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डोटासरा ने स्वतंत्रता दिवस पर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में किया ध्वजारोहण

जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया।

डोटासरा ने इस अवसर पर प्रदेशवासियों को 77वें स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि देश की आजादी की लड़ाई में हमारे महापुरूषों ने अनेक बलिदान दिए तथा आज के विकसित एवं स्वर्णिम भारत को बनाने में कांग्रेस के महान नेताओं का योगदान है। उन्होंने कहा कि हमारे महापुरूषों द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलते हुए देश को एक रखने तथा खुशहाल बनाने की जिम्मेदारी हम सब पर है।

उन्होंने कहा कि भारत का लोकतंत्र विश्व का सबसे मजबूत लोकतंत्र है जिसकी नींव हमारे महान नेताओं ने रखी तथा हम कांग्रेसजन भाग्यशाली है कि हमारे महान नेताओं जिन्होंने देश को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया और उनकी विरासत को आगे बढ़ाने का दायित्व हम सब को मिला है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेसजनों का जिम्मेदारी है कि देश की एकता को बनाये रखने के लिए किसी भी बलिदान के लिए तैयार रहे क्योंकि आज देश में समाज को बांटने के लिए नफरत की दीवारें खिंच रही है। उन्होंने कहा कि आज देश में ऐसा माहौल बनाया जा रहा है जो अंग्रेजों ने राज करते हुए बनाया था, भाई का भाई से लड़वाने का कार्य किया जा रहा है, समाज को धर्म, जाति और वर्गों में बांटा जा रहा है।

उन्होंने कहा कि हम सभी कांग्रेस के सिपाहियों का धर्म है कि जिस प्रकार हमारे महान स्वतंत्रता सैनानियों ने समाज में एकता एवं अखण्डता का भाव जगाया उसका अनुकरण करते हुए बाबा साहेब द्वारा बनाए गए संविधान में प्रदत्त अधिकारों से कोई वंचित ना रहे इसके लिए कार्य करें। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सभी कार्यकर्ताओं को राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की सोच के मुताबिक राजस्थान सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को अंतिम पंक्ति में बैठे व्यक्ति तक पहुँचाने का कार्य करना होगा।

उन्होंने कहा कि हमारे नेता राहुल गांधी ने देश से नफरत मिटाने तथा जनता के मुद्दे उठाने के लिए जिस प्रकार कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा निकाली, उस संदेश को कृतव्य मानते हुए घर-घर जाकर सामाजिक एकता और भाईचारा बढ़ाने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को कार्य करना चाहिए।

राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं प्रवक्ता स्वर्णिम चतुर्वेदी ने बताया कि डोटासरा ने सुबह आठ बजे जयपुर के बड़ी चौपड़ तथा साढ़े आठ बजे कांग्रेस वार रूम पर राष्ट्रीय झण्डा फहराकर सभी को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। इस अवसर पर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी, विधायक, बोर्ड/निगम के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता एवं कार्यकर्ता मौजूद थे।

लाल किले पर स्वतंत्रता समारोह में न जाने को लेकर खड़गे ने दी सफाई

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल नहीं होने की वजह बताते हुए मंगलवार को कहा कि इस अवसर पर पार्टी मुख्यालय मे समारोह होना था और इस स्थिति में यदि वह लाल किला जाते तो फिर पार्टी के कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाते।

लाल किला पर आयोजित समारोह के दौरान खड़गे के लिए आरक्षित कुर्सी पूरे कार्यक्रम में खाली रही। इसको लेकर भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर निशाना भी साधा। खड़गे ने कांग्रेस मुख्यालय में ध्वजारोहण किया। पत्रकारों ने इस संबंध में जब सवाल पूछे तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस दफ्तर में तिरंगा फहराना था। यदि लाल किला जाते तो प्रधानमंत्री का कार्यक्रम होने के कारण वहां अत्यधिक सुरक्षा-व्यवस्था होनी थी और यदि लाल किला जाते तो पार्टी के कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाते। यही सोचकर उन्होंने लाल किला नहीं जाने का निर्णय लिया।

पार्टी ने भी खड़गे के लाल किला नहीं पहुंचने के संबंध में कहा कि अगर खड़गे लाल किले के समारोह में जाते तो वह घर और पार्टी दफ्तर में ध्वजारोहण के लिए समय से नहीं पहुंच पाते। सुरक्षा कारणों के चलते वह लाल किले से जल्दी नहीं निकल सकते थे। उन्हें कम से कम दो घंटे तक वहां पर रहना ही पड़ता।

स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा रैली में देशवासियों के उत्साह की दिखी झलक

संपूर्ण विश्व को प्रकाश देने के लिए भारत स्वतंत्र हुआ : मोहन भागवत

बेंगलूरु। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने आज कहा कि ज्ञान, कर्म, भक्ति, निर्मलता और समृद्धि के आधार पर सारे विश्व को जीवन जीने की सीख देने के लिए ही भारत स्वतंत्र हुआ है और हमें इसकी तैयारी करनी है। डाॅ. भागवत ने भारत के 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर वासवी सम्मेलन हाॅल में राष्ट्र ध्वज फहराया। इस अवसर पर सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले भी उपस्थित थे।

सरसंघचालक ने अपने सम्बोधन में देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि कि यहां हमने ध्वजात्तोलन किया। भारत माता का पूजन किया। सूर्य भगवान की आराधना आप लोग कर रहे हैं, सूर्य नमस्कार के द्वारा। यह अत्यंत समीचीन बात है। हम तेज की उपासना करने वाले हैं इसलिए भारत है, जो भा यानी प्रकाश यानी जो प्रकाश में रत रहता है वो भारत है। प्रकाश का जो उद्गम है हमारे विश्व के लिए वो हमारा सूर्य है उस आदित्य की आराधना स्वतंत्रता दिवस पर करना ये अत्यंत औचित्यपूर्ण कार्य है।

आपने किया और कर रहे हैं, स्वतंत्रता दिवस में भारत के स्वतंत्र होने की जो बात हुई, सम्पूर्ण विश्व को प्रकाश देने के लिए भारत स्वतंत्र हुआ। स्वतंत्र होना, वो जो स्व है, वो यही है- एतद् देश प्रसूतस्य शकासाद् अग्रजन्मन:, स्वं-स्वं चरित्रं शिक्षरेन् पृथ्वियां सर्व मानव:। आज विश्व को इसकी आवश्यकता है, हमको इसके लिए तैयार होना है। तैयार होने के लिए क्या करना है ?

सरसंघचालक ने कहा कि हमें अपने राष्ट्र ध्वज के स्वरुप का चिंतन करना है। ये करना है तो हमें ज्ञान की, प्रकाश की आराधना करनी पड़ेगी, तमसो मा ज्योतिर्गमय। इस दिशा में अपने जीवन को अग्रसर करना पड़ेगा और त्याग करना पड़ेगा, निरंतर कर्मशील रहना पड़ेगा इसलिए हमारे ध्वज के शीर्ष स्थान पर ये कसरिया, भगवा, गेरुआ रंग है। ये इन बातों का प्रतीक है। तिरंगे के शीर्ष स्थान पर केसरिया-भगवा रंग हमें त्याग और कर्मशील होने का सन्देश देता है। मन के सारे विकारों, स्वार्थ और भेदों को मिटाकर सबके लिए करना, उस निर्बल सुचितापूर्ण मन का प्रतीक सफेद रंग है, वह अपने ध्वज के मध्य में है।

डाॅ. भागवत ने कहा कि सम्पूर्ण दुनिया को प्रकाश देने के लिए भारत को सामर्थ्य सम्पन्न होना है। भारत सामर्थ्य सम्पन्न न हो, इसलिए हमको तोड़ने वाली शक्तियां भी कार्यरत हैं, वो काम भी कर रही हैं। हमारा काम बनता है कि हम सावधान रहें। हम अपने इस स्वत्व के आधार पर, हमारा राष्ट्र ध्वज किन बातों का दिग्दर्शन करता है, इसको समझकर कार्यरत रहें और सम्पूर्ण देश को एक बनाएं।

देश की स्वाधीनता का प्रयोजन बताते हुए डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि ज्ञान, कर्म, भक्ति, निर्मलता और समृद्धि के आधार पर सारे विश्व को जीवन जीने की सीख दें, ये हमारी स्वतंत्रता का प्रयोजन है। अपने स्व के आधार पर तंत्र बनाते हुए हमें आगे बढ़ना पड़ेगा। स्वाधीनता एक प्रसंग है 15 अगस्त 1947, स्वतंत्रता इसके बाद निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है उस प्रक्रिया को हमको आगे बढ़ाना है इसका संकल्प हम आज लें और अपने देश को संपूर्ण जगत का उपकार करने वाला ऐसा देश हम बनाएंगे। हम गुरुपद मांगेंगे नहीं, दुनिया कहेगी भारत हमारा गुरु है।

नागपुर में आरएसएस मुख्यालय पर फहराया गया राष्ट्रीय ध्वज

नागपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) नागपुर महानगर संघचालक राजेश लोया और वरिष्ठ प्रचारक रामभाऊ बोंडाले ने देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मंगलवार को यहां संघ मुख्यालय में राष्ट्रीय ध्वज फहराया।

महाराष्ट्र के नागपुर शहर के महल इलाके में स्थित संघ मुख्यालय में कड़ी सुरक्षा के बीच ध्वजारोहण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर आरएसएस के कई सेवक और प्रचारक उपस्थित थे।

इसके अलावा आरएसएस ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर रेशिमबाग इलाके में डॉ हेडगेवार स्मारक समिति में एक कार्यक्रम का आयोजन किया। स्वयंसेवक शहर के विभिन्न हिस्सों में शाम पांच बजे पथसंचलन भी करेंगे। मौजूदा आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने सुबह एक कार्यक्रम के दौरान यहां राष्ट्रीय ध्वज फहराया।

स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा रैली में देशवासियों के उत्साह की दिखी झलक

नई दिल्ली। देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस पर मंगलवार को लाल किले के पथ पर निकाली गई तिरंगा रैली में देशवासियों के उत्साह की झलक दिखी वहीं उसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण से उपस्थित जनसमूह को मोहित करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।

प्रधानमंत्री अपने दमदार भाषण के साथ-साथ अपनी वेशभूषा और पगड़ी से भी देशवासियों का दिल जीतते रहे हैं। इसी क्रम में उन्होंने आज स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राजस्थान की विशेष बांधनी डिजाइन की पगड़ी कॉलर और कफ वाला सफेद रंग का लंबा कुर्ता, चूड़ीदार पायजामा और काले रंग की वी गले वाली जैकेट पहन कर ध्वजारोहण किया।

उन्होंने 93 मिनट के अपने भाषण में देश की 140 करोड़ परिवार कहकर बार-बार सम्बोधित किया। उन्होंने देश की जनता पर विश्वास जताते हुए अगले वर्ष फिर से लाल किले की प्राचीर से अपने सम्बोधन की बात कही। उन्होंने कहा कि मैं आज आपसे मदद और आशीर्वाद मांगने आया हूं। अभी जिन योजनाओं के शिलान्यास कर रहा हूं उसका उद्घाटन भी मै ही करूंगा। अगले साल 15 अगस्त पर फिर आउंगा।

इस बार के स्वतंत्रता दिवस पर विभिन्न प्रदेशों से आये आंगतुक अपनी पारंपरिक वेशभूषा में देखे गये। समारोह के दौरान वायुसेना के दो हेलीकाप्टरों ने दर्शकों पर पुष्प वर्षा की जिसे देखते हुए दर्शक जोश के साथ भारत माता की जय का नारा लगा रहे थे।

