बड़वानी। मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के राजपुर अनुविभाग के अंतर्गत ओझर कस्बे में कई दिनों से बारिश नहीं होने के चलते इंद्र देवता को प्रसन्न करने के लिए आज जिंदा व्यक्ति की अर्थी निकाली गई।
बड़वानी से करीब 55 किलोमीटर दूर ओझर कस्बे में आज प्रजापति समाज और अन्य समाज के लोगों ने जिंदा व्यक्ति की अर्थी निकाली। नागरिक अर्थी को पूरे कस्बे में घुमा कर शमशान घाट ले गए और वहां इंद्र भगवान से बारिश के लिए प्रार्थना की गई।
नारायण सोनी, जग्गू यादव, सुफ़ा कुरैशी और राजू प्रजापति ने बताया कि वर्षा की लंबी खेंच के चलते फसले सूख रही है और किसान बेहद परेशान हैं। उन्होंने बताया कि पशुओं के लिए भी पानी का संकट बना हुआ है और यही स्थिति रही तो भविष्य में मनुष्यों के लिए भी पेयजल संकट पैदा होगा।
इसके अलावा क्षेत्र में बारिश को लेकर चिंता में डूबे नागरिक शिवजी को भी पानी में डुबो रहे हैं तो कहीं सुंदरकांड रामायण के पाठ आयोजित कर बारिश की कामना कर रहे हैं। आज शाम ओझर स्थित पुलिस चौकी पर ग्राम टकली, कुकड़िया बेड़ा, सोलियापुरा कवचापुरा व ओझर के किसानों ने नागलवाड़ी उद्वहन परियोजना का पानी नालों में छोड़े जाने के लिए जमकर प्रदर्शन कर आत्मदाह की चेतावनी दी।
इस परियोजना का हाल ही में मुख्यमंत्री ने उद्घाटन किया था। इस मामले में नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के अनुविभागीय अधिकारी मनोहर पटेल ने बताया कि नियमानुसार नवंबर से फरवरी तक रबी फसलों के लिए पानी दिए जाने का प्रावधान है।
भारतीय किसान संघ के बैनर तले कल बड़वानी ठीकरी और राजपुर के विद्युत वितरण कंपनी के दफ्तरों के समक्ष कम से कम 10 घंटे बिजली दिए जाने को लेकर प्रदर्शन किया गया। इसी तरह कल भारतीय किसान संघ के बैनर तले किसान सूखी फसले हाथ में लेकर जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और खरगोन जिले को सूखाग्रस्त घोषित किए जाने की मांग का ज्ञापन सौंपा।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार किसानों की मांग के चलते बड़वानी जिले की पांचपुला दक्षिण स्थित लोअर गोई परियोजना से कल नहरों में 5 सेंटीमीटर पानी छोड़ा गया। तीन दिन पूर्व ही वर्षा नहीं होने के चलते बड़वानी जिले के सिलावद कस्बे को बंद रख हिंदू तथा मुसलमान समाज के लोगों ने अपने धार्मिक रीति रिवाज के मुताबिक प्रार्थनाएं की थी। हिंदू परिवारों ने उजवणी परम्परा के तहत घर में भोजन न बनाकर खेतों में जाकर भोजन बनाया था और ग्रहण किया था।
खरगोन जिले के कसरावद रोड स्थित अधीक्षक यांत्रिक के कार्यालय के समक्ष 7 ग्रामों के किसानों ने बिजली का शेड्यूल परिवर्तन किए जाने को लेकर 2 सितंबर को प्रदर्शन कर चक्काजाम किया था।
बड़वानी जिले में पिछली बार अभी तक हुई 618 मिमी वर्षा के मुकाबले मात्र 401 मिमी वर्षा ही हुई है। बड़वानी जिले की औसत वर्षा 746.3 मिमी है। इसी तरह खरगोन जिले में पिछले वर्ष 629.60 मिमी वर्षा के मुकाबले इस वर्ष आज तक 378 मिमी वर्षा ही हुई है जो खरगोन जिले के औसत 825 मिमी से काफी कम है।