नई दिल्ली। एकजुट विपक्ष ने राज्यसभा में कृषि सुधार से संबंधित दो विधेयकों को पारित कराने के तरीके को लेकर आज संसद भवन परिसर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरना दिया।
विपक्षी सदस्यों ने इन विधेयकों का पारित कराने के तरीके को लेकर राज्यसभा में आज जबरदस्त हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गयी और कोई विधायी कामकाज नहीं हो सका। कार्यवाही स्थगित किए जाने के बाद विपक्ष के करीब सभी दलों के सदस्य संसद परिसर में स्थित गांधी प्रतिमा के सामने धरने पर बैठ गए।
धरने पर बैठने वालों में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, द्रविड़ मुनेत्र कषगम , आम आदमी पार्टी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, आईयूएमएल और तेलंगाना राष्ट्र समिति आदि के सदस्य शामिल थे।
तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि हम सब गांधी प्रतिमा के आगे धरना दे रहे हैं। इस मौके पर ज्यादा कुछ नहीं कहना है समूचे देश को पता है कि हम यहां क्यों बैठे हैं इसलिए यह मौन धरना है। यह अनिश्चित धरना है और देखतेे हैं कब तक यहां बैठा जाता है।
समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव ने कहा कि सरकार जनविरोधी है और यह मनमाने तरीके से विधेयक ला रही है तथा उन्हें मनमाने तरीके से पारित करा रही है। विधेयक का विरोध करने वाले सांसदों को निलंबित कर दिया गया। यह खतरे का संकेत है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति देश में राष्ट्रपति शासन प्रणाली की व्यवस्था बना रही है।