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अमरीकी कांग्रेस की अवमानना के दोषी ठहराए जा सकते हैं मार्क जुकरबर्ग

वाशिंगटन। मेटा (फेसबुक) के सीईओ मार्क जुकरबर्ग को कथित ऑनलाइन सेंसरशिप मामले में अमेरिकी कांग्रेस की अवमानना का दोषी ठहराया जा सकता है। ‘फॉक्स न्यूज’ ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी।

ब्रॉडकास्टर ने सोमवार को बताया कि यूएस हाउस ज्यूडिशियरी कमेटी के अध्यक्ष जिम जॉर्डनअगले हफ्ते की शुरुआत में जुकरबर्ग को कांग्रेस की अवमानना के लिए न्याय के कटघरे में लाने पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं।

सूत्रों के मुताबिक मेटा ने कंपनी के सेंसरशिप दिशानिर्देशों के संबंध में कोई आंतरिक दस्तावेज़ उपलब्ध नहीं कराया है। रिपोर्ट के अनुसार जनवरी में रिपब्लिकन द्वारा प्रतिनिधि सभा पर नियंत्रण करने के बाद, जॉर्डन के नेतृत्व वाली समिति ने इंटरनेट सेंसरशिप मुद्दों पर गवाही देने के लिए मेटा को अनुरोध भेजा।

दूसरी तरफ मेटा के प्रवक्ता ने ब्रॉडकास्टर को बताया कि कंपनी ने 50 हजार से अधिक पेज साझा किए हैं। सूत्रों का हालांकि ये भी कहना है कि इन 50 हजार पेजों में से किसी में भी आंतरिक संचार शामिल नहीं है जिसका अनुरोध न्यायपालिका समिति कर रही है।

इससे पहले सोमवार को जॉर्डन ने जुकरबर्ग को एक पत्र भेजा, जिसमें उन्होंने मेटा के नए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म थ्रेड्स से संबंधित जानकारी प्रदान करने का अनुरोध किया।

भीलवाड़ा में एसपी की समझाइश पर शव लेने पर राजी हुए ग्रामीण

भीलवाड़ा। राजस्थान में भीलवाडा जिले के रायपुर थाने के सुरास गांव में लूट के दौरान एक बुजुर्ग की हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर 29 घंटे से स्टेट हाइवे 76 पर जाम लगाकर धरने पर बैठे ग्रामीण आज जिला पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू की समझाइश पर शव लेने के लिए राजी हो गए।

जानकारी के अनुसार सुरास निवासी प्यारचंद कुमावत (65) एवं उनकी पत्नी अणछी देवी मकान में अकेले ही निवास करते हैं। रात्रि को बदमाश लूट की नियत घर में घुसकर दम्पत्ति के साथ मारपीट कर जेवरात और रुपये लूट लिए। इसमें प्यारचंद की मौत हो गई जबकि महिला गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं।

उधर, रायपुर इलाके में बढ़ती वारदातों से गुस्साये ग्रामीणों ने कातिलों की गिरफ्तारी की मांग करते हुये सोमवार सुबह रायपुर में स्टेट हाइवे 76 भिंडर-रामगढ़ को जाम कर दिया और धरने पर बैठ गये। मंगलवार को 29 घंटे बाद पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू ने ग्रामीणों के साथ समझाइश की। इस पर ग्रामीण शव का पोस्टमार्टम कराने और शव लेने को राजी हो गए।

युवक ने फांसी लगाकर की खुदकुशी

भीलवाडा में अहिंसा सर्किल के निकट रहने वाले एक युवक ने आज फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। अहिंसा सर्किल के निकट रहने वाले आशीष माली ने आज अपने ही मकान में फांसी का फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली।

आत्महत्या के कारणों का वैसे तो खुलासा नहीं हुआ लेकिन मरने से पहले लिखे पत्र में लिखा है कि वह जिन्दगी से थक गया है और यह भी उसने लिखा कि वह पैसों से नहीं घबरा रहा है बल्कि थक जाने की बात बार-बार लिखी है। वह थक किस बात से गया है इसका उसने उल्लेख नहीं किया है। पुलिस ने पोस्टमार्टम करा शव परिजनों के सुपुर्द किया है।

