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पीड़िता को मिलेगी 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता एवं सरकारी नौकरी : अशोक गहलोत

प्रतापगढ़। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को प्रतापगढ़ जिले के धरियावद पहुंचकर दुर्व्यवहार के मामले में पीड़ित महिला एवं उसके परिवार से मुलाकात की और पीड़िता को दस लाख रुपए की आर्थिक सहायता तथा सरकारी नौकरी देने की घोषणा की।

इस दौरान गहलोत ने कहा कि सभ्य समाज में इस तरह की घटनाओं तथा इनमें लिप्त अपराधियों का कोई स्थान नहीं है। ऐसी दुखद तथा अमानवीय घटनाओं की एक स्वर में निंदा होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन अपराधियों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई जाएगी।

उन्होंने कहा कि महिलाओं के विरूद्ध अपराधों की रोकथाम हमारी सर्वाेच्च प्राथमिकता है। प्रतापगढ़ घटना में पीहर और ससुराल के आपसी पारिवारिक विवाद में ससुराल पक्ष के लोगों का कृत्य घोर निंदनीय है। उन्होंने कहा कि घटना के संज्ञान मेें आते ही अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (अपराध) को मौके पर जाकर इस मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए थे।

उन्होंने कहा कि घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस के उच्चाधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए तथा पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कुछ ही घंटों में सभी आरोपियों को हिरासत में ले लिया।

प्रतापगढ़ में आदिवासी महिला को न्यूड कर गांव में घुमाया, पति समेत 8 लोग अरेस्ट

अजमेर : पृथ्वीराज नगर योजना की पहाड़ियों पर मिला सिर कटा शव

अजमेर। राजस्थान में अजमेर के क्रिश्चियनगंज थानाक्षेत्र के पंचशील क्षेत्र की पृथ्वीराज नगर योजना की पहाड़ियों के नजदीक विरान क्षेत्र में आज एक सिर कटा शव मिलने से सनसनी फैल गई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार शव की सूचना क्षेत्रीय लोगों ने पार्षद को दी और पार्षद ने थाने पर सूचना दी। उसके बाद सीओ भोपाल सिंह भाटी, थानाधिकारी करणसिंह मय जाप्ते मौके पर पहुंचे तो पाया कि शव 8-10 दिन पुरानी गली हुई हैं और सिर धड़ से अलग-थलग पैरों के पास पड़ा है।

पुलिस ने तुरंत एफएसएल टीम एवं डाग स्कावड को मौके पर बुलाकर साक्ष्य एकत्रित किए। शव के आगे-पीछे खून फैला होने से माना गया कि कुत्तों ने नोंच कर शव क्षतविक्षत कर दिया होगा। पुलिस हत्या अथवा सहज मौत, दोनों दृष्टिकोण से जांच में जुटी है। मृतक की पहचान नहीं की जा सकी है। सूचना पर पुलिस अधीक्षक चूनाराम जाट भी मौके पर पहुंचे और पूरी जानकारी हासिल कर आवश्यक निर्देश दिए।

संस्कृत श्रेष्ठ, समृद्ध एवं वैज्ञानिक भाषा : डॉ. मधुर मोहन रंगा

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संस्कृत सप्ताह का समारोहपूर्वक समापन

अजमेर। संस्कृत भारती व क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान के प्रायोगिक बहुउद्देशीय विद्यालय अजमेर के संयुक्त तत्वावधान में 27 अगस्त से आयोजित संस्कृत सप्ताह का समापन शनिवार को क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान के सभागार में संपन्न हुआ।

इस मौके पर मुख्य वक्ता अम्बिकापुर विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ के पूर्व प्रभारी कुलपति डॉ. मधुर मोहन रंगा ने कहा कि विश्व की प्राचीनतम भाषा संस्कृत विभिन्न भाषायी विशेषताओं से परिपूर्ण एक श्रेष्ठ, समृद्ध एवं वैज्ञानिक भाषा हैं। एक वाक्य रचना को विभिन्न प्रकार से लिखने की कला संस्कृत भाषा में ही हैं। संस्कृत के मान कवि माघ द्वारा रचित शिशुपालवध का सम्पूर्ण श्लोक एक से चार व्यंजन से लिखा गया हैं जिसमें 144 छन्द व सिर्फ एक ही व्यंजन हैं। प्रो. रंगा ने कहा की देश के अधिकतर संस्थाओं के ध्येय वाक्यों में संस्कृत का ही प्रयोग किया गया हैं।

अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद् के विशेष आमंत्रित सदस्य एवं मुख्य अतिथि जेएस राणा ने संस्कृत को जनवाणी बनाने के लिए आह्वान किया। उन्होंने कि संस्कृत रोजगारपरक व सभी भाषाओं की जननी हैं तथा संस्कृत सम्भाषण कार्यक्रमों के माध्यम से निःशुल्क रूप से बोलना और पढ़ना संस्कृत भारती दशकों से सीखा रही है। उन्होंने संस्कृत की महिमा और संस्कृत की उपयोगिता के बारे में जानकारी दी।

क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान के प्राचार्य एसटी सिंह ने संस्कृत को बढ़ावा देने का आह्वान करते हुए कहा कि संस्कृत देवों की भाषा हैं। कार्यक्रम में संस्कृत भारती के प्रांत कार्यकारणी सदस्य भूपेंद्र सिंह चौहान ने संस्कृत भारती की ओर से चलाए जा रहे निःशुल्क सम्भाषण शिविरों व प्रकल्पों, प्रतिवर्ष संस्कृत सप्ताह के अन्तर्गत आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं व संस्कृत दिवस मनाए जाने संबंधी जानकारी दी।

संस्कृत भारती के महानगर अध्यक्ष विष्णु शरण शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया तथा मंच संचालन प्रायौगिक बहुउद्देशीय विद्यालय के हरिओम शर्मा व महानगर सहमंत्री हिम्मत सिंह ने किया। अध्यक्षता क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान के प्राचार्य एसवी शर्मा ने की। समापन कार्यक्रम प्रतिभागियों द्वारा शिव तांडव स्त्रोत, मां काली व अन्य देवी देवताओं के वेश में किए गए नृत्य मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहे।

कार्यक्रम में संस्कृत सप्ताह संयोजक रीना चौधरी, सह संयोजक बबली चौहान, मनीषा कुमारी, गुमान सिंह, रेखा शर्मा सहित संस्कृत भारती अजमेर महानगर के कार्यकर्ता उपस्थित थे। प्रतियोगिताओं में संस्कृत सप्ताह के तहत संस्कृत श्लोक पाठ प्रतियोगिता, मंत्र व श्लोक आधारित चित्र निर्माण प्रतियोगिता, समूह गीत प्रतियोगिता तथा संस्कृत गीत आधारित समूह नृत्य प्रतियोगिता का कनिष्ठ व वरिष्ठ वर्ग में आयोजन किया गया जिसमें अजमेर महानगर के 17 विभिन्न विद्यालय के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया जिसका परिणाम निम्न रूप से रहा:-

पुरस्कार विजेता

संस्कृत समूह गीत प्रतियोगिता : कनिष्ठ वर्ग

मयूर स्कूल (प्रथम स्थान), संस्कृत द स्कूल दल (द्वितीय स्थान), एचकेएच पब्लिक स्कूल (तृतीय स्थान)

संस्कृत समूह गीत प्रतियोगिताः वरिष्ठ वर्ग

मयूर स्कूल व एचकेएच पब्लिक स्कूल (प्रथम स्थान)
माहेश्वरी पब्लिक स्कूल व प्रायोगिक बहुउद्देश्य विद्यालय (द्वितीय स्थान)
लोरेन्स एण्ड मेयो पब्लिक स्कूल व भट्टनागर आदर्श विद्या निकेतन विद्यालय (तृतीय स्थान)

संस्कृत श्लोक पाठ प्रतियोगिताः कनिष्ठ वर्ग

प्रथम स्थान मयूर स्कूल से-लावन्या पंथ
द्वितीय स्थान माहेश्वरी पब्लिक स्कूल से-अच्युतम तिवारी
तृतीय स्थान मयूर स्कूल से-आर्या बंसल
तृतीय स्थान सतगुरू इंटरनेशल स्कूल से-आराध्या पलोड

संस्कृत श्लोक पाठ प्रतियोगिताः वरिष्ठ वर्ग

प्रथम स्थान मयूर स्कूल से- प्रसिद्धि टांक
द्वितीय स्थान प्रायोगिक बहुउद्देश्य विद्यालय से-कनिका अग्रवाल
तृतीय स्थान प्रायोगिक बहुउद्देश्य विद्यालय से-मोहित देवड़ा
विशेष पुरस्कार प्रायोगिक बहुउद्देश्य विद्यालय से- मास्टर थॉमस सिंह

संस्कृत मंत्र/ श्लोक आधारित चित्र निर्माण प्रतियोगिताः-कनिष्ठ वर्ग

प्रथम स्थान मयूर स्कूल से-प्रियम्वदा सिंह
द्वितीय स्थान) माहेश्वरी पब्लिक स्कूल से-इशान्या सोनी
तृतीय स्थान) मयूर स्कूल से-सईद फसिल चिश्ती

संस्कृत मंत्र/ श्लोक आधारित चित्र निर्माण प्रतियोगिता:-वरिष्ठ वर्ग

प्रथम स्थान मयूर स्कूल से- विभूति मेहता
द्वितीय स्थान माहेश्वरी पब्लिक स्कूल से -दिव्यमन कुमार राय
तृतीय स्थान मयूर स्कूल से- स्नेहा गर्ग
तृतीय स्थान सतगुरू इंटरनेशल स्कूल से-हनीश सोनी

संस्कृत गीत आधारित समूह नृत्य प्रतियोगिताः-कनिष्ठ वर्ग

प्रथम स्थान- मयूर विद्यालय
द्वितीय स्थान -एमपीएस
तृतीय स्थान -एचकेएच

संस्कृत गीत आधारित समूह नृत्य प्रतियोगिता:-वरिष्ठ वर्ग

प्रथम स्थान-आर्यन पब्लिक विद्यालय
द्वितीय स्थान -मयूर विद्यालय
तृतीय स्थान -एमपीएस

भारत ने आदित्य एल 1 के सफल प्रक्षेपण से अंतरिक्ष में हासिल की एक और उपलब्धि

श्रीहरिकोटा। भारत की अंतरिक्ष यात्रा में शनिवार को एक और गौरवांवित कर देने वाली उपलब्धि उस समय जुड गयी जब देश के पहले सूर्य मिशन आदित्य एल1 का यहां शार रेंज से सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया गया।

23 घंटे 40 मिनट की सुचारू उलटी गिनती के बाद, इसरो के विश्वसनीय प्रक्षेपण यान 44.4 मीटर लंबे पीएसएलवी-सी 57 ने अपने 59वें मिशन में, आदित्य-एल1 को लेकर एसडीएससी केंद्र से 11़ 50 बजे दूसरे लॉन्च पैड से शानदार उड़ान भरी।

पीएसएलवी ने न केवल सफल उड़ान भरी बल्कि एक घंटे से कुछ अधिक समय के बाद 1475 किलोग्राम वजनी उपग्रह को इच्छित कक्षा में स्थापित भी कर दिया। यह उपग्रह 125 दिनों की सौर्य क्षेत्र की यात्रा में सूर्य के बाहरी वातावरण (कोरोना) का अध्ययन करेगा।

इस भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का दूसरा महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है इससे पहले 23 अगस्त को चंद्रयान 3 मिशन के तहत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर विक्रम लैंडर को सफलतापूर्वक उतारा गया था। इसके बाद लैंडर में ले जाए गए प्रज्ञान रोवर ने चंद्रमा की सतह पर चहलकदमी कर विभिन्न महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध कराई। चांद की सतह पर लगभग 100 मीटर तक घूमकर प्रज्ञान ने सतह की विविध फोटो भेजीं और विभिन्न रासायनिक पदार्थों जैसे ऑक्सीजन, एल्यूमीनियम और सल्फर आदि की खोज की।

इस अति महत्वपूर्ण सफलता के बाद आज इसरो ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक और लंबी छलांग लगाते हुए सूर्य मिशन के तहत आदित्य एल 1 को पीएसएलवी-सी 57 प्रक्षेपण याान की मदद से पृथ्वी की निचली कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित कर दिया।

यान ने उपग्रह को ठीक उसकी इच्छित कक्षा में स्थापित कर दिया है जहां से इसे लैग्रेंज प्वाइंट-1 (एल 1) जो सूर्य के सबसे नजदीक माना जाता है, इसी के चारों ओर एक प्रभामंडल कक्षा में स्थापित होने के लिए निर्देशित किया जायेगा।

इसरो के अनुसार आदित्य-एल1 पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर दूर सूर्य की ओर निर्देशित रहेगा। यह पृथ्वी और सूर्य के बीच की दूरी का लगभग एक प्रतिशत है। सूर्य गैस का एक विशाल गोला है और आदित्य एल-1 इसके बाहरी वातावरण का अध्ययन करेगा।

भारत के पहले सौर्य मिशन ने अपने निर्धारित केंद्र एल-1 पॉइन्ट के लिए यात्रा शुरू कर दी है। आदित्य एल 1 15 लाख किलोमीटर की दूरी तय कर चार महीनों के बाद जनवरी 2024 के पहले सप्ताह में सूर्य के क्षेत्र में प्रवेश करेगा।

