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अजमेर में भाजपा ने गहलोत सरकार के खिलाफ किया अनूठा प्रदर्शन

अजमेर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी अजमेर शहर की ओर से आज यहां कलेक्ट्रेट कार्यालय परिसर में कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ अनूठा प्रदर्शन किया गया।

अजमेर शहर अध्यक्ष रमेश सोनी के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने सड़क से कार्यालय तक सड़क पर दंडवत ढोक लगाते विरोध प्रदर्शन किया। सोनी के हाथों में नारियल के साथ कलेवा से बंधे 21 रूपए भी रहे। वे राज्य की गहलोत सरकार को सदबुद्धि देने की मन्नौती अजमेर पुष्कर घाटी स्थित बालाजी मंदिर से लेकर पहुंचे। उन्होंने राज्यपाल के नाम का ज्ञापन कलक्टर डा. भारती दीक्षित को सौंपा।

सोनी ने मीडिया को बताया कि भाजपा जनता के लिए आज सड़क पर है। क्योंकि कांग्रेस की भ्रष्ट और नक्कारा सरकार ने जनता का जीवन दूभर कर दिया। पहले 50 यूनिट, फिर 100 यूनिट का झांसा और अब फ्यूल चार्ज के नाम पर बिजली बिलों में करंट ने सभी को सोचने पर मजबूत किया है। उन्होंने कहा कि अघोषित बढ़ी हुई बिजली दरों तथा बढ़ा कर उपभोक्ताओं को दिये जा रहे बिजली बिलों ने गरीब की नींद उडा दी है। सोनी ने चेतावनी देते हुए कहा कि आने वाले 7 से 10 दिनों में अजमेर बड़ा आन्दोलन किया जाएगा।

भाजपा लाल डायरी को सदन से सडक तक लेकर जाएगी : राजेन्द्र सिंह राठौड़

जयपुर। राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने राज्य सरकार पर लोकतंत्र का गला घोटने का आरोप लगाते हुए कहा है कि भारतीय जनता पार्टी बर्खास्त मंत्री राजेन्द्र सिंह गुढ़ा द्वारा उठाए गए लाल डायरी के मुद्दे को सदन और सड़क तक लेकर जाएगी।

राठौड़ एवं उपनेता प्रतिपक्ष डा सतीश पूनियां गुढा के महिला अत्याचार को लेकर अपनी ही सरकार के खिलाफ विधानसभा में बोलने पर उनकी मंत्री पद से बर्खास्तगी और गुढ़ा द्वारा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर लाल डायरी में भ्रष्टाचार के सबूत होने का दावा करने आदि मुद्दों को लेकर सोमवार को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के कक्ष में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे।

राठौड़ ने कहा कि हमने गुढा से भी मांग की है कि लाल धब्बे के तथ्य हमें उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि गुढा के साथ सदन में जो लाल डायरी छीनने और छीना झपटी की घटना से लोकतंत्र के मंदिर को कलंकित करने का काम किया है।

उन्होंने कहा कि जब सदन की कार्यवाही चलती है, उस दौरान सदन के बाहर कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय होता है, संसदीय परंपराओं के अनुसार उसके बारे में सदन के नेताओं को पूर्व सूचना देना और अवगत कराना आवश्यक होता है। मणिपुर की घटना में देश के प्रधानमंत्री मोदी ने संसद से बाहर प्रेस को वक्तव्य दिया और उसके बाद कांग्रेस के लोगों ने संसद को ठप कर दिया। राजस्थान विधानसभा में आज उसके विपरीत आचरण देखने को मिला।

उन्होंने कहा कि गुढा सहित बहुजन समाज पार्टी के सदस्यों का कांग्रेस में विलय हुआ, जिनकी दल बदल याचिका आज भी उच्च न्यायालय में लंबित है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री तीन महीने पहले जिनके पुत्र के जन्म दिवस पर उनके गांव में जाकर कहते हैं कि अगर राजेंद्र सिंह गुढा नहीं होते तो मेरी सरकार नहीं होती, मैं आपका अहसान भूल नहीं सकता। और उसी व्यक्ति ने जब महिला उत्पीडन पर सरकार को आईना दिखाया तो मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया गया।

राठौड ने सदन के घटनाक्रम के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि सदन में मणिपुर की घटना का जिक्र हो रहा था, उस समय हम सरकार से मांग कर रहे थे। एनसीआरबी के आंकडों के अनुसार दुष्कर्म मामलों में राजस्थान पहले पायदान पर क्यों है। सरकार के खुद के पुलिस मासिक प्रतिवेदन में दुष्कर्म के आंकड़े क्यों बढ़ रहे हैं।

सरकार खाजूवाला पर बहस करे रोज प्रदेश में दुष्कर्म और महिला उत्पीडन की घटनाएं हो रही हैं। हमने दौसा की घटना पर बहस करने को बोला, इस पर सरकार के राज्य मंत्री गुढा ने खड़े होकर कहा कि राजस्थान में महिलाओं की हालत ठीक नहीं और महिलाओं की इज्जत नीलाम हो रही है इस पर इस मामले पर उन्हें बर्खास्त कर दिया गया।

सीएम से शिकायत का असर या कुछ और, चौथी बार एपीओ झींगोंनिया

आबूरोड के अधिशासी अधिकारी अनिल झिंगोनिया के एपीओ करने का आदेश।

सबगुरु न्यूज-आबूरोड। चुनावी साल में गहलोत सरकार अपनी छवि सुधारने में लगी है या कुछ और वजह। गत महीने मुख्यमंत्री के आबूरोड प्रवास के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं के द्वारा शिकायत के बाद भी आबूरोड के अधिशासी अधिकारी अनिल झिंगोनिया को फिर से एपीओ कर दिया गया है।

संजय सिंह सदन में डटे, राज्यसभा की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित

नई दिल्ली। राज्यसभा में सोमवार को आम आदमी पार्टी के निलंबित सदस्य संजय सिंह के सदन में डटे रहने और विपक्षी दलों के शोर गुल के बीच सदन की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।

भोजनावकाश के बाद स्थगन के बाद कार्यवाही शुरू होने पर उप सभापति हरिवंश ने सदन में डटे सिंह से बाहर जाने की अपील करते हुए कहा कि नियम के अनुसार उन्हें सदन के बाहर चले जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरा आग्रह है कि संजय सिंह सदन से बाहर चले जाएं जिससे सदन की कार्यवाही चल सके।

हालांकि सिंह के इसके बावजूद सदन में डटे रहने के कारण हरिवंश ने सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले भोजनावकाश के बाद कार्यवाही शुरू होने पर भी इसी वजह से कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। मानसून सत्र में लगातार तीसरे दिन कोई कामकाज नहीं हो सका।

इससे पहले सदन की कार्यवाही मणिपुर, महिला सुरक्षा आदि मुद्दों पर 11 बजे, 12 बजे और निलंबन पर दो बजे स्थगित की गई थी। पहले स्थगन के बाद सभापति जगदीप धनखड़ ने सिंह को अनुचित आचरण के कारण सत्र की शेष अवधि के लिए कार्यवाही से निलंबित कर दिया। भोजनावकाश के उपरांत सदन की कार्यवाही शुरु होने पर सिंह सदन में मौजूद थे।

बिहार के सारण में उत्तरप्रदेश की आर्केस्ट्रा डांसर के साथ गैंगरेप

छपरा। बिहार में सारण जिले के मशरक थाना क्षेत्र में आर्केस्ट्रा की नर्तकी के साथ सामूहिक दुष्कर्म किए जाने का मामला प्रकाश में आया है।

पुलिस सूत्रों ने सोमवार को यहां बताया कि रविवार की रात आर्केस्ट्रा की नर्तकी के साथ सामूहिक दुष्कर्म किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। पीड़ित नर्तकी ने पुलिस के समक्ष दिए गए बयान में कहा है कि वह उत्तरप्रदेश के गोंडा जिले की रहने वाली है। वह सारण जिले के मशरक थाना क्षेत्र के एक आर्केस्ट्रा में वह काम करतीं हैं।

रविवार को आर्केस्ट्रा की संचालिका ने उसे कहीं किसी के साथ भेजा था, जहां उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। इसके बाद वह किसी तरह अपने रहने वाली जगह पर पहुंची और मामले की जानकारी अपने अन्य साथियों को दी।

सूत्रों ने बताया कि नर्तकी के साथियों के उसे उपचार के लिए मढ़ौरा रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया। प्राथमिक उपचार के बाद नर्तकी को बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल छपरा भेज दिया गया है। पुलिस पीड़िता के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर घटना में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी कर रही है।

लाल डायरी से गहलोत सरकार में घबराहट क्यों : गजेन्द्र सिंह शेखावत

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान में कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार के बर्खास्त मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा द्वारा विधानसभा में लाई गई ‘लाल डायरी’ को लेकर तीखे तंज कसे और पूछा कि अगर गहलोत सरकार गलत नहीं हैं तो इतना घबरा क्यों रही है।

भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने आज यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में सवाल किया कि लाल डायरी क्या है और इसे लेकर राजस्थान की कांग्रेस सरकार में इतनी घबराहट क्यों?

शेखावत ने कहा कि राजेंद्र गुढ़ा ने विधानसभा पटल पर ये विषय रखा कि अशोक गहलोत सरकार से महिलाओं की सुरक्षा नहीं हो पाई है तो उन्हें मंत्री पद से निकाल दिया गया। मंत्री पद से निकाले जाने के बाद आज राजेंद्र गुढ़ा विधानसभा में एक लाल डायरी लेकर पहुंचे, जिसे लेकर उनका दावा है कि ये डायरी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार गिरा सकती है।

उन्होंने कहा कि ये लाल डायरी वर्ष 2020 में कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता और गहलोत के राजदार के घर आयकर के छापे के दौरान बरामद की गई थी। तब गुढ़ा राजस्थान पुलिस और अपने साथियों के साथ जाकर आयकर अधिकारी से यह लाल डायरी छीन लाए थे।

उन्होंने कहा कि गुढ़ा के मुताबिक इस लाल डायरी में अशोक गहलोत साहब के कई राज छिपे हैं। इस लाल डायरी का रहस्य जिस दिन खुलेगा, उस दिन राजस्थान में एक बड़ा हंगामा होगा और कई लोगों के राजनीतिक वजूद हमेशा हमेशा के लिए समाप्त हो जाएंगे।

केन्द्रीय मंत्री ने पूछा कि यदि अशोक गहलोत पाक साफ हैं और कुछ भी गलत नहीं हुआ है तो उन्हें या सरकार के लोगों को घबराने की क्या जरूरत है। गहलोत सरकार की घबराहट बता रही है कि कहीं कोई गड़बड़ है।

सोशल मीडिया पर दोस्ती : प्रेमी से मिलने लाहौर पहुंची भिवाडी की महिला

अलवर। राजस्थान में भिवाड़ी औद्योगिक क्षेत्र में रहने वाली एक महिला सोशल मीडिया के जरिए हुई दोस्ती के बाद अपने दो बच्चों को छोड़कर अपने प्रेमी से मिलने पाकिस्तान के लाहौर पहुंच गई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक के जरिए पाकिस्तान के एक नसरुल्ला नाम के युवा से उसके दोस्ती हुई और प्यार में इतनी पागल हुई कि वह अपने दो बच्चों और पति को छोड़कर लाहौर पहुंच गई। पति को फोन करके सिर्फ इतना ही बताया गया कि वह लाहौर में है और अपनी सहेली से मिलने आई है। तीन-चार दिन में वह वापस भारत आ जाएगी लेकिन पाकिस्तान की मीडिया में भारत की इस महिला अंजू के पाकिस्तान में पहुंचने की खबर प्रकाशित होने के बाद भिवाड़ी में भी हड़कंप मच गया कि आखिर दो बच्चों की मां बच्चों और पति को छोड़कर पाकिस्तान किस तरह पहुंच गई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार मूलतः उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के खरपुरा गांव निवासी अरविंद की पत्नी अंजू तीन दिन पहले लाहौर पहुंची है। आज उसने बच्चों से जब वीडियो कॉल पर बात की कि वह अपनी सहेली से मिलने लाहौर पहुंची है तब इसके पति और परिवार जनों को पता चला। यह क्रिश्चियन परिवार है और टपूकड़ा के टेरा एलिगेंस सोसाइटी में रहते हैं।

वैसे तो अरविंद 2005 से भिवाड़ी में इंडो कंपनी में जॉब कर रहा है और इसकी शादी वर्ष 3 जुलाई 2007 में मध्य प्रदेश के गुना जिला निवासी अंजू से भिवाड़ी में ईसाई धर्म के अनुसार चर्च में हुई थी। अंजू भिवाड़ी के टपूकड़ा में होंडा कंपनी में ही जॉब करते हैं।

उसके पति अरविंद ने बताया कि मुझे सिर्फ इतना पता चला है कि वह अपनी सहेली से मिलने के लिए लाहौर गई है। जब उसे पूछा गया कि पाकिस्तान में नसरुल्ला नाम के व्यक्ति से मिलने गई है तो उन्होंने कहा कि मुझे इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है। अंजू ने पूर्व में ही पासपोर्ट बनवा लिया था और इनके पुराने पते से पासपोर्ट बना हुआ है।

दो साल से यह इस सोसाइटी में रह रहे हैं। पति को लाहौर जाने की कोई भनक नहीं लगी और ना ही इस बात का घर में कोई जिक्र किया गया। वह हमेशा अपनी पाकिस्तान में रहने वाली सहेली से बात करने की बात जरूर स्वीकारी थी लेकिन उसने यह कभी नहीं बताया कि वह सहेली नसरुल्ला के रूप में बनी हुई है।

उन्होंने बताया कि इससे पहले हुए कभी भी घर से बाहर नहीं गई थी एक बार फरीदाबाद अपने रिश्तेदार से मिलने गई थी लेकिन अब जब से सुना है कि वह पाकिस्तान है तो उसने बताया कि अब इस संबंध में मैं क्या कह सकता हूं लेकिन मैं उम्मीद करता हूं कि वह जल्दी आ जाएगी क्योंकि उसने बताया है कि तीन-चार दिन में भारत आ जाएगी। अरविंद के 15 साल की बेटी और 5 साल का बेटा है। अंजू ने पाकिस्तान जाने के लिए एक नया सिम खरीदा था जिसका नंबर भी उसने अपने पति को नहीं दिया।

भिवाड़ी के सहायक पुलिस अधीक्षक सुजीत शंकर ने बताया कि अभी तक मिली जानकारी के अनुसार वह महिला लीगल दस्तावेजों के आधार पर पाकिस्तान गई है और उसके परिवार में भी कोई शिकायत नहीं दी है अगर शिकायत मिलेगी तो उस आधार पर उच्च अधिकारियों के निर्देशों पर कार्रवाई की जाएगी।

आरएसएस के पूर्व सह सरकार्यवाह मदनदास देवी का निधन

बेंगलूरु। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक, पूर्व सह सरकार्यवाह और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्व संगठन मंत्री मदनदास देवी का सोमवार सुबह निधन हो गया। वह 81 वर्ष के थे। उन्होंने बेंगलूरु के राजराजेश्वरी नगर स्थित राष्ट्रोत्थान अस्पताल में आज सुबह पांच बजे अंतिम सांस ली।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। मोदी ने अपने संदेश में कहा कि मदन दास देवी जी के देहावसान से अत्यंत दुख हुआ है। उन्होंने अपना पूरा जीवन राष्ट्रसेवा में समर्पित कर दिया। उनसे मेरा न सिर्फ घनिष्ठ जुड़ाव रहा, बल्कि हमेशा बहुत कुछ सीखने को मिला। शोक की इस घड़ी में ईश्वर सभी कार्यकर्ताओं और उनके परिवारजनों को संबल प्रदान करे। ॐ शांति!

प्राप्त सूचना के अनुसार उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए बेंगलूरु स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांतीय कार्यालय ‘केशव कृपा’ में आज दोपहर 1.30 बजे से शाम 4 बजे तक रखा जाएगा। उनका अंतिम संस्कार महाराष्ट्र के पुणे में मंगलवार को प्रातः 11 बजे होगा।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपने संदेश में कहा कि राष्ट्र एवं समाज के निमित्त जीवन अर्पित करने वाले विराट व्यक्तित्व और पावन आत्मा को विनम्र श्रद्धांजलि। राष्ट्र निर्माण में आपका अप्रतिम योगदान सदैव अविस्मरणीय रहेगा।

मदनदास देवी का जन्म 9 जुलाई 1942 होना को हुआ था। वह मूलत: महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के करमाळा गांव के थे। शालेय शिक्षा के बाद उन्होंने उच्च शिक्षा के लिए पुणे के बीएमसीसी कॉलेज में 1959 में प्रवेश लिया। एम काॅम के बाद आईएलएस लाॅ कॉलेज से गोल्ड मेडल के साथ एलएलबी किया। बाद में सीए किया।

पुणे में पढ़ाई के दौरान वरिष्ठ बंधु खुशालदास देवी की प्रेरणा से वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संपर्क में आए। 1964 से मुंबई में उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में कार्य प्रारंभ किया। 1966 में अभाविप मुंबई के मंत्री हुए। वर्ष 1968 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कर्णावती राष्ट्रीय अधिवेशन में उन्हें पूर्णकालिक कार्यकर्ता एवं पश्चिमांचल क्षेत्रीय संगठन मंत्री के दायित्व मिला तथा 1970 के तिरुअनंतपुरम अधिवेशन में राष्ट्रीय संगठन मंत्री की जिम्मेदारी प्राप्त हुई।

वह वर्ष 1992 से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह प्रचारक प्रमुख तथा 1993 में संघ के सह-सरकार्यवाह बने। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी और संघ के बीच समन्वय का दायित्व भी संभाला।

महाराष्ट्र में भाजपा कार्यकर्ता की पत्नी की गोली मारकर हत्या, एक घायल

चंद्रपुर। महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में कुछ लोगों द्वारा की गई गोलीबारी में एक स्थानीय भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ता की पत्नी की मौत हो गई और अन्य एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।

अधिकारी के अनुसार घटना रविवार शाम चंद्रपुर जिले की राजुरा तहसील में हुई जब हमलावर पुरानी रंजिश को लेकर सोमनाथपुर वार्ड के निवासी लल्ली शेरगिल को मारने के लिए राजुरा आए थे। अधिकारी ने कहा कि शेरगिल जब अपने दोस्त और भाजपा की युवा शाखा के उपाध्यक्ष सचिन दोहे के घर में घुसे।

जो हमलावर शेरगिल के पीछे भागे और उन पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी, लेकिन घर के सामने आंगन में खड़ी सचिन दोहे की पत्नी पूर्वशा के सीने में गोली लग गई और वह गिर पड़ीं। पुलिस अधिकारी ने कहा कि शेरगिल को पीठ में गोली मारी गई।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि दोनों को राजुरा के एक ग्रामीण अस्पताल ले जाया गया, जहां पूर्वशा को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि शेरगिल को गंभीर चोटें आईं और उन्हें इलाज के लिए चंद्रपुर के एक अस्पताल में स्थानांतरित किया गया है। राजुरा पुलिस ने इस सिलसिले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने कहा कि आगे की जांच जारी है।

राजस्थान विधानसभा में ‘लाल डायरी’ को लेकर हंगामा एवं हाथापाई की नौबत

जयपुर। राजस्थान विधानसभा में सोमवार को लाल डायरी को लेकर सदन में दिनभर हंगामा हुआ और हाथापाई तक नौबत आ गई। इस कारण जहां सदन की कार्यवाही तीन बार स्थगित करनी पड़ी वहीं बर्खास्त मंत्री एवं विधायक राजेन्द्र सिंह गुढ़ा और भारतीय जनता पार्टी के विधायक मदन दिलावर को पन्द्रहवीं विधानसभा की शेष अवधि के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया।

हंगामें की शुरुआत उस समय हुई जब प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद शून्यकाल में स्थगन प्रस्ताव पर बोलने के लिए विधानसभा अध्यक्ष डा सीपी जोशी ने करीब 12 बजकर छह मिनट पर विधायक नारायण बेनीवाल का नाम पुकारा और वह बोलने लगे तभी विपक्ष भाजपा के सदस्य खड़े हो गए और हाथों में लाल डायरी लिए हुए सदन की वेल में आ गए।

इस दौरान लाल डायरी हाथ में लिए हुए गुढ़ा भी आसन के सामने आ गए और लाल डायरी लहराते हुए अध्यक्ष से इस पर सदन में बोलने की अनुमति मांगने लगे। इस पर अध्यक्ष ने अनुमति नहीं दी और अपनी जगह पर बैठने के लिए कहा। डा जोशी ने कहा कि वह उनके चैम्बर में आकर अपनी बात कह सकते हैं। लेकिन गुढ़ा आसन के सामने ही खड़े रहे और बोलते रहे। इस दौरान जोशी ने गुढ़ा से बार बार अपनी सीट पर जाने के लिए कहा लेकिन वह नहीं माने और बाद में वह संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल की तरफ जाकर उनकी डेस्क पर लगे माइक पर हाथ से प्रहार किया।

इस बीच कांग्रेस विधायक रफीक खान बीच में आ गए और गुढ़ा को धारीवाल से दूर किया। इस दौरान पक्ष एवं विपक्ष के सदस्य आमने सामने आ गए और सदन में जोरदार हंगामा हुआ और हाथापाई की नौबत आ गई। इस बीच अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक स्थगित कर दी। लेकिन इस पर हंगामा बंद नहीं हुआ और इस दौरान सुरक्षाकर्मी आ गए और गुढ़ा को सदन से बाहर ले गए। इसके बाद हंगामा शांत हुआ।

इसके बाद अपराह्न दो बजे सदन की कार्यवाही फिर शुरु होते ही फिर भाजपा सदस्य हाथों में लाल डायरी लिए वेल में आ गए और नारेबाजी करने लगे जिससे शोरशराबा और हंगामा हुआ। इस दौरान दिलावर के सत्ता पक्ष की तरफ जाकर खड़े होने पर अध्यक्ष ने टोका और उन्हें विपक्ष की तरफ आने के लिए कहा।

इस दौरान सत्ता पक्ष के सदस्यों ने भी मणिपुर घटना को लेकर सदन में पीएम शर्म करो लिखी तख्तियां दिखाई। हंगामे के बीच ही सदन में राजस्थान विद्युत (शुल्क) विधेयक 2023, राजस्थान राज्य कृषक ऋण राहत आयोग विधेयक 2023, महात्मा गांधी दिव्यांग विश्वविद्यालयजोधपुर विधेयक 2023 एवं नाथद्वारा मंदिर संशोधित विधेयक 2023 को पुरस्थापित किया गया।

इसी तरह हंगामें के बीच ही कोटा विकास प्राधिकरण विधेयक 2023, उदयपुर विकास प्राधिकरण विधेयक 2023, गांधी वाटिका न्यास जयपुर विधेयक 2023 को ध्वनिमत से पारित किया गया। हंगामें के ये विधेयकों बिना चर्चा किए ही पारित किए गए। इसके बाद अध्यक्ष ने हंगामा कर रहे सदस्यों से अपनी जगह पर जाने के लिए कहा लेकिन उनका हंगामा जारी रहने पर सदन की कार्यवाही दो बजकर 23 मिनट पर दूसरी बार एक घंटे के लिए स्थगित कर दी गई।

सदन की कार्यवाही तीन बजकर 23 मिनट पर तीसरी बार शुरु होने पर डा जोशी ने शासकीय संकल्प प्रस्तुत करने के लिए संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल का नाम पुकारते ही विपक्ष के सदस्य फिर वेल में आ गए और नारेबाजी कर हंगामा करने लगे। लेकिन हंगामें के बीच ही अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही जारी रखी और इस दौरान शासकीय संकल्प के प्रस्ताव प्रस्तुत किए गए।

इस दौरान धारीवाल ने शासकीय संकल्प प्रस्तुत करते हुए कहा कि मणिपुर में स्थिति चिंताजनक बनी हुई हैं और केन्द्र सरकार को अविलंब जरुरी कदम उठाया जाना चाहिए ताकि वहां शांति स्थापित हो सके। इसी तरह ईआरसीपी को लेकर भी शासकीय संकल्प प्रस्तुत किया गया।