लाल किले पर आयोजित समारोह का हिस्सा बनने के लिए देश भर से विभिन्न व्यवसायों से जुड़े लगभग 1,800 लोगों को उनके जीवनसाथी के साथ विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया। यह पहल सरकार के ‘जनभागीदारी’ दृष्टिकोण के अनुरूप की गई है।

इन विशिष्ट अतिथियों में 660 से अधिक जीवंत गांवों के 400 से अधिक सरपंच, किसान उत्पादक संगठन योजना से जुड़े 250 लोग, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के 50-50 प्रतिभागी, नए संसद भवन सहित सेंट्रल विस्टा परियोजना से जुड़े 50 श्रम योगी (निर्माण श्रमिक), 50-50 खादी कार्यकर्ता, सीमा पर स्थित सड़कों के निर्माण, अमृत सरोवर और हर घर जल योजना से जुड़े लोगों के साथ-साथ 50-50 प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक, नर्स और मछुआरे शामिल हैं। इनमें से कुछ विशिष्ट अतिथियों का दिल्ली में अपने प्रवास के दौरान राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का दौरा करने और रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट से मुलाकात करने का कार्यक्रम है।

प्रत्येक राज्य और केन्द्र-शासित प्रदेश से 75 दंपत्तियों को भी उनकी पारंपरिक पोशाक में लाल किले में आयोजित समारोह को देखने के लिए आमंत्रित किया गया है। इस बार लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री मोदी कई योजनाओं की घोषणा की। उन्होंने कहा कि अगले महीने विश्वकर्मा जयंती पर 15 हजार करोड़ की विश्वकर्मा योजना की होगी शुरुआत की जायेगी। इसकी के साथ उन्होंने शहरों में घर बनाने वालों को ब्याज में छूट की योजना देने घोषणा की। प्रधानमंत्री अपना सम्बोधन समाप्त करने के बाद अपनी पुरानी परंपरा के अनुसार बच्चे से मिलने भी गए।

2047 में विकसित भारत का तिरंगा फहराएंगे : प्रधानमंत्री मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आने वाले कालखंड में पूर्ण बहुमत वाली स्थिर सरकार को देश के लिए बेहद महत्वपूर्ण बताते हुए मंगलवार को कहा कि देशवासियों का एक- एक कदम, एक-एक फैसला 2047 के विकसित भारत के निर्माण की नींव रखेगा और देश को भ्रष्टाचार, परिवारवाद तथा तुष्टीकरण के चक्रव्यूह से बाहर निकालकर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का मार्ग प्रशस्त करेगा।

मोदी ने अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले लाल किले की प्राचीर से दसवीं बार देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले नौ वर्षों में देश ने अनिश्चितता, अस्थिरता और राजनीतिक मजबूरी के दौर से बाहर निकलकर दुनिया में अपनी जगह बनाई और दुनिया भी मान रही है कि अब भारत का समय आ गया है।

प्रधानमंत्री ने 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर डेढ घंटे से भी अधिक समय तक चले अपने संबोधन में 140 करोड़ देशवासियों को भाई-बहनों या मेरे प्रिय देशवासियों की जगह बार-बार ‘मेरे परिवारजनों’ कह कर संबोधित किया और कहा कि आने वाला कालखंड देश के हजारों वर्ष के इतिहास को लिखेगा।

उन्होंने कहा कि अब गेंद हमारे पाले में है, हमें अवसर जाने नहीं देना चाहिए, हमें मौका छोड़ना नहीं चाहिए। भारत में मैं मेरे देशवासियों का इसलिए भी अभिनंदन करता हूं कि मेरे देशवासियों में एक नीर-क्षीर विवेक का सामर्थ्‍य है, समस्‍याओं की जड़ों को समझने का सामर्थ्‍य है और इसलिए 2014 में मेरे देशवासियों ने 30 साल के अनुभव के बाद तय किया कि देश को आगे ले जाना है तो स्थिर सरकार चाहिए, मजबूत सरकार चाहिए, पूर्ण बहुमत वाली सरकार चाहिए, और देशवासियों ने एक मजबूत और स्थिर सरकार बनाई है और तीन दशकों तक जो अनिश्चिता का काल था, जो अस्थिरता का कालखंड था, जो राजनीतिक मजबूरियों से देश जकड़ा हुआ था, उससे मुक्ति मिली।

उन्होंने कहा कि मेरे शब्द लिखकर के रखिए मेरे प्यारे परिवारजनों इस कालखण्ड में जो हम करेंगे, जो कदम उठाएंगे, जितना त्याग करेंगे, तपस्या करेंगे। सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय, एक के बाद एक फैसले लेंगे, आने वाले एक हजार साल का देश का स्‍वर्णिम इतिहास उससे अंकुरित होने वाला है। इस कालखंड में होने वाली घटनाएं आगामी एक हजार साल के लिए इसका प्रभाव पैदा करने वाली हैं।

मोदी ने भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में देशवासियों से आशीर्वाद और सहयोग मांगते हुए कहा कि मेरी नीति साफ है और नीयत पर कोई सवालिया निशान नहीं है। सच्चाई को स्वीकार करके उसके समाधान के लिए आगे बढ़ना होगा। मैं आज आपसे मदद और आशीर्वाद मांगने आया हूं कि देश की समस्याओं को गंभीरता से लेना है। वर्ष 2047 में जब देश आज़ादी के 100 वर्ष पूरे करेगा, तब दुनिया में विकसित भारत का तिरंगा फहराएंगे। हमारे संकल्प में रत्ती भर भी कमी नहीं आएगी।

उन्होंने कहा कि इसके लिए शुचिता, पारदर्शिता और निष्पक्षता पहली जरूरत है। यह हमारा सामूहिक दायित्व है। पचहत्तर साल के इतिहास में भारत का सामर्थ्य कम नहीं हुआ। जो देश सोने की चिड़िया था, वह साल 2047 में देश की आज़ादी के शताब्दी वर्ष में फिर से उसी वैभव से खड़ा होगा। उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में 30 साल से कम आयु के सबसे अधिक लोग भारत में हैं। देश की युवा शक्ति, नारी शक्ति और आम मानवीय की शक्ति पर भरोसा है कि आजादी के 100 वर्ष पूरे होने पर देश वर्ष 2047 में विकसित राष्ट्र बनकर रहेगा।

उन्होंने कहा कि हमें यह संकल्प लेना है कि वर्ष 2047 में हमारा तिरंगा एक विकसित राष्ट्र का राष्ट्रीय ध्वज होगा।देश आज हमारी माताओं-बहनों के सामर्थ्य से आगे बढ़ा है। आज देश प्रगति की राह पर चल पड़ा है तो हमारे किसान भाई-बहनों का पुरुषार्थ है, यह उनका ही परिश्रम है कि देश आज कृषि क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत के विकसित राष्ट्र बनने में तीन चुनौतियों को सबसे बड़ी बाधा करार देते हुए सभी से इनसे मिलकर लड़ने का आह्वान किया और कहा कि ये तीन चुनौतियां भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण की नीति हैं और सभी को इनके सफाये के लिए संकल्प लेना होगा। उन्होंने कहा कि वह इन समस्याओं को जड़ से मिटाने के लिए निरंतर काम करते रहेंगे।

उन्होंने कहा कि अब आंख बंद करने का समय नहीं है। अगर सपनों को सिद्ध करना है, संकल्‍प को पार करना है तो हमें यह आंख-मिचौली बंद करके आंख में आंख मिला करके तीन बुराइयों से लड़ना समय की मांग है। हमारे देश की सारी समस्‍याओं की जड़ में भ्रष्‍टाचार ने दीमक की तरह देश की सारी व्‍यवस्‍थाओं को, देश के सारे सामर्थ्‍य को पूरी तरह नोंच लिया है।

