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बीसूका बैठक में खुली सिरोही विधानसभा के गुणवत्ताहीन काम और घटिया मॉनीटरिंग की पोल

सिरोही में जावाल में कई महीनो से बंद पड़ा सोलर आरओ प्लांट

सिरोही। सिरोही नगर परिषद में अनादरा चौराहे से रीको तक की सड़क का काम ही घटिया किस्म को हुआ हो ऐसा नहीं है। और भी काम हैं जो स्तरहीन हुए और उनको फॉलो अप भी नहीं दिया गया। जनता की पेयजल की महत्वपूर्ण उपकरण दो साल से खराब हैं और जिला मुख्यालय पर ऐसे अधिकारी बैठाए हुए हैं जिन्हें ये पता नहीं है ऐसा कहां कहां पर हुआ है।

बीसूका उपाध्यक्ष डॉ चंद्रभान की अध्यक्षता में मंगलवार को आत्मा सभागार में हुई बीस सूत्री क्र्रियान्वयन समिति की बैठक में जनप्रतिनिधियों ने जिले समेत सिरोही विधानसभा में गुणवत्ता हीन विकास का मुद्दा उठाया।

बैठक में पूर्व जिला प्रमुख और बीसूका के सदस्य अनाराम बोराणा ने उपाध्यक्ष को बताया कि सिरोही जिले में वर्तमान सरकार के द्वारा करीब सौ सोलर आरओ प्लांट में लगाए गए थे। इनमें से चालीस से ज्यादा खराब पड़े हैं। बोराणा द्वारा ये समस्या बताने पर जलदाय विभाग के अधिकारी ने पूछा कि कहां कहां के हैं।

इस पर बोराणा ने कहा कि आपके विभाग के अधिकारी फील्ड में हैं पता करवाइये। उन्होंने बैठक में जो नाम गिनवाए उनमें से अधिकांश सिरोही विधानसभा के थे। उन्होंने इस दौरान जावाल, मंडवारिया, बड़गांव, उथमण, रामपुरा, रोवाड़ा के अलावा पिण्डवाड़ा के झाडोली में खराब पड़े आरओ प्लांट की तरफ भी सभा का ध्यानाकर्षित करवाया।

इधर आबूरोड के प्रधान लीलाराम गरासिया ने जाम्बुड़ी के जीएसएस के दो साल पहले स्वीकृत होने के बाद भी इसका निर्माण शुरू नहीं करने का मुद्दा उठाया। उन्होंने समय पर ट्रांसफॉर्मर बदलने की समस्या भी सामने रखी।

बीस सूत्री कार्यक्रम क्रियान्वयन एवं समन्वय समिति के उपाध्यक्ष डॉ. चन्द्रभान ने कहा कि बीस सूत्री कार्यक्रम को गरीबों के आर्थिक उन्नयन एवं क्षेत्र के सर्वागीण विकास के महत्वपूर्ण कार्यक्रम बताते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस कार्यक्रम के लक्ष्यों को पूरी जिम्मेदारी के साथ पूरा करें।

बैठक में जिला कलक्टर डॉ भंवर लाल ने बीसूका के अन्तर्गत आवटित लक्ष्यों के विरूद्ध अर्जित उपलब्ध्यिों की जानकारी देते हुए अधिकारियों से कहा कि वे योजनाओं के शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने के लिए सकारात्मक सोच रखते हुए समर्पण की भावना से कार्य करें। ताकि गरीब लोगों को कल्याणकारी योजनाओं का अपेक्षित लाभ मिल सके। बैठक का संचालन अतिरिक्त कलक्टर डॉ. भास्कर विश्नोई ने किया तथा अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रमोद दवे ने पंचायतीराज की योजनाओं के बारें में विस्तार से जानकारी दी।

बैठक में बीसूका के जिला उपाध्यक्ष आनंद जोशी, सदस्य पूर्व विधायक रतन देवासी, गंगाबेन गरासिया, प्रधान लीलाराम गरासिया, पूर्व जिला प्रमुख अन्नाराम बोराणा पूर्व प्रधान पदमा कंवर, जीवाराम आर्य, राजेन्द्र सांखला, संध्या चौधरी, निम्बाराम, हेमलता शर्मा, अमित जोशी, नारायणसिंह भाटी, मारूफ हुसैन, पे्रमाराम देवासी, अचलसिंह बालिया ने अपनी-अपनी समस्याओं से अवगत कराया। बैठक में उपखंड अधिकारी सीमा खेतान समेत संबंधित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

कभी थे हमनिवाला,  बीसूका बैठक में मुंह से उगली ज्वाला

सिरोही में अयोजित बीसूका बैठक की अध्यक्षता करते बीसूका प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ चंद्रभान।

सबगुरु न्यूज-सिरोही। बीस सूत्री क्रियान्वयन समिति की बैठक के दौरान सिरोही कांग्रेस के दो नेताओं में एक दूसरे के प्रति आक्रोश देखकर वहां बैठा हर व्यक्ति आश्चर्य में पड़ गया।
कभी बीसूका की जिला समिति के उपाध्यक्ष रहे कांग्रेस नेता राजेन्द्र सांखला और उनके सबसे विश्वस्त माने जाने वाले फिरोज पठान एक दूसरे के आमने सामने हो गए।

अजमेर उत्तर से कांग्रेस के 23 दावेदार, जमकर हाथापाई से गर्माया माहौल


अजमेर।
राजस्थान में अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र सीट पर कांग्रेस के 23 नेताओं ने आवेदन करते हुए प्रत्याशी बनने के लिए दावेदारी पेश की है। इस दौरान कांग्रेस के कुछ समर्थकों में बीच परस्पर हाथापाई हो गई तथा जमकर लात घूंसे भी चले। बताया जा रहा है कि नौरत गुर्जर, सर्वेश पारिक और शिव बंसल के समर्थकों के बीच किसी पुरानी बात को लेकर तकरार ने विकराल रूप ले लिया। हालात बिगडते देख वरिष्ठ नेता मौके से खिसक लिए। दोनों पक्षों ने गंज थाने में परस्पर रिपोर्ट दर्ज कराई है।

बुधवार को अजमेर उत्तर विधानसभा कांग्रेस कमेटी ब्लॉक ए व बी की कार्यकारिणी तथा मंडल अध्यक्षों की बैठक राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव व अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी मुकुल गोयल के मुख्य आतिथ्य, शहर कांग्रेस कमेटी के निवर्तमान अध्यक्ष विजय जैन के आतिथ्य, ब्लॉक अध्यक्ष शैलेंद्र अग्रवाल व वाहिद मोहम्मद की संयुक्त अध्यक्षता में जनकपुरी गंज अजमेर में आयोजित की गई।

कांग्रेस कमेटी अजमेर उत्तर ब्लॉक बी के अध्यक्ष शैलेंद्र अग्रवाल व ब्लॉक ए के अध्यक्ष वाहिद मोहम्मद ने बताया बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी की ओर से घोषित अधिकृत उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित करने के लिए सभी पदाधिकारी, कांग्रेस कार्यकर्ता एक जुटता के साथ उसे जिताने के लिए कार्य करेंगे।

तत्पश्चात आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी से उम्मीदवार बनने के इच्छुक कांग्रेसजनों से आवेदन आमन्त्रित किए गए। इस अवसर पर 23 कांग्रेसजनों ने प्रभारी मुकुल गोयल, कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन व ब्लॉक अध्यक्ष शैलेंद्र अग्रवाल तथा वाहिद मोहम्मद को अपने आवेदन प्रस्तुत किए। आरटीडीसी अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ की ओर से उनके समर्थकों ने आवेदन प्रस्तुत किया।

इनके अलावा पीसीसी सदस्य महेंद्र सिंह रलावता, महेश चौहान, चेतन पंवार, गिरधर तेजवानी, मोहन चेलानी, हरीश हिंगोरानी, शिव कुमार बंसल, ममता चौहान, चेतन प्रकाश सैनी, महेंद्र तंवर, विजय सिंह गहलोत, विनोद रतनु, लोकेश कुमार, रश्मि हिंगोरानी, हुमायु खान, दिलीप सामतानी, गजेंद्र सिंह राठौड़, धर्मेंद्र शर्मा, राजकुमार, अंकित मोटवानी, ओमप्रकाश मंडावरा व पीयूष सुराणा ने दावेदारी करते हुए आवेदन सौंपे।

ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष शैलेंद्र अग्रवाल व वाहिद मोहम्मद ने बताया कि प्राप्त सभी आवेदनों को ब्लॉक अध्यक्ष अपनी टिप्पणी व बैठक की प्रोसेडिंग सहित प्रभारी के जरिए से गुरुवार को जिला कांग्रेस कमेटी व प्रदेश कांग्रेस कमेटी को प्रस्तुत कर देंगे।

समाज सेवी सुभाष काबरा ने किया महिला स्नानघर का लोकार्पण

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अजमेर। समाज सेवी सुभाष काबरा ने समीपवर्ती ग्राम काजीपुरा में महिला स्नानघर का लोकार्पण किया। युवा टीम अध्यक्ष कल्याण सिंह रावत ने बताया कि काफी समय से ग्राम काजीपुरा में सार्वजनिक महिला स्नानघर की मांग चल रही थी। महिलाओं की परेशानी को देखते हुए समाजसेवी सुभाष काबरा ने अपने माता पिता स्व गुलाबदेवी-दिलसुखराय काबरा की स्मृति में सरकारी स्कूल के पास लगभग 2 लाख रूपए की लागत से महिला स्नानघर का निर्माण करवाया।

कार्यक्रम में छोटू जी पटेल द्वारा साफा व ग्रामवासीयों ने मिलकर 21 किलों की माला पहनाकर सुभाष काबरा का भव्य स्वागत किया। कार्यक्रम में छोटू पटेल, नवयुवक मण्डल अध्यक्ष जयसिंहजी, प्रबुद्धजन प्रकेाष्ठ सदस्य प्रेम प्रकाश पारीक, प्रभूजी, पेमाजी, हरीजी, सीताराम, अर्जुन, भागचन्दजी, केसा पुजारी, चेजनजी, उगमाजी, कालूजी एंव सैकडों की संख्या में ग्रामवासी मौजूद रहे।

भारत को जानो प्रतियोगिता 26 अगस्त को, OMR शीट का होगा प्रयोग

अजमेर। भारत विकास परिषद् ,राजस्थान मध्य प्रांत द्वारा देश और संस्कृति की विशेषताओं, भारत की गौरव गाथा आदि के बारे में स्कूली बच्चों में जागरूकता बढ़ाने के लिए भारत को जानो प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है।

भारत विकास परिषद के प्रांतीय महासचिव गोविंद अग्रवाल के अनुसार इस बार ओएमआर शीट का प्रयोग सहित कई प्रकार के नवाचार किए गए हैं। राजस्थान मध्य प्रांत के अजमेर, भीलवाड़ा और राजसमंद जिलों की 52 शाखाओं के माध्यम से विभिन्न विद्यालयों के 80000 से अधिक विद्यार्थी इस प्रतियोगिता में भाग ले रहे हैं।

यह प्रतियोगिता दो वर्गों में आयोजित की जा रही है। कनिष्ठ वर्ग जिसमें कक्षा 6 से 8 के विद्यार्थी भाग लेंगे तथा वरिष्ठ वर्ग में कक्षा 9 से 12 के विद्यार्थी भाग लेंगे। प्रश्न पत्र की द्विभाषी रूप में उपलब्ध होगा। हिंदी माध्यम व अंग्रेजी माध्यम के विद्यार्थी इसमें भाग ले सकेंगे।

भारत को जानो प्रतियोगिता के प्रांतीय संयोजक डॉ हरीश बेरी के अनुसार इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य भारतीय संस्कृति, इतिहास आदि के बारे में विद्यार्थियों को जागरूक करना है साथ ही इस प्रतियोगिता के माध्यम से उन्हें ओएमआर शीट भरने का भी अभ्यास होगा क्योंकि अधिकांश प्रतियोगी परीक्षाओं में आजकल ओएमआर का ही प्रयोग होता है।

भारत को जानो के प्रांतीय सहसंयोजक व तकनीकी विशेषज्ञ पंकज अग्रवाल ने बताया कि इस बार परीक्षा में ओएमआर के साथ-साथ बच्चों को उनके परिणाम मोबाइल पर उपलब्ध करा दिए जाएंगे। प्रत्येक विद्यालय से प्रथम व द्वितीय आने वाले दो विद्यार्थियों का एक दल बनेगा जो शाखा स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेगा। शाखा स्तरीय विजेता दल प्रांत स्तर की प्रतियोगिता में भाग लेगा। इस प्रकार यह प्रतियोगिता शाखा, राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित की जाती है।

प्रांतीय महासचिव गोविंद अग्रवाल ने बताया कि पूरे देश में लगभग 20 लाख से अधिक विद्यार्थी इस प्रतियोगिता में भाग लेते हैं। भारत विकास परिषद द्वारा इस प्रतियोगिता हेतु विद्यार्थियों को भारत को जानो नामक पुस्तक हिंदी और अंग्रेजी में उपलब्ध कराई जाती है जिसमें भारत के इतिहास, भूगोल, राजनीति विज्ञान, धर्म आदि के बारे में जानकारी उपलब्ध होती है। अग्रवाल ने यह भी बताया कि इस बार प्रतियोगिता में सड़क सुरक्षा से संबंधित प्रश्न भी रखे गए हैं ताकि विद्यार्थियों को सड़क सुरक्षा के बारे में जानकारी प्राप्त हो और भारत में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में कमी की जा सके।

नांदला में भारत विकास परिषद के गुरुवंदन-छात्र अभिनंदन कार्यक्रम में गुरुजन सम्मानित

चन्द्रयान-3 की सफलता पर मोदी बोले, भारत की कामयाबी दुनिया की कामयाबी

जोहान्सबर्ग/नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चन्द्रयान-3 मिशन के सफलता पर भारतीय अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों और देशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि भारत ने अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में सूर्य के अध्ययन से बड़े अभियानों की योजना बनाई है।

मोदी ने भारत की इस उपलब्धि को न केवल भारत बल्कि समग्र विश्व के लोगों की सफलता बताते हुए कहा कि भारत इस क्षेत्र में दुनिया के साथ सहयोग करने को तैयार है। उन्होंने इस उपलब्धि को विफलता को सफलता में बदलने का करिश्मा बताते हुए कहा कि दक्षिण (विकाशसील दुनिया) के देश भी इस तरह की कामयाबी हासिल करने में समर्थ है।

प्रधानमंत्री ने जोहान्सबर्ग (दक्षिण अफ्रीका) से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से इसरो के मिशन नियंत्रण कक्ष में सभी वैज्ञानिकों और तकनीशियनों को संबोधित करे हुए घोषणा की कि भारत जल्द ही सूर्य के विस्तृत अध्ययन के लिए आदित्य एल वन मिशन जल्द ही शुरू करेगा।

मोदी ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने दक्षिण अफ्रीका गए हैं। उन्होंने वहां से अपने संबोधन में कहा कि मेरे प्यारे देशवासियों, जब हम अपनी आंखों के सामने इतिहास बनता देखते हैं, तो यह जीवन धन्य हो जाता है। यह पल अविस्मरणीय है। यह शाम अभूतपूर्व है। यह शाम विकसित भारत के शंखनाद का है। यह क्षण नए भारत के उद्घोष का है।