इस दौरान मदन दिलावर के फिर सत्ता पक्ष की तरफ जाने से फिर हंगामा बढ़ गया और राजस्व मंत्री राम लाल जाट ने उन्हें पीछे किया। इस पर दोनों पक्षों के कई सदस्य आमने सामने आ गए और जोरदार हंगामा हुआ।

इस पर अध्यक्ष ने दिलावर को बाहर निकालने के लिए कहा और सदन में मार्शल आ गए। लेकिन भाजपा के सदस्यों ने उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया और सामने अड़ गए। इस दौरान कुछ देर के लिए भाजपा सदस्यों एवं मार्शलों में खींचतान हुई। बाद में मार्शलों के वेल से बाहर चले जाने पर हंगामा थोड़ा कम हुआ लेकिन हंगामा जारी रहने पर डा जोशी ने सदन की कार्यवाही तीसरी बार तीन बजकर 27 मिनट पर आधे घंटे के लिए फिर स्थगित कर दी।

सदन की कार्यवाही तीन बजकर 57 मिनट पर चौथी बार शुरु होने पर वेल में बैठे भाजपा सदस्यों ने फिर नारेबाजी शुरु कर दी जिससे फिर हंगामा शुरु हो गया। हंगामें के बीच ही धारीवाल, जल संसाधन मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीय, बाल एवं विकास मंत्री ममता भूपेश एवं मंत्री गोविंद मेघवाल के द्वारा सदन में प्रस्तुत शासकीय प्रस्तावों को ध्वनिमत से पारित कर दिया गया।

दिनभर चले हंगामे के बाद धारीवाल ने गुढ़ा और भाजपा विधायक मदन दिलावर को पन्द्रहवीं विधानसभा के शेष अवधि के लिए सदन से निलंबित करने का प्रस्ताव रखा, जिसे सदन ने ध्वनिमत से पारित कर दिया।

इससे पहले धारीवाल ने प्रस्ताव रखते हुए कहा कि शून्यकाल में अध्यक्ष जब स्थगत प्रस्ताव पर व्यवस्था दे रहे थे तब गुढ़ा वेल में आकर आवेशित होकर अध्यक्ष को नियम विरुद्ध संबोधित करते हुए बहस करने लगे। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष ने उन्हें बोलने के लिए नियमानुसार अनुमति लेने के लिए निर्देशित किया लेकिन गुढ़ा ने उनके आदेशों की घोर अवहेलना करते हुए आवेशित होकर बोलते रहे। उन्होंने कहा कि गुढ़ा ने आसन की घोर उपेक्षा, अवहेलना एवं अमर्यादित व्यवहार किया और जानबूझकर दुर्भावनापूर्वक सदन की कार्यवाही में बाधा डाली।

धारीवाल ने कहा कि गुढ़ा ने मेरी डेस्क पर लगे माइक पर प्रहार कर हाथापाई करने का प्रयास किया। इस दौरान मार्शलों द्वारा उन्हें रोका नहीं जाता तो बहुत बड़ी घटना हो सकती थी। उन्होंने कहा कि इस दौरान पूरे सदन का अपमान किया गया है और राजस्थान विधानसभा के इतिहास में ऐसी घटना पहले कभी नहीं हुई। यह दुर्लभतम, संसदीय परंपराओं, नियमों एवं मर्यादाओं की घोर अवहेलना है जो शर्मनाक है।

इसके बाद धारीवाल ने गुढ़ा को पन्द्रहवीं विधानसभा की शेष अवधि के लिए सदन से निलंबित किए जाने का प्रस्ताव रखा। इसी तरह उन्होंने मदन दिलावर को भी पन्द्रहवीं विधानसभा की शेष अवधि के लिए निलंबित करने का प्रस्ताव रखा जिसे सदन ने ध्वनिमत से पारित कर दिया। इसके बाद डा जोशी ने सदन की कार्यवाही आगामी दो अगस्त पूर्वाह्न ग्यारह बजे तक स्थगित कर दी।