भीलवाड़ा में बदमाशों ने लूट के इरादे से मकान में घुसकर वृद्ध की हत्या

नाबालिग बेटी से दो साल तक रेप करने वाला पिता अरेस्ट

मुंबई। महाराष्ट्र पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है जिसने कथित तौर पर अपनी 15 वर्षीय पुत्री के साथ दो साल तक बलात्कार किया था।

पुलिस के मुताबिक एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) में संवाद सत्र के दौरान पीड़ित लड़की ने पिछले दो साल से पिता की हरकतों को सहने के बाद अपनी आपबीती सुनाई। किशोरी ने आरोप लगाया कि उसके पिता ने दो साल तक उसके साथ बार-बार बलात्कार किया और उसे इस अपराध को उजागर न करने की धमकी भी दी।

आरोपी को भारतीय दंड संहिता की धारा 354 के साथ-साथ बच्चों की सुरक्षा की धारा 8 (यौन हमला), 10 (गंभीर यौन हमला), और 12 (यौन उत्पीड़न) यौन अपराध अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है।

छत्तीसगढ़ कथित शराब घोटाले की ED जांच पर सुप्रीम कोर्ट ने लगाई अंतरिम रोक

नई दिल्ली। सुप्रीमकोर्ट ने छत्तीसगढ़ में 2000 करोड रुपए के कथित शराब घोटाले की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच पर मंगलवार को अंतरिम रोक लगा दी। न्यायमूर्ति संजय किशन कौल और न्यायमूर्ति सुधांशु धूलिया की पीठ ने संबंधित पक्षों की दलीलें सुनने के बाद ईडी जांच पर रोक लगाने वाला अंतरिम आदेश पारित किया।

छत्तीसगढ़ सरकार ने मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की संवैधानिक वैधता को चुनौती देते हुए अप्रैल 2023 में शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाया था। राज्य सरकार की याचिका में आरोप लगाते हुए कहा गया है कि केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कथित तौर पर केंद्र की सत्ता में बैठे ‘लोगों’ के द्वारा अपने विपक्षी राज्य सरकार को डराने, परेशान करने और सामान्य कामकाज में गड़बड़ी करने के लिए किया जा रहा है।

शीर्ष अदालत के समक्ष मंगलवार 18 जुलाई को छत्तीसगढ़ सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल और अधिवक्ता सुमीर सोढ़ी ने सुनवाई के दौरान कहा कि ईडी राज्य के अधिकारियों को परेशान कर रही है। उन्हें अब अपनी संपत्तियों का खुलासा करने के लिए नोटिस मिला है ताकि उसे कुर्क किया जा सके। यह चौंकाने वाला तरीका है कि ईडी आगे बढ़ रही है।

राज्य सरकार ने दावा किया था कि केंद्रीय एजेंसी कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मुख्यमंत्री को फंसाने का प्रयास कर रही थी। शीर्ष अदालत ने छत्तीसगढ़ सरकार के आरोपों के बाद इस साल मई में ईडी से कहा था कि वह डर का माहौल पैदा न करे। सिब्बल ने तब दलील दी थी कि ईडी मनमानी कर रही है। इस केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारी उत्पाद शुल्क अधिकारियों को धमकी दे रहे हैं।

उन्होंने दावा किया कि ऐसा इसलिए हो रहा है, क्योंकि राज्य में आने वाले महीनों में चुनाव होने वाले हैं। ईडी का का पक्ष रख रहे अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने सिब्बल की दलीलों का जोरदार विरोध किया। राजू ने कहा था कि केंद्रीय जांच एजेंसी राज्य में एक घोटाले की जांच कर रही है।

अलवर में दो पक्षों में झगड़े के दौरान एक व्यक्ति की मौत

अलवर। राजस्थान में अलवर के सदर थाना क्षेत्र के गांव मुड़िया खेड़ा में आपसी कहासुनी के चलते दो पक्षों में झगड़ा हो गया जिसमे एक व्यक्ति की मौत हो गई। मामले की सूचना मिलते ही सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया जहां शव का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया।

मृतक के परिजनों ने बताया कि मृतक शरीफ निवासी मुड़िया खेड़ा गांव का रहने वाला था और वह अपने खेत पर चारा लेने जा रहा था तभी दूसरे पक्ष के आसू इश्य खान फारुख वकीला ने शरीफ को रास्ते में रोककर लाठी डंडे से उस पर हमला कर दिया जिस पर शरीफ के साथ साथ परिवार के लोगों के भी चोट लगी जिसमे शरीफ की मौके पर ही मौत हो गई।