यह क्षण मुश्किलों के महासागर को पार करने का है। यह क्षण जीत का, चंद्रपटल पर चलने का है। यह क्षण 140 करोड़ धड़कनों के सामर्थ्य का है। यह क्षण भारत में नयी ऊर्जा, नये विश्वास, नयी चेतना का है। यह क्षण भारत के उदयमान आह्वान का है। अमृतकाल की प्रथम प्रभा में सफलता की अमृत वर्षा हुई है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरा मन चंद्रयान महाअभियान पर भी लगा हुआ है। नया इतिहास बनते ही हर भारतीय जश्न में डूब गया है। मैं भी उमंग और उल्लास से जुड़ा हुआ हूं। मैं टीम चंद्रयान को, इसरो को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, जिन्होंने इस पल के लिये वर्षों तक इतना परिश्रम किया है। उत्साह, मन आनंद और भावुकता से भरे इस पल के लिये मैं (मोदी) 140 करोड़ देशवासियों को भी कोटि-कोटि बधाइयां देता हूं। मेरे परिवारजनों, हमारे वैज्ञानिकों के परिश्रम और प्रतिभा से भारत चंद्रमा के उस दक्षिणी ध्रुव तक पहुंचा है, जहां दुनिया का कोई देश नहीं पहुंच सका।

मोदी ने कहा कि आज के बाद से चांद से जुड़े मिथक बदल जाएंगे, कथानक बदल जाएंगे। नई पीढ़ी के लिए कहानियां भी बदल जाएंगी। भारत में हम सभी लोग धरती को मां कहते हैं, चांद को मामा कहते हैं। कभी कहा जाता था कि चंदा मामा बहुत दूर के हैं। अब एक दिन वह भी आएगा जब बच्चे कहा करेंगे कि चंदा मामा एक दूर के हैं। दोस्तों, इस खुशी के अवसर पर मैं दुनिया के सभी लोगों को, सभी देशों और क्षेत्रों के लोगों को।

भारत का चंद्र मिशन सिर्फ भारत का नहीं है। हम इस साल जी20 की मेज़बानी कर रहे हैं। एक परिवार, एक भविष्य की हमारी सोच पूरी दुनिया में गूंज रही है। हमारा मून मिशन इसी मानवता केन्द्रित दृष्टिकोण पर आधारित है। इसलिए यह सफलता पूरी मानवता की है। यह दूसरे देशों के मून मिशन को भविष्य में मदद करेगी। मुझे विश्वास है कि दुनिया के सभी देश यह कर सकते हैं। हम सभी चांद और उसके आगे का सपना देख सकते हैं।

उन्होंने कहा कि चंद्रयान की यह उपलब्धि भारत की उड़ान को चंद्रमा की कक्षाओं से आगे जाएगी। हम हमारे सौरमंडल की सीमाओं को सामर्थ्य परखेंगे और मानव के लिए ब्रह्मांड की अनेक संभावनाओं को साकार करने के लिए भी जरूर काम करेंगे। हमने भविष्य के लिए कई बड़े और महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किए हैं। जल्द ही सूर्य के विस्तृत अध्ययन के लिए आदित्या एल1 मिशन लॉन्च करने जा रहे हैं। इसके बाद शुक्र भी इसरो के लक्ष्यों में से एक है।

जीत लिया चांद, चंद्रयान की सफलतापूर्वक लैडिंग से देशभर में खुुशी की लहर

जीत लिया चांद, चंद्रयान की सफलतापूर्वक लैडिंग से देशभर में खुुशी की लहर

प्रधानमंत्री मोदी ने दक्षिण अफ्रीका से वर्चुअली विक्रम को उतरते हुए देखा

बेंगलूरु। दक्षिण अफ्रीका में आयोजित 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दुनिया भर से मिल रही शुभकामनाओं के बीच चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर इसरो के चन्द्रयान मिशन 3 के यान विक्रम को सफलतापूर्वक उतरने के गवाह बने।

मोदी ने दक्षिण अफ्रीका से वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए कहा कि आज सफलता की अमृत-वर्षा हुई है। देश ने धरती पर सपना देखा और चांद पर साकार किया।

कुछ दिन पहले रूस ने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने की कोशिश की थी लेकिन उसका लूना-25 अंतरिक्ष यान चांद की सतह से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अनुसार प्रज्ञान रोवर को ले जाने वाले विक्रम लैंडर की सॉफ्ट-लैंडिंग शाम 18:04 बजे निर्धारित की गई थी।

इस ऐतिहासिक लैंडिंग से पहले दुनिया भर से शुभकामनाएं मिल रही थी। भारत में कई जगहों पर लोग मंदिरों में जाकर विक्रम लैंडर की सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग के लिए प्रार्थना कर रहे थे।

इस काम में छात्र भी पीछे नहीं रहे और उन्होंने चद्रयान-3 मिशन की सफलता की कामना करते हुए दुनिया भर में विशेष पूजा और प्रार्थनाओं का आयोजन किया।

लंदन स्थित यूक्सब्रिज में भारतीय छात्रों और शोध विद्वानों ने चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए आद्या शक्ति माताजी मंदिर में एक विशेष प्रार्थना का आयोजन किया।

अमरीका में भी भारतीय प्रवासियों ने चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए वर्जीनिया के एक मंदिर में प्रार्थना की और हवन किया। भुवनेश्वर, वाराणसी और प्रयागराज के नागरिकों ने पूजा की और हवन किया, और वडोदरा में बच्चों के एक समूह ने भी चंद्रयान -3 की सुरक्षित लैंडिंग के लिए प्रार्थना की।

इस मेगा कार्यक्रम से पहले ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन घाट पर गंगा आरती भी की गई। इसके अलावा लखनऊ में इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया में भी मुसलमानों द्वारा नमाज अदा की गई।अमरीका, रूस और चीन के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाला भारत दुनिया का चौथा देश बन गया, लेकिन चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला भारत दुनिया का एकमात्र देश है।

प्रधानमंत्री मोदी ने दक्षिण अफ्रीका से वर्चुअली विक्रम को उतरते हुए देखा

जीत लिया चांद, चंद्रयान की सफलतापूर्वक लैडिंग से देशभर में खुुशी की लहर

जयपुर। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के मिशन चंद्रयान-3 के बुधवार को निर्धारित समय पर चंद्रमा की सतह पर साफ्ट लैंडिंग सफल होते ही देशभर में खुुशी की लहर दौड गई। इस ऐतिहासिक पल को देखने के लिए लोग टीवी से सामने जमे रहे। चंद्रयान-3 की सफलता की सूचना जैसे ही इसरो के वैज्ञानिकों ने दी वैसे ही घरों, गलियों, चौराहों पर जश्न का सा माहौल हो गया।

मोदी ने सोमनाथ को चंद्रयान-3 के सफल लैंडिंग पर दी बधाई

जोहान्सबर्ग। प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख एस सोमनाथ को चंद्रयान-3 की चंद्रमा की सतह पर सफल लैंडिंग पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी। मोदी ने इसरो चीफ प्रमुख को दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग से फोन कर बधाई दी है। इससे पहले उन्होंने इसरो के वैज्ञानिकों समेत सभी देशवासियों को संबोधित भी किया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सोमनाथ जी आपका नाम ही सोमनाथ है और सोमनाथ नाम चांद से जुड़ा हुआ है इसलिए आपके परिवारजन भी चंद्रयान-3 के सफल लैंडिंग से बहुत आनंदित होंगे आपको और आपकी पूरी टीम को बहुत-बहुत बधाई और सबको मेरी तरफ से अभिनन्दन।

चंद्रयान की सफलता हमारी प्रतिबद्धता की प्रतीक: धनखड़

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ में चंद्रयान-3 की सफलता के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि यह भारतीय प्रतिभा और प्रतिबद्धता का प्रतीक है। उपराष्ट्रपति ने बुधवार को यहां जारी एक संदेश में कहा कि भारत के लिए यह ऐतिहासिक क्षण है, जब अंतरिक्ष में उसने एक लंबी छलांग लगाई है। चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 का सफलतापूर्वक उतारना भारतीय वैज्ञानिक की प्रतिभा का प्रतीक है। अंतरिक्ष के क्षेत्र में आगे बढ़ना भारत को वैश्विक नेतृत्व प्रदान किया है। उन्होंने कहा कि इसरो को इस ऐतिहासिक उपलब्धि और नवाचार के लिए शुभकामनाएं।

चंद्रयान-3 : भाजपा ने वैज्ञानिकों को दी बधाई

भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने चंद्रयान -3 की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग पर अंतरिक्ष वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए बुधवार को कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आत्मनिर्भर भारत की नई पहचान बनी है।

नड्डा ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपने वीडियाे संदेश में कहा कि भारत दुनिया में अंतरिक्ष क्षेत्र में एक अलग पहचान बना चुका है। यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आत्मनिर्भर भारत का एक मजबूत उदाहरण है। उन्होंने कहा कि यह देश के अथक प्रयासों एवं वैज्ञानिकों की अद्भुत क्षमता के बिना संभव नहीं हो सकता था। उन्होंने कहा कि भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला विश्व का पहला देश बन गया है। यह देश की अभूतपूर्व उपलब्धि है।

जीत लिया चांद, चंद्रयान की सफलतापूर्वक लैडिंग से देशभर में खुुशी की लहर

पेट्रोल-डीजल को जीएसटी दायरे में लाने के लिए पंप मालिकों ने किया प्रदर्शन

नई दिल्ली। देश भर के पेट्रोल पंप मालिकों ने पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने के साथ ही अपनी अन्य मांगों को लेकर आज राजधानी में धरना प्रदर्शन किया।

पेट्रोल पंप डीलरर्स एसोसियेशन की अगुवाई में आयोजित इस धरना प्रदर्शन में देश के 16 राज्यों के डीलर शामिल हुए। डीलरों ने यहां पेट्रोलियम मंत्रालय को अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा जिसमें पेट्रोल और डीजल पर वैट को अव्यवहारिक बताते हुए इन दोनों उत्पादों को जीएसटी के दायरे लाए जाने की मांग की। इसमें कहा गया है कि वैट से क्षेत्रीय असंतुलन पैदा हो रहा है और यह एक देश एक कर के सरकार के दृष्टिकोण के भी विपरीत है।

इसमें डीलरों ने अपने मार्जिन को भी बढ़ाए जाने की मांग की है और कहा कि छह वर्ष पहले मार्जिन में बढोतरी की गई थी। देश में अभी 70 हजार पेट्रोल पंप है जिससे करीब 10 लाख लोगों को रोजगार मिला हुआ है।

मनरेगा में कटौती पर कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने मोदी सरकार को घेरा

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को मोदी सरकार पर मनरेगा योजना में कटौती करने का आरोप लगाते हुए उस पर निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशली गठबंधन सरकार ने 18 साल पहले यह योजना लागू की थी और इसका फायदा दूर दराज के ग्रामीण क्षेत्र के करोड़ों लोगों को आज भी मिल रहा है।

खड़गे ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार ने देश के करोड़ों लोगों को ‘काम का अधिकार’ सुनिश्चित करने के लिए वर्ष 2005 में आज के दिन मनरेगा लागू किया था। इस योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के साथ ही करीब साढे़ 14 करोड़ श्रमिकों को इसका सीधा लाभ मिल रहा है लेकिन मोदी सरकार ने इसमें भी कटौती की है।

उन्होंने कहा कि भले ही मोदी सरकार ने इस साल मनरेगा के बजट में 33 प्रतिशत की कटौती की है और 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों पर मनरेगा मजदूरी का 6,366 करोड़ रुपए बकाया है फिर भी, कांग्रेस पार्टी द्वारा शुरू किया गया यह प्रमुख कार्यक्रम अभी भी 14.42 करोड़ सक्रिय श्रमिकों का समर्थन करता है जो आधे से अधिक है। वे महिलाएं हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान लॉकडाउन के समय मनरेगा एक जीवनरक्षक था और इसने करोड़ों श्रमिकों के लिए सुरक्षा जाल के रूप में काम किया जिससे महामारी के दौरान उनकी आय में हुई कमी की 80 प्रतिशत तक पूर्ति की।

कांग्रेस ने भी अपने ट्विटर हैंडल पर कहा कि आज ही के दिन डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व में मनरेगा पारित किया गया था। तब से लाखों लोगों को आजीविका सुरक्षा प्रदान करते हुए, मनरेगा ने महामारी के दौरान 80 प्रतिशत तक आय हानि की भरपाई की और लोगों को कठिन समय में अपनी आजीविका बनाए रखने में मदद करने में सकारात्मक भूमिका निभाई।