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अरविंद केजरीवाल ने राजस्थान में जनता को दी गारंटियां

जयपुर। आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजस्थान की जनता को शिक्षा, चिकित्सा, रोजगार, भ्रष्टाचार मिटाने एवं बिजली सहित सोमवार को जयपुर में सात गारंटियां दी।

केजरीवाल ने यहां आयोजित कार्यक्रम में अपने संबोधन में केन्द्र की मोदी और राज्य की गहलोत सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी शासित केंद्र सरकार वन नेशन, वन इलेक्शन की बात कर रही है जबकि आम आदमी पार्टी का कहना है कि देश में वन नेशन, वन एजुकेशन लागू होना चाहिए। जिससे देश के किसानों के बच्चे भी उद्योगपतियों के बच्चों के बराबर अच्छी शिक्षा हासिल कर सकें।

सरकार में आते ही प्राइवेट स्कूलों की लूट को बंद करने का काम किया जाएगा। दिल्ली की तर्ज पर राजस्थान में भी सरकारी स्कूलों को शानदार बनाएंगे और इन स्कूलों में जितने भी अस्थाई टीचर हैं, उन्हें स्थायी किया जाएगा। शिक्षकों से टीचिंग के अलावा और कोई भी काम नहीं करवाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि आज राजस्थान में बिजली कम आती है, पावर कट ज्यादा लगते हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान की जनता सिर्फ एक बार आम आदमी पार्टी को मौका दे दे हम वादा करते हैं कि सरकार में आते ही राजस्थान की जनता को 24 घंटे बिजली देंगे और वो भी मुफ्त। वहीं उन्होंने कहा कि राजस्थान की जनता को स्वास्थ्य की गारंटी भी देने आए हैं जहां हर परिवार को अच्छा और फ्री इलाज कराने की गारंटी होगी।

उन्होंने कहा कि राजस्थान पुलिस या फिर राजस्थान निवासी कोई सैनिक अगर सीमा पर शहीद होता है तो शहीद को एक करोड़ रुपए सम्मान राशि के रूप में देने का काम करेगी। साथ ही 18 वर्ष से ऊपर की हर युवती को एक हजार रुपए भी दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी जो गारंटी है वो है राजस्थान के युवाओं को रोजगार देने की गारंटी। उन्होंने कहा कि जिस तरह से दिल्ली सरकार ने युवाओं को रोजगार दिया और पंजाब सरकार लगातार युवाओं को रोजगार देने का काम कर रही है ठीक उसी तरह राजस्थान में भी रोजगार देंगे।

इस अवसर पर पंजाब के मुख्यमंत्री सरदार भगवंत मान ने कहा कि जिस हिम्मत से केजरीवाल अपने कामों की दम पर वोट मांगते हैं वो हिम्मत किसी अन्य पार्टी में नहीं है क्योंकि अन्य पार्टियों ने जनता को सिर्फ उलझाने का काम किया है।

तमिलनाडु में शराबियों ने एक परिवार के 4 लोगों की हत्या की

चेन्नई। तमिलनाडु के तिरुपुर जिले के पल्लदम के समीप कल्लाकिनारू गांव में रविवार रात चार शराबियों ने एक परिवार के दो महिलाओं समेत चार सदस्यों की हत्या कर दी।

पुलिस ने कहा कि भाजपा के एक पदाधिकारी सेंथिलकुमार (47) ने अपनी जमीन के पिछवाड़े शराब पी रहे लोगों को वहां से चले जाने के लिए कहा। इससे नाराज शराबियों में से एक ने उस पर दरांती से हमला कर दिया। सेंथिलकुमार के परिवार के सदस्य मोहनराज, रतिनंबल और पुष्पावती उसके बचाव में आए और उन्होंने सभी की बेरहमी से हत्या कर दी। बाद में पुलिस ने एक हमलावर को गिरफ्तार किया और हत्या में शामिल तीन अन्य लोगों की तलाश जारी है।

गांव में तनाव का माहौल देखते हुए और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए नामकल, इरोड, कोयंबटूर और तिरुप्पुर जिलों से बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। पांच जिलों के पुलिस अधीक्षकों सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी गांव में डेरा डाले हुए हैं। स्थानीय लोगों के साथ मृतकों के परिवार ने सभी दोषियों को गिरफ्तार किए जाने तक शव लेने से इनकार कर दिया और पल्लादम में अस्पताल के सामने विरोध प्रदर्शन किया।

घटना के विरोध में जिले और उसके आसपास के क्षेत्र में लगभग राज्य के स्वामित्व वाली टीएएसएमएसी की 25 शराब की दुकानों को बंद कर दिया गया। भाजपा और अन्नाद्रमुक सहित कुछ राजनीतिक दलों ने हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।

विपक्षी दल अन्नाद्रमुक ने भी इस घटना की निंदा की और कहा कि इससे पता चलता है कि राज्य में कानून व्यवस्था बिगड़ गई है। हत्याओं की निंदा करते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ चुकी है और उन्होंने इस घटना के लिए सत्तारूढ़ द्रमुक को जिम्मेदार ठहराया।

उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि तमिलनाडु में कानून-व्यवस्था की सिथिति खराब है। भ्रष्टाचार में लिप्त द्रमुक तमिलनाडु को एक अराजक राज्य में बदलने के लिए जिम्मेदार है। भाजपा के एक पदाधिकारी और उसके परिवार के सदस्यों की कल रात बेरहमी से हत्या कर दी गई क्योंकि उन्होंने शराबियों को अपने पिछवाड़े में शराब पीने पर आपत्ति दर्ज की थी। जबकि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और उनका बेटा धार्मिक घृणा को बढ़ावा देने में व्यस्त हैं, राज्य इस भ्रष्ट राजवंश को चुनने की कीमत चुका रहा है।

महिलाओं को उचित प्रतिनिधित्व जल्द मिल गया तो भारत वर्ष 2047 से पहले ही बन जाएगा विश्व शक्ति : धनखड़

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जयपुर। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए सबको मिलकर प्रयास करने की जरुरत बताते हुए विश्वास व्यक्त किया है कि अब वो दिन दूर नहीं जब संविधान में संशोधन करके संसद और विधानसभाओं में महिलाओं को उनका उचित प्रतिनिधित्व मिलेगा। अगर महिलाओं को यह आरक्षण जल्द मिल गया तो भारत वर्ष 2047 से पहले ही विश्व शक्ति बन जाएगा।

धनखड़ सोमवार को जयपुर में विश्वविद्यालय महारानी महाविद्यालय की छात्राओं के साथ राष्ट्र निर्माण में महिलाओं की भागीदारी विषय पर संवाद कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए आसमान ही सीमा है, वे हर क्षेत्र में प्रशासन, सेना, कॉरपोरेट में सफलता के नए प्रतिमान गढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि महिलाएं अपने निर्णय स्वयं ले और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बने। पुरुषों की नकल मत कीजिए, वे आपसे श्रेष्ठ नहीं हैं, अपने आपको मौलिक रखिये।

उन्होंने छात्राओं को तीन मंत्र दिए पहला कभी तनाव मत लीजिये, टेंशन लेने से कुछ नहीं होता। दूसरा असफलता से कभी मत डरिये और तीसरा यह है कि आपके दिमाग में कोई अच्छा विचार आए तो उसे जमीन पर लागू करे। उपराष्ट्रपति ने युवाओं से अति-प्रतिस्पर्धा में ना पड़ने की अपील करते हुए कहा कि उन्हें अपनी रुचि के अनुसार कैरियर के चुनाव करना चाहिए। धनखड़ ने महिला शिक्षा पर बल देते हुए कहा कि लड़के को पढ़ाने से एक परिवार ही तरक्की करता है लेकिन यदि एक लड़की को पढ़ाते हैं तो कई परिवार शिक्षित होते हैं।

एक छात्रा द्वारा महिला सुरक्षा पर पूंछे गए प्रश्न के उत्तर में धनखड़ ने कहा कि यह केवल सरकार तंत्र का ही काम नहीं है बल्कि महिलाओं के लिए सुरक्षित वातावरण तैयार करने में समाज, व्यक्ति और संस्थानों को मिलकर प्रयास करने होंगे। हर सक्षम व्यक्ति यह निश्चय करे कि वह इस विषय पर अपना योगदान करेगा। असामाजिक तत्वों से सख्ती से निपटने पर बल देते हुए उन्होंने खुशी व्यक्त की की हम अंग्रेजों की बनाई दंड संहिता को बदल रहे हैं।

धनखड़ ने कहा कि मेरे जीवन में एक ही ताकत है- मेरी नानी, दादी, मेरी मां और मेरी धर्मपत्नी। पांच दशक के सार्वजनिक जीवन मे अनेक उतार चढ़ाव आए, लेकिन ये महिलाएं मेरे पीछे चट्टान के समान अडिग खड़ी रहीं। महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण में आ रहे बदलाव को रेखांकित करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने राज्यसभा मे ‘चेयरमैन’ की जगह जेंडर न्यूट्रल शब्द ‘चेयरपर्सन’ को बढ़ावा दिया है। अब ‘पेनल आफ वाइस चेयरमैन की जगह ‘पेनल ऑफ चेयरपर्सन शब्द का प्रयोग किया जाता है।

उन्होंने बताया कि मैंने पहली बार राज्य सभा के उपसभापति पेनल में 50 प्रतिशत महिलाओं की नियुक्ति की है और उनका प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा है। राज्य सभा में महिला सशक्तीकरण के लिए उठाए अन्य कदमों के विवरण देते हुए धनखड़ ने कहा कि​ मैं जब भी देश-विदेश की यात्रा के लिए डेलिगेशन के नामों का निर्णय करता हूं तो उसमें महिलाओं को प्राथमिकता देता हूं ताकि जिन लोगों को अभी तक बाहर जाने का मौका नहीं मिला था, उन्हें भी अवसर मिले।

उपराष्ट्रपति ने कहा कि महिलाओं की प्रगति में रुकावट पैदा करने के अनेक प्रयास हुए हैं लेकिन अब समाज का दृष्टिकोण बदल रहा है। वर्ष 2019 में पहली बार लोकसभा में 78 महिला सांसद निर्वाचित होकर आई हैं। विश्व महिलाओं के योगदान के बिना प्रगति नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि चंद्रयान-3, चंद्रयान-2 और अब लेटेस्ट आदित्य एल-1, इन तीनों प्रयासों की रीढ़ की हड्डी महिलाएं हैं। चंद्रयान और आदित्य मिशन की सफलता में महिला वैज्ञानिकों की भूमिका की सराहना करते हुए धनखड़ ने कहा कि इसी नारी शक्ति के आधार पर भारत दुनिया को बदलेगा।

उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत का डंका आज पूरी दुनिया में बज रहा है। उन्होंने अपनी विदेश यात्राओं के दौरान देखा है कि भारत के प्रतिनिधि को बहुत सम्मान की नजर से देखा जाता है। दस वर्ष पूर्व हमारी गिनती कमजोर पांच में होती थी और आज हम विश्व की शीर्ष पांचवीं अर्थव्यवस्था हैं और शीघ्र ही हम तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होंगे।

उन्होंने छात्राओं से प्रश्न किया कि ऐसे ‘मजबूत भारत’ को क्यों कुछ लोग ‘मजबूर भारत’ दिखाना चाहते हैं। सोशल मीडिया के इस दौर में आप शांत मत बैठिये बल्कि ऐसे लोगों को जवाब दीजिये जो हमारे देश और संस्थाओं पर कालिख पोतने का काम करते हैं।

उपराष्ट्रपति ने महिलाओं का आह्वान करते हुए कहा कि आप देश में 50 प्रतिशत हैं, आपको आगे बढ़कर राष्ट्र की प्रगति में योगदान देना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि हमें भारतीय होने पर गर्व होना चाहिये, भारत की ऐतिहासिक उपलब्धियों पर गर्व करना चाहिए और राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखना चाहिए।

बिजली, पानी, पेट्रोल जैसे प्राकृतिक संसाधनों का अपव्यय रोकने पर बल देते हुए धनखड़ ने कहा कि हम इन संसाधनों के ट्रस्टी हैं और इनका प्रयोग आवश्यकता के अनुसार करना चाहिए, ऐसा न हो कि कोई अमीर है तो अनावश्यक पेट्रोल फूंके। उपराष्ट्रपति ने युवाओं से अपील की कि मौलिक अधिकारों के साथ साथ वे मौलिक कर्तव्यों को भी अमल में लाएं।

आर्थिक राष्ट्रवाद पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि थोड़े से पैसों के लाभ के लिए हमें आर्थिक राष्ट्रवाद से समझौता नहीं करना चाहिए। उन्होंने प्रश्न किया कि खिलौने और दीवाली के दिये जैसी चीजें बाहर से क्यों आनी चाहिए?

धनखड़ राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्र रहे हैं और सभागार में मौजूद अपने पूर्व प्रोफेसरों को देख कर उन्होंने कहा कि आज का दिन उनके लिए शुभ है क्योंकि कल शिक्षक दिवस है और आज मुझे अपने गुरुजनों के दर्शन का सौभाग्य मिला है। इस अवसर पर डॉ धनखड़ की पत्नी सुदेश धनखड़, राजस्थान विश्वविद्यालय के उप-कुलपति प्रो. राजीव जैन, विश्वविद्यालय महारानी महाविद्यालय की प्रिंसिपल प्रो निमाली सिंह आदि मौजूद थे।

चंद्रयान-3 मिशन : विक्रम लैंडर की चंद्रमा की सतह पर फिर हुई सॉफ्ट लैंडिंग

चेन्नई। भारत के तीसरे चंद्र अभियान ‘चंद्रयान-3’ के विक्रम लैंडर ने फिर से चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग की और सफलतापूर्वक हॉप प्रयोग किया। इसरो ने सोमवार को कहा कि विक्रम लैंडर ने अपने मिशन के सभी उद्देश्यों को पूरा कर लिया है।

इसरो ने कहा कि कमांड देने पर इसने इंजन चालू कर दिए तथा उम्मीद के मुताबिक खुद को लगभग 40 सेमी ऊपर उठाया और 30-40 सेमी की दूरी पर सुरक्षित रूप से उतर गया। सभी प्रणालियाँ ठीक प्रकार से कार्यान्वित हुयी और वह ठीक है।

प्रयोग के बाद तैनात किए रैंप, सीएचएएसटीई और आईएलएसए को वापस फोल्ड कर दिया गया और सफलतापूर्वक पुन: तैनात किया गया। हॉप प्रयोग के महत्व पर इसरो ने कहा कि यह ‘किक-स्टार्ट’ भविष्य के नमूना वापसी और मानव मिशनों को उत्साहित करता है। एक अपडेट में कहा गया कि चंद्रयान-3 मिशन: विक्रम फिर से चंद्रमा पर उतरा!

इसमें कहा गया कि विक्रम लैंडर ने अपने मिशन के उद्देश्यों को पार कर लिया है। यह सफलतापूर्वक एक हॉप प्रयोग से गुजरा। इसरो ने कहा कि मांड पर, इसने इंजन चालू कर दिया, उम्मीद के मुताबिक खुद को लगभग 40 सेमी ऊपर उठाया और 30-40 सेमी की दूरी पर सुरक्षित रूप से उतर गया।

इसरो ने कहा कि हमने फिर से ‘टचडाउन’ किया है। कल विक्रम लैंडर ने चंद्रमा की सतह पर एक छोटी सी छलांग लगाने के लिए एक बार फिर अपने थ्रस्टर्स को फायर किया, ऐसा करने वाला वह दूसरा अंतरिक्ष यान बन गया। इसका कारण चंद्रमा पर भविष्य के नमूना वापसी मिशन और चालक दल के मिशन के पहलुओं का परीक्षण करना है।

इसरो ने कहा कि ‘हॉप’ प्रयोग के बाद लैंडर विक्रम को स्लीप मोड में डाल दिया गया। विक्रम लैंडर आज भारतीय समयानुसार लगभग 8 बजे स्लीप मोड में सेट हो गया है। इससे पहले, सीएचएएसटीई, आरएएमबीएचए-एलपी और आईएलएसए पेलोड द्वारा इन-सीटू प्रयोग किए गए। इसरो ने ‘एक्स’ पर कहा कि एकत्र किया गया डेटा पृथ्वी पर प्राप्त होता है। पेलोड अब बंद कर दिए गए हैं। लैंडर रिसीवर चालू रखे गए हैं।

महाशिवपुराण कथा : धूमधाम से निकाली शिव पार्वती की बारात

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अजमेर। लोहाखान स्थित शिवमंदिर में चल रही महाशिवपुराण कथा में सोमवार को शिव पार्वती विवाह धूमधाम से मनाया गया।

कथा व्यास उत्तम राम शास्त्री ने शिव बारात प्रसंग का वर्णन किया। इस मौके पर शिव पार्वती की नयनाभिराम झांकी सजाई गई। भोलेनाथ को छप्पन भोग का प्रसाद भोग लगाया गया। कथा श्रवण को आए भक्तों ने शिव पार्वती की झांकी को नमन किया। शिव बारात में सभी क्षेत्रवासियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

यह कथा राम जानकी सत्संग सेवा परिवार व मालियन शिव मंदिर लोहा खान के सान्निध्य में आयोजित की जा रही है। रमेश सांखला, अशोक, चेतन लाल, मनीष, मनोहर सिंह आदि क्षेत्रवासियों का इसमें भरपूर सहयोग मिल रहा है।

श्री पुष्कर पशु मेला 2023 : सलाहकार समिति की बैठक आयोजित

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अजमेर। श्री पुष्कर पशु मेला-2023 की व्यवस्थाओं से सम्बन्धित सलाहकार समिति की बैठक सोमवार को कलक्टर डाॅ. भारती दीक्षित की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डाॅ. नवीन परिहार ने विभिन्न विभागों के कार्यों की जानकारी प्रदान की।

कलक्टर डाॅ. भारती दीक्षित ने कहा कि श्री पुष्कर पशु मेला-2023 की अवधि कार्तिक शुल्क एकम 14 नवम्बर से मार्गशीष कृष्ण दूज 29 नवम्बर तक रहेगी। झण्डा चौकी कार्तिक शुक्ल एकम 14 नवम्बर से होने के पश्चात चौकियों की स्थापना कार्तिक शुक्ल तृतीया 16 नवम्बर को होगी। ध्वजारोहण कार्तिक शुल्क अष्टमी 20 नवम्बर को होगा। सफेद चिट्ठी कार्तिक शुक्ल अष्टमी 20 नवम्बर तथा रवन्ना कार्तिक शुक्ल नवमी 21 नवम्बर को कटेगा। विकास प्रदर्शनी एवं गीर प्रदर्शनी का उद्घाटन कार्तिक शुक्ल एकादशी 23 नवम्बर को किया जाएगा।

सांस्कृतिक कार्यक्रम कार्तिक शुक्ल अष्टमी 20 नवम्बर से कार्तिक शुक्ल चतृर्दशी 26 नवम्बर तक प्रतिदिन होंगे। पशु प्रतियोगिताओं के लिए कार्तिक शुक्ल एकादशी 23 नवम्बर से कार्तिक शुक्ल चतृर्दशी 26 नवम्बर तक का समय निर्धारित किया गया है। पुरस्कार वितरण समारोह कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा 27 नवम्बर को आयोजित होगा। श्री पुष्कर मेले का समापन मार्गशीष कृष्ण दूज 29 नवम्बर को होगा।

उन्होंने कहा कि श्री पुष्कर पशु मेला अन्तराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान रखता है। इसकी व्यवस्थाएं पूरी तरह से चाक चौबन्द रहनी चाहिए। नगरपालिका द्वारा सफाई, रोशनी, जन उद्घोषणा तन्त्र, निराश्रित पशुओं की धरपकड़, मृत पशुओं को उठाने, मेला मैदान तथा स्टेडियम को तैयार करने, रेन बसेरा स्थापित करने, अस्थाई कांजी हाऊस बनाने, सरोवर में गहरे पानी वाले स्थानों का चिन्हीकरण कर झण्डीया लगाने, पशुपालन जीवन रक्षक गोताखोर नियुक्त करने जैसे कार्य किए जाएंगे।

पशुपालन विभाग द्वारा पशु चिकित्सालय तथा मोबाइल यूनिट चौकियों की स्थापना की जाएगी। पुष्कर शहर को निकटवर्ती चढ़ाने तथा उतारने के लिए रेम्प भी तैयार करवाई जाएगी। पुष्कर शहर को निकटवर्ती क्षेत्रों से जोड़ने वाली सड़को पर पेचवर्क का कार्य सार्वजनिक निर्माण विभाग करवाएगा। मेला अवधि में पानी को खेलियों तथा शहर में समुचित पेयजल की व्यवस्था जन स्वास्थ्य अभियान्त्रिाकी विभाग करेगा।

कपालेश्वर महादेव मन्दिर के पीछे, बैलों के दडे़ पर, कहार मन्दिर के पास, ऊटों के दडे़ पर, स्टेडियम के पीछे, दड़ा स्टेडियम के पास तथा नए पशु मेला मैदान में 7 जगहों पर सार्वजनिक नल लगाए जाएंगे। नई खेलियों में जल कनेक्शन के लिए सार्वजनिक निर्माण विभाग, पशुपालन विभाग तथा जलदाय विभाग के संयुक्त दल मौका निरीक्षण किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि रोड़वेज द्वारा पूर्व की तुलना में अतिरिक्त बसें लगाई जाएगी। चिकित्सा विभाग द्वारा अस्थाई मोबाइल डिस्पेन्सरी स्थापित होगी। मेला अवधि के दौरान लगातार खाद्य पदार्थो की सेम्पल जांच करवाई जाएगी। विद्युत विभाग ढ़ीली और झूलती तारों को सही करेगा। ट्रान्सफाॅर्मर को कवर किया जाए।

कानून एवं शान्ति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस विभाग द्वार नियन्त्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा। सम्पूर्ण मेला क्षेत्र की सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी। मेला क्षेत्र में भारी वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा। जहरखुरानी और जुए जैसी वारदातों को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा माकूल कार्यवाही की जाएगी। सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होगा। विभिन्न व्यवस्थाओं के लिए 9 समितियां तथा उप समितियां बनाई जाएगी।

पुष्कर विधायक सुरेश सिंह रावत ने विधायक कोष से स्वीकृत पशु एम्बुलेंस मेले से पहले उपलब्ध करवाने की बात कही। देवनगर, डूमाड़ा, भांवता, आम्बा मशीनीया खरेखड़ी तथा सराधना रोड़ को सही करने के लिए सुझाव दिए। पूर्व मंत्री नसीम अख्तर ने आम्बा मशीनीयां की पुलिया को ठीक करवाने के लिए कहा। नए मेला मैदान में स्थान आवंटन के लिए मानदण्ड निर्धारित किए जाए।

रावत ने कलक्टर से आग्रह किया है कि पुष्कर मेला हेतु पुष्कर वासियों से भी सुझाव लेकर उन पर अमल किया जाए। विधायक रावत ने पुष्कर के तीर्थपुरोहित, सामाजिक कार्यकर्ताओं, पार्षदों तथा जागरूक नागरिकों से सुझाव लेने पर जोर दिया। उन्होंने पुष्कर मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के आने की समस्या को दृष्टिगत करते हुए उसका समाधान करना आवश्यक बताया।

पुष्कर से देवनगर रोड, डूमाडा से भांवता, आम्बा मशीनिया सड़क का कार्य स्वीकृत करा दिया है लेकिन सड़क निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं होने से श्रद्धालुओं को पुष्कर राज में आने में परेशानी होगी, जो मेले के आयोजन के हित में नहीं है।

रावत ने पुष्कर मेले में आने वाली बसो के स्टॉपेज होने के बावजूद नागौर से आने वाली बसें ठहरते नहीं है। अतः सभी रोडवेज और निजी बसों को पुष्कर के स्टॉपेजो पर रुकने के लिए पाबंद किया जावे और बसों की संख्या एवं चक्कर बढ़ाए जाने पर जोर दिया। उन्होंने पुष्कर में भूमिगत केबल के साथ घाटी में रोड लाईटों को चालू करने के अलावा मेले के दौरान आयुर्वेदिक, होम्योपैथी तथा यूनानी चिकित्सा भी उपलब्ध कराने की मांग की है।

इस अवसर पर अजमेर विकास प्राधिकरण के आयुक्त श्रीनिधि बीटी, नगर निगम आयुक्त सुशील कुमार, आईएएस श्रृद्धा गोमे, उपखण्ड अधिकारी निखिल कुमार, पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डाॅ. नवीन परिहार साथ ही डाॅ. सुनिल धीया उपस्थित रहे। उल्लेखनीय है कि पुष्कर मेले में सरकार की योजनाओं की उपलब्धियों वाली प्रदर्शनी पर चर्चा नहीं हो सकी, क्योंकि उस समय विधानसभा चुनाव की आचार संहिता प्रभावी रहेगी।

आजमगढ़ में महिला की हत्या के आरोप में पिता व दो पुत्र अरेस्ट

आजमगढ़। उत्तर प्रदेश में आजमगढ़ जिले की तरवा थाना पुलिस ने महिला की हत्या का खुलासा करते हुए पिता और उसके दो पुत्रों को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र लाल ने बताया कि तरवा थाना क्षेत्र के बनगांव स्थित मायके में अकेले रहने वाली सुनिता उर्फ सुमित्रा देवी (50) का रक्तरंजित शव बीते दो सितंबर को घर से कुछ दूरी पर स्थित चक मार्ग पर मिला था। इस मामले में मृतका की पुत्री रंजना ने बनगांव निवासी राम प्रवेश सिंह के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने इस मामले में आरोपित रामप्रवेश सिंह उसके दो बेटों शिवम सुंदरम को आज दिन में बनगांव उमरी मोड़ से गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस लाइन सभागार में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में एसपी सिटी शैलेंद्र लाल ने बताया कि जौनपुर जिले के चंदवक थाना क्षेत्र अंतर्गत करेनहुवा गांव निवासी पनधारी राजभर की मौत के बाद उसकी पत्नी सुनीता उर्फ सुमित्रा लगभग 20 वर्षों से अपने मायके में रहने लगी। उसकी पांच बच्चों में चार विवाहित हैं। मायके में अकेले रहते हुए नेवासे में मिले खेत व घर की देखभाल करती थी।

इसी बीच सुनीता और गांव के ही रामप्रवेश सिंह के बीच अवैध संबंध स्थापित हो गया। इसी कलह के चलते रामप्रवेश की पत्नी ने विगत वर्ष 2011 में अपने दो पुत्रों का छोड़ आत्महत्या कर ली थी। इस बात से राम प्रवेश के दोनों बेटे शिवम और सुंदरम खफा रहते थे। समय के साथ-साथ रामप्रवेश और सुनीता के बीच दूरियां बढ़ गई लेकिन उनके संबंध को लेकर रामप्रवेश के दोनों बेटे के मन से सुनीता के प्रति नफरत कम नहीं हो सका।

एक सितंबर की रात सुनीता धान के फसल की सिंचाई करने के लिए गांव के एक व्यक्ति के नलकूप की ओर गई थी कि तभी वहां पहुंचे रामप्रवेश सिंह व उसके दोनों बेटों ने सुनीता के सिर पर घातक प्रहार कर दिया जिससे उसकी मौत हो गई। हत्या को दुर्घटना का रूप देने के लिए सुनीता के शव को गांव के रास्ते पर फेंक कर सभी फरार हो गए। सुनीता की पुत्री द्वारा रिपोर्ट दर्ज करने पर पुलिस ने मृतका के पूर्व प्रेमी व उसके दोनों पुत्रों को गिरफ्तार कर दिया है।

कांग्रेस का राहुलयान गत 20 साल से नहीं हो पा रहा है लॉन्च : राजनाथ सिंह

रामदेवरा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत मजबूत और ताकतवर बनता जा रहा है और देश में मंगलयान और चंद्रयान की सफल लॉचिंग और लैंडिंग हो रही वहीं कांग्रेस का ‘राहुल यान’ पिछले बीस साल से लांच नहीं हो पा रहा है।

सिंह सोमवार को जैसलमेर जिले के रामदेवरा में भारतीय जनता पार्टी की परिवर्तन संकल्प यात्रा के तीसरे रथ को रवाना करने के अवसर पर आयोजित जनसभा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि आज भारत चंद्रमा और मंगल ग्रह तक पहुंच चुका है और पूरा देश आदित्य दल-1 की सफल लांचिंग हो चुकी है। इस बार भी चंद्रयान की लैंडिंग हो गई तब भी दबी आवाज में कांग्रेस ने सवाल उठाने की कोशिश की मगर जब देश का मूड देखा तो चुप्पी साध ली गई।

उन्होंने कहा कि जिस देश में मंगलयान और चंद्रयान की सफल लॉचिंग और लैंडिंग हो रही है, वहां कांग्रेस का ‘राहुल यान’ पिछले बीस साल से लांच हो नही पा रहा है। उन्होंने कहा कि दुनिया हैरान है कि हालीवुड की बड़ी-बड़ी फिल्मों से भी कम बजट में भारत ने मंगलयान और चंद्रयान मिशन पूरे कर लिए है। यह नए भारत की ताकत है, उसकी आवाज है, जो कहती है, जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान।

सिंह ने कहा कि जिस धरती पर बाबा रामदेव जैसे अवतारी पुरूष ने समाधि ली, उस रामदेवरा की पवित्र भूमि पर आप लोगों के बीच उपस्थित होकर मुझ़े हर्ष की अनुभूति हो रही है। जैसलमेर का यह इलाका मेरे दिल में विशेष स्थान रखता हैं क्योंकि यह पूरा क्षेत्र केवल मरू भूमि नहीं है बल्कि यह वीर भूमि और तपोभूमि होने के साथ-साथ भारत की अणु भूमि भी है। यहीं पास में स्थित पोखरण की धरती, एक नहीं पांच-पांच परमाणु परीक्षणों की साक्षी है।

उन्होंने कहा कि इसी धरती पर 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान लोंगेवाला की लड़ाई भी लड़ी गई थी जिसमें भारत ने निर्णायक रूप से जीत हासिल की थी। उन्होंने कहा कि भारत की सेना, भारत के वैज्ञानिकों की क्षमताओं, प्रतिभा पर कभी किसी को संदेह नही रहा है। मैं मानता हूं कि 1998 में जो छलांग भारत ने परमाणु परीक्षण करके लगाई थी उसी तरह की लंबी छलांग गत 23 अगस्त को मिशन चंद्रयान-3 की सफलता के साथ भारत ने एक बार फिर लगा दी है।

सिंह ने कहा कि आज यहां राम देवरा से जो यात्रा निकल रही है वह इसी नए भारत का संदेश इस पूरे राजस्थान प्रदेश में लेकर जा रही है। यह यात्रा जहां नए भारत का संदेश लेकर जा रही है वहीं यह परिवर्तन का भी शंखनाद करने जा रही है। उन्होंने कहा कि पिछले नौ वर्षों में मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने जो काम किया है, जहां भारतवासी ही नहीं बल्कि दुनिया के बड़े-बड़े देश भी भारत को आशा, उम्मीद और हसरत भरी निगाहों से देख रहे हैं।

उन्होंने कहा कि दुनिया की बड़ी इन्वेस्टमेंट फर्में, सर्वे एजेन्सीज लगातार ऐसी रिपोर्ट प्रकाशित कर रही है जिनमें भारत को बड़ी सकारात्मक नजरिए से देख रहे है। अभी पिछले दिनों एक सर्वे रिपोर्ट आई है जिसमें 23 देशों के लगभग आधे नागरिकों ने भारत को बहुत उम्मीद भरी निगाह से देखा है।

उन्होंने कहा कि साल 2014 में हजारों की संख्या में ऐसे गांव थे जहां पर पक्की सड़क का अभाव था। आज 2023 में 99 प्रतिशत गांवों को पक्की सड़क से जोड़ दिया गया है। वर्ष 2014 के बाद से तीन लाख 60 हजार किलोमीटर सड़कें ग्रामीण इलाकों में बनाई गई है।

उन्होंने कहा कि वर्ष2014 में देश में केवल 70 ग्राम पंचायतें ऐसी थी जहां ब्राड बैंड की सुविधा थी। आज ढाई लाख से अधिक ग्राम पंचायतों में आप्टिकल फ़ाइबर के माध्यम से ब्राड बैंड पहुंच गया है।

महेन्द्र सिंह धोनी बने स्वराज ट्रेक्टर के ब्रांड एंबेसडर, नए ट्रेक्टर लॉन्च

नई दिल्ली। महिंद्रा समूह के स्वराज ट्रैक्टर्स ने पूर्व क्रिकेटर महेन्द्र सिंह धोनी को अपना ब्रांड एंबेसडर बनाने की घोषणा के साथ आज 40 से 50 एचपी श्रेणी में ट्रैक्टरों की नई रेंज पेश की।

महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के फार्म इक्विपमेंट सेक्टर के अध्यक्ष हेमंत सिक्का ने नए ट्रेक्टर लाँच करने के मौके पर कहा कि हरित क्रांति में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने और भारत के पहले स्वदेशी ट्रैक्टर के लिए प्रसिद्ध नई स्वराज रेंज भारत के कृषि मशीनीकरण को आगे बढ़ाने और भारतीय किसानों की बढ़ती आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए स्वराज ट्रैक्टर्स के समर्पण का प्रतीक है। नई रेंज भारत के तेजी से बढ़ते और प्रमुख 40-50 एचपी ट्रैक्टर सेगमेंट में स्वराज के उत्पाद पोर्टफोलियो की प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाने के लिए तैयार है।

उन्होंने कहा कि किसानों को सशक्त बनाने और कृषि उत्पादकता बढ़ाने के प्रति समर्पण के साथ, यह रेंज इस सेगमेंट में प्रदर्शन के नए मानक स्थापित करती है। ये ट्रैक्टर नवीनतम सुविधाओं और प्रौद्योगिकी के साथ सबसे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों पर विजय पाने के लिए बेजोड़ शक्ति, विश्वसनीयता और स्टाइल की पेशकश करते हैं।

उन्होंने कहा कि भारी और नवीनतम उपकरणों को आसानी से संभालने के लिए डिज़ाइन की गई, नई रेंज कृषि कार्यों को नए सिरे से परिभाषित करती है, जिससे सबसे चुनौतीपूर्ण कार्य भी आसान हो जाते हैं। ये ट्रैक्टर आधुनिक कृषि की मांगों को पूरा करते हुए मौजूदा और उभरते अनुप्रयोगों में असाधारण क्षमता और बेहतर उत्पादकता का दावा करते हैं।

महिंद्रा एंड महिंद्रा के स्वराज डिवीजन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हरीश चव्हाण ने नए ट्रैक्टरों के लॉन्च पर कहा कि इस नई ट्रैक्टर रेंज के साथ, हम मौलिक क्षमता, विश्वसनीयता को बढ़ाकर और भविष्य की कृषि यंत्रीकरण आवश्यकताओं के लिए इसे तैयार करके ब्रांड को भविष्य में आगे बढ़ा रहे हैं। प्रदर्शन से परे, यह नई रेंज उभरते अनुप्रयोगों के लिए आराम, बहुपयोगिता पर जोर देती है और इसकी आधुनिक लेकिन प्रामाणिक स्टाइल ग्राहकों को आकर्षित करने वाली है।

उन्होंने कहा कि नई स्वराज रेंज अब पूरे भारत में सभी स्वराज डीलरशिप पर उपलब्ध है। इसकी कीमत 6.9 लाख रुपये से लेकर 9.95 लाख रुपए तक है। किसानों को समर्थन देने के लिए, स्वराज ट्रैक्टर नवीनतम स्वराज ट्रैक्टर रेंज की आसान सुलभता सुनिश्चित करने के लिए वित्तपोषण विकल्प भी प्रदान करेगा। इसके अलावा, इन ट्रैक्टरों पर छह साल की वारंटी है, जो गुणवत्ता और ग्राहक संतुष्टि के प्रति स्वराज ट्रैक्टर्स के अटूट समर्पण को रेखांकित करती है, जो कृषक समुदाय के लिए विश्वसनीयता और मानसिक शांति का आश्वासन देती है।

इसरो की वैज्ञानिक वलारमथी का दिल का दौरा पड़ने से निधन

चेन्नई। चंद्रयान 3 में अपनी आवाज देने वाली भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की सुप्रसिद्ध वैज्ञानिक वलारमथी का दिल का दौरा पड़ने से चेन्नई में निधन हो गया। वह 64 साल की थीं।

वैज्ञानिक वलारमथी ने श्रीहरिकोटा में रॉकेट लॉन्च की उलटी गिनती के लिए अपनी आवाज थी। लॉन्चिंग के करीब दो महीने बाद उनका शनिवार रात दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।

वैज्ञानिक वलारमथी का जन्म तमिलनाडु के अरियालुर में 31 जुलाई 1959 को हुआ था। उन्होंने कोयंबटूर में गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ़ टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग में स्नातक करने से पहले निर्मला गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ाई की। वलारमथी 1984 में इसरो में शामिल हुईं और उन्होंने अपने पद पर कार्यरत रहते हुए, कई अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने ट्वीट किया कि एन वलारमथी जी के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ, जो चंद्रयान 3 सहित कई इसरो लॉन्च काउंटडाउन के पीछे की आवाज थीं। उनके परिवार और दोस्तों के प्रति मेरी संवेदनाएं। शांति।

उल्लेखनीय है कि 14 जुलाई को चंद्रयान-3 श्रीहरिकोटा से सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र से लॉन्च किया गया था और 23 अगस्त को इसका लैंडर मॉड्यूल (एलएम) चंद्रमा की सतह पर उतरा। भारत दुनिया का पहला ऐसा देश बन गया है जिसने चंद्रयान-3 को चंद्रमा की दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिग करवाई।