पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल पार्टी की अध्यक्ष ममता बनर्जी और एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी आक्रामक राजनीति के लिए जाने जाते हैं। दोनों ही नेताओं की राजनीति मुस्लिमों के इर्द-गिर्द ही घूमती है। अब तक गनीमत रही है कि दोनों के राज्य अलग अलग हैं।
एक का पश्चिम बंगाल तो दूसरे का हैदराबाद है। लेकिन अब पिछले कुछ समय से ओवैसी अपने आप को देश भर के मुस्लिमों के रहनुमा समझने लगे हैं। महाराष्ट्र में पिछले महीने हुए विधानसभा चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने दो सीटें जीत ली थी।
साथ ही बिहार में हुए उपचुनाव में भी ओवैसी की पार्टी ने जीत दर्ज की थी। उसके बाद ओवैसी की पार्टी ने झारखंड में हो रहे विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी के 20 उम्मीदवार खड़े किए हैं। अब पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए ओवैसी ने अपनी पार्टी के लिए जमीन तलाशना शुरू कर दिया है।
यह बात जब ममता बनर्जी को मालूम हुई तब उन्होंने एक जनसभा के दौरान ओवैसी पर जमकर हमला बोला। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी खुद को मुसलमानों की सबसे बड़ी ठेकेदार समझती रहीं हैं। यहां हम आपको बता दें कि राज्य में ममता ने मुसलमानों को खुश करने के लिए दुर्गा पूजा के दौरान निकलने वाली शोभायात्रा पर भी वैन लगा दिया था। जिसका भाजपा ने जबरदस्त विरोध किया था।
ओवैसी ने भी ममता बनर्जी पर मुसलमानों को लेकर लगाए आरोप
मुसलमानों की राजनीति को लेकर ममता बनर्जी के इस आरोप का जवाब देते हुए एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि ये कोई धार्मिक अतिवादी नहीं है जो ये कह रहे हैं कि बंगाल के मुसलमान मानव विकास सूचकांक में किसी भी अल्पसंख्यक की तुलना में सबसे खराब हालत में है। ओवैसी ने कहा कि अगर दीदी हैदराबाद वालों से इतने ही दुखी हैं तो उन्हें यह बताना चाहिए कि लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में 42 में से 18 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी कैसे जीत गई।
ओवैसी ने कहा कि मेरे खिलाफ आरोप लगाकर ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल के मुसलमानों को यह संदेश दे रही हैं कि ओवैसी की पार्टी राज्य में एक मजबूत ताकत बनने जा रही है। इस तरह की टिप्पणी करके ममता बनर्जी अपना डर और हताशा ही प्रदर्शित कर रहीं हैं। ओवैसी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में मुसलमानों की खराब सामाजिक हालात को लेकर ममता बनर्जी को चिंतित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी की बातों से मुसलमानों को निराशा हाथ लगी है। मुसलमानों ने पूरे दिल से उन्हें वोट दिया था और इस बात को उजागर किया था कि उनकी पार्टी बंगाल में हार रही है।
ममता बोलीं, असदुद्दीन ओवैसी भाजपा से पैसा ले रहे हैं
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि अल्पसंख्यकों के बीच अतिवादी पहुंच रहे हैं जैसे कि हिंदुओं के बीच चरमपंथी। उन्होंने कहा कि वे एक राजनीतिक पार्टी हैं और भाजपा से पैसा ले रहे हैं। वे पश्चिम बंगाल से नहीं हैदराबाद से हैं। गौरतलब है कि आने वाले समय में पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं जाहिर है दोनों नेताओं में मुस्लिम वोट के लिए लड़ाई अभी और तेज होगी।
दोनों की लड़ाई में भाजपा को फायदा
मुसलमानों को अपने पक्ष में करने पर ममता बनर्जी और असदुद्दीन ओवैसी की शुरू हुई लड़ाई का फायदा भारतीय जनता पार्टी को मिलेगा। ममता और ओवैसी दोनों ही भाजपा के मुखर विरोधी माने जाते हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान ममता बनर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और गृहमंत्री अमित शाह के बीच आरोप-प्रत्यारोप लगाने की सभी मर्यादा टूट गई थी।
आखरी समय में पूरा चुनाव ही ममता और मोदी की लड़ाई में फंसा हुआ नजर आया था। लोकसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी को सीधा फायदा मिला था। 42 में से 18 सीटें जीतकर भाजपा ने ममता को सीधी टक्कर दी थी। अब ममता बनर्जी और ओवैसी का घमासान भाजपा को बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान रास आएगा।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार