नासिक। महाराष्ट्र के नासिक में डॉक्टर जाकिर हुसैन अस्पताल के बाहर ऑक्सीजन टैंकर में रिसाव होने के कारण आपूर्ति में आयी बाधा के कारण अस्पताल में भर्ती 22 मरीजों की मृत्यु हो गई।
नासिक नगर निगम का डॉक्टर जाकिर हुसेन अस्पताल द्वारका इलाके में स्थित है और आज पूर्वाह्न करीब 11 बजे मरीजों को आक्सीजन की आपूर्ति करने वाले टैंकर में रिसाव के कारण लगभग आधा घंटा तक आक्सीजन की आपूर्ति ठप हो गई थी जिसके कारण 22 मरीजों की मौत हो गई। मृतकों में 11 महिलाएं और 11 पुरूष हैं।
अस्पताल में कोरोना वायरस से संक्रमित 150 मरीज ऑक्सीजन पर थे। ऑक्सीजन की आपूर्ति करने वाले ठेकेदार के टैंकर में आक्सीजन भरी जा रही थी लेकिन टैंकर में रिसाव हो गया। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि टैंकर में ऑक्सीजन भरने के कुछ देर बाद सॉकेट टूट गया जिससे गैस रिसाव शुरू हो गया।
इस घटना के तुरंत बाद नासिक नगर निगम आयुक्त कैलास जाधव, महापौर सतीश कुलकर्णी, जिलाधिकारी सूरज मंधारे, पुलिस आयुक्त दीपक पांडे, नगर निगम के पदाधिकारी और नगरसेवक घटनास्थल पर पहुंच गए।
नासिक के महापौर सतीश कुलकर्णी ने कहा कि ऑक्सीजन रिसाव की पूरी जांच की जाएगी और दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। प्रत्येक मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
मोदी और शाह ने नासिक हादसे पर दुख व्यक्त किया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के नासिक के अस्पताल में ऑक्सीजन रिसाव के कारण रोगियों की मौत होने पर दुख व्यक्त किया है।
मोदी ने बुधवार को टि्वट कर कहा कि नासिक के एक अस्पताल में ऑक्सीजन टैंक में रिसाव के कारण हुई त्रासदी हृदय विदारक है। इसके कारण लोगों की जान जाने से क्षुब्ध हूं। दुख की इस घड़ी में पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं।
शाह ने भी अपने संदेश में कहा किे नासिक के एक अस्पताल में ऑक्सिजन लीक होने से हुई दुर्घटना का समाचार सुन व्यथित हूं। इस हादसे में जिन लोगों ने अपनों को खोया है उनकी इस अपूरणीय क्षति पर अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूँ। बाकी सभी मरीजों की कुशलता के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूं।