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कड़ी सुरक्षा के बीच अमरनाथ यात्रा प्रारंभ, पहला जत्था रवाना

श्रीनगर। केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में कड़ी सुरक्षा के बीच अमरनाथ तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को शनिवार सुबह अनंतनाग जिले के पहलगाम ट्रैक और गांदरबल जिले के बालटाल मार्ग से एक साथ पवित्र गुफा के लिए रवाना हुआ।

अधिकारियों ने बताया कि इस साल 62 दिवसीय यात्रा 31 अगस्त को समाप्त होगी। आज तड़के ‘हर हर महादेव’ और ‘जय बाबा बर्फानी’ के जयकारों के बीच तीर्थयात्री पहलगाम में नुनवान आधार शिविर और गांदरबल में बालटाल आधार शिविर से रवाना हुए।

अधिकारियों के अनुसार तीर्थयात्रियों को पहलगाम अक्ष के नोडल अधिकारी पीयूष सिंगला ने नुनवान से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और बालटाल आधार शिविर से यात्रियों को बालटाल अक्ष के नोडल अधिकारी राघव लंगर ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान संबंधित उपायुक्त, वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

उन्होंने कहा कि 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा के दर्शन के लिए उत्साहित श्रद्धालु अभय होकर आगे बढ़ रहे हैं। इस गुफा को भगवान शिव के सबसे पवित्र स्थानों में से एक माना जाता है। अमरनाथ गुफा तक केवल पैदल या टट्टू द्वारा ही पहुंचा जा सकता है।

अधिकारियों ने कहा कि शांतिपूर्ण यात्रा सुनिश्चित करने के लिए कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। जम्मू-कश्मीर सरकार ने यात्रा मार्ग को सुरक्षित करने के लिए पुलिस, सेना और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों को तैनात किया है। शांतिपूर्ण यात्रा के लिए सुरक्षाकर्मियों की तैतानी के अलावा, प्रौद्योगिकी का भी बड़े पैमाने पर उपयोग किया गया है।

एक सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि हमने हवाई निगरानी के लिए ड्रोन लगाए हैं और तीर्थयात्रियों पर नज़र रखने के लिए उन्हें आरएफआईडी (रेडियो फ्रीक्वेंसी पहचान) के साथ टैग भी किया है। लखनऊ निवासी एक महिला तीर्थयात्री ने कहा कि अच्छा अनुभव मिल रहा है और सुरक्षा बल हमारा पूरा समर्थन कर रहे है।

अमरीका में नियांटिक कम्पनी ने 230 कर्मचारियों की छंटनी की

वाशिंगटन। अमरीका की सॉफ्टवेयर डवलपमेंट कम्पनी एवं पॉकेमोन गो बनाने वाली ‘नियांटिक’ ने अपने 230 कर्मचारियों की छंटनी की है।

नियांटिक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) जॉन हैंके ने गुरुवार को कर्मचारियों को एक ईमेल में लिखा, ‘कोविड के दौरान हमने जो राजस्व वृद्धि देखी, उसके मद्देनजर, हमने विकास को और अधिक आक्रामक तरीके से आगे बढ़ाने के लिए अपने कर्मचारियों की संख्या और संबंधित खर्चों में वृद्धि की, जिसे कंपनी के ब्लॉग पर भी पोस्ट किया गया था।

उन्होंने कहा कि राजस्व महामारी से पहले के स्तर पर वापस आ गया है और नई योजनाओं ने उतना राजस्व नहीं दिया है जितनी उम्मीद थी। उन्होंने लिखा कि सर्वोच्च प्राथमिकता पोकेमॉन गो को मजबूत बनाए रखना और एक हमेशा के लिए खेल के रूप में विकसित करना है।

पोकेमॉन गो, नियांटिक की आमदनी बड़ा स्रोत है, जो 2020 से हर साल इन-ऐप खरीदारी में 01 अरब अमरीकी डॉलर से अधिक कमा रही है। हैंके ने कहा कि कंपनी मोबाइल गेम निवेश पर ध्यान केंद्रित करेगी और मिश्रित-वास्तविकता उपकरणों और एआर ग्लास के निर्माण पर भी ध्यान बढ़ाएगी।

किशोर हत्याकांड को लेकर फ्रांस में उग्र प्रदर्शन जारी, 270 लोग हिरासत में

पेरिस। फ्रांस में पेरिस के उपनगर नैनटेरे में गत मंगलवार को यातायात नियमों का उल्लंधन करने के आरोप में पुलिस अधिकारी द्वारा किशोर कार चालक की गोली मारकर हत्या किये जाने के बाद से देश भर में उग्र प्रदर्शन जारी है और अबतक 270 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है। फ्रांस के गृह मंत्री गेराल्ड डर्मैनिन ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

डमैंनिन ने कल रात टि्वटर पर कहा कि फिलहाल 270 लोग पहले से ही हिरासत में है जिसमें से 80 से ज्यादा से देश के दूसरे सबसे बड़े राज्य मार्सैय में हैं। वहां पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल पहुंच रहे हैं।

उन्होंने टीएफ1 टीवी को बताया कि विशेष इकाइयों सहित 45,000 से अधिक कानून प्रवर्तन अधिकारी फ्रांस में दंगों के खिलाफ लड़ाई में शामिल हैं। जबकि देश में उग्र प्रदर्शनों के पहले तीन दिनों में 300 से अधिक पुलिस अधिकारी घायल हुए।

रेडिया नेटवर्क ‘फ्रांस इन्फो’ ने शनिवार को एक सरकारी सूत्र के हवाले से खबर दी कि देश में जारी अशांति के बीच प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बोर्न ने सभी कैबिनेट मंत्रियों से पेरिस लौटने और वहीं रहने का आग्रह किया है।

डर्मैनिन ने पेरिस के अधिकारियों से दंगे कम होने तक स्थानीय समयानुसार 21:00 बजे (19:00 जीएमटी) से आतिशबाजी, पेट्रोल कनस्तरों और अन्य रासायनिक और अत्यधिक ज्वलनशील पदार्थों की बिक्री और परिवहन पर अस्थायी प्रतिबंध लगाने को कहा।

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय ने फ्रांस में पुलिस अधिकारी द्वारा किशोर की हत्या के बाद फ्रांसीसी सरकार से ‘कानून प्रवर्तन में नस्लवाद और भेदभाव की गहरी समस्याओं को गंभीरता से लेने का कल आग्रह किया।

उल्लेखनीय है कि मंगलवार सुबह पेरिस के उपनगर नैनटेरे में यातायात नियमों का उल्लंधन पर एक पुलिस अधिकारी ने कार चालक नाहेल एम (17) को गोली मार दी थी, जिसकी बाद में मौत हो गई। इस घटना के बाद पूरे देश में दंगे भड़के उठे। हिंसक प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के साथ झड़प की और सार्वजनिक भवनों और वाहनों में आग लगा दी। इस दौरान सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया। आरोपी पुलिस अधिकारी हिरासत में है।

किशनगढ़ में कैमिकल की दुकान में आग लगने से दो श्रमिक झुलसे

अजमेर। राजस्थान में अजमेर जिले के किशनगढ़ के गांधी नगर थाना क्षेत्र में आज एक कैमिकल की दुकान में आग की चपेट में आने से दो श्रमिक बुरी तरह झुलस गए।

प्राप्त जानकारी के अनुसार हरमाड़ा चौराहा मार्बल एरिया की कैमिकल दुकान में तेज ब्लास्ट से वहां दो श्रमिक चपेट में आ गए। आननफानन में उन्हें वहीं एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें अजमेर रैफर कर दिया गया।

बताया जा रहा है कि दोनों श्रमिक चंपानेरी निवासी मोनू मोची तथा सरगांव निवासी कानाराम नट बुरीतरह झूलस गए। 90 फीसदी जलने के कारण वह अब अस्पताल में जिन्दगी से लड़ रहे है। घटना के बाद मौके पर पहुंची गांधी नगर थानापुलिस बलास्ट के कारणों का पता लगाने में जुटी है।

महाराष्ट्र में बस में आग लगने से 25 यात्रियों की जलकर मौत

बुलढाणा (महाराष्ट्र)। महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर शुक्रवार देर रात एक बस में आग लग जाने से पच्चीस यात्रियों की जलकर मौत हो गई। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यूनीवार्ता को यह जानकारी दी।

पुलिस अधिकारी के अनुसार निजी ट्रैवल्स की नागपुर से पुणे जा रही एक बस बुलढाणा जिले के सिंदखेडराजा के पास देर रात करीब 1.30 बजे एक डिवाइडर से टकरा गई जिससे बस का टायर फट गया और एक खंभे से टकरा गई जिससे उसमें आग लग गई।

उन्होंने बताया कि बस में कुल 33 यात्री सवार थे, जिनमें से 25 की जलकर मौत हो गई। मृतकों में तीन बच्चे भी है। उन्होंने बताया कि जीवित बचे आठ यात्रियों को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। वे सुरक्षित हैं। उन्होंने बताया कि यात्रियों में से कई नागपुर, वर्धा और यवतमाल के थे।

एकनाथ शिंदे ने भीषण बस दुर्घटना पर जताया गहरा दुख

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शनिवार को राज्य के विदर्भ क्षेत्र के बुलढाणा जिले में सिंदखेड राजा के पास समृद्धि राजमार्ग पर भीषण बस दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया, जिसमें 25 यात्रियों की जलकर मौत हो गई।

शिंदे ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने दुर्घटना में मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से पांच-पांच लाख रुपए की सहायता देने की घोषणा की। हादसे की जानकारी मिलते ही, शिंदे ने बुलढाणा के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से फोन पर संपर्क किया और घटना की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने दुर्घटना पीड़ितों को तत्काल सहायता उपलब्ध कराने और घायलों को सरकारी खर्च पर तत्काल चिकित्सा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।

हादसे की जानकारी मिलने पर, राजमार्ग के लिए तैनात आपातकालीन चिकित्सा सेवा दल और फायर ब्रिगेड तुरंत मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया। घायल यात्रियों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस घटना से आहत शिंदे ने जांच के आदेश दिए।

चंद्रशेखर राव ने महाराष्ट्र बस दुर्घटना शोक व्यक्त किया

हैदराबाद। भारत राष्ट्र समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने शनिवार तड़के महाराष्ट्र में हुए भीषण सड़क हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। बुलढाणा जिले में समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर एक बस में आग लग जाने से 25 लोगों की जलकर मौत हो गई और कई घायल हुए हैं। राव ने एक शोक संदेश में दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की।

केन्या के लोंडियानी सिटी में सड़क दुर्घटना, 48 लोगों की मौत

नैरोबी। केन्या के केरिचो काउंटी के लोंडियानी शहर में एक सड़क दुर्घटना में कम से कम 48 लोगों की मौत हो गई है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।

क्षेत्रीय पुलिस कमांडर टॉम ओडेरा ने शुक्रवार को द स्टार समाचार पत्र के हवाले से कहा कि दुर्घटना के बाद कुल 48 शव बरामद किए गए।

समाचार पत्र के अनुसार दुर्घटना एक व्यस्त रास्ते पर हुई जब एक ट्रक ने अपना नियंत्रण खो दिया और कई वाहनों और पैदल यात्रियों को टक्कर मार दी।

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस दुर्घटना में 12 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। ओडेरा ने कहा, बचाव अभियान जारी है और मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।

गुरुपूर्णिमा : परम पूजनीय गुरु के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का दिन

माया के भवसागर से शिष्य को एवं भक्तों को बाहर निकालने वाले, उनसे आवश्यक साधना करवा कर लेने वाले एवं कठिन समय में उनको अत्यंत निकटता एवं निरपेक्ष प्रेम से सहारा देकर संकट मुक्त करने वाले गुरु ही होते हैं। ऐसे परम पूजनीय गुरु के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का दिन है गुरुपूर्णिमा। यहां हम गुरु पूर्णिमा का महत्व तथा यह उत्सव मनाने की पद्धति जानेंगे। प्रत्येक वर्ष अनेक लोग एकत्रित आकर अपने संप्रदाय के अनुसार गुरु पूर्णिमा महोत्सव मनाते हैं। इस वर्ष गुरुपूर्णिमा 3 जुलाई को है।

गुरुपूर्णिमा मनाने की तिथि : गुरुपूर्णिमा यह उत्सव सभी जगह आषाढ़ माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। (तमिल प्रदेश में व्यास पूजा जेष्ठ पूर्णिमा को मनाई जाती है)

गुरुपूर्णिमा मनाने का उद्देश्य : गुरु अर्थात ईश्वर का सगुण रूप! वर्ष भर गुरु अपने भक्तों को अध्यात्म का ज्ञान देते हैं। गुरु के प्रति अनन्य भाव से कृतज्ञता व्यक्त करना, यह गुरुपूर्णिमा मनाने का उद्देश्य है।

गुरुपूर्णिमा मनाने का महत्व

1) गुरुतत्व का कार्यरत होना : गुरुपूर्णिमा के शुभ दिन पर गुरुतत्व (ईश्वरीय तत्व) नित्य की अपेक्षा 1000 गुना अधिक कार्यरत होता है। इसलिए गुरुपूर्णिमा के अवसर पर की गई सेवा एवं त्याग सत् के लिए अर्पण इनका अन्य दिनों की अपेक्षा 1000 (हजार) गुना अधिक लाभ होता है। इसलिए गुरुपूर्णिमा यह गुरु कृपा (ईश्वर कृपा) प्राप्त करने की एक अनमोल संधि है।

2) गुरु शिष्य परंपरा : यह हिंदुओं की हजारों वर्ष पुरानी चैतन्यमयी संस्कृति है। परंतु समय के प्रवाह में रज-तम प्रधान संस्कृति के प्रभाव के कारण इस महान गुरु शिष्य परंपरा की उपेक्षा हो रही है। गुरुपूर्णिमा के कारण गुरु पूजन होता है तथा गुरु शिष्य परंपरा का महत्व समाज को बता सकते हैं। संक्षेप में गुरुपूर्णिमा अर्थात गुरु शिष्य परंपरा का संरक्षण करने की सुसंधि ही है!

3) गुरुपूर्णिमा मनाने की पद्धति : शिष्य इस दिन अपने गुरु की पाद्य पूजा करते हैं एवं उनको गुरु दक्षिणा अर्पण करते हैं। इस दिन व्यास पूजा करने की प्रथा है। गुरु परंपरा में महर्षि व्यास जी को सर्वश्रेष्ठ गुरु माना गया है। सभी प्रकार के ज्ञान का उद्गम महर्षि व्यास से होता है, ऐसी भारतीयों की धारणा है। कुंभकोणम एवं श्रृंगेरी ये शंकराचार्यजी के दक्षिण भारत के प्रसिद्ध पीठ हैं। इन स्थानों पर व्यास पूजा का महोत्सव संपन्न होता है। व्यास महर्षि ये शंकराचार्य के रूप में पुनः अवतरित हुए हैं ऐसी श्रद्धालुओं की श्रद्धा है, इसलिए संन्यासी इस दिन व्यास पूजा के रूप में शंकराचार्य जी की पूजा करते हैं।

गुरुपूजन की विधि : स्नान आदि नित्य कर्म करने के उपरांत गुरु परंपरा सिद्धर्थम व्यास पूजनं करिष्ये ऐसा संकल्प किया जाता है। एक धुला हुआ वस्त्र बिछाकर उस पर चंदन से पूर्व से पश्चिम की ओर तथा उत्तर से दक्षिण की ओर ऐसी 12 रेखाएं खींचते हैं। ये रेखाएं महर्षि व्यास का व्यासपीठ माना जाता है। फिर ब्रह्मा, परात्पर शक्ति, व्यास, शुुकदेव, गौडपाद, गोविंद स्वामी एवं शंकराचार्य इनका उस व्यासपीठ पर आवाहन करके उनकी षोडशोपचार पूजा की जाती है। इस दिन दीक्षा गुरु एवं माता-पिता इनकी भी पूजा करने की प्रथा है। इस तरह गुरु पूर्णिमा मनानी चाहिए।

गुरु का महत्व : इस जन्म में छोटी-छोटी बातों के लिए प्रत्येक व्यक्ति शिक्षक, डॉक्टर, वकील आदि किसी दूसरे का मार्गदर्शन लेता है। तो जन्म मृत्यु के फेरे से मुक्ति देने वाले गुरु का महत्व कितना होगा, इसकी कल्पना भी नहीं कर सकते।

मानसिक दृष्टि से

1) शिष्य की उन्नति के लिए अपने अस्तित्व एवं सामर्थ्य का ज्ञान कराने वाले गुरु की ओर शिष्य का ध्यान अधिक मात्रा में केंद्रित हो सकता है ।
2) गुरु को अंतर्ज्ञान से सब कुछ समझ में आता है, इस अनुभूति के कारण शिष्य दुष्कृत्य करना टालता है।
3) शिष्य को सिखाने की अपेक्षा संत ऐसा क्यों बोलते हैं? ऐसे कुछ अभ्यासु साधकों को लगता है । इस संबंध में पूछने पर संत बोले, मुझे पकोड़े या थालीपीठ पसंद है ऐसा कहता हूं, उस कारण शिष्य घर पर थालीपीठ या पकोड़े बनाते समय मेरा नाम लेता है।
4) स्वयं की महानता या बड़प्पन के कारण शिष्य को उसकी कमियों का ज्ञान ना कराकर गुरु उसकी कमियों को दूर करके गुरु पद प्राप्त करवा देते हैं।

आध्यात्मिक दृष्टि से

1) गुरु के पास जाना : गुरु शिष्य को अपना स्मरण करा देते हैं (याद दिलाते हैं) तभी शिष्य गुरु के पास जा सकता है।
2) संकटों का निवारण : कुछ भक्त मानवीय स्वभाव के कारण, सांसारिक दुख ईश्वर ने (भगवान ने) दूर करने चाहिए, इस इच्छा से ईश्वर के पास जाते हैं। माता-पिता जैसे अपनी संतान को संकट में संभालते हैं उसी प्रकार ईश्वर भी अपने भक्तों को संकटों से मुक्त करेंगे, ऐसे उनकी समझ होती है। ऐसे भक्त पत्र लिखते हैं अथवा मन में ईश्वर से प्रार्थना करते हैं। इसका परिणाम यह होता है कि संकट तो निकल जाता है, अथवा संकट अटल है तो भक्तों के मन में वह सहन करने की शक्ति अथवा सामर्थ्य उत्पन्न होता है। भगवान ने इच्छा की इसलिए वैसा घटित नहीं होता था, परंतु भक्तों की श्रद्धा एवं उसकी शरणागति के कारण गुरुकृपा का जो प्रवाह होता है उस कृपा से यह संभव होता है।
3) प्रारब्ध सहन करने की क्षमता बढना : मंद प्रारब्ध भोगने की क्षमता मध्यम साधना से, मध्यम प्रारब्ध भोगने की क्षमता तीव्र साधना से तथा तीव्र प्रारब्ध भोगने की क्षमता केवल गुरुकृपा से ही प्राप्त होती है।

गुरुमहिमा

1) पिता पुत्र को केवल जन्म देता है; परंतु गुरु उसे जन्म मृत्यु से मुक्त करवाते हैं, इसलिए पिता से भी अधिक गुरु को श्रेष्ठ माना गया है।
2) एक बद्ध जीव दूसरे बद्ध जीव का उद्धार नहीं कर सकता, परंतु गुरु मुक्त होने के कारण शिष्यों का उद्धार कर सकते हैं।
3) भगवान श्रीकृष्ण ने भी बतलाया है कि ईश्वर भक्ति की अपेक्षा गुरु भक्ति अधिक श्रेष्ठ है। श्री कृष्ण कहते हैं मुझे मेरे भक्तों की अपेक्षा गुरु भक्त अधिक प्रिय हैं।
4) संत एकनाथ ने कहा है कि विश्व में जो ईश्वर है वह एक ही व्यापक सद्गुरु है अतः सब उनका आदर करते हैं।
5) श्री ब्रह्मचैतन्य गोंदवलेकर महाराज ने कहा कि मुझे जो चाहिए था, वह सब एक जगह श्री तुकाराम जी के पास मुझे मिला। मुझे निर्गुण का साक्षात्कार, सगुण का प्रेम एवं अखंड नाम एक जगह चाहिए था। वह उनके पास मिला।
6) शंकराचार्य जी ने कहा है ज्ञान दान करने वाले सद्गुरु को शोभा दे ऐसी उपमा इस त्रिभुवन में कहीं भी नहीं है। उन्हें यदि पारस की उपमा दी जाए तो भी वह कम होगी क्योंकि पारस लोहे को स्वर्णत्व तो देता है; परंतु अपना पारसत्व नहीं दे सकता।

गुरु को उपमा देने योग्य इस संसार में दूसरी कोई भी वस्तु नहीं गुरु को सागर जैसा कहें तो सागर के पास खारापन है परंतु सद्गुरु हर तरह से मीठे ही होते हैं। सागर में (समुद्र में) ज्वार भाटा होता है परंतु सद्गुरु का आनंद अखंड रहता है। सद्गुरु को कल्पवृक्ष कहें तो कल्पवृक्ष हम जो कल्पना करते हैं वह पूरी करता है, परंतु सद्गुरु शिष्य की कल्पना समूल नष्ट करके, उसको कल्पनातीत ऐसी वस्तु प्राप्त करा देते हैं। इसलिए गुरु का वर्णन करने के लिए यह वाणी असमर्थ है।

स्पेशल रेलसेवा की संचालन अवधि में विस्तार

अजमेर। रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए वलसाड-उदयपुर सिटी-वलसाड तथा दरभंगा-अजमेर-दरभंगा साप्ताहिक स्पेशल रेलसेवाओं की संचालन अवधि में विस्तार किया है।

गाडी संख्या 09067/09068, वलसाड-उदयपुर सिटी-वलसाड साप्ताहिक स्पेशल रेल सेवा की संचालन अवधि में वलसाड से दिनांक 3.7.23 से 31.7.23 (5 ट्रिप) तक एवं उदयपुर सिटी से दिनांक 4.7.23 से 1.08.23 (5 ट्रिप) तक विस्तार किया जा रहा है। रेलसेवा के संचालन समय एवं ठहराव पूर्ववत रहेंगे।

गाडी संख्या 05537/05538, दरभंगा-अजमेर-दरभंगा साप्ताहिक स्पेशल रेल सेवा की संचालन अवधि में दरभंगा से दिनांक 05.07.23 से 27.09.23 (13 ट्रिप) तक एवं अजमेर से दिनांक 06.07.23 से 28.09.23 (13 ट्रिप) तक विस्तार किया जा रहा है।

अनुरक्षण कार्य के कारण रेल यातायात प्रभावित

उत्तर रेलवे द्वारा लखनऊ मण्डल के कानपुर सेट्रल-लखनऊ/लखनऊ न्यू/ऐशबाग रेलखण्ड के मध्य स्थित पिपरसन्ड स्टेषन पर अनुरक्षण कार्य हेतु नॉन इण्टरलॉकिंग कार्य किया जा रहा है। इस कार्य हेतु रेल यातायात प्रभावित रहेगा। उपरोक्त कार्य के कारण अजमेर मण्डल से संबंधित निम्न रेलसेवाएं प्रभातिव रहेगी:-

मार्ग परिवर्तित रेलसेवाएं (प्रारम्भिक स्टेशन से)

1. गाडी संख्या 09421, अहमदाबाद-दरभंगा रेलसेवा जो दिनांक 03.07.23 को अहमदाबाद से प्रस्थान करेगी वह रेलसेवा परिवर्तित मार्ग कानपुर सेट्रल-प्रयागराज-प्रयागराज रामबाग-वाराणसी-पं. दीनदयाल उपाध्याय होकर संचालित होगी।

2. गाडी संख्या 19615, उदयपुर-कामाख्या रेलसेवा जो दिनांक 03.07.23 को उदयपुर से प्रस्थान करेगी वह रेलसेवा परिवर्तित मार्ग कानपुर सेट्रल-प्रयोगराज-फाफामऊ जं.-अयोध्या होकर संचालित होगी।

रेगुलेट रेलसेवाएं

1. गाडी संख्या 19409, अहमदाबाद-गोरखपुर रेलसेवा दिनांक 01.07.23 को अहमदाबाद से प्रस्थान करेगी वह कानपुर सेट्रल स्टेशन पर 01 घंटे 30 मिनट रेगुलेट रहेगी।
2. गाडी संख्या 19715, जयपुर-गोमतीनगर रेलसेवा दिनांक 02.07.23 को जयपुर से प्रस्थान करेगी वह रेलसेवा कानपुर सेट्रल स्टेशन पर 01 घंटे 45 मिनट रेगुलेट रहेगी।
3. गाडी संख्या 19410, गोरखपुर-अहमदाबाद रेलसेवा दिनांक 03.07.23 को गोरखपुर से प्रस्थान करेगी वह रेलसेवा बाराबंकी स्टेशन पर 30 मिनट रेगुलेट रहेगी।

11 ट्रेनों के अहमदाबाद स्टेशन पर आगमन/प्रस्थान समय में आंशिक परिवर्तन

रेलवे द्वारा 11 रेलसेवाओं का अहमदाबाद स्टेशन पर आगमन/प्रस्थान समय में आंशिक परिवर्तन किया जा रहा है। निम्न रेलसेवाओं का अहमदाबाद स्टेशन पर आगमन/प्रस्थान समय में आंशिक परिवर्तन किया जा रहा है:-

1. गाडी संख्या 20824, अजमेर-पुरी रेलसेवा जो दिनांक 11.07.23 से अजमेर से प्रस्थान करेगी वह अहमदाबाद स्टेशन पर निर्धारित समय 03.10 बजे आगमन व 03.25 बजे के स्थान पर परिवर्तित समय 03.00 बजे आगमन व 03.10 बजे प्रस्थान करेगी।
2. गाडी संख्या 12990, अजमेर-दादर रेलसेवा जो दिनांक 07.07.23 से अजमेर से प्रस्थान करेगी वह अहमदाबाद स्टेशन पर निर्धारित समय 04.35 बजे आगमन व 04.45 बजे के स्थान पर परिवर्तित समय 04.20 बजे आगमन व 04.30 बजे प्रस्थान करेगी।
3. गाडी संख्या 12489, बीकानेर-दादर रेलसेवा जो दिनांक 08.07.23 से बीकानेर से प्रस्थान करेगी वह अहमदाबाद स्टेशन पर निर्धारित समय 04.25 बजे आगमन व 04.45 बजे के स्थान पर परिवर्तित समय 04.20 बजे आगमन व 04.30 बजे प्रस्थान करेगी।
4. गाडी संख्या 20484, भगत की कोठी-दादर रेलसेवा जो दिनांक 07.07.23 से भगत की कोठी से प्रस्थान करेगी वह अहमदाबाद स्टेशन पर निर्धारित समय 04.25 बजे आगमन व 04.45 बजे के स्थान पर परिवर्तित समय 04.20 बजे आगमन व 04.30 बजे प्रस्थान करेगी।
5. गाडी संख्या 22738, हिसार-सिकन्दराबाद रेलसेवा जो दिनांक 07.07.23 से हिसार से प्रस्थान करेगी वह अहमदाबाद स्टेशन पर निर्धारित समय 07.55 बजे आगमन व 08.10 बजे के स्थान पर परिवर्तित समय 07.50 बजे आगमन व 08.00 बजे प्रस्थान करेगी।
6. गाडी संख्या 22916, हिसार-बान्द्रा टर्मिनस रेलसेवा जो दिनांक 11.07.23 से हिसार से प्रस्थान करेगी वह अहमदाबाद स्टेशन पर निर्धारित समय 07.55 बजे आगमन व 08.10 बजे के स्थान पर परिवर्तित समय 07.50 बजे आगमन व 08.00 बजे प्रस्थान करेगी।
7. गाडी संख्या 17624, श्रीगंगानगर-नान्देड़ टर्मिनस रेलसेवा जो दिनांक 8.07.23 से श्रीगंगानगर से प्रस्थान करेगी वह अहमदाबाद स्टेशन पर निर्धारित समय 7.55 बजे आगमन व 8.10 बजे के स्थान पर परिवर्तित समय 07.50 बजे आगमन व 08.00 बजे प्रस्थान करेगी।
8. गाडी संख्या 14707, बीकानेर-दादर रेलसेवा जो दिनांक 6.07.23 से बीकानेर से प्रस्थान करेगी वह अहमदाबाद स्टेशन पर निर्धारित समय 22.50 बजे आगमन व 23.10 बजे के स्थान पर परिवर्तित समय 22.50 बजे आगमन व 23.05 बजे प्रस्थान करेगी।
9. गाडी संख्या 12215, दिल्ली सराय-बान्द्रा टर्मिनस रेलसेवा जो दिनांक 6.07.23 से दिल्ली सराय से प्रस्थान करेगी वह अहमदाबाद स्टेशन पर निर्धारित समय 00.35 बजे आगमन व 00.45 बजे के स्थान पर परिवर्तित समय 00.30 बजे आगमन व 00.40 बजे प्रस्थान करेगी।
10. गाडी संख्या 22452, चंडीगढ-बान्द्रा टर्मिनस रेलसेवा जो दिनांक 09.07.23 से चंडीगढ से प्रस्थान करेगी वह अहमदाबाद स्टेशन पर निर्धारित समय 00.35 बजे आगमन व 00.45 बजे के स्थान पर परिवर्तित समय 00.30 बजे आगमन व 00.40 बजे प्रस्थान करेगी।
11. गाडी संख्या 20944, भगत की कोठी-बान्द्रा टर्मिनस रेलसेवा जो दिनांक 07.07.23 से भगत की कोठी से प्रस्थान करेगी वह अहमदाबाद स्टेशन पर निर्धारित समय 00.35 बजे आगमन व 00.45 बजे के स्थान पर परिवर्तित समय 00.30 बजे आगमन व 00.40 बजे प्रस्थान करेगी।

सबगुरु राशिफल : 1 जुलाई शनिवार को आपके भाग्य में क्या होगा बदलाव

सबगुरु न्यूज। आषाढ़ मास, शुक्ल पक्ष, द्वादशी तिथि, वार शनिवार, सम्वत 2080, वर्षा ऋतु, रवि उत्तरायण, सुबह 01.17 बजे बाद त्रयोदशी तिथि प्रारम्भ, रात 11.07 बजे बाद चतुर्दशी तिथि प्रारम्भ।

मेष :- आज आप धार्मिक या शुुुभ प्रसंग में शामिल हो सकते हैं। रिस्की कार्यों से दूर रहें। आपके कार्य सरलतापूर्वक पूर्ण होते रहेंगे। कार्यक्षेत्र में उच्च अधिकारियों को प्रोत्साहन मिल सकता है। यह न केवल आपका मन हल्का करेगा, बल्कि आप दोनों के बीच मतभेद दूर करने में भी मदद करेगा। अपने परिवार के साथ रुखा व्यवहार न करें। यह पारिवारिक शान्ति को भंग कर सकता है। संभव है कि कोई आपसे अपने प्यार का इज़हार करे। कामकाज के मोर्चे पर यह एक मुश्किल दिन हो सकता है। प्रभावशाली लोगों के सहयोग आपका उत्साह दोगुना होगा। विवाद, मतभेद और दूसरों की आपमें कमियाँ निकालने की आदत को नजरअंदाज करें।

वृषभ :- आज उधार मांगने वाले लोगों को नजरअंदाज करें। अपनी बातों पर काबू रखें, क्योंकि इसके चलते बड़े बुजुर्ग आहत महसूस कर सकते हैं। बेकार की बातें करके समय बर्बाद करने से बेहतर है कि आप शांत रहें। आज आप अपने आसपास के लोगों के इरादे आसानी से समझ सकते हैं। कोई करीबी व्यक्ति आज आपको बात-बात में खास जानकारी दे सकते हैं। हर चुनौती को अलग करते हुए लगे रहने का समय है। अपने कामकाजी जीवन में अपने संपर्कों का फायदा उठाने में सफल हो सकते हैं। कफ्यूजन की स्थिति कार्यक्षेत्र में निर्मित हो सकती है।

मिथुन :- आज मन चिंतामुक्त रह सकता है। कार्यों में विघ्न आने से कार्यपूर्ति में विलंब हो सकता है। सहकर्मियों का सहयोग प्राप्त करने में असफल रह सकते है। दांपत्य जीवन में तकरार का वातावरण रह सकता है अतः जीवनसाथी से सम्मानजनक तरीके से आचरण रखें। शाम के समय सफलता मिल सकती है। आपके हँसने-हँसाने का अंदाज आपकी सबसे बड़ी पूंजी साबित होगा। आपको अपने जीवनसाथी से जुड़ी कोई ऐसी बात पता चल सकती है, जिसे आप कभी नहीं जानना चाहते थे। कार्यक्षेत्र में हिम्मत न हारें। ऐसे लोगों से जुड़ने से बचें जो आपकी प्रतिष्ठा को आघात पहुँचा सकते हैं। आपके खर्चे बजट को बिगाड़ सकते हैं।

कर्क :- आज आपके व्यापार-धंधे में खूब सफलता मिलेगी। आज के दिन आपको राहत महसूस हो सकती है। सुनी-सुनाई बातों पर आँखें मूंदकर यकीन न करें और उनकी सच्चाई को भली-भांति परख लें। किसी के साथ पैसों की लेन-देन को लेकर सफल रहेंगे। देश-विदेश में व्यवसाय करने वालों को फायदा होगा। सब कुछ दोबारा जांचें और दूसरी राय प्राप्त करें, यह गलत समय और भ्रम की स्थिति के रूप में कुछ भी नया शुरू करने का एक अच्छा समय नहीं है, लेकिन पुराने मुद्दों को खत्म करने के लिए यह अच्छी अवधि है।

सिंह :- नौकरी पेशा के लोगों लिए समय अनुकूल है। आज के दिन आप अत्यधिक संवेदनशील रह सकते हैं। कार्यक्षेत्र की बात की जाए तो आज का दिन कार्यक्षेत्र को लेकर आपके लिए अत्यधिक लाभकारी साबित होगा। आर्थिक लाभ की प्राप्ति होगी। किसी की वाणी तथा बर्ताव की वजह से आपके मन को चोट लग सकती है तथा माता के स्वास्थ्य का ख्याल रखें। आज आप बौद्धिक शक्ति से लेखनकार्य और सृजन कार्य अच्छी तरह से पूरे कर सकेंगे। आपका विचार किसी एक बात पर स्थिर नहीं रहेगा तथा उसमें लगातार परिवर्तन होता रहेगा। मित्रों से सहयोग मिल सकता है। यात्रा-प्रवास हो सके तो न करें।

कन्या :- आज स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही सेहत बिगाड़ सकती है। नकारात्मक विचारों को अपने पर प्रभावी न होने दें। आकस्मिक व्यय होने के संकेत हैं। मध्याह्न के बाद परिस्थिति में कुछ सुधार आ सकता है। स्वभाव में उग्रता रह सकती है। आज के दिन आपको मकान, वाहन, वगैरह के दस्तावेजों को अत्यंत संभालकर रखना होगा। परिवार का माहौल बिगड़े नहीं, इसके लिए वाद-विवाद टालें। माता का स्वास्थ्य बिगड़ेगा। धन-प्रतिष्ठा की हानि होगी। स्वास्थ्य को लेकर ज्यादा चिंता न करें, क्योंकि इससे आपकी बीमारी और बिगड़ सकती है। व्यापार धंधे के लिए भावी योजना सफलतापूर्वक संपन्न होगी।

तुला :- आज के दिन आप चिंता के बोझ से मुक्ति पा लेंगे बहुत अधिक रह सकती है। कला के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए आज का दिन अत्यधिक लाभदायक सिद्ध होगा। आज के दिन आप परिजनों की तरफ से विशेष ध्यान देने की कोशिश करेंगे। इस समय आपके आर्थिक आयोजन भी पूरे होंगे आपकी इच्छा शक्ति को प्रोत्साहन मिलेगा, क्योंकि आप बहुत पेचीदा हालात से निकलने में कामयाब रहेंगे। भावुक फैसला लेते वक़्त अपनी तार्किकता न छोड़ें। अनुमान नुकसानदेह साबित हो सकता है, इसलिए हर तरह का निवेश करते वक़्त पूरी सावधानी बरतें। आज आपके प्रिय की मनोदशा ज्वार-भाटे की तरह उतार-चढ़ाव भरी होगी।

वृश्चिक :- कभी कभी वैवाहिक जीवन वाकई काफी खीझ पैदा कर सकता है लगता है कि आपके लिए आज कुछ कुछ वैसा ही दिन है। शारीरिक-मानसिक सुख बने रहेंगे। मित्रों और स्वजनों के साथ आज का दिन खूब आनंद और उल्लास से व्यतीत करेंगे। आज मन खुश और शांत रहेगा। जीवनसाथी के प्रति विशेष आकर्षण अनुभव करेंगे, जिससे मधुरता रहेगी। प्रवास की संभावना और आर्थिक लाभ के योग हैं। आज के दिन किसी से छेड़छाड़ या किसी से झगड़ा, वाद-विवाद करने से बचे, इससे भविष्य में आपको परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

