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नसीराबाद : बूबानिया गांव के रामदेवजी महाराज के मंदिर में मूर्ति स्थापना

नसीराबाद। समीपवर्ती बूबानिया गांव में श्री रामदेव जी महाराज की मूर्ति वं मंदिर पर कलश स्थापना का धार्मिक कार्यक्रम बड़े ही धूमधाम के साथ आयोजित किया गया। इस मौके पर कलश यात्रा तथा रात्रि जागरण का आयोजन किया गया।

धार्मिक आयोजन को लेकर ग्रामीणों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। मंदिर की स्थापना मेघवंशी समाज ने अपने स्तर पर सामाजिक व आर्थिक सहयोग के जरिए की। मूर्ति स्थापना से पूर्व हवन में सैकड़ों महिलाओं एवं पुरुषों ने यज्ञ में आहूति देकर गांव में खुशहाली की कामना की। इस मौके पर आसपास के सैकड़ों ग्रामीणों ने रामदेव जी मंदिर पहुंचकर प्रसाद ग्रहण किया।

राजस्थान खो-खो संघ के उपाध्यक्ष समाजसेवी भंवर सिंह पलाड़ा, विधायक राम नारायण गुर्जर, श्रीनगर पंचायत समिति प्रधान कमलेश, देहराठू सरपंच विजेंद्र सिंह, जड़वासा सरपंच भंवर सिंह गौड़, नांदला सरपंच मानसिंह, जिला परिषद सदस्य परमेश्वरी देवी, समाजसेवी भूपेंद्र सिंह, रामप्रसाद, लाला राम, मोहन लाल, दिनेश, गणपत, शिवराज, मुकेश आदि भी उपस्थित रहे।

इस मौके पर समाजसेवी भामाशाह पलाड़ा ने भगवान शंकर के जयकारे के साथ भगवान रामदेव जी का जीवन चित्रण किया। उन्होंने कहा कि भगवान रामदेव जी ने कभी भी किसी के साथ भेदभाव नहीं किया। सामाजिक समरसता व सामाजिक एकता पर जोर दिया। उन्होंने ऊंच-नीच का भेद मिटाया। पलाड़ा ने विश्राम स्थली के लिए 400000 रुपए देने की घोषणा भी की।

ग्रामीणों ने एवं बनेवड़ा संघर्ष समिति के जितेंद्र सिंह ने पलाडा को ज्ञापन देकर मांग उठाई कि रेलवे स्टेशन नसीराबाद से लेकर बूबानिया तक 15 साल पहले बनी सड़क का वर्तमान में कार्य अधूरा छोड दिया गया है। जिसका निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूरा कराया जाए।

इसी तरह बाघसुरी से भवानीखेडा की ओर डामर रोड पर ठेकेदार ने लापरवाही बररते हुए 200 मीटर तक सीसी रोड चढाकर कार्य पूरा होने का बोर्ड भी लगा दिया। जबकि काम अधूरा पडा है। सडक क्षतिग्रस्त होने से आवागमन में बाधा होने के साथ ही ग्रामीण चोटिल हो रहे हैं। समाजसेवी पलाड़ा ने भरोसा दिलाया कि अधूरे कार्य को जल्द से जल्द पूरा कराया जाएगा।

पाकिस्तान के पूर्व नागरिक उड्डयन मंत्री गुलाम सरवर खान अरेस्ट

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के नागरिक उड्डयन मंत्री गुलाम सरवर खान को इस्लामाबाद से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने कहा कि पूर्व मंत्री को 9 मई की घटनाओं में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

जियो न्यूज के मुताबिक कथित अल-कादिर ट्रस्ट भ्रष्टाचार मामले में जब पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान को राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) के निर्देश पर अर्धसैनिक बल द्वारा गिरफ्तार किया गया था।

उसके बाद बड़ी संख्या में पीटीआई के कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने 9 मई को लगभग देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने सार्वजनिक और निजी संपत्तियों तथा सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला किया था। रावलपिंडी में जनरल मुख्यालय (जीएचक्यू) और लाहौर कॉर्प्स कमांडर हाउस (जिन्ना हाउस) और शहीदों के स्थलों पर जमकर तोड़फाेड़ की गई थी।

इन घटनाओं के बाद नागरिक और सैन्य नेतृत्व ने 09 मई को गुंडागर्दी, आगजनी, सार्वजनिक और निजी संपत्तियों में तोड़फोड़, संवेदनशील सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला करने और शहीद स्मारकों को अपवित्र करने में शामिल सभी लोगों को सेना अधिनियम के तहत सजा देने का संकल्प लिया गया। इसी के तहत पूर्व नागिरक उड्डयन मंत्री खान की गिरफ्तारी की गई है।

एटीसी ने जारी किया इमरान के खिलाफ गैर जमानती गिरफ्तारी वारंट

लाहौर। लाहौर में एक आतंकवाद-निरोधक अदालत (एटीसी) ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान और पार्टी के अन्य नेताओं के खिलाफ गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।

जियो न्यूज के मुताबिक एटीएस ने मंगलवार को पीटीआई के अध्यक्ष एवं पूर्व प्रधानमंत्री खान और पार्टी के अन्य नेताओं के खिलाफ गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। पीटीआई नेताओं में हम्माद अजहर, मियां असलम इकबाल और अन्य नेता शामिल हैं।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक लाहौर की आतंकवाद निरोधक अदालत के न्यायाधीश अभेर गुल खान ने कल आगजनी के दो मामलों में पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान और उनकी पार्टी के छह अन्य नेताओं की गिरफ्तारी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है। पुलिस इमरान को गिरफ्तार कर इन मामलों में अदालत में पेश कर सकती है। पूर्व प्रधानमंत्री और उनकी पार्टी के अन्य नेताओं के खिलाफ जांच अधिकारी के अनुरोध पर अदालत ने गैर जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।

एटीसी ने नौ मई की हिंसा के दौरान आगजनी से जुड़े दो मामलों में पूर्व प्रधानमंत्री खान के खिलाफ गैर जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। भ्रष्टाचार के मामले में उनकी गिरफ्तारी के बाद नौ मई को हिंसा भड़की थी। लाहौर पुलिस ने खान और पीटीआई के अन्य नेताओं के खिलाफ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के पार्टी कार्यालय और कंटेनर पर हमला करने के लिए आरोपियों के खिलाफ नसीराबाद और लाहौर के मॉडल टाउन पुलिस थानों में 10 मई को दो प्राथमिकियां दर्ज की गयी थी।

पिछले साल अप्रैल में अविश्वास प्रस्ताव के जरिए सत्ता से बेदखल किए जाने के बाद से अपदस्थ प्रधानमंत्री खान के खिलाफ आतंकवाद से लेकर भ्रष्टाचार तक के दर्जनों मामले दर्ज हैं। गत 9 मई को अल-कादिर ट्रस्ट मामले में पूर्व प्रधानमंत्री की गिरफ्तारी से भड़के दंगों के बाद पार्टी अध्यक्ष सहित अन्य पार्टी नेताओं पर भी आतंकवाद के आरोपों के तहत मामला दर्ज किया गया था।

पीटीआई अध्यक्ष परवेज इलाही को जमानत लेकिन अन्य को नहीं

इस्लामाबाद। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष परवेज इलाही को लाहौर की भ्रष्टाचार रोधी अदालत से जमानत मिली लेकिन उनके वरिष्ठ सहयोगी शाह महमूद कुरैशी, असद उमर और असद कैसर को इस्लामाबाद की एक सत्र अदालत ने 9 मई की हिंसा में उनके खिलाफ दर्ज मामलों में अग्रिम जमानत देने से इनकार कर दिया।

हालांकि इलाही मंगलवार को जेल से रिहा नहीं हो सके क्योंकि उनकी रिहाई का आदेश जेल प्रशासन तक नहीं पहुंचा। उनकी रिहाई के इंतजार में संघीय जांच एजेंसी की एक टीम एक धनशोधन मामले में उन्हें गिरफ्तार करने के लिए जेल के बाहर तैनात थी लेकिन इलाही की रिहाई नहीं होने से उन्हें खाली हाथ वापस लौटना पड़ा।

एफआईए ने इलाही पर एक प्रतिनिधि के माध्यम से धनशोधन का आरोप लगाया है और उनके बेटे मूनिस इलाही और तीन अन्य लोगों के साथ उनके खिलाफ मामला दर्ज किया है। पीटीआई ने इलाही के खिलाफ दर्ज मामले की निंदा करते हुए कहा कि किसी भी मामले में जमानत मिलने के बाद उनके नेताओं को फिर से गिरफ्तार करना वर्तमान फासीवादी सरकार का एक निर्धारित पैटर्न रहा है।