भ्रष्‍टाचार से मुक्ति, भ्रष्‍टाचार के खिलाफ जंग हर इकाई में हर क्षेत्र में और मैं देशवासियों, मेरे प्रिय परिवारजनों, यह मोदी के जीवन का कमिटमेंट है, यह मेरे व्‍यक्तित्‍व का एक कमिटमेंट है कि मैं भ्रष्‍टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ता रहूंगा। दूसरा हमारे देश को नोंच लिया है परिवारवाद ने। इस परिवारवाद ने देश को जिस प्रकार से जकड़ करके रखा है उसने देश के लोगों का हक छीना है, और तीसरी बुराई तुष्टिकरण की है।

यह तुष्टिकरण में भी देश के मूल चिंतन को, देश के सर्वसमावेशक हमारे राष्ट्रीय चरित्र को दाग लगा दिए हैं। तहस-नहस कर दिया इन लोगों ने। और इसलिए मेरे प्‍यारे देशवासियों, इसलिए मेरे प्‍यारे परिवारजनों हमें इन तीन बुराइयों के खिलाफ पूरे सामर्थ्य के साथ लड़ना है। भ्रष्‍टाचार, परिवारवाद, तुष्टीकरण यह चुनौतियां, ये ऐसी चीजें पनपी है जो हमारे देश के लोगों का, जो आकांक्षाएं है, उसका दमन करती हैं। हमारे देश के कुछ लोगों के पास जो छोटा-मोटा सामर्थ्‍य है उसका शोषण करती हैं। यह ऐसी चीजें है, जो हमारे लोगों की आशाओं-आकांक्षाओं को सवाल या निशान में गढ़ देती है।

हमारे गरीब हो, हमारे दलित हो, हमारे पिछड़े हो, हमारे पसमांदा हो, हमारे आदिवासी भाई-बहन हो, हमारी माताएं-बहनें हो, हमने सबने उनके हकों के लिए इन तीन बुराइयों से मुक्ति पानी है। हमें भ्रष्‍टाचार के खिलाफ एक नफरत का माहौल बनाना है। जैसे गंदगी हमें नफरत पैदा करती है न मन में, गंदगी पसंद नहीं है, यह सार्वजनिक जीवन की इससे बड़ी कोई गंदगी नहीं हो सकती। और इसलिए हमारे स्‍वच्‍छता अभियान को एक नया मोड़ ये भी देना है कि हमें भ्रष्‍टाचार से मुक्ति पानी है। सरकार टेक्‍नोलॉजी से भ्रष्‍टाचार की मुक्ति के लिए बहुत प्रयास कर रही है।

मोदी ने कहा कि इतिहास में एक कालखंड की एक छोटी-सी घटना ने देश पर दीर्घकालिक प्रभाव डाला और देश ने एक हजार साल की गुलामी झेली और आज हम ऐसे संक्रमण काल में खड़े हैं, जहां हमारे कार्य आने वाले 1000 वर्ष तक भारत के भविष्य की दिशा निर्धारित करेंगे। हम जो भी करेंगे, जो भी कदम उठाएंगे, जो फैसला लेंगे, वह अगले एक हजार साल तक अपनी दिशा निर्धारित करने वाला है, भारत के भाग्य को लिखने वाला है।

प्रधानमंत्री ने देशवासियों विशेष रूप से युवाओं से देश को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लेने तथा उन संकल्पों को सिद्ध करने की दिशा में कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हम अमृतकाल में प्रवेश कर गए हैं जो हमें हजार वर्षों के स्वर्णिम युग में ले जायेगा। देश और दुनिया का भारत में असीम विश्वास एवं भरोसा है और उनकी भारत से बहुत बड़ी अपेक्षा है।

उन्होंने कहा कि भारत के अमृतकाल के कालखंड में हम जितना त्याग करेंगे, आने वाले एक हजार वर्ष का स्वर्णिम इतिहास उससे अंकुरित होने वाला है। हमारे पास डेमोग्राफी, डेमोक्रेसी और डायवर्सिटी की त्रिवेणी है जो भारत को बहुत आगे ले जायेगी।