इस मामले की सूचना मिलते ही गांव में सदर थाना पुलिस पहुंची और मामला शांत करा कर शांति व्यवस्था कायम की और मृतक के शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया जहां मृतक का पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौप दिया। पुलिस ने मारपीट और हत्या में मामला दर्ज किया है।

सहारनपुर में कार में लगी आग, हरिद्वार के 4 लोग जिंदा जले

सहारनपुर। उत्तर प्रदेश में सहारनपुर जिले के रामपुर मनिहारान क्षेत्र में मंगलवार को ट्रक की टक्कर से कार सवार चार लोगों की झुलस कर मौत हो गई।

पुलिस ने बताया कि मृतक हरिद्वार के ज्वालापुर कस्बे के निवासी थे और हरियाणा के जगाधरी में अपने रिश्तेदार की अरष्टी में शामिल होने जा रहे थे। पुलिस के मुताबिक कार में बीएचईएल हरिद्वार के सेवानिवृत्त कर्मचारी उमेश गोयल (70), उनकी पत्नी सुनीता गोयल (65), उनका ठेकेदार साला अमरीश जिंदल और उनकी पत्नी गीता जिंदल (50) सवार थे। चारों ही इस वीभत्स हादसे में जलकर खत्म हो गए।

पुलिस अधीक्षक नगर सहारनपुर अभिमन्यु मांगलिक ने बताया कि यह सड़क हादसा मंगलवार सुबह करीब 11 बजे का है। जब ज्वालापुर से यह कार जगाधरी की ओर जा रही थी कि चुन्हेटी फाटक के पास फ्लाई ओवर पर ट्रक से इस कार की टक्कर हुई। पुलिस ने चार-पांच किलोमीटर दूर एक ढाबे से उस ट्रक चालक को गिरफ्तार कर लिया।

ट्रक चालक ने पुलिस को बताया कि अल्टो कार ट्रक को ओवरटेक कर आगे आ गई थी। उसके आगे भी एक ट्रक था जैसे ही कार चालक ने अगले ट्रक से बचाव को ब्रेक लगाए तो पीछे के ट्रक ने उस कार को कुचल दिया। जिससे कार में भयंकर आग लग गई। जब तक रामपुर मनिहारान थाना पुलिस मौके पर पहुंचती तब तक कार सवार चारों लोग जलकर खत्म हो गए थे। कार भी पूरी तरह से जलकर खाक हो गई।

एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक ने मौके पर पहुंचकर कार को खिंचवाकर एक साइड़ में करवाया। पुलिस की फोरेंसिक टीम ने भी इसकी जांच पड़ताल की। कुछ गैस कटर मैकेनिकों को मौके पर बुलाया गया लेकिन वीभत्स दृश्य को देखकर वे घबरा गए। दूसरे अन्य गैस कटर मैकेनिकों को बुलाया गया।

घटना की सूचना के बाद पुलिस ने कार मालिक पल्लवी गोयल का पता लगाया जिन्होंने कार सवारों के बारे में जानकारी दी और उमेश गोयल के बेटे अनुराग गोयल का नंबर पुलिस को दिया। अधिकारियों ने इस हादसे की सूचना अनुराग गोयल को दी जो परिवार सहित मौके पर पहुंचे।

पुलिस के मुताबिक मृतक उमेश गोयल रिटायर्ड भेल कर्मी थे और उनके साथ उनकी पत्नी सुनीता गोयल, साला अमरीश जिंदल और उनकी पत्नी गीता सवार थे। उमेश गोयल ज्वालापुर रेल चौकी की बसंत विहार कालोनी के रहने वाले थे। अमरीश जिंदल ठेकेदारी का काम करते थे।

सहारा निवेशकों के लिए मोदी सरकार की तरफ से अच्छे दिन : अमित शाह

नई दिल्ली। गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि सहारा समूह की को-ऑपरेटिव सोसाइटियों में निवेश करने वाले करोड़ो वैध निवेशकों को उनकी राशि लौटाने की व्यवस्था की जा रही है।