सुनवाई के दौरान, न्यायाधीश अली रजा ने इलाही को 10 लाख रुपए का मुचलका भरने का निर्देश दिया और कहा कि उनकी जमानत लाहौर उच्च न्यायालय के समक्ष लंबित अभियोजन पक्ष के आवेदन के अंतिम निर्णय पर निर्भर करेगी।

सत्र अदालत ने 12 जून को इलाही की भ्रष्टाचार विरोधी प्रतिष्ठान (एसीई) की रिमांड खारिज करने और अवैध नियुक्तियों के मामले में बरी करने से संबंधित न्यायिक मजिस्ट्रेट के निर्णय को रद्द कर दिया था। हालांकि इलाही ने लाहौर उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया और आदेश को निलंबित करा लिया। उच्च न्यायालय इस मामले में 27 जून को सुनवाई करेगा।

मामले पर सुनवाई करते हुए न्यायाधीश अली रजा ने कहा कि ये नियुक्तियां 2021 में हुई थीं और एसीई को इस मामले की रिपोर्ट करने में दो वर्षों से ज्यादा समय लगा। न्यायधीश ने कहा कि याचिकाकर्ता कभी भी जांच से जुड़ा नहीं था और कार्यवाही एकतरफा थी। हालांकि, उन्होंने कहा कि घोषित परिणामों में कथित जालसाजी के 12 मामलों का खुलासा हुआ है।

पीटीआई उपाध्यक्ष कुरैशी और पूर्व महासचिव असद उमर और पीटीआई नेता असद कैसर को 9 मई की हिंसा के बाद दर्ज कई मामलों में अग्रिम जमानत की याचिका खारिज कर दी गई। एडीएसजे ताहिर अब्बास सिपरा ने कैसर की पांच और कुरैशी और असद उमर की तीन-तीन जमानत याचिकाओं को खारिज कर दिया। ये मामले विभिन्न पुलिस थानों में दर्ज प्राथमिकियों पर आधारित हैं, जिनमें उन पर हिंसा को उकसाने का आरोप लगाया गया था।

न्यायाधीश ने कहा कि यह अचानक उकसावा का मामला नहीं था। फैसले के अनुसार पीटीआई नेताओं के ट्वीट और सोशल मीडिया पोस्ट ने आग में घी डालने का काम किया और वे जमानत के हकदार नहीं हैं। न्यायधीश ने कहा कि इस समय उनको जमानत देने से जांच प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है।

माउंट आबू में ED की एंट्री हुई तो ये IAS आधिकारी भी आ सकते जॉच की जद में!

माउंट आबू में अधिकारीयों की मिलीभगत से लिंबडी कोठी में के ऊपरी माले के पतरे को हटाकर डाली जा रही आरसीसी।

सिरोही। सिरोही जिले के आबूरोड में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने उनके सलाहकार संयम लोढ़ा ने माउंट आबू के उपखंड अधिकारियों द्वारा उन्हें मिली एब्सोल्यूट पावर का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया था। एकाधिकार मिलने का दुरुपयोग करना अब माउंट आबू के उपखंड अधिकारियों को भारी पड़ सकता है।

भाजपा सांसद किरोड़ीलाल मीणा के द्वारा माउंट आबू के लिंबडी कोठी में कथित रूप से मुख्यमंत्री के पुत्र वैभव गहलोत पर प्रदेश में 4 होटलों में मनी लांड्रिंग के जरिए निवेश करने का आरोप लगाने और इसका परिवाद प्रवर्तन निदेशालय की देने के बाद माउंट आबू में भी ईडी की एंट्री हो सकती है। अपनी पत्रकार वार्ता में जिन चार होटल समूहों में मनी लांड्रिंग का पैसा निवेश करने का आरोप किरोड़ीलाल मीणा ने लगाया है उसमें माउंट आबू की लिमंडी पैलेस (लिंबडी कोठी) होटल भी शामिल थी।

दस्तावेजों की जांच में हुई तो खुलेगी कइयों की भूमिका

अगर किरोड़ीलाल मीणा के परिवाद पर ईडी संज्ञान लेती है और माउंट आबू की लिंबड़ी कोठी प्रकरण की जांच करती है तो फिर इसकी जांच के दस्तावेजों के लिए माउन्ट आबू भी आना पड़ सकता है। यदि ऐसा हुआ तो माउंट आबू में निर्माण के लिए एकाधिकार प्राप्त उपखंड आधिकारी कार्यालय से दस्तावेजों को जुटाने के लिए एनफोर्समेंट डिपार्टमेंट यहां भी पहुंच सकता है। ऐसे में निर्माण इजाजत में हुए भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए जो दस्तावेज यहां के उपखंड आधिकारी सूचना के अधिकारी के तहत छिपा रहे थे वो भी बाहर आ सकते हैं। अगर ईडी मीना को गंभीरता से नहीं लेती तो जो जैसे चल रहा है वैसा चलेगा ही।

इस दौरान माउंट आबू के उपखंड आधिकारी के पद पर कार्यरत डॉक्टर रविंद्र गोस्वामी, गौरव सैनी, अभिषेक सुराणा, कनिष्क कटारिया के साथ हाल में स्थानांतरित हुए एडीएम राहुल जैन ने भी लिंबडी कोठी के लिए निर्माण सामग्री जारी की है तो वो भी इस जांच और पूछताछ की जद में आ सकते हैं। इसके आलावा कथित रूप से जुगलकिशोर जाखड़ के हस्तक्षेप से माउंट आबू नगर पालिका में आयुक्त लगे आशुतोष आचार्य, कार्यवाहक आयुक्त गौरव सैनी, जितेन्द्र व्यास, रामकिशोर, कार्यवाहक आयुक्त कनिष्क कटारिया, शिवपाल सिंह राजपुरोहित की भूमिका भी जांच के दायरे में आ सकती है।

सूत्रों के अनुसार ये सब लोग सीधे सीधे जयपुर के अधिकारीयों के निर्देशन में काम करते रहे और एक रणनीति के तहत सारे आधिकार किसी समिति की बजाय उपखंड अधिकारियों को ही दे दिए गए ऐसे में मॉनिटरिंग कमेटी के सचिव के रूप में काम करने वाले जिला कलेक्टरों के गले बच गए हैं।

यूं एक समाचार पत्र ने गौरव सैनी और कनिष्क कटारिया को उन आइएएस अधिकारीयों की श्रेणी में रखा है जो जनता में विश्वास नहीं जमा पाए हैं। माउंट आबू में इनके कार्यकाल में ये सामने आया कि इनके फील्ड पोस्टिंग में रहने पर जनता के बीच गहलोत सरकार के जनविरोधी होने का संदेश पहुंचा। शायद इसी कारण इन्हे कम समय में ही हटाया गया हो। माउंट आबू में कॉन्ग्रेस नेता की ऑडियो वायरल होने की घटना वहां के उपखंड अधिकारी गौरव सैनी की उस चेतावनी के बाद की है, जिसमे वो कहते हैं कि समय पड़ने पर वो माउंट आबू बोर्ड की हरकतों को सामने लाएंगे।

गौरव सैनी ही वो उपखंड अधिकारी हैं जिन्होंने कार्यवाहक आयुक्त रहते हुए माउंट आबू में मख्यमंत्री अशोक गहलोत के द्वारा लागू किए गए बिल्डिंग बायलॉज को अटकाया था। इन्होंने डीलबी को एक पत्र लिखकर सालों बाद शुरु होने वाली भवन निर्माण समिति की बैठक में अडंगा लगाया था। वहीं कनिष्क कटारिया ने कार्यवाहक आयुक्त रहते हुए मख्यमंत्री के सलाहकार संयम लोढ़ा के द्वारा जारी करवाए गए एस 2 जोन के इंप्लीमेंटेशन को अटकाए रखा। कॉन्ग्रेस और भाजपा दोनों ये आरोप लगाती रही है कि इन दोनो के चलाए कागजों की वजह से ही माउंट आबू को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशानुसार राहत नहीं मिल रही है।

राजनितिक मुद्दा न बना तो भ्रष्टाचार का मुद्दा बनेगा

मनी लांड्रिंग के प्रकरण में केस दर्ज होने पर केन्द्रीय जांच एजेंसी को राजस्थान में हस्तक्षेप करने का मौका मिल जाएगा। ऐसे में लिंबड़ी कोठी का किरोड़ीलाल मीना के आरोप के अनुसार यदि इस मामले में बद्रीराम जाखड़ के माध्यम से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से तार जोड़ने हैं तो माउंट आबू उपखंड अधिकारी और नगर पालिका कार्यालय भी जांच के दायरे में आएंगे।

वहां से दस्तावेज निकले तो माउंट आबू के अशोक गहलोत सरकार के कार्यकाल में तैनात उपखंड अधिकारियों और नगर परिषद् आयुक्तों के कार्यकाल के दस्तावेजों की जांच भी होगी। ऐसे में यहां निर्माण और मरम्मत की अनुमति देने में बरती गई अनियमितता, भ्रष्टाचार और भेदभाव के कई दस्तावेज सामने आने से इनकार नही किया जा सकता है।