मोदी ने इस मौके पर विश्वकर्मा योजना की घोषणा करते हुए कहा कि इसे जमीनी स्तर पर लागू कर अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत सुनार, सुतार, राजमिस्त्री, धोबी, नाई आदि वर्ग के लोगों को परंपरागत औज़ारों की जगह नए तकनीकी उपकरण मुहैया कराये जाएंगे। इसके लिए 13 से 15 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्रों की संख्या 10 हजार से बढ़ाकर 25 हजार की जाएगी। उन्होंने रिफॉर्म, परफॉर्म एवं ट्रांसफॉर्म को अपना कार्य मंत्र बताया।

प्रधानमंत्री ने मणिपुर को लेकर देश की चिंताओं को भी रखा और कहा कि समूचा देश मणिपुर के साथ खड़ा है।

मोदी महंगाई की समस्या पर भी बोले और कहा कि युद्ध के कारण पूरा विश्व महंगाई से परेशान है। हम भी महंगाई से पीड़ित हैं, लेकिन वह इसे भी दूर करने का हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश के विकास को लेकर क्षेत्रीय आकांक्षाओं का समाधान करना जरूरी है। इसीलिए उनकी सरकार देश के सभी क्षेत्रों के संतुलित विकास की योजनाओं पर काम कर रही है। देश के साढ़े 13 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से निकाल कर नए मध्य वर्ग में शामिल करने में कामयाबी मिली है। गरीब की क्रय शक्ति जब बढ़ती है तो मध्यम वर्ग की कारोबारी शक्ति एवं आर्थिक समृद्धि बढ़ती है और इससे अर्थव्यवस्था का चक्र तेज़ होता है।

प्रधानमंत्री ने भाषण में अपनी सरकार के नौ साल के कामकाज का उल्लेख किया और अगले लोकसभा चुनाव में जीत का विश्वास व्यक्त करते हुए यह भी कहा कि वह अगले वर्ष भी लालकिले से देश को संबोधित करेंगे।

समूचा भारत मणिपुर के साथ खड़ा है

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को जोर देकर कहा कि समूचा देश मणिपुर के साथ खड़ा है और वहां की समस्या का जल्द समाधान होगा। मोदी ने कहा कि मणिपुर बड़ी समस्या से जूझ रहा है। उन्होंने मणिपुर के लोगों को आश्वस्त किया कि इस नाजुक घड़ी में समूचा देश उनके साथ खड़ा है।

उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकारों द्वारा मणिपुर में शांति बहाली के सभी प्रयास किए जा रहे हैं और इन प्रयासों से वहां शांति लौट रही है तथा उन्हें विश्वास है कि रास्ता जरूर निकलेगा और वहां जल्द शांति बहाली होगी।

प्रधानमंत्री ने देशवासियों विशेष रूप से युवाओं से देश को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लेने तथा उन संकल्पों को सिद्ध करने की दिशा में कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हम अमृतकाल में प्रवेश कर गए हैं जो हमें हजार वर्षों के स्वर्णिम युग में ले जाएगा। देश और दुनिया का भारत में असीम विश्वास एवं भरोसा है और उनकी भारत से बहुत बड़ी अपेक्षा है।

उन्होंने कहा कि भारत के अमृतकाल के कालखंड में हम जितना त्याग करेंगे आने वाले एक हजार वर्ष का स्वर्णिम इतिहास उससे अंकुरित होने वाला है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे पास डेमोग्राफी, डेमोक्रेसी और डायवर्सिटी की त्रिवेणी है जो भारत को बहुत आगे ले जाएगी।

मोदी ने इस मौके पर विश्वकर्मा योजना की घोषणा करते हुए कहा कि इसे जमीनी स्तर पर लागू कर अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार जनता को महंगााई से राहत दिलाने के लिए भी हर संभव प्रयास कर रही है।

प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले रणबांकुरों को भी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित लोगों के प्रति भी संवेदना व्यक्त की।

सबगुरु राशिफल : 15 अगस्त मंगलवार को आपके भाग्य में क्या होगा बदलाव

सबगुरु न्यूज। सावन मास, कृष्ण पक्ष, चतुर्दशी तिथि, वार मंगलवार, सम्वत 2080, वर्षा ऋतु, रवि दक्षिणायन, दोपहर 12.43 बजे बाद अमावस्या तिथि प्रारम्भ।

मेष राशि – क्रोध पर संयम रखिएगा। संभव हो तो वाद-विवाद से दूर रहिएगा। परिवारजनों के साथ किसी बात पर विवाद होने की संभावना है। स्वास्थ्य बिगड़ सकता है, जिसमें विशेषकर आँखो को संभालिएगा। अकस्मात की भी संभावना है। कोर्ट-कचहरी के कार्य में ध्यान रखिएगा। अपनी मानहानि न हो इसका ध्यान रखिएगा। आध्यात्मिकता और ईश्वरभक्ति मन को शांति प्रदान करेंगे।

वृष राशि – आज का दिन आनंदप्रद रहेगा। अगर लक्ष्मीजी की कृपा हुई तो आर्थिक योजनाएं सफल होगी। व्यावसायिक क्षेत्र में भी कुछ काम कर सकेंगे।। बाहर के लोगों के साथ संचार अधिक रहेगा। बौद्धिक कार्य करने में रुचि बढेगी। आज सेवा कार्य के लिए भी शुभ दिन है। शारीरिक स्वस्थता और मानसिक प्रफुल्लितता बनी रहेगी।

मिथुन राशि – आज का आपका दिन शुभ है। आप में परोपकार की भावना रहने से अन्य लोगों को सहायता करने के लिए आप उत्सुक रहेंगे। व्यापार में भी आपका आयोजन व्यवस्थित होगा। व्यापार के कारण बाहर कहीं प्रवास हो सकता है। ऊपरी अधिकारी प्रसन्न रहेंगे। संतानों की पढा़ई-लिखाई तथा स्वास्थ्य के विषय में चिंता रहेगी।

कर्क राशि – विभिन्न योजनाओं के विषय में अधिक विचार आप को दुविधा में लाकर खडा़ कर देंगे। फिर भी परिवारजनों के साथ अच्छा वातावरण प्राप्त होने से आपकी प्रसन्नता में वृद्धि होगी। दूर स्थित व्यक्ति या संस्था के साथ सम्बंधों में दृढता आएगी, जो कि आगे चलकर लाभदायी रहेगा। अधिक खर्च से बचिएगा। निर्धारित कार्य में अपेक्षाकृत कम सफलता प्राप्त होगी।

सिंह राशि – आप का मन अनिर्णायक स्थिति में रहेगा। मन दुविधा में रहेगा। अधिक भावुकता भी मन को अस्वस्थ बनाएगी। माता के प्रति अधिक भावनात्मक रहेंगे। बौद्धिक चर्चा का प्रसंग उपस्थित होगा, लेकिन वाद-विवाद को टालिएगा। स्वजनों या स्नेहीजनों के साथ तनाव का प्रसंग उपस्थित होगा। दिया हुआ उधार और अटका हुआ पैसा वापस मिलने के प्रबल योग हैं लेकिन अब किसी को उधार न दें।

कन्या राशि -आज का दिन बहुत अच्छी तरह से बीतेगा। शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ और प्रसन्न रहेंगे। परिवारजनों के साथ अच्छा वातावरण प्राप्त होने से आपकी प्रसन्नता में वृद्धि होगी। लक्ष्मीदेवी की कृपा आप पर बनी रहेगी। मित्रों और स्नेहीजनों के साथ समय बीतेगा। संतान की पढा़ई-लिखाई तथा स्वास्थ्य के विषय में चिंता रहेगी। अधिक खर्च से बचिएगा।

तुला राशि – आज भाईयों से लाभ होगा। बौद्धिक तथा लेखनकार्य से जुडी़ हुई प्रवृत्ति में आप सक्रिय रहेंगे। साहित