पटना। बिहार विधान परिषद में कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सदस्यों ने विधानसभा तथा विधानमंडल परिसर में कल विपक्षी सदस्यों के साथ पुलिस के मारपीट किए जाने को लेकर आज भारी शोरगुल एवं नारेबाजी हुई, जिसके कारण सदन की कार्यवाही पांच मिनट बाद ही भोजनावकाश तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।
कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह के बुधवार को आसन ग्रहण करते ही कांग्रेस के प्रेमचंद्र मिश्रा ने कार्यस्थगन प्रस्ताव के जरिए इस मामले को उठाया। उन्होंने कहा कि कल विधानसभा तथा विधानमंडल परिसर में जो कुछ भी घटना घटित हुई वह अपने आप में शर्मनाक तथा लोकतंत्र के लिए एक काला अध्याय के समान है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि देश के कई राज्यों में भी विधानसभाओं में कई बार ऐसी ही घटनाएं घटित हो चुकी हैं लेकिन बिहार विधानसभा तथा परिसर के अंदर जिस तरह से रैपिड एक्शन फोर्स एवं अन्य पुलिस के जवानों को प्रवेश की अनुमति दी गई।
असहमति के स्वर प्रकट करने वाले विपक्षी विधायकों के ऊपर सदन के अंदर तथा परिसर के अंदर शर्मनाक तरीके से बल प्रयोग किया गया यह लोकतंत्र के लिए विशेषकर माननीय के लिए न सिर्फ दुर्भाग्यपूर्ण तथा अपमानजनक रहा बल्कि विधानमंडल के लिए एक काला अध्याय का कलंक के समान था।