ऐसे में ये मुद्दा खुद के हित के लिए जनता के हित को दरकिनार करने के अशोक गहलोत सरकार की कार्य प्रणाली भी उजागर करेंगे। इतना ही नही इसमें ऐसे कई धन्ना सेठों के भी ईडी के दायरे में आने से इनकार नही किया जा सकता जिन पर मांउट आबू में होटल और बंगलो के निर्माण के लिए वैध और अवैध तरीके से धन उड़ाने का आरोप लगता रहा है।

नियम पालते तो बच सकते थे उपखण्ड आधिकारी

माउंट आबू में निर्माण मरम्मत की अनुमति देने के लिए 2015 में मॉनिटरिंग कमिटी ने उपखण्ड अधिकारी की अध्यक्षता में एक उप समिति का गठन किया था। निर्माण और मरम्मत की अनुमति इसी उप समिति को देनी थी। इस उप समिति में माउंट आबू के उपवन संरक्षक के साथ मुख्य मोनिटरिंग कमिटी के स्थाई और अस्थाई सदस्य भी शामिल थे, लेकिन माउंट आबू के उपखंड अधिकारियों ने इस उपसमिति को दरकिनार करके एकाधिकार जमाते हुए बिना उपवन संरक्षक और अन्य सदस्यों की बैठक के मनमर्जी से निर्माण सामग्रियां जारी करते रहे।

यही नहीं कनिष्क कटारिया ने तो इस उप समिति की बैठकों के एजेंडे और प्रस्तावों के संबध में मांगी गई सबगुरु न्यूज की आरटीआई का 6 महीने तक जवाब नहीं दिया। जब इसकी अपील जिला कलेक्टर के पास की गई तो स्थानान्तरण से एकाध दिन पहले इस कारण से इसकी जानकारी देने से मना कर दिया कि ये थर्ड पार्टी सूचना है। जबकि अपील अधिकारी जिला कलेक्टर ने ये सूचना देने के निर्देश दिए थे।

अब समिति की बैठकें किस तरह से थर्ड पार्टी सूचना हुई ये समझ से परे है। ये सूचनाएं छिपाना इस बात की ओर इशारा है कि माउंट आबू के उपखंड अधिकारी निर्माण और मरम्मत की आड़ में किसी बड़ी अनियमितता को छिपाने की कोशिश कर रहे थे। संभवतः वो अनियमितता लिंबडी कोठी और कांग्रेस की वर्तमान सरकार के संरक्षण में हुए अनियमित निर्माणों की हो।

FIR दर्ज नहीं होने पर थाने के सामने धरने पर बैठे किरोड़ी लाल मीणा

जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद डा किरोड़ी लाल मीणा ने केन्द्र सरकार की जल जीवन मिशन के तहत कराये जा रहे कार्यों के लिए फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर करोड़ों का टेंडर लेकर फर्जीवाड़ा करने के मामले में एफआईआर दर्ज नहीं होने को लेकर यहां अशोक नगर थाने के बाहर परिवादी के साथ धरने पर बैठ गए।

इसके बाद पुलिस आयुक्त आनंद श्रीवास्तव ने डा मीणा को इस मामले में वार्ता के लिए आयुक्तालय बुलाया, जहां वह बातचीत के लिए पहुंचे लेकिन कोई बात नहीं बनी और वार्ता विफल रहने पर मीणा वापस धरने स्थल पर आ गए। देर रात तक उनका धरना जारी था।

इससे पहले धरने शुरु करते समय डा मीणा ने मीडिया को बताया कि जल जीवन मिशन योजना में हुए करोड़ों के भ्रष्टाचार के खिलाफ मंगलवार को सचिवालय जाकर एडिशनल सीवीसी सोविला माथुर को जलदाय मंत्री एवं एक आईएएस अधिकारी के खिलाफ शिकायत दी है और उम्मीद है कि इस मामले में कार्यवाही की जाएगी।

उन्होंने बताया कि इसके बाद वह इस मामले में जल जीवन मिशन के टेंडरों में हुए फर्जीवाड़े को लेकर एक शिकायत अशोक नगर थानाधिकारी को भी दी है लेकिन इस मामले में एफआईआर दर्ज नहीं हो रही है। इस कारण वह थाने के बाहर धरने पर बैठ गए है।

मीणा ने कहा कि मुख्यमंत्री कहते हैं कि हमारे यहां हर एफआईआर दर्ज होती है, मैं केन्द्र सरकार की जल जीवन मिशन में राजस्थान लोक उपापन में पारदर्शिता अधिनियम-2012 के सेक्शन 17 के उल्लंघन का मामला दर्ज कराने अशोक नगर थाने आया था लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं हुई तो अब धरने पर बैठा हूं।

इस बीच धरनास्थल पर पहुंचे नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने कहा कि राज्य सरकार जब ऑनलाइन एफआईआर दर्ज करने की बात करती है तो इस प्रमाणिक मामले में एफआईआर दर्ज करनी चाहिए। लेकिन उन्होंने पुलिस आयुक्त से भी बात की है लेकिन वह एफआईआर दर्ज करने के लिए तैयार नहीं है।

राठौड़ ने कहा कि इस मामले को लेकर मीणा ने परिवादी के साथ धरना दिया है और वह अेकेले नहीं है, वह भाजपा के सांसद है और जब तक एफआईआर दर्ज नहीं होती तब तक यह धरना जारी रहेगा और इनके समर्थन में पार्टी के सांसद, विधायक एवं जनता भी आएगी और जब तक एफआईआर दर्ज नहीं होगी तब तक यह मामला नहीं सुलटेगा। उन्होंने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इससे अब इसका असली चेहरा सामने आ रहा है।

उल्लेखनीय है कि डा मीणा ने सोमवार को प्रेसवार्ता कर जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री महेश जोशी एवं विभाग के अतिरक्त मुख्य सचिव सुबोध अग्रवाल के खिलाफ जल जीवन मिशन के तहत कराए कार्यों में करीब बीस हजार करोड़ के घोटाले के आरोप लगाया था।

उधर, डा महेश जोशी ने डा मीणा के उन पर लगाए गए आरोपों को निराधार और बेबुनियाद बताया है। डा जोशी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि डा मीणा के आरोपों में कोई सच्चाई नहीं हैं और अगर यह मानहानि का मुकदमा बनता है तो इस पर कार्यवाही की जाएगी।

सबगुरु राशिफल : 21 जून बुधवार को आपके भाग्य में क्या होगा बदलाव

सबगुरु न्यूज। आषाढ़ मास, कृष्ण पक्ष, तृतीया तिथि, वार बुधवार, सम्वत 2080, वर्षा ऋतु, रवि उत्तरायण, दोपहर 03.10 बजे बाद चतुर्थी तिथि प्रारम्भ, विश्व योग दिवस।

मेष राशि :- आज स्वास्थ्य सामान्य रहेगा। घुटनों और जोड़ों के दर्द से राहत मिल सकती है। सुबह व्यायाम करें, अतिरिक्त लाभ मिलेगा। पारिवारिक कारण या नौकरी को लेकर आप लंबी दूरी की यात्राओं पर जाने से बचें। कार्यक्षेत्र में आपको उच्च पद, प्रतिष्ठा व मान-सम्मान मिलने के संकेत हैं।

वृषभ राशि :- आज आपकी कार्य-शक्ति गज़ब की रहेगी। जिसकी वजह से आप अपने कार्य समय से पूरा कर पाएंगे। बिज़नेस में पिता का सहयोग आपको बड़ा आर्थिक लाभ दे सकता है। आर्थिक मामलों के लिए यह अवधि बढ़िया रहेगी बस धन संबंधी लेन-देन में आपको जल्दबाज़ी करने से बचना होगा।

मिथुन राशि :- आज आप विपरीत लिंग वाले लोगों की ओर आकर्षित हो सकते हैं। सेहत पर ध्यान दें। अधिकारी आपसे खुश हो सकते हैं। स्टूडेंट्स को किसी मामले पर निराशा भी हो सकती है। फालतू विवादों से बचने की कोशिश भी करनी चाहिए। कारोबार में खर्चों पर कंट्रोल रखना होगा।

कर्क राशि :- आज घरेलू जीवन के लिए यह समय जटिल हो सकता है। भाई-बहनों को अपने स्वास्थ्य के प्रति थोड़ी सतर्कता बरतनी होगी। दाम्पत्य जीवन के लिए यह समय मिला जुला रहने वाला होगा। रिश्तों में मधुरता कायम रहे इसके लिए बेहतर तो यही होगा कि आप उनके साथ थोड़ा संयम से पेश आएं।

