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केन्द्र सरकार खेल रही है खतरनाक खेल : अशोक गहलोत

भीलवाड़ा। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केन्द्र की मोदी सरकार पर देश के साथ खतरनाक खेल खेलने का आरोप लगाते हुए कहा है कि लोकसभा का सत्र बुलाया गया लेकिन उसका एजेंडा पता नहीं, यह देश के लिए भी ठीक नहीं है।

गहलोत ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए यह बात कही। उन्होंने इस पर चिंता जताते हुए कहा कि मोदी सरकार से देश भर के उद्योगपति मीडियाकर्मी, चिकित्सा कर्मी एवं अन्य लोग भी चिंतित है।

उन्होंने देश में घोषित आपातकाल जैसी स्थिति बताते हुए कहा कि केंद्र सरकार के खतरनाक इरादे हैं। उन्होंने केरल की चर्चा करते हुए कहा कि वहां सरकार ने अच्छा मैनेजमेंट किया जिसके चलते वहां की सरकार रिपीट हुई है।

उन्होंने कहा कि राजस्थान में भी कोरोना में अच्छा मैनेजमेंट हुआ है लोगों के स्वास्थ्य के लिए चिरंजीवी योजना काफी फायदेमंद है। उन्हें उम्मीद है कि राजस्थान में फिर कांग्रेस की सरकार रिपीट होगी। इसके उन्होंने कई उदाहरण देते हुए कहा कि लोगों के हितों के लिए सरकार ने कई काम किए है।

उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री रहूं या ना रहू लेकिन मेरी सोच प्रदेश के विकास के लिए ही रहेगी। उन्होंने कहा कि कोरोना में जिस तरह भीलवाड़ा मॉडल छाया था उसी तरह विजन 2030 भी प्रदेश और देश में कामयाब रहेगा।

देश की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले कपड़ों पर प्रतिबंध लगाना चाहता है चीन

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बीजिंग। चीन देश और नागरिकों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले भाषण और कपड़ों पर प्रतिबंध लगाना चाहता है और इसके लिए उसने एक मसौदा कानून भी तैयार किया है जिस पर देश में बहस छिड़ गई है।

अगर यह कानून लागू हो जाता है, तो दोषी लोगों पर जुर्माना लगाया जा सकता है या उन्हें जेल भेजा जा सकता है, लेकिन प्रस्ताव में अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि उल्लंघन क्या-क्या है। सोशल मीडिया यूजर्स और कानूनी विशेषज्ञ इसमें ज्यादा स्पष्टता की मांग कर रहे हैं।

हाल ही में चीन ने अपने सार्वजनिक सुरक्षा कानूनों में प्रस्तावित बदलावों की एक सूची जारी की है जो इस देश में दशकों बाद पहला सुधार होगा। कपड़ों के कानून को लेकर नागरिकों की ओर से तत्काल प्रतिक्रिया हो रही है और कई ऑनलाइन यूजर्स इसे बेतुका बताते हुए इसकी आलोचना कर रहे हैं।

विवादास्पद मसौदा कानून में कहा गया है कि अगर कोई दूसरे लोगों को ऐसे कपड़े या चिह्न पहनने के लिए मजबूर करता है जो देश के नागरिकों की भावनाओं को कमजोर करते हैं या राष्ट्र की भावनाओं को ठेस पहुंचाते हैं तो उसे 15 दिनों तक की जेल और 5,000 युआन (680 डॉलर) तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। जो लोग ऐसा करने वाले लेख लिखते हैं या भाषण देते हैं या प्रसारित करते हैं, उन्हें भी वही सजा मिल सकती है।

यूजर्स का सवाल है कि कानून लागू करने वाले एकतरफा कैसे निर्धारित कर सकते हैं कि राष्ट्र की भावनाएं कब आहत होती हैं। देश के कानूनी विशेषज्ञों ने भी इस अस्पष्ट कानून की आलोचना की है और कहा है कि इसका दुरुपयोग हो सकता है। झाओ होंग, कानून की प्रोफेसर, चाइनीज यूनिवर्सिटी ऑफ पॉलिटिकल साइंस एंड लॉ ने कहा कि स्पष्टता की कमी से व्यक्तिगत अधिकारों का उल्लंघन हो सकता है।

उन्होंने बुधवार को प्रकाशित एक लेख में कहा कि क्या होगा अगर कानून लागू करने वाला, आमतौर पर एक पुलिस अधिकारी, चोट की व्यक्तिगत व्याख्या करता है और कानून के दायरे से बाहर निकलकर दूसरों को नैतिक निर्णय सुनाता है।

उन्होंने पिछले वर्ष चीन के सूझोउ शहर में सुर्खियों में आए एक मामले का हवाला दिया, जहां एक किमोनो पहनी एक महिला को हिरासत में लिया गया और उस पर झगड़ा करने और परेशानी उत्पन्न करने का आरोप लगाया गया क्योंकि उसने जापानी पोशाक पहना था। इस घटना से पूरे चीनी सोशल मीडिया में आक्रोश फैल गया था।

इस वर्ष मार्च में पुलिस ने एक महिला को रात में बाजार में जापानी सेना की वर्दी जैसे कपड़े पहने हुए हिरासत में लिया था, जबकि पिछले महीने की शुरुआत में, इंद्रधनुष प्रिंट वाले कपड़े पहने लोगों को बीजिंग में ताइवान के गायक चांग हुई-मेई के एक संगीत कार्यक्रम में प्रवेश देने से मना कर दिया गया था।

मसौदा कानून इस बात का एक उदाहरण है कि किस प्रकार से चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग 2012 में सत्ता में आने के बाद से एक आदर्श चीनी नागरिक को फिर से परिभाषित करने की चाहत रखते हैं। उनकी चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने 2019 में नैतिकता के दिशानिर्देश जारी किया था, जिसमें विनम्र रहने, कम कार्बन फुटप्रिंट के साथ यात्रा करने और राष्ट्रपति और पार्टी में विश्वास रखने जैसे निर्देश शामिल किए गए।

सनातन धर्म पर स्टालिन की टिप्पणी से हम सहमत नहीं : कांग्रेस

नई दिल्ली। कांग्रेस ने सनातन धर्म को लेकर विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन के सहयोगी तमिलनाडु में द्रमुक सरकार के युवा कल्याण मंत्री उदयनिधि स्टालिन के बयान से किनारा करते हुए कहा है कि पार्टी इस तरह की टिप्पणियों से सहमत नहीं है।

कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने गुरुवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कांग्रेस सभी धर्मों को साथ लेकर के चलती है और किसी को कम ज्यादा करके आंकने के खिलाफ है। संविधान इस तरह की टिप्पणियों के विरुद्ध है और कांग्रेस में भी हमेशा सभी धर्मों का सम्मान करने की परंपरा रही है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस तरह की टिप्पणियों के साथ नहीं है और हमारी पार्टी ऐसी टिप्पणियों का समर्थन नहीं करती। हम सभी धर्मों को साथ लेकर चलते हैं। किसी धर्म या पंथ को कम ज्यादा नहीं करना चाहिए। संविधान भी इसकी इजाजत नहीं देता और कांग्रेस की परंपरा भी ऐसी नहीं है। कांग्रेस सर्वधर्म समभाव में विश्वास करती है। पहले भी स्पष्ट तौर पर कह चुकी है कि इसकी तरह की टिप्पणियों से कांग्रेस सहमत नहीं है।

गौरतलब है कि स्टालिन इंडिया गठबंधन के सहयोगी दल द्रमुक के नेता तथा तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे हैं जिन्होंने सनातन धर्म को खत्म करने संबंधी बयान दिया है।

भारत विकास परिषद की महिला कार्यशाला में जुटेंगी 200 महिला संयोजिकाएं

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अजमेर। भारत विकास परिषद की ओर से 10 सितंबर को प्रांतीय महिला कार्यशाला श्री आद्या का आयोजन अजमेर में किया जाएगा।

राजस्थान मध्य प्रांत के महासचिव गोविंद अग्रवाल ने बताया कि आदर्श नगर स्थित सिंधी धर्मशाला में होने वाली इस कार्यशाला में अजमेर, भीलवाड़ा और राजसमंद जिलों की लगभग 40 शाखाओं की 200 से अधिक महिला संयोजिकाएं तथा महिला प्रकल्प प्रभारियो की सहभागिता रहेगी।

आयोजक शाखा अजमेर आदर्श की महिला संयोजिका सीमा मिश्रा ने बताया कि कार्यशाला में सेवा और संस्कार के विभिन्न प्रकल्पों पर चर्चा होगी। कार्य योजनाएं बनाई जाएंगी। शाखा अध्यक्ष दिलीप दुबे ने बताया कि एक दिवसीय कार्यशाला सुबह 10 बजे से प्रारंभ होगी जिसमें पुलिस महानिरीक्षक अजमेर रेंज लता मनोजकुमार, उप जिला कलक्टर सृद्धा गोम तथा उप निदेशक महिला एवं बाल विकास तारामति वैष्णव उपस्थित रहेंगी।

क्षेत्रीय महामंत्री डॉ त्रिभुवन शर्मा, क्षेत्रीय महिला संयोजिका शशि चुग, पूर्व क्षेत्रीय संयोजिका गुणमाला अग्रवाल, प्रांतीय महिला संयोजिका सुमन बड़ौला तथा प्रांतीय सह महिला संयोजिका कमलेश बंत सहित अन्य प्रांतीय दायित्वाधारी मार्गदर्शन देंगे।

सोमेसर स्थित रेलवे के आरयूबी 67 पर बनेगा कवर शेड

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अजमेर। रेलवे प्रशासन आमजन की सुविधा के मद्देनजर उत्तर पश्चिम रेलवे अजमेर मंडल मारवाड़-पालनपुर खंड पर स्थित सोमेसर स्टेशन के पास आरयूबी (रोड अंडर ब्रिज) संख्या 67 पर कवर शेड बनवाएगा। इसके लिए सक्षम अधिकारी ने कार्य स्वीकृत कर दिया है और शीघ्र ही टेन्डर की कार्यवाही की जाएगी। यह काम 9 माह मे यह सम्पूर्ण कार्य किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

कवर शेड बनाने से जहां आमजन को धूप व बारिश से बचाव होगा वहीं आरयूबी में पानी भरने की समस्या पर भी काफी हद तक अंकुश लग सकेगा। करीब 80 लाख रुपए की लागत से बनने जा रहे इस कवर शेड से आरयूबी से गुजरने वाले लाखों आमजन लाभान्वित होंगे। मंडल रेल प्रबंधक राजीव धनखड़ ने वरिष्ठ मंडल इंजीनियर बिपिन सिंह को यह कार्य शीघ्र पूरा किए जाने के निर्देश दिए हैं। उल्लेखनीय है की यह आरयूबी पाली–नाडोल–उदयपुर मार्ग पर स्थित है।

चुनाव आयोग ने ईवीएम-वीवीपैट पर्चियों का 100 फीसदी सत्यापन की याचिका का सुप्रीम कोर्ट में किया विरोध

नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से वोटर वेरिफ़िएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) की पर्चियों का 100 फीसदी सत्यापन की मांग वाली याचिका का उच्चतम न्यायालय के समक्ष विरोध किया है।

चुनाव आयोग ने एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की याचिका पर एक हलफनामा दायर करके कहा कि शत-प्रतिशत वीवीपैट पर्चियों की गिनती ईवीएम के उपयोग की भावना के खिलाफ होगी। इसका मतलब पुराने पेपर बैलेट व्यवस्था पर वापस लौटना होगा।

चुनाव आयोग ने 469 पन्नों के एक बड़े हलफनामे में यह भी दावा किया कि वीवीपैट के माध्यम से यह सत्यापित करने का मतदाताओं का कोई ‘मौलिक अधिकार’ नहीं है कि उनका वोट ‘डाले गए वोट के रूप में दर्ज किया गया’ और ‘रिकॉर्ड किए गए वोट के रूप में गिना गया।’

चुनाव आयोग ने कहा कि सैद्धांतिक रूप से ईवीएम की गिनती और वीवीपैट पर्चियों की गिनती के बीच विसंगति हो सकती है (यानी लेकिन व्यावहारिक रूप से वीवीपैट पर्चियों की गिनती में मानवीय त्रुटि को छोड़कर), लेकिन ईवीएम की गिनती और वीवीपैट पर्चियों की गिनती के बीच किसी भी विसंगति की संभावना नहीं हो सकती है।

इस महीने की चार तारीख को शीर्ष अदालत में दायर हलफनामे में एडीआर की याचिका को गलत बताते हुए आगे कहा गया कि चुनाव संचालन नियम 1961 के प्रावधान किसी भी मौलिक अधिकार का उल्लंघन नहीं करते हैं। वास्तव में संबंधित प्रावधानों की कई मौकों पर न्यायिक जांच हुई और उनकी संवैधानिकता को बार-बार बरकरार रखा गया है।

एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने वकील प्रशांत भूषण के माध्यम से एक याचिका दायर की थी। इस याचिका में सभी मतदान केंद्रों के वीवीपैट के साथ ईवीएम में गिनती को सत्यापित करने की गुहार लगाई गई है। फिलहाल, प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में पांच मतदान केंद्रों पर सत्यापन की व्यवस्था है।

भिनाय के कायड़ा गांव में तालाब में डूबने से मां-बेटे की मौत

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अजमेर। राजस्थान में अजमेर संभाग के भिनाय थानाक्षेत्रान्तर्गत आज तालाब के पानी में डूब जाने से मां-बेटे की मौत हो गई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार भिनाय के कायड़ा गांव में आज तालाब के पास खेल रहे मासूम के पैर फिसलने पर वह पानी में चला गया, पास ही रही उसकी मां अपने मासूम को बचाने पानी में कूदी तो फिर वह भी बाहर नहीं निकल पाई। काफी देर की मशक्कत के बाद ग्रामीणों की मदद से मां-बेटे के शव को बाहर निकलवा कर सरकारी अस्पताल की मोर्चरी लाया गया। जहां उनका पोस्टमार्टम कराया जाएगा।

घटना की सूचना पर भिनाय थानापुलिस भी मौके पर पहुंच गई और हादसे के विषय में जानकारी जुटा रही है। गांव में मां-बेटे क मृत्यु के समाचारों से सन्नाटा पसरा है।

अजमेर में भारत जोड़ों यात्रा की पहली वर्षगांठ पर निकाली पदयात्रा

अजमेर। राजस्थान में अजमेर शहर कांग्रेस कमेटी की ओर से आज राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी की “भारत जोड़ों यात्रा की पहली वर्षगांठ पर पदयात्रा का आयोजन किया गया।

अजमेर में केसरगंज बाबू मौहल्ले स्थित कांग्रेस कार्यालय से अध्यक्ष विजय जैन के नेतृत्व मे पदयात्रा का आगाज हुआ, जिसमें राज्य की उद्योग एवं देवस्थान मंत्री शकुंतला रावत तथा राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ ने भी शिरकत की।

पदयात्रा बाबू मोहल्ले कांग्रेस कार्यालय से शुरू होकर शहर विभिन्न हिस्सों केसरगंज, पड़ाव, सिनेमा रोड, मदारगेट, स्टेशन रोड होती हुई गांधी भवन पहुंची। जहां राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की आदमकद मूर्ति पर माल्यार्पण कर उनके बताए मार्ग पर चलने की बात कही गई।

प्रदेश की उद्योग मंत्री शकुंतला रावत ने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा ने देश को एक सूत्र में पिरोने का काम किया है। उन्होंने पदयात्रा के दौरान गरीबों को नजदीक से देखा, उनसे मुलाकात की और उनके दुखदर्द में शरीक हुए।

राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ ने कहा कि हमारे नेता राहुल गांधी का संघर्ष व्यर्थ नहीं जायेगा। हम सभी कंधे से कंधा मिलाकर उनके साथ खड़े होकर देश को बचाने में एकजुटता से साथ निभाएंगे।

पदयात्रा में प्रदेश उपाध्यक्ष नसीम अख्तर इंसाफ, अजमेर डेयरी अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी, पूर्व विधायक डा. श्रीगोपाल बाहेती के अलावा अनेक पार्षद, महिला कांग्रेस व युवा कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए। कुछ कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से जुड़ी टीशर्ट पहन रखी थी तथा राहुल गांधी व कांग्रेस समर्थित नारे लगा रहे थे।

उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी ने 7 सितंबर 2022 को भारत जोड़ो यात्रा शुरू कर 4000 किलोमीटर से ज्यादा पैदल चलकर नवीन ऊर्जा का संचार किया था और आज उसी यात्रा की पहली वर्षगांठ मनाई गई।

राकांपा ने सावित्रीबाई फुले को भारत रत्न देने की मांग की

पुणे। महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने केंद्र सरकार से देश में महिला शिक्षा की अग्रणी सावित्रीबाई फुले को सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न देने का आग्रह किया है।

यहां एक हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत करते हुए राकांपा के पुणे अध्यक्ष दीपक मानकर ने बुधवार को केंद्र सरकार से समाज सुधारक एवं देश की पहली महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले को भारत रत्न देने का आग्रह किया, जिन्होंने महिलाओं, विशेष रूप से समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया।

राकांपा कार्यकर्ताओं की एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए मानकर ने कहा कि देशवासियों का सावित्रीबाई के सामाजिक कार्यों से भावनात्मक जुड़ाव है। उन्होंने कहा कि राकांपा पुणे के भिडेवाड़ा को राष्ट्रीय स्मारक के रूप में संरक्षित करने के लिए सभी प्रयास करेगी, जहां सुश्री फुले ने 1848 में पहला बालिका विद्यालय शुरू की थी।

शहर के ऐतिहासिक दक्कन इलाकों से शुरू किए गए इस हस्ताक्षर अभियान में महान समाज सुधारक को भारत रत्न देने के लिए लगभग एक लाख लोगों ने हस्ताक्षर किए, जिनमें अधिकांश महिलाएं हैं। फुले ने जीवनपर्यंत दलितों के लिए काम किया।

मानकर ने कहा कि हम अपने पार्टी अध्यक्ष एवं उपमुख्यमंत्री अजित पवार के माध्यम से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को अपना प्रस्ताव और अनुरोध सौंपेंगे और आग्रह करेंगे कि वह इस विषय को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के समक्ष उठाएं, जिससे वह सावित्रीबाई फुले को भारत रत्न से सम्मानित करने के लिए देश के राष्ट्रपति के समक्ष पहल कर सकें।

इस अवसर पर राकांपा की पुणे इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष प्रदीप देशमुख ने कहा कि ज्योतिबा फुले ने जीवन भर दलित वर्ग के लिए काम किया। 28 नवंबर, 1890 को उनकी मृत्यु हो गई। उन्होंने 1848 में पुणे में पहला बालिका विद्यालय शुरू किया। हम अभी भी उनको सर्वोच्च नागरिक सम्मान देने का इंतजार कर रहे हैं। हमारी मांग को तेज करने के लिए जल्द ही पूरे महाराष्ट्र में हस्ताक्षर अभियान शुरू किया जाएगा।

इस कार्यक्रम में राकांपा के वरिष्ठ नेता पूजा झोले, लावण्या शिंदे, समीर चंदेरे, अशोक दादा जाधव, शैलेश मानकर, योगेश दादा वराडे, अर्चना ताई चंदनशिवे, सुलक्षण भोसले और तृप्ति जगताप भी शामिल हुए।

नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पोते चंद्र कुमार बोस ने भाजपा छोड़ी

कोलकाता। नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पोते एवं भारतीय जनता पार्टी नेता चंद्र कुमार बोस ने पार्टी नेतृत्व की ओर से कथित रुप से नजरअंदाज किए जाने के कारण पार्टी छोड़ दी है और दावा किया है कि संगठन सही दिशा में नहीं जा रहा है।

बोस 2016 में पश्चिम बंगाल में भाजपा के उपाध्यक्ष थे और 2020 में उन्हें हटा दिया गया था। उन्होंने भाजपा के टिकट पर कई चुनावी लड़ाइयां भी लड़ी थीं लेकिन हर बार हार गए थे।

बुधवार को अपने पद छोड़ने के बाद उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि सुबाष चंद्र बोस की विचारधारा को प्रचारित करने के लिए उन्हें पार्टी से न तो केंद्र में और न ही राज्य स्तर पर कोई समर्थन मिला। उन्होंने पार्टी छोड़ने के कारणों का जिक्र करते हुए कहा कि पार्टी के साथ रहने का नकारात्मक प्रभाव पड़ा।

उन्होंने आरोप लगाया कि वह वर्तमान परिस्थितियों में पार्टी के साथ काम नहीं कर सकते और ध्रुवीकरण, वोट-बैंक की राजनीति और विभाजनकारी राजनीति ने पश्चिम बंगाल में पार्टी की संभावनाओं को बर्बाद कर दिया है। उन्होंने दावा किया कि पार्टी को कैसे आगे बढ़ना चाहिए, इस पर उन्होंने कई प्रस्ताव भेजे, जिन्हें नजरअंदाज कर दिया गया।

बोस 2016 में हावड़ा में एक रैली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुए थे। उन्होंने 2016 के राज्य विधानसभा चुनावों और 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा। वह दोनों चुनाव हार गए थे। बोस के पार्टी छोड़ने को लेकर भाजपा नेतृत्व की ओर से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।