शाह ने सहारा समूह की सहकारी समितियों के सदस्यों को निवेश की राशि लौटाने के लिए सहकारी समितियों के केंद्रीय रजिस्ट्रार (सीआरसीएस) के पोर्टल-‘केन्द्रीय पंजीयक- सहारा रिफण्ड पोर्टल’ का आज उद्घाटन करते हुए कहा कि सबसे पहले छोटे निवेशकों को उनकी गाढ़ी कमाई का हिस्सा लौटाया जाएगा।

उन्होंने बताया कि सबसे पहले सहारा में 10 हजार रुपए तक का निवेश करने वाले करीब एक करोड़ सात लाख निबंधित व्यक्तियों को उनके निवेश की राशि लौटाई जाएगी। यह राशि 45 दिनों के अंदर उनके बैंक खातों में जमा कर दी जाएगी।

उन्होंने कहा कि सहारा समूह की विभिन्न समितियों में कुल चार करोड़ निवेशकों ने अपनी पूंजी लगाई थी। इस मामले में कहीं भी गड़बड़ी नहीं होने दी जाएगी और पारदर्शी तरीके से लोगों को भुगतान किया जाएगा। उन्होंने विश्वास दिलाया कि निवेशकों के साथ पूरा न्याय होगा।

उन्होंने कहा कि सहारा को-ऑपरेटिव सोसाइटी में 30 हजार रुपए तक निवेश करने वाले लगभग ढाई करोड़ लोग हैं, जिन्हें पैसा मिलेगा। उन्होंने कहा कि निवेशकों को राशि लौटाने की प्रक्रिया ऑनलाइन और पूरी तरह से पारदर्शी है। कानूनी लड़ाई के कारण निवेशकों की गाढ़ी कमाई की राशि फंस गई थी, जो अब सभी संबंधित पक्षों और सुप्रीमकोर्ट के कारण सुलझ गया है। उन्होंने कहा कि कई सारी एजेंसियों ने शिकायत के बाद निवेशकों की राशि जब्त कर ली थी, लेकिन बाद में सभी पक्षों ने इस मामले को सुलझा लिया।

सहकारिता मंत्री ने कहा कि बिना पूंजी वाले लोग भी, जो देश के विकास में सहयोग करना चाहते हैं, वे सहकारिता के माध्यम से पैसा कमा सकते हैं। देश के 70 करोड़ लोगों के पास कोई बड़ी पूंजी नहीं है, लेकिन वे देश के विकास में अपना योगदान देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि सहकारिता एक ऐसा माध्यम है, जिसमें छोटी पू्ंजी से भी बहुत सारे लोग फायदा उठा सकते हैं।

उन्होंने इस सिलसिले में सहकारिता के माध्यम से दुग्ध उत्पादन में आई क्रांति का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि गुजरात में 36 लाख बहनें दुग्ध उत्पादन समितियों से जुड़ी हैं और उन्होंने मात्र सौ-सौ रुपये का निवेश किया हैंं, इससे बनी दुग्ध समितियों की आज कुल आय 60 हजार करोड़ रुपये तक पहुंच गयी है। उन्होंने कहा कि गुजरात के आधार पर ही देश के बिहार, कर्नाटक और कई अन्य राज्यों के मॉडल बने हैं और इनसे करीब ढाई करोड़ बहनें जुड़ी हैं।

सहकारिता मंत्रालय ने सोमवार को जारी एक बयान में कहा कि यह कदम सहारा समूह की सहकारी सहकारी समितियों के वैध जमाकर्ताओं की वैध जमा धनराशि के भुगतान के संबंध में सुप्रीमकोर्ट के निर्देश के अनुसार उठाया जा रहा है। केन्द्रीय सहकारिता मंत्रालय के अनुसार सहारा समूह की सहकारी समितियों के जमाकर्ताओं की वैध जमा धनराशि के भुगतान संबंधी शिकायतों के समाधान के लिए सहकारिता मंत्रालय के आवेदन पर, सुप्रीमकोर्ट ने 29 मार्च 2023 को एक आदेश दिया था।

न्यायालय ने सहारा समूह की सहकारी समितियों के वास्तविक जमाकर्ताओं के वैध देयों के भुगतान के लिए ‘सहारा-सेबी रिफंड खाते’ से 5000 करोड़ रुपए सहकारी समितियों के केंद्रीय रजिस्ट्रार (सीआरसीएस) को हस्तांतरित किए जाने का आदेश दिया था।