धनु :- आपको आज के दिन विशेष रुप से हर प्रकार के कार्य में सफलता प्राप्त होगी लेकिन थोड़ा विलंब भी हो सकता है। धैर्य से काम करें आप अपने तमाम कार्य को जारी रखने की पूरी कोशिश करेंगे आर्थिक आयोजनों में अवरोध दूर होगा। किया गया हर कार्य सफलतापूर्वक पूरा होगा। घर परिवार और निजी जिंदगी से जुड़े कुछ खास काम आज आपके हो सकते हैं। कार्यक्षेत्र में सफलता के योग है। कफ्यूजन दूर करने के लिए दिमाग में नया तरीका आ सकता है। विद्यार्थी के लिए आज का दिन अति उत्तम रहेगा। आज आपको अचानक कही यात्रा करने के लिए जाना पड़ सकता है। इसलिए आज तैयार रहे।

मकर :- आज वही होगा जो आप चाहेंगे। आर्थिक मामलों में मजबूती मिलेगी। आज आप खुद में बदलाव महसूस करेंगे। नौकरी की दिशा में बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। नए अवसर पर खुले मन से विचार करना होगा। खुद को किसी भी गलत और गैर जरूरी चीज से दूर रखें, क्योंकि आप उसकी वजह से मुश्किल में फँस सकते हैं। अगर आप किसी विवाद में उलझ जाएँ तो तल्ख़ टिप्पणी करने से बचिए। आपका जीवन-साथी थोड़ा अजीब व्यवहार कर सकता है। लेकिन सब्र का बांध न टूटने दें। स्त्री वर्ग अपनी वाणी पर काबू रखें।

कुंभ :- आज साधारण सी बात दांपत्य जीवन में कलह का कारण बन सकती है। सांसारिक विषयों पर अपने व्यवहार को उदासीन बनाए रखें। वाद-विवाद से बचें। सामाजिक दृष्टि से अपमानित हो सकते हैं। चिंता के भार से स्वास्थ्य को हानि पहुंचेगी। वाद-विवाद से किसी के साथ संघर्ष हो सकता है। कोर्ट-कचहरी के कार्य में सावधानीपूर्वक कदम उठाएं। भावनाओं के प्रवाह में बहकर आप कोई अविचारी कार्य न कर बैठें, इसका ध्यान रखें। वाणी और व्यवहार में संयम तथा विवेक बनाए रखने की सलाह है। अपने अतिरिक्त खर्चों पर रोक लगाए नहीं तो आपको भविष्य में बहुत सारी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।

मीन :- अपनी दीर्घकालीन योजनाओं के साथ आगे बढ़ो, जैसा कि पहलुओं का दृढ़ संकल्प और संरचना का पक्ष है नई चीजों की कोशिश करने से डरो मत, खासकर जब आप अपने पसंदीदा लोगों के साथ हों। कार्यक्षेत्र में कोई आपसे दुर्व्यवहार कर सकता है। इसलिए तैयार रहें और प्रतिक्रिया न करें। आपकी लगन और मेहनत पर लोग गौर करेंगे और आज इसके चलते आपको कुछ वित्तीय लाभ मिल सकता है। आपकी ऊर्जा का स्तर ऊंचा रहेगा क्योंकि आपका प्रिय आपने लिए बहुत सारी खुशी की वजह साबित होगा। अपने उद्देश्यों की ओर शान्ति से बढ़ते रहें और सफलता मिलने से पहले अपने पत्ते न खोलें।

राजस्थान कैबिनेट बैठक में नवीन जिलों के गठन पर चर्चा एवं कई महत्वपूर्ण निर्णय

मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद मंत्रियों से अनौपचारिक चर्चा करते अशोक गहलोत।

जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में शुक्रवार को आयोजित राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में नवीन जिलों के गठन पर चर्चा, विद्यालयों में संविधान की उद्देशिका एवं मौलिक कर्तव्यों का पाठन, कार्मिकों के हित में प्रथम वेतन वृद्धि छह माह में करने, प्रदेश के युवाओं को राजकीय सेवा में ज्यादा अवसर देने सहित कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।

मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित इस बैठक में संस्कृत विद्यालयों में कंप्यूटर शिक्षा और राजस्थान आईएलडी स्किल्स यूनिवर्सिटी का नाम दी विश्वकर्मा स्किल्स यूनिवर्सिटी करने सहित महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। मंत्रिमण्डल की बैठक में नवीन जिलों के गठन के लिए बनाई गई राम लुभाया कमेटी की रिपोर्ट पर चर्चा पूर्ण हो गई।

मुख्यमंत्री ने बताया कि इन नवीन जिलों से राज्य के विकास को एक नई गति मिलेगी तथा आमजन की सुगमता बढेगी। विकास संबंधी योजनाओं का क्रियान्वयन और मॉनिटरिंग अधिक प्रभावी ढंग से होगी, जिससे आमजन को सरकारी योजनाओं, सुविधाओं और सेवाओं का लाभ शीघ्र मिल सकेगा।

प्रदेश के पिछड़े और दूरस्थ क्षेत्रों तक जिला प्रशासन एवं उसके माध्यम से सरकार की पहुंच और अधिक सुगम होगी, जिससे इन क्षेत्रों के लोगों की समस्याओं का शीघ्र निराकरण होगा। जमीन संबंधी एवं दीवानी मामलों के न्यायालय नजदीक होने से आमजन के समय और धन की बचत होगी तथा इन मामलों का त्वरित निस्तारण हो सकेगा। आमजन से सीधे जुड़े विभिन्न विभागों के नवीन कार्यालय खुलने से सेवा प्रदान तथा समस्या निवारण जल्दी हो सकेगा।

जिलों का आकार संतुलित होने से कानून व्यवस्था पर अधिक प्रभावी नियंत्रण हो सकेगा, जिससे अपराधों पर अंकुश लगेगा। इससे आमजन एवं जिला प्रशासन में सवांद बढ़ेगा तथा जन अभाव अभियोगों का शीघ्र एवं प्रभावी निस्तारण संभव होगा। नए जिला मुख्यालयों के कारण जिला मुख्यालय एवं आसपास के क्षेत्र में शहरीकरण तथा औद्योगीकरण में बढ़ोतरी से निवेश व रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।

नवीन कार्यालयों एवं बढ़े हुए प्रशासनिक मानव संसाधन के कारण चिकित्सा, शिक्षा एवं आमजन से जुड़ी ऐसी ही आवश्यक सेवाएं और अधिक प्रभावी ढ़ग से दी जा सकेगी। नए जिला मुख्यालयों के कारण सड़क, रेल एवं यातायात के अन्य नवीन मार्गों का विकास होगा, जिससे विकास एवं रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे।

