लखनऊ। उत्तर प्रदेश राज्य विधानसभा के गुरूवार को शुरू हुये बजट सत्र में विपक्षी दलों खासतौर पर समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस के सदस्यों ने सदन के भीतर और बाहर जमकर हंगामा किया।
सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने से करीब एक घंटा पहले सपा और कांग्रेस के सदस्य विधानभवन में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के सामने धरने पर बैठ गये और सरकार विरोधी नारेबाजी शुरू कर दी। लाल टोपी पहने सपा सदस्यों के हाथो में तख्तियां थी जिस पर कानून व्यवस्था,महिला उत्पीड़न,बेरोजगारी,नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और किसान संबंधी समस्यायों के स्लोगन लिखे हुये थे। धरना प्रदर्शन का नेतृत्व नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी कर रहे थे।
उनके साथ विधान परिषद सदस्य अहमद हसन और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल मौजूद थे। वहीं कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता अराधना मिश्रा मोना के नेतृत्व में कांग्रेसी सदस्य हाथो में तख्तियों के साथ आलू, प्याज और खाद्य सामग्रियों की पोटलियां लिये हुये थे। वे सत्तारूढ दल को महंगाई,कानून व्यवस्था और बेरोजगारी के लिये कोस रहे थे।
विपक्षी दलों का प्रदर्शन और हंगामा सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद भी जारी रहा। साल का पहला सत्र होने के नाते इसकी शुरूआत राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण से हुई। राज्यपाल दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित कर रही थीं कि कांग्रेस और सपा के नेताओं के साथ बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के नेता भी प्रदर्शन करने लगे।
विपक्ष के सदस्य खड़े होकर नारेबाजी कर रहे थे। जोरदार हंगामे के बीच राज्यपाल का अभिभाषण जारी रहा। विधानसभा का बजट सत्र सात मार्च तक चलेगा। इस दौरान 18 फरवरी को दोपहर 12.20 पर उत्तर प्रदेश का बजट पेश किया जाएगा।
गौरतलब है कि बुधवार को सर्वदलीय बैठक में सदन व्यवस्थित तरीके से चलाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभिन्न दलों के नेताओं से सहयोग करने का आग्रह किया था।