलाना पूरी तरह से राजनीतिक एजेंडा है।
उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर के लोगों ने नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन को अस्वीकार कर दिया है और अब वे शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उसके साथियों ने नागरिकता संशोधन कानून पर बवाल खड़ा कर दिया है और अब अशांति और आगजनी के पीछे उनका ही हाथ है। देश की जनता उन्हें देख रही है। जब ये बिल संसद में पास हुआ था देश की जनता ने उन पर विश्वास जताया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में जो पहले हो रहा था, कांग्रेस भी अब वही कर रही है। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस समेत विरोधी अपने इस मुहिम में कभी कामयाब नहीं हो सकते हैं।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार