नई दिल्ली। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि केन्द्रीय जांच ब्यूरो ने उनके कार्यालय में कार्यरत जिस अधिकारी को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
सिसोदिया के कार्यालय में गोपाल कृष्ण माधव बतौर विशेष कर्तव्यनिष्ट अधिकारी (OSD) के रूप में तैनता है। सीबीआई ने उसे गुरुवार देर रात वस्तु एवं सेवा कर (GST) के एक मामले को निपटाने के सिलसिले में दो लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
सिसोदिया ने आज ट्वीट किया कि मुझे पता चला है कि सीबीआई ने एक जीएसटी इन्स्पेक्टर को रिश्वत लेते हुए गिरफ़्तार किया है। यह अधिकारी मेरे कार्यालय में बतौर ओएसडी के रूप में तैनात है। सीबीआई को उसे तुरंत सख़्त से सख़्त सजा दिलानी चाहिए। ऐसे कई भ्रष्टाचारी अधिकारी मैंने ख़ुद पिछले पांच साल में पकड़वाए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि माधव को गिरफ्तार करने के तुरंत बाद सीबीआई मुख्यालय ले जाया गया, जहां अधिकारी उससे पूछताछ कर रहे हैं। सीबीआई ने यह गिरफ्तारी ऐसे समय की है जब शनिवार को दिल्ली चुनाव के लिए मतदान होने हैं।
भाजपा के मीडिया प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने ट्वीट किया कि मनीष सिसोदिया जी क्यों खाली पीली एक ओएसडी को बदनाम कर रहे हो…वह बेचारा ताे आपके चुनाव के लिए चंदा उगा रहा था। आप भ्रष्टाचार पर इतना सख्त थे तो आपको पांच साल में पता ही नहीं चला कि आपके दफ्तर में खटमल है।
दिल्ली में भाजपा प्रवक्ता एवं हरिनगर से पार्टी के उम्मीदवार तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने ट्वीट किया कि मनीष सिसोदिया का ओएसडी रंगे हाथ पैसे लेते पकड़ा गया और इससे बड़ा भ्रष्टाचार का सबूत क्या होगा। मैं चुनाव आयोग से इस घटना पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग करता हूं।
माधव की गिरफ्तारी के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने आम आदमी पार्टी (APP) पर निशाना साधा है। भाजपा ने ट्विटर पर लिखा कि मनीष सिसोदिया का ओएसडी रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। वह सिसोदिया के कार्यालय में 2015 से तैनात था। जीएसटी के मामले में दो लाख रुपये रिश्वत लेते हुए सीबीआई ने गिरफ्तार किया। इससे पहले रिश्वत लेने की कुल रकम 10 लाख की तय हुई थी।
भाजपा ने कहा कि आप सरकार ऐसे व्यापारियों का शोषण कर रही थी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अभी तक इस मामले में चुप्पी साधी हुई है।