नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पद्मावत फिल्म का विरोध कर रही एक भीड़ द्वारा स्कूली बच्चों की बस पर हुए हमले की गुरुवार को निंदा की। बुधवार को हमला कथित तौर पर करणी सेना के समर्थकों ने किया था। मुख्यमंत्री ने इस घटना को पूरे देश के लिए शर्म की बात कहा है।
उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों का न कोई धर्म है और न जाति और हमारी चुप्पी की वजह से यह लोग अब हमारे बच्चों को भी नहीं बख्श रहे हैं।
केजरीवाल ने कहा कि बुधवार को कुछ लोगों ने छोटे बच्चों को ले जा रही बस पर पथराव किया। मैं सो नहीं सका और आज गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में यह मुद्दा उठा रहा हूं। राजधानी से कुछ मील की दूरी पर कुछ लोगों की ऐसा करने की हिम्मत कैसे हुई।
केजरीवाल ने छत्रसाल स्टेडियम में अपने गणतंत्र दिवस भाषण में कहा कि जब उन्होंने मुसलमानों को मारा, हम चुप रहे, दलितों को मारा, हम चुप रहे, अब वो हमारे बच्चों पर हमला कर रहे हैं, पथराव कर रहे हैं। हमें चुप्पी तोड़नी होगी। दिल्ली में गणतंत्र दिवस समारोह 26 जनवरी से एक दिन पहले मनाया जाता है।
ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी सजा की मांग करते हुए केजरीवाल ने जाति और धर्म के नाम पर देश को विभाजित करने वाली ताकतों के खिलाफ मजबूत एकता की मांग की।
केजरीवाल ने कहा कि मैं हिंदू हूं, भगवान राम का भक्त हूं। मैं पूछना चाहता हूं अगर भगवान राम आज होते तो ऐसे लोगों के साथ क्या करते। भगवान राम ने जो सजा रावण को दी, वही इन लोगों को देते। उन्होंने कहा कि भारत महान संतों का देश है, हमें शांति चाहिए।
उन्होंने कहा कि कुछ ताकते देश की शांति को भंग करने का प्रयास कर रही हैं। बच्चों की बस पर हमले के अलावा ‘पद्मावत’ की रिलीज के विरोध में 50 लोगों के समूह द्वारा गुरुग्राम जिले के भोंडसी इलाके में हरियाणा रोडवेज की एक बस को आग के हवाले कर दिया गया।
भीड़ ने गुरुग्राम अलवर राष्ट्रीय राजमार्ग पर तैनात हरियाणा पुलिस कर्मियों पर पथराव किया, जिसमें कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए। बस पर हमले के कारण गुरुग्राम में कई विद्यालयों ने 29 जनवरी तक स्कूल बंद रखने का निर्णय लिया है।