इसरो द्वारा दी गई जानकारी के अनुसाद आदित्य -एल1 ने सौर पैनलों की मदद से बिजली बनाना शुरू कर दिया है। इसके बाद उपग्रह की कक्षा को बढ़ाने के लिए धरती से कल सुबह 11 बजकर 45 मिनट पर फायरिंग की जाएगी।

इसरो के सबसे भरोसेमंद प्रक्षेपण यान पीएसएलवी का यह मिशन उसके सबसे लंबे मिशनों में से एक होने जा रहा है हालांकि पीएसएलवी का सबसे लंबा मिशन पीएसएलवी-सी 35 2016 में हुआ था जो उड़ान के दो घंटे 15 मिनट और 33 सेकेंड बाद समाप्त हुआ था।

आदित्य एल 1 पृथ्वी की कक्षा में 16 दिन तक रहेगा और इस दौरान इसे पांच बार कुशलता के साथ अपनी यात्रा के लिए जरूरी गति प्रदान की जाएगी। मिशन नियंत्रण कक्ष से सफल प्रक्षेपण के बाद वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा कि उपग्रह को निर्धारित कक्षा में स्थापित कर दिया गया है और अब आदित्य एल 1 ने सूर्य की ओर 125 दिनों की लंबी यात्रा शुरू कर दी है।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री जीतेंद्र सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, नेता विभिन्न राजनीतिक दल, विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री और राज्यपाल ने इसरो के पहले सूर्य मिशन आदित्य-एल1 के सफल प्रक्षेपण के लिए बधाई दी।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने इस मौके पर इसरो को बधाई देते हुए एक्स पर पोस्ट किया कि भारत के पहले सौर मिशन, आदित्य-एल1 का प्रक्षेपण, यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि है जो भारत के स्वदेशी अंतरिक्ष कार्यक्रम को एक नये प्रक्षेप पथ की ओर आगे ले जाती है, इससे हमें अंतरिक्ष और खगोलीय घटनाओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी। मैं इस असाधारण उपलब्धि के लिए इसरो के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को बधाई देती हूं। मिशन की सफलता के लिए मेरी शुभकामनाएं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसरो के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को प्रथम सौर मिशन आदित्य-एल1 के प्रक्षेपण के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 की सफलता के बाद भारत अपनी अंतरिक्ष यात्रा जारी रखे हुए है।

मोदी ने कहा कि इसके लिए भारत के अथक वैज्ञानिक प्रयास जारी रहेंगे और इंसानियत के कल्याण के लिए ब्रह्मांड की बेहतर समझ विकसित करेंगे। मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि चंद्रयान -3 की सफलता के बाद, भारत अपनी अंतरिक्ष यात्रा जारी रखे हुए है। सफलता के लिए इसरो में हमारे वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को बधाई। भारत के पहले सौर मिशन, आदित्य-एल1 का शुभारंभ।

हम लैंडर और रोवर को विश्राम देने की प्रक्रिया में हैं : एस सोमनाथ

बेंगलूरु। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) प्रमुख एस सोमनाथ ने शनिवार का कहा कि चंद्रयान -3 मिशन से जुड़ी टीम विक्रम लैंडर और रोवर को विश्राम देने की प्रक्रिया में है।

इसरो प्रमुख ने आज भारत के महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट आदित्य एल 1 को सफलतापूर्वक पृथ्वी की इच्छित कक्षा में स्थापित किए जाने के बाद श्रीहरिकोटा में इसरो वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए कहा कि हम दोनों (विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर) को विश्राम देने की प्रक्रिया पर काम कर रहे हैं।

इसरो प्रमुख ने कहा कि लैंडर के भीतर रखकर भेजे गए रोवर ने सफलतापूर्वक चंद्रमा की सतह पर कदम रखने के बाद 100 मीटर तक चहलकदमी की है। लैंडर को चंद्रमा पर शिवशक्ति बिंदु पर उतारे जाने के बाद इस हिस्से पर अंधेरा होने से पहले कुछ दिनों का काम और बाकी है।

उन्होंने कहा कि विक्रम और प्रज्ञान अंधेरे में रहते हुए अपने सौर पैनलों को बिजली बनाने से रोक देंगे और अगर 14 दिन बाद भी वह काम कर पाए तो यह बोनस होगा।

उल्लेखनीय है कि इसरो के वैज्ञानिकों ने 23 अगस्त को चंद्रयान-3 को चांद के दक्षिणी घ्रुव पर उतार कर नया इतिहास रच दिया। दुनिया का कोई भी देश चांद की इस कठिन सतह पर नहीं पहुंचा है। इसके अलावा इसरो ने अपने पहले सूर्य मिशन के तहत आदित्य-एल1 अंतरिक्ष यान को पृथ्वी की कक्ष में सफलतापूर्वक स्थापित करके अंतरिक्ष के क्षेत्र में बड़ी सफलता हासिल की है।

इसरो सूत्रों के मुताबिक 23 घंटे 40 मिनट की उल्टी गिनती समाप्त होने के साथ ही आज पूर्वाह्न 11.50 बजे पीएसएलवी-सी57 के जरिए शार रेंज से प्रक्षेपित आदित्य एल-1 को अब पृथ्वी की निचली कक्ष में स्थापित कर दिया गया है।

इसी के साथ ही 125 दिनों की लंबे सफर में सूर्य के बाहरी वातावरण का अध्ययन करने का सिलसिला शुरू हो गया। उन्होंने बताया कि मिशन नियंत्रण केंद्र के वैज्ञानिक पूरे अभियान पर नजर रखे हुए हैं।

श्रीगंगानगर में किशोरी का अपहरण कर रेप करने के दोषी को 10 वर्ष की सजा

श्रीगंगानगर। राजस्थान के श्रीगंगानगर में लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम (पोक्सो एक्ट) मामलों की विशेष अदालत ने एक किशोरी का अपहरण कर दुष्कर्म करने के आरोप में युवक को आज 10 वर्ष कठोर कारावास की सजा सुनाई।

विशिष्ट लोक अभियोजक नवप्रीतकौर संधू ने प्रकरण के बारे में बताया कि घमूडवाली थाना क्षेत्र के एक गांव में 23-24 अगस्त 2018 की रात को 14 वर्षीय किशोरी अपने घर से गायब हो गई थी। किशोरी के नाना द्वारा 24 अगस्त को दी गई रिपोर्ट के आधार पर चक 54-एलएनपी निवासी सुनील बाल्मीकि उर्फ शेरा (28) के विरुद्ध अपहरण का मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने कुछ ही दिनों बाद किशोरी को दस्तयाब कर लिया। उसके द्वारा दिए गए बयान के आधार पर प्रकरण में दुष्कर्म की धाराएं भी जोड़ दी गईं।

इस मामले में पुलिस ने सुनील के दो साथियों नेतराम उर्फ राजू तथा कालू को भी दोषी माना। तीनों के खिलाफ अदालत में चालान प्रस्तुत किया गया। अदालत में सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष की ओर से 20 गवाह और 21 दस्तावेज साक्ष्य प्रस्तुत किए गए।

उन्होंने बताया कि न्यायाधीश ने आज निर्णय देते हुए सुनील उर्फ शेरा को धारा 376 के तहत 10 वर्ष कठोर कारावास की सजा और 50 हजार रुपए का अर्थदंड लगाया। उसे धारा 366 के तहत 5 वर्ष की सजा और 5 हजार का अर्थदंड लगाया गया है।

ब्रिटेन के अरबपति मोहम्मद अल फायद का निधन

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लंदन। ब्रिटेन के प्रसिद्ध उद्योगपति मोहम्मद अल फ़ायद को निधन हो गया है। वह 94 वर्ष के थे। फ़ायद का जन्म मिस्र में हुआ था बाद में वह 1970 में ब्रिटेन में आकर बस गए और यहां अपना साम्राज्य खड़ा किया। ब्रिटिश शाही परिवार की बहू लेडी डायना के साथ उनके बेटे डोडी के एक कार दुर्घटना में मौत के बाद वह काफी सुर्खियों में रहे थे।

इन्होंने ब्रिटिश शाही परिवार पर साजिश के तहत डायना और डोडी की हत्या कराए जाने का आरोप लगाया। इतना ही नहीं इस दुर्घटना के बाद वह लगातार इस मामले में सवाल उठाते रहे। इस दौरान उद्योगपति फयाद दुनिया की चकाचौंध से काफी दूर रहे।

फयाद के निधन की सूचना उनके परिजनों द्वारा शुक्रवार को एक बयान जारी देकर दी गई। परिजनों ने बताया कि मोहम्मद फायद का 30 अगस्त 2023 में निधन हो गया। रिटायरमेंट के बाद उन्होंने एक लंबा संतोषप्रद जीवन अपने संबंधियों के बीच बिताया। उनके परिवार में उनकी पत्नी, बच्चे और नाती पोते हैं।

बीबीसी रॉयल के पूर्व संवाददाता माइकल कोल, जिन्होंने बाद में हैरोड्स में सार्वजनिक मामलों के निदेशक के रूप में फ़ायद के लिए काम किया, ने उन्हें ‘एक असाधारण चरित्र’ के रूप में वर्णित किया। उन्होंने बीबीसी रेडियो 4 के आज के कार्यक्रम में कहा कि अल फ़ायद एक आकर्षक और जीवन से भी बड़े चरित्र वाले व्यक्ति थे और उनमें मानवता कूटकूट कर भरी थी।

वर्ष 2010 में कतर को हैरोड्स की बिक्री के बाद फ़ायद मानद पद पर बने रहे। फ़ुलहम फुटबॉल क्लब के छह महीने के अध्यक्ष ने कहा कि फायद की मृत्यु के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ। फायद ने हमारे क्लब के लिए जो किया उसके लिए हम उनके सदा आभारी है।

आदित्य-एल1 के सफल लॉन्च पर मोदी ने इसरो के वैज्ञानिकों, इंजीनियरों को दी बधाई

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को देश के पहले सौर मिशन आदित्य-एल1 को सफलतापूर्वक लॉन्च करने पर बधाई एवं शुभकामनांए दी।

मोदी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि चंद्रयान-3 की सफलता के बाद भारत ने अपनी अंतरिक्ष यात्रा जारी रखी है। भारत के पहले सौर मिशन आदित्य-एल1 के सफल प्रक्षेपण के लिए इसरो के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को बधाई। बेहतर विकास के लिए हमारे अथक वैज्ञानिक प्रयास जारी रहेंगे।

उल्लेखनीय है कि आज इसरो ने 23 घंटे 40 मिनट की उलटी गिनती समाप्त होने के साथ ही पूर्वाह्न 11 बजर 50 मिनट पर पीएसएलवी-सी57 के जरिए शार रेंज से प्रक्षेपित आदित्य एल-1 को अब पृथ्वी की निचली कक्ष में स्थापित कर दिया गया है।

आदित्य एल‌-1 की सफलता से अंतरिक्ष यात्रा के नए अध्याय खुले

उपराष्ट्रपति जगदीश धनखड़ ने कहा है कि देश के पहले सूर्य अभियान आदित्य एल-1 की सफलता से अंतरिक्ष यात्रा के नए अध्याय खुले हैं। उपराष्ट्रपति सचिवालय ने शनिवार को यहां बताया कि आदित्य एल-1 के सफल प्रक्षेपण पर धनखड़ ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन -इसरो के वैज्ञानिकों को शुभकामनाएं दी है।

उन्होंने कहा कि भारत के पहले सूर्य अभियान आदित्य एल-1 के सफल प्रक्षेपण से अंतरिक्ष यात्रा का गौरवशाली अध्याय खुला है। धनखड़ ने कहा कि मैं इस उपलब्धि के लिए इसरो और उसके वैज्ञानिकों तथा इंजीनियरों को शुभकामनाएं देता हूं। इस बड़ी उपलब्धि से निश्चित रूप से सौर प्रणाली के बारे में हमारी समझ बढ़ेगी।

मिश्र ने दी आदित्य एल-1 की लॉन्चिंग पर बधाई

जयपुर। राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने देश के पहले सूर्य मिशन आदित्य एल-1 की लॉन्चिंग पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और समस्त देशवासियों को बधाई दी है। मिश्र ने चंद्रयान-3 के बाद इसरो की इस अभूतपूर्व पहल की सफलता के लिए शुभकामनाएं व्यक्त की हैं।

गहलोत ने दी इसरो की टीम को शुभकामना

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोलर मिशन के तहत आदित्य एल1 की लॉन्चिंग के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की पूरी टीम को असीम शुभकामनाएं दी हैं। गहलोत ने सोशल मीडिया पर यह शुभकामनाएं देते हुए कहा कि चंद्रमा के बाद अब सूर्य की बारी दुनिया देख रही काबिलियत हमारी।

उन्होंने कहा कि पृथ्वी से 15 लाख किलोमीटर दूर लेंगरेंज प्वाइंट वन पर रहकर आदित्य एल1 द्वारा सूर्य की स्टडी से कई महत्वपूर्ण जानकारी जुटाकर भारत अंतरिक्ष विज्ञान में कीर्तिमान स्थापित करेगा और पूरी दुनिया भारत की महिमा गाएगी।

राजस्थान की छवि बदलनी है तो गहलोत सरकार को होगा बदलना : जेपी नड्डा

सवाईमाधोपुर। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर उसके शासन में कुशासन, भ्रष्टाचार एवं महिलाओं पर अत्याचार बढ़ने से प्रदेश की छवि धूमिल होने का आरोप लगाते हुए इसे गृह को लूटने वाली सरकार बताया और कहा है कि इसे प्रदेश की सुख, शांति एवं अमन चैन एवं विकास से कोई लेना देना नहीं है, ऐसे में अगर राजस्थान की छवि बदलनी है तो गहलोत सरकार को बदलना होगा।

नड्डा शनिवार को प्रदेश भाजपा की परिवर्तन संकल्प यात्रा के शुभारंभ के अवसर पर दशहरा मैदान में आयोजित जन सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिस राज्य में कुशासन और अंधेर नगरी, आम जनता एवं महिलाओं का संरक्षण समाप्त हो जाए वहां भाजपा कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी हो कि हो अब और नहीं सहेगा राजस्थान।

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि यह गहलोत सरकार नहीं है, यह गृह को लूटने वाली सरकार है, यह सरकार भ्रष्टाचार करके दिल्ली के आकाओ को खुश करने एवं उनकी जेब भरने का काम करती है। इसे राजस्थान के विकास से कोई मतलब नहीं है और इसकी प्रदेश में सुख-शांति को आगे बढ़ाने की कोई इच्छा नहीं है, इसकी इच्छा भ्रष्टाचार करो, इसे पनाह दो, कांग्रेस विधायकों को खूली छूट दो और यह पैसा दिल्ली के आकाओ की जेब तक पहुंचे, यह सुनिश्चित करो।

नड्डा ने कहा कि इस गर्मी में भी बड़ी संख्या में लोग यहां डटे हुए है जो इस बात का संकेत है कि गहलोतजी आपके जाने की बारी आ गई हैं। उन्होंने कांग्रेस का मतलब लूट, भ्रष्टाचार, अत्याचार एवं कुशासन बताते हुए कहा कि यह यात्रा डेढ करोड़ मतदाताओं तक पहुंचकर सरकार के कुशासन को जन जन तक पहुंचाएगी। उन्होंने कहा कि इस सरकार का मतलब है लाल डायरी है। उन्होंने कहा कि जो लाल डायरी का बचाव कर रहा उसे आने वाले चुनाव में बर्खास्त कर देना है।

उन्होंने कहा कि राजस्थान शांति प्रिय प्रदेश कहलाता था और इसे संस्कारों एवं सभी की रक्षा तथा देश की रक्षा के लिए जाना जाता था जहां आज बेटियों का बलात्कार एवं अपमान किया जा रहा है, क्या राजस्थान यह सहने वाला है। उन्होंने कहा कि परीक्षाओं में भ्रष्टाचार हो रहा है, क्या ऐसी सरकार को रहने देना है। यहां शहीदों के परिवार का सम्मान भी नहीं होता है और इनसे झूठा वादे भी किए गए और जब शहीद परिवार सरकार के पास गुहार लगाने आता है तो उसके साथ अच्छा बर्ताव नहीं होता।

नड्डा ने कहा कि प्रतापगढ़ के धरियावाद की घटना शर्मसार करने वाली है। चाहे अलवर, बाड़मेर, चूरू का मामला हो, सब जगह जघन्य अपराध हो रहे हैं। बच्चियों के साथ दुष्कर्म हो रहे हैं। राजस्थान में क्या यही चलने देना है। अगर नहीं चलने देना है तो परिवर्तन करना होगा। उन्होंने कहा कि क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े बताते हैं कि राजस्थान महिला अत्याचार के मामले में नंबर वन है। क्या राजस्थान की छवि ऐसी रहनी चाहिए, राजस्थान की यह छवि बदलनी है तो गहलोत सरकार को बदलना होगा।

उन्होंने भ्रष्टाचार का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि गहलोत का परिवार भी भ्रष्टाचार में शामिल है। विधायक भ्रष्टाचार कर रहे और उन्हें पूरी छूट है तथा यह भ्रष्टाचार करने वाली सरकार हो गई है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भरतपुर में राज्य सरकार के एक मंत्री के पति जो हत्या और दुष्कर्म के मामले में शामिल है, वह खुला घूम रहा है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में विधायकों को लूट की खुली छूट दे रखी है, ऐसी सरकार को उखाड़ फैंकना चाहिए।

राजस्थान में कावड़ यात्रा को रोकने का काम किया गया जबकि पीएफआई की रैली को अनुमति दी जाती है। उन्होंने आरोप लगाया कि ये लोग तुष्टीकरण की राजनीति करते हैं। उन्होंने कहा कि आज राजस्थान की यह तस्वीर बन गई है, अगर इसमें परिवर्तन करना है तो परिवर्तन यात्रा में संकल्प के साथ आगे बढ़ना होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया लेकिन पांच साल में इन किसानो की जमीन कुर्क कराने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा कि अब आने वाले समय में भ्रष्टाचार सरकार से छुटकारा पाने के लिए परिवर्तन यात्रा को घर घर तक पहुंचाना है।