सिंह राशि :- आज परिवार के साथ आप कुछ बेहतरीन पलों का आनंद उठा सकते हैं। सुख-सुविधाओं की वस्तुओं का उपभोग करने व उन्हें जुटाने के लिए इस अवधि में आप काफी प्रयासरत रहेंगे। दाम्पत्य जीवन के लिए यह समय काफी अनुकूल रहने की सम्भावना है। आपके वैवाहिक संबंध मजबूत रहेंगे।

कन्या राशि :- आज छोटी या लंबी दूरी की यात्रा से बचना होगा। वे जातक जिनका झुकाव धार्मिक प्रवृत्ति की ओर ज्यादा है, वे लोग ईश्वर की स्तुति का आयोजन कर सकते हैं।प्रेम प्रसंगों के लिए आज का दिन अनुकूल रहेगा। उनकी सेहत का पूरा ख्याल रखें। इसके अलावा इलाज पर अधिक खर्च होने से आपका बजट बिगड़ सकता है।

तुला राशि :- आज घरेलू जीवन के लिए यह समय अच्छा प्रतीत होता नहीं दिख रहा। कुछ न कुछ पारिवारिक अशांति आपके साथ लगी रहेगी। दाम्पत्य जीवन के लिए यह समय काफी अच्छा रह सकता है। जीवनसाथी के साथ शांति के कुछ ख़ुशनुमा पल आप बिता सकेंगे। सेहत की दृष्टि से यह आपके लिए उत्तम रहेगा।

वृश्चिक राशि :- आज आपका पारिवारिक जीवन आनंदमय बना रहेगा। आप एक नई ऊर्जा का संचार महसूस करेंगे। किसी ख़ूबसूरत पल को याद करके आप अपने को तरोताज़ा कर सकते हैं। अपने प्रेमी की तरफ आपका झुकाव अधिक रहेगा। रोमांस करने के भी आपको भरपूर मौक़े प्राप्त होंगे। कुछ स्टूडेंट्स गलत लोगों की संगत में पड़कर अपना समय खराब कर सकते हैं।

धनु राशि :- आज पारिवारिक स्तर पर ख़ुशियों में बढ़ोत्तरी संभव है। इस दौरान मनोरंजन हेतु आप परिवार के साथ कोई आयोजन कर सकते हैं। दाम्पत्य जीवन के लिए यह समय थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है। जीवनसाथी के स्वभाव में आपको गर्म मिज़ाजी देखने को मिल सकती है। स्वास्थ्य का मामला सामान्य रहेगा। आप अपने स्वभाव में आध्यात्मिकता की वृद्धि पाएंगे।

मकर राशि :- आज सम्बन्धों में मधुरता बनाएं रखने के लिए आपके लिए यह जरुरी है कि अपने पार्टनर की भावनाओं का आदर करें व बेवज़ह उनके साथ उलझने से बचें। मानसिक शांति प्राप्त करने के लिए आप अपनी आध्यात्मिक गतिविधियों को बढ़ा सकते हैं। ऑफिस से जुड़ी गलतफहमी या परेशानी भी खत्म हो जाएगी। लोग आपका सहयोग करेंगे, लेकिन पहल आपको ही करनी पड़ेगी।

कुंभ राशि :- आज नौकरी में परिवर्तन होने के आसार नज़र आ रहे हैं। जो लोग नई जॉब की तलाश में हैं उन्हें इस अवधि में सफलता मिल सकती है। शेयर बाजार व सट्टे-लॉटरी से जुड़े जातक अच्छा पैसा कमा सकते हैं। आर्थिक लाभ के लिए यह समय बहुत अनुकूल हो सकता है। धन कमाने के लिए आपकी भागा-दौड़ी लगी रहेगी।

मीन राशि :- आज पारिवारिक जीवन के लिए यह समय थोड़ा कष्टदायी हो सकता है। घरेलू लोगों में तालमेल की कमी आपको दृष्टिगोचर हो सकती है। पिता का भरपूर सहयोग व समर्थन आपको मिलने की उम्मीद रहेगी। प्रेम जीवन बहुत ही आनंदमय रहने के संकेत हैं। प्रियजन के साथ मनपसंद जगहों पर घूमने के मौक़े आपको मिल सकते हैं। स्वास्थ्य के लिहाज से आज का दिन सामान्य रहेगा।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी न्यूयॉर्क शहर पहुंचे, भव्य स्वागत किया गया

न्यूयॉर्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमरीका की अपनी राजकीय यात्रा के पहले चरण में मंगलवार देर रात न्यूयॉर्क शहर पहुंचे। प्रधानमंत्री मोदी का न्यूयॉर्क हवाई अड्डे पहुंचने पर गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया।