इस बार के बजट में 19 जिलों की घोषणा की गई थी। इस क्रम में रामलुभाया समिति द्वारा प्रस्तुत की गई रिपोर्ट, विभिन्न क्षेत्रों से प्राप्त ज्ञापनों और जन भावनाओं को ध्यान में रखते हुए केबिनेट द्वारा आकलन कर सीमा निर्धारण के संबंध में चर्चा की गई।

मंत्रिमण्डल की बैठक में प्रत्येक विद्यालय में संविधान की उद्देशिका एवं मौलिक कर्तव्यों का पाठन आरंभ करने का निर्णय भी लिया गया है। इससे प्रदेश की युवा पीढ़ी का देश के महान संविधान, लोकतंत्र एवं राष्ट्रीयता पर विश्वास तथा गर्व और अधिक सुदृढ़ हो सकेगा। यह पाठन विद्यालयों में प्रति शनिवार (नो बैग डे) किया जाएगा। नई प्रकाशित होने वाली पाठ्य पुस्तकों में भी संविधान की उद्देशिका एवं मौलिक कर्तव्यों को प्रकाशित किया जाएगा।

मंत्रिमण्डल ने दी राजस्थान आईएलडी स्किल्स यूनिवर्सिटी जयपुर (चेन्ज ऑफ नेम एण्ड अमेन्डमेन्ट) बिल 2023’ के प्रारूप को मंजूरी देते हुए राजस्थान आईएलडी स्किल्स यूनिवर्सिटी का नाम ‘दी विश्वकर्मा स्किल्स यूनिवर्सिटी’ करने का निर्णय लिया है। इससे कुलपति की नियुक्ति की प्रक्रिया, बोर्ड ऑफ मैनेजमेन्ट के गठन और नए प्रावधानों के लिए ऑर्डिनेन्स लाने आदि की प्रक्रिया शुरू हो सकेगी। इस निर्णय से विश्वविद्यालय का कार्य सुगमता और त्वरित गति से हो सकेगा। मंत्रिमण्डल की इस स्वीकृति से यह विधेयक विधानसभा में प्रस्तुत किया जा सकेगा।

प्रथम वेतन वृद्धि 6 माह में मिलना हुआ सुनिश्चित, अब वेतन वृद्धि की होगी दो तिथियां

मंत्रिमण्डल ने राजस्थान सिविल सेवा (पुनरीक्षित वेतन) नियम 2017 में संशोधन के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इससे कार्मिक की पदोन्नति या एसीपी लगने पर पदोन्नति पद के पे-लेवल में समान सेल होने पर आगामी सेल में वेतन नियत हो सकेगा। इससे कार्मिक के वेतन में वृद्धि होगी। साथ ही, वर्तमान में एक ही वेतन वृद्धि की तिथि के स्थान पर अब दो वेतन वृद्धि की तिथियां (1 जनवरी और 1 जुलाई) निर्धारित की गई हैं। इससे कार्मिकों को प्रथम वेतन वृद्धि छह माह में ही मिल जाएगी। इन संशोधनों से विभिन्न सेवाओं के पदनाम भी सेवा नियमों के अनुरूप हो जाएंगे।

मंत्रिमण्डल ने राजकीय सेवाओं में प्रदेश के अभ्यर्थियों को अधिक से अधिक नियाेजत करने और शीघ्रलिपि में दक्ष अभ्यर्थी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राजस्थान अधीनस्थ कार्यालय लिपिकवर्गीय सेवा नियम 1999, राजस्थान सचिवालय लिपिकवर्गीय सेवा नियम 1970 तथा राजस्थान लोकसेवा आयोग (लिपिकवर्गीय एवं अधीनस्थ सेवा) नियम और विनियम 1999 में संशोधन के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की है। इसके अंतर्गत शासन सचिवालय, अधीनस्थ कार्यालयों एवं राजस्थान लोक सेवा आयोग से संबंधित मंत्रालयिक सेवा नियमों में शीघ्रलिपिक/निजी सहायक ग्रेड-।। के पाठ्यक्रम में राजस्थान के सामान्य ज्ञान को वेटेज देने का प्रावधान किया गया है। साथ ही, फेज-।। के लिए विज्ञापित पदों में 15 गुणा विद्यार्थियों को सम्मिलित करने तथा शीघ्रलिपि को वेटेज देने संबंधी प्रावधान भी किए गए हैं।

मंत्रिमण्डल ने महिला राजकीय कार्मिकों को गर्भावस्था के दौरान स्थानांतरण पर होने वाली परेशानियों से राहत देने के लिए राजस्थान सिविल सर्विसेज (अलॉटमेंट ऑफ रेजिडेंशियल एकोमोडेशन) रूल्स, 1958 में संशोधन के प्रस्ताव का अनुमोदन किया है। उक्त संशोधन से महिला राजकीय कर्मचारी जिसको राजकीय आवास आवंटित किया जा चुका है, वह उस आवास को मातृत्व अवकाश की समाप्ति तक सामान्य किराए पर रख सकेगी।

मंत्रिमंडल ने संस्कृत शिक्षा विभाग में राजस्थान संस्कृत शिक्षा राज्य एवं अधीनस्थ सेवा (विद्यालय शाखा) नियम, 2015 में वरिष्ठ कंप्यूटर अनुदेशक एवं बेसिक कंप्यूटर अनुदेशक के पदों को सम्मिलित करने एवं नई अनुसूची जोड़कर इन पदों पर भर्ती के संबंध में स्कीम एवं सिलेबस को शामिल करने के प्रारूप का अनुमोदन किया है। उक्त स्वीकृति से संस्कृत विद्यालयों में कंप्यूटर अनुदेशकों का पदस्थापन हो सकेगा और विद्यार्थियों को कंप्यूटर की शिक्षा मिल सकेगी।

मंत्रिमण्डल ने राजस्थान उद्योग सेवा नियम-1960, राजस्थान उद्योग अधीनस्थ सेवा नियम-1966 एवं राजस्थान राज्य एवं अधीनस्थ सेवाएं (संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा द्वारा सीधी भर्ती) नियम-1999 में परिशिष्ट ‘च’ में संशोधन कर इनमें उद्योग विभाग का नाम उद्योग एवं वाणिज्य विभाग करने का निर्णय लिया है। नाम परिवर्तन होने से विभाग के अधिकारियों का पदनाम भी संशोधित हो जाएगा।