मंत्रालय के बयान के अनुसार यह ऑनलाइन पोर्टल सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, सहारा यूनिवर्सल मल्टीपर्पज सोसाइटी लिमिटेड, हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड और स्टार्स मल्टीपर्पज कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड के प्रामाणिक जमाकर्ताओं द्वारा दावे प्रस्तुत करने के लिए शुरु किया गया है।

विपक्षी नेताओं ने एनडीए, मोदी को ‘इंडिया’ से मुकाबले की दी चुनौती

बेंगलूरु। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समेत विभिन्न विपक्षी दलों के नेताओं ने मंगलवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने महागठबंधन भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (इंडिया) से अगले लोकसभा चुनाव में मुकाबले की चुनौती दी।

देश के 26 प्रमुख विपक्षी दलों की आज यहां संपन्न मेगा राजनीतिक बैठक के बाद गांधी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि यह मोदी और भाजपा की विचारधारा के खिलाफ लड़ाई है। उन्होंने कहा कि यह राजग बनाम इंडिया और नरेंद्र मोदी बनाम इंडिया की लड़ाई है। लाखों भारतीयों से देश की आवाज छीनी जा रही है। यह भारत की आवाज के लिए लड़ाई है और इसीलिए हमने यह इंडिया नाम चुना है।

उन्होंने कहा कि यह लड़ाई मोदी और उनकी पार्टी भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा के खिलाफ भी है। उन्होंने कहा कि हम भारतीय संविधान, अपने लोगों की आवाज और इस महान देश के विचार की रक्षा के लिए कृतसंकल्पित हैं।

बनर्जी ने केंद्र में सत्तारूढ़ राजग को ‘इंडिया’ का सामना करने की चुनौती दी। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार का एक ही काम है सरकारें खरीदना और बेचना। भाजपा देश को बेचने और लोकतंत्र को खरीदने का सौदा कर रही है। यही कारण है कि वे स्वतंत्र एजेंसियों को काम नहीं करने देते।

उन्होंने विपक्ष के संकल्प को बुलंद स्वर देते हुए कहा कि ‘इंडिया’ जीतेगा, भाजपा हारेगी. इंडिया जीतेगा, देश जीतेगा। ‘इंडिया’ से मुकाबला करने की राजग की क्षमता पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि हमने एक वास्तविक चुनौती ली है। राजग, क्या आप इंडिया को चुनौती दे सकते हैं? भाजपा, क्या आप इंडिया को चुनौती दे सकते हैं? हम अपनी मातृभूमि से प्यार करते हैं। हम इस देश के देशभक्त लोग हैं। हम देश के लिए हैं, युवाओं के लिए हैं। किसानों के लिए, अच्छी अर्थव्यवस्था के लिए, दलितों के लिए, सभी के लिए हैं।

उन्होंने कहा कि हमारी सारी चुनौती, फोकस प्रचार, अभियान और कार्यक्रम इंडिया के बैनर तले होंगे। अगर किसी को कोई चुनौती है, तो हो सके तो हमें पकड़ें। भारत को आपदा से बचाएं। भारत के लोगों को बचाएं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि राजग सरकार ने केंद्र में अपने नौ साल के कार्यकाल में देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है।

उन्होंने कहा कि सबसे अच्छी बात यह है कि आप द्वितीय श्रेणी का टिकट खरीदें और किसी भी ट्रेन में चढ़ें और आप पाएंगे कि जो रेलवे 4-5 साल पहले ठीक हुआ करती थी, उसे इन लोगों ने पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है। राजग ने अर्थव्यवस्था को भी बर्बाद कर दिया और रेलवे, जहाज, आकाश, जमीन और भूमिगत हिस्से को भी बेच दिया। आज देश में हर व्यक्ति दुखी है- युवा, किसान, मजदूर, व्यापारी, उद्योगपति, गृहिणी, गृहिणी। कौन दुखी नहीं है।

उन्होंने कहा कि सभी 26 पार्टियां अपने लिए नहीं, बल्कि देश को नफरत से बचाने और नए भारत के सपने के साथ इकट्ठा हुई हैं। एक ऐसा भारत जहां हर युवा को रोजगार मिले, जहां हर गरीब बच्चे को अच्छी शिक्षा मिले और हर बीमार व्यक्ति को उचित इलाज मिले। हमारा सपना एक ऐसे देश का है जहां शांति, प्रेम और प्रगति होगी न कि जहां के संसाधन कुछ लोगों को दे दिए जाएं।

मीडिया संगठनों में अवैध छंटनी के खिलाफ 9 अगस्त को संसद पर प्रदर्शन

नई दिल्ली। अखबार, टीवी चैनल और अन्य मीडिया प्रतिष्ठानों में कर्मचारियों को अवैध तरीके से निकाले जाने के विरोध में कन्फेडरेशन ऑफ न्यूजपेपर्स एंड न्यूज एजेंसी इम्पलाइज आर्गनाइजेशन ने 9 अगस्त को संसद भवन पर बड़ा प्रदर्शन करने की घोषणा की है।

कन्फेडरेशन की मंगलवार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार इस प्रदर्शन में देश भर से मीडियाकर्मियों के संगठनों के नेता और प्रतिनिधि शामिल होंगे। प्रदर्शन के साथ ही उस दिन वर्किंग जर्नलिस्ट एक्ट की बहाली और पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपे जाएंगे।

कन्फेडरेशन के अध्यक्ष रास बिहारी, महासचिव एमएस यादव और कोषाध्यक्ष एमएल जोशी ने बयान में कहा कि पूरे देश में जगह-जगह अखबार और समाचार चैनलों से पत्रकार और गैर पत्रकार कर्मचारियों को बड़े पैमाने पर नौकरी से निकाला जा रहा है। इससे पहले कोरोना काल में महामारी के बहाने लाखों कर्मचारियों को मीडिया प्रतिष्ठानों से बिना मुआवजा दिए निकाला गया था।

उन्होंने बताया कि कन्फेडरेशन की तरफ से वर्किंग जर्नलिस्ट एक्ट की बहाली और पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग लगातार उठायी जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों के कारण अखबारों, संवाद समितियों और चैनलों के समक्ष आर्थिक संकट बढ़ता जा रहा है। इस कारण बड़ी संख्या में अखबार बंद हो रहे हैं। संवाद समितियों के सामने अस्तित्व का संकट पैदा हो गया है।

कन्फेडरेशन से संबद्ध नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स-इंडिया के महासचिव प्रदीप तिवारी, इंडियन जर्नलिस्ट्स यूनियन के अध्यक्ष श्रीनिवास रेड्डी, महासचिव बलबिन्दर जम्मू, इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स के महासचिव परमानंद पांडे, ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ पीटीआई इम्पलाइज यूनियन के अध्यक्ष भुवन चौबे, यूएनआई वर्कर्स फेडरेशन के महासचिव एम एम जोशी, ऑल इंडिया न्यूजपेपर्स इम्पलाइज फेडरेशन सचिव सी के नायडू, द ट्रिब्यून इम्पलाइज यूनियन चंडीगढ़ के अध्यक्ष अनिल गुप्ता और नेशनल फेडरेशन ऑफ न्यूजपेपर्स इम्पलाइज के अध्यक्ष ने बयान में कहा है कि दिल्ली में प्रदर्शन से पहले देश भर में मीडियाकर्मियोंं के मुद्दों पर जगह जगह बैठकें आयोजित की जाएंगी।

नहीं रहे केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी, 80 साल की उम्र में निधन

तिरुवनंतपुरम। केरल के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता ओमन चांडी का लंबी बीमारी के कारण मंगलवार को तड़के 4.25 बजे बेंगलूरु के चिन्मय अस्पताल में निधन हो गया। वे 80 साल के थे।

चांडी के पुत्र चांडी ओम्मेन ने एक फेसबुक पोस्ट में अपने पिता के निधन की पुष्टि करते हुए कहा कि अप्पा का निधन हो गया है। पूर्व मुख्यमंत्री पिछले कई महीनों से बेंगलूरु में इलाज करा रहे थे।