नड्डा ने कहा कि केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत जल जीवन मिशन (जेजेएम) के तहत राजस्थान में पानी के लिए घर घर नल लगाने चाहते है जबकि गहलोत सरकार जेजेएम में 20 हजार करोड़ का घोटाला करना चाहती है। हम पानी पहुंचा रहे हैं और ये घोटाला कर रहे हैं।

महिला को निर्वस्त्र कर घुमाने के मामले में सीएम गहलोत ने दिए सख्त कार्रवाई के निर्देश

जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रतापगढ़ जिले के धरियावद थाना क्षेत्र में एक महिला को निर्वस्त्र कर घुमाने के मामले में आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए है।

घटना के सामने आने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया पर कहा कि प्रतापगढ़ जिले में पीहर और ससुराल पक्ष के आपसी पारिवारिक विवाद में ससुराल पक्ष के लोगों द्वारा एक महिला को निर्वस्त्र करने का एक वीडियो सामने आया है। पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा को अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (अपराध) एम एन दिनेश को मौके पर भेजने एवं इस मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

गहलोत ने कहा कि सभ्य समाज में इस तरह के अपराधियों की कोई जगह नहीं है। इन अपराधियों को जल्द से जल्द सलाखों के पीछे डालकर फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर सजा दिलवाई जाएगी।

उधर, इस मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि प्रतापगढ़ जिले में एक गर्भवती युवती को सरेआम निर्वस्त्र करने का अश्लील वीडियो वायरल होता रहा और घटना की प्रशासन को खबर तक नहीं थी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध ने इस कदर पैर पसारे है कि आए दिन राजस्थान को शर्मिंदा होना पड़ रहा है। महिला अत्याचार में प्रदेश को देश में नंबर एक बनाने की जिम्मेदार स्वयं कांग्रेस सरकार की है।

राजे ने कहा कि मुख्यमंत्रीजी आख़िर ऐसी क्या मजबूरी है कि राजस्थान में बेटियों की लुटती अस्मत और चीखें आपकी कांग्रेस सरकार को सुनाई नहीं देती। मेरी सभी से अपील है कि इस बेटी के साथ जो निंदनीय घटना घटी है, उससे संपूर्ण राजस्थान शर्मसार हुआ है। अपराधियों ने सारी सीमाएं लांघ दी हैं लेकिन आप सब कृपया वायरल हो रहे वीडियो को और अधिक पोस्ट ना करें।

इसी तरह विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने कहा कि प्रतापगढ़ में महिला के साथ हुए अनाचार की घटना सरकार के माथे पर कलंक और बेहद शर्मनाक है। श्री गहलोत के जंगलराज में कोई दिन ऐसा नहीं गुजरता जब कोई निर्भया कांड आकार नहीं लेता हो। राज्य में बहन बेटियों के साथ अत्याचार की पराकाष्ठा हो गई है।

राठौड़ ने कहा कि किसी सभ्य समाज में महिलाओं के साथ ऐसे जघन्य अपराध के लिए कोई स्थान नहीं है। प्रतापगढ़ में ना केवल महिला के साथ अनाचार हुआ बल्कि वीडियो भी वायरल किया गया। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री के तौर पर गहलोत पूरी तरह नाकाम और विफल साबित हुए हैं, जिन्हें तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे देना चाहिए।

उपनेता प्रतिपक्ष डा सतीश पूनियां ने आरोप लगाते हुए कहा कि अशोक गहलोतजी, कोई जवाब है इस हैवानियत का आपके पास। राजस्थान में महिलाओं के प्रति बढ़ते वीभत्स अपराध चीख चीख कर दरिंदगी बयान कर रहे हैं और आप किसी अबला की अस्मत बचाने की बजाय कुर्सी बनाए रखने की सियासत में व्यस्त हैं।

उन्होंने कहा कि प्रतापगढ़ में आदिवासी महिला के साथ दुर्व्यवहार की वीडियो देखने के बाद रूह कांप उठती है। अपराधियों के हौंसले इतने बुलंद कि वह अपराध का वीडियो खुलेआम बना रहे है। यह दुर्व्यवहार समाज और लोकतांत्रिक मूल्यों की हार है। डा पूनियां ने राज्य सरकार से अनुरोध किया कि दोषियों को इतनी सख़्त सजा दी जाए कि ऐसे अपराधों का विचार आने पर भी अपराधियों के मन में भय उत्पन्न हो जाए।

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