सूरत। हार्दिक पटेल के बाद पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति के नेता बने उनके सहयोगी अल्पेश कथिरिया को उनके नौ अन्य समर्थकों के साथ उनके गृहनगर सूरत में शुक्रवार को पुलिस के साथ दुर्व्यवहार करने और उसके कार्य में बाधा डालने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस कमिश्नर सतीश शर्मा बताया कि इसी माह की नौ तारीख को जेल से छूटने के बाद पास के नेता बने कथिरिया पिछले कुछ समय से बिना वजह पुलिस को उकसाने और सूरत में शांति भंग करने का प्रयास कर रहे हैं।
इसी कड़ी में आज वह वाराछा इलाके में गलत तरीके से पार्क की गई गाड़ियों को जब्त कर रहे ट्रैफिक पुलिस के कर्मियों से उलझ गए। उन्होंने उनके काम में रूकावट डाली और टपोरियों और मवालियों को शर्मा देने वाली भाषा में उन्हें गंदी गालियां और धमकी दी।
जब उन्हेें पकड़ा गया तो फोन से मैसेज भेज अपने समर्थकों को जुटा लिया जिन्होंने वाराछा थाने के घेराव का प्रयास किया। पुलिस लॉकअप में भी वह गालियां देते रहे। ऐसा लगता है कि वह पुलिस को भड़का कर अपनी नेतागिरी को चमकाने का प्रयास कर रहे हैं पर पुलिस शांति को भंग नहीं होने देगी।
शर्मा ने कहा कि कथिरिया ने कल भी यहां सरथाणा पुलिस स्टेशन में हंगामा और गाली गलौज की थी। इससे पहले 25 दिसंबर को बिना अनुमति और चार से अधिक लोगों के जुटने पर रोक की अधिसूचना के बावजूद उन्होंने अपने समर्थकों के साथ कलेक्टर कार्यालय परिसर में प्रदर्शन किया था।
ज्ञातव्य है कि गत अगस्त में अहमदाबाद से पकड़े गए कथिरिया को राजद्रोह के दो मामलों और हत्या के प्रयास के एक मामले में जमानत मिलने पर 111 दिन तक जेल में रहने के बाद गत नौ दिसंबर को ही यहां रिहा किया गया था। उसी दिन हार्दिक ने उन्हें पास का नेतृत्व सौंपने की घोषणा की थी।