चांडी अपने पीछे पत्नी मरियम्मा उम्मेन, पुत्रियां अचू ओम्मन और मारिया ओम्मन और पुत्र चांडी ओम्मन को छोड़ गए हैं। दो बार मुख्यमंत्री के तौर पर राज्य के लोगों की सेवा करने वाले चांडी केरल में कांग्रेस के सबसे लोकप्रिय चेहरा थे। विधायक के रूप में 50 साल पूरा करने वाले चांडी 1970 से कोट्टायम जिले के अपने गृह नगर पुथुपल्ली सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे थे।

चांडी ने कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के सदस्य और आंध्र प्रदेश के अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) प्रभारी के रूप में भी कार्य किया था। वह 1967-69 के दौरान सेंट जॉर्ज हाई स्कूल, पुथुपल्ली में केरल छात्र संघ (केएसयू) के इकाई अध्यक्ष और संगठन के राज्य अध्यक्ष भी रहे थे। साल 1970 में उन्हें राज्य युवा कांग्रेस का अध्यक्ष चुना गया।

चांडी ने विश्वविद्यालय की प्रारंभिक पढ़ाई सीएमएस कॉलेज कोट्टायम से और सेंट बर्चमैन्स कॉलेज चंगनास्सेरी से अर्थशास्त्र में स्नातक की उपाधि हासिल की थी। उन्होंने एर्नाकुलम के सरकारी लॉ कॉलेज से कानून में स्नातक की डिग्री (एलएलबी) भी हासिल की थी। वे 11 अप्रैल, 1977 से 25 अप्रैल, 1977 तक के करुणाकरण के शासनकाल में श्रम मंत्री रहे और 27 अक्टूबर, 1978 तक एके एंटनी के शासनकाल में उसी विभाग को संभालते रहे।

28 दिसंबर 1981 से 17 मार्च, 1982 तक के करुणाकरण दूसरे शासनकाल में उन्होंने गृह मंत्रालय का कार्यभार संभाल। फिर वे 2 जुलाई, 1991 को के करुणाकरण के चौथे शासनकाल में मंत्री बने। इस दौरान उन्हें वित्त मंत्रालय का जिम्मा मिला था, लेकिन 22 जून 1994 को उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।

साल 2004 में, लोकसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी के खराब प्रदर्शन और गुटीय राजनीति के कारण मुख्यमंत्री पद से एंटनी के इस्तीफे के बाद चांडी थोड़े समय (अगस्त 2004 से मई 2006) के लिए उनके उत्तराधिकारी बने।

चांडी 12वीं केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता थे। उनके नेतृत्व में यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) ने 2009 के लोकसभा चुनाव में केरल की 20 संसदीय सीटों में से 16 पर जीत हासिल की। इसके बाद 2010 के स्थानीय निकाय चुनाव में भी कांग्रेस ने शानदार प्रदर्शन किया। केरल की राजनीति के इतिहास में, यह पहली बार था कि यूडीएफ को स्थानीय निकाय चुनावों में बढ़त मिली थी।

चांडी ने 2011 के विधानसभा चुनाव में मामूली अंतर से जीत हासिल की और दूसरी बार मुख्यमंत्री बने। कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ उम्मीदवारों ने एलडीएफ (लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट) के 68 के मुकाबले 72 सीटों पर जीत हासिल की थी।

खडगे-राहुल ने चांडी के निधन पर जताया शोक

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे तथा पार्टी पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमान चांडी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए पीड़ित परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।

खडगे ने ट्वीट किया कि जननायक के रूप में हमेशा जनता की सेवा को तत्पर रहे दिग्गज नेता तथा केरल के पूर्व मुख्यमंत्री और एक कट्टर कांग्रेसी ओमान चांडी को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि। उनके दूरदर्शी नेतृत्व वाले व्यक्तित्व और अटूट प्रतिबद्धता ने केरल की प्रगति तथा देश के राजनीतिक परिदृश्य पर एक अमिट छाप छोड़ी है। जनता के लिए असाधारण समर्पण और जन सेवा के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा।उनके परिजनों और समर्थकों के प्रति हार्दिक संवेदना।

गांधी ने कहा कि ओमान चांडी जी एक अनुकरणीय तथा जमीनी स्तर के कांग्रेस नेता थे। आजीवन उन्होंने केरल के लोगों की जो सेवा की है, उसके लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा। हम उन्हें भूल नहीं सकेंगे। उनके सभी प्रियजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।