हवाई अड्डे पर अमरीका में भारतीय राजदूत तरणजीत सिंह संधु और संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने प्रधानमंत्री की अगवानी की। इस दौरान अमरीका में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों प्रधानमंत्री के समर्थन में नारे लगाए और उनका भव्य स्वागत किया। मोदी बुधवार को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह का नेतृत्व करेंगे और प्रमुख सीईओ और अमेरिकी विचारक नेताओं के साथ बातचीत करेंगे।

प्रधानमंत्री ने न्यूयॉर्क पहुचने पर ट्वीट किया कि न्यूयॉर्क शहर पहुंच गया हूं। बुधवार (21 जून) को विभिन्न नेताओं के साथ बातचीत और योग दिवस कार्यक्रम सहित यहां के कार्यक्रमों की प्रतीक्षा कर रहा हूं। मोदी अमेरिकी विचारक नेताओं के साथ बातचीत करेंगे।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक ट्वीट में कहा कि प्रधानमंत्री अमरीका की पहली आधिकारिक राजकीय यात्रा पर हैं। मोदी न्यूयॉर्क के जीवंत शहर में पहुंचे गए हैं। गौरतलब है कि अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रथम महिला जिल बाइडेन के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री मोदी यहां पहुंचे है। मोदी 24 जून तक अमरीका रहेंगे और उसके बाद मिस्र के लिए रवाना होंगे।

आंध्र प्रदेश : नाबालिग से रेप के आरोप में स्वामी पूर्णानंद अरेस्ट

विशाखापत्तनम। आन्ध्र प्रदेश में विशाखापत्तनम पुलिस ने एक नाबालिग से कथित रूप से दुष्कर्म करने के आरोप में स्वामी ज्ञानानंद आश्रम के प्रमुख स्वामी पूर्णानंद को गिरफ्तार किया। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

दिशा थाने के सहायक पुलिस आयुक्त सीएच विवेकानंद ने बताया कि विजयवाड़ा में पीड़ित किशोरी की शिकायत के आधार पर वेंकोजीपलेम स्थित स्वामी ज्ञानानंद आश्रम के स्वामी पूर्णानंद को गिरफ्तार किया गया, जो एक अनाथालय और वृद्धाश्रम चलाते हैं। पीड़िता ने शिकायत में कहा कि आरोपी ने उसे प्रताड़ित किया और बार-बार उसका यौन शोषण किया।

उन्होंने कहा कि पीड़िता की शिकायत के आधार पर, हमने आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 376 (बलात्कार की सजा) और पॉक्सो अधिनियम के तहत संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। पीड़िता का विजयवाड़ा में मेडिकल परीक्षण किया जा रहा है।

पुलिस आयुक्त ने बताया कि पीड़िता का विजयवाड़ा में मेडिकल परीक्षण जारी है। आश्रम में चार किशोरियों सहित 12 अनाथ बच्चे रहते हैं। इसी दौरान, आश्रम के सदस्यों ने आरोप लगाया कि स्वामी पूर्णानंद के खिलाफ यह मामला उनकी बेशकीमती जमीनों को हड़पने की साजिश है।

भीलवाड़ा में नाबालिग से रेप के दोषी को 10 वर्ष का कारावास

भीलवाड़ा। राजस्थान के भीलवाड़ा में विशिष्ठ न्यायाधीश (पोक्सो एक्ट देवेंद्रसिंह नागर ने नाबालिग से दुष्कर्म करने के आरोपी को आज 10 वर्ष की कारावास की सजा सुनाई।

विशिष्ठ लोक अभियोजक हर्ष रांका ने बताया कि जिले के काछोला थाना इलाके में रहने वाली 16 साल की नाबालिग लड़की 21 अक्टूबर 2021 को घर से लकडिय़ां लाने जंगल में गई थी। उसे अकेला पाकर आरोपित दयाराम कंजर भी उसका पीछा करते हुए जंगल में पहुंच गया और जबरन दुष्कर्म किया।

पुलिस ने पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने जांच के बाद 28 अक्टूबर 21 को आरोपित दयाराम को गिरफ्तार कर तफ्तीश के बाद कोर्ट के आदेश से न्यायिक अभिरक्षा में भिजवा दिया। न्यायालय में मामले की सुनवाई सुनवाई पूरी होने पर मंगलवार को न्यायालय ने आरोपित को दस साल की कैद और 11000 रुपए जुर्माने से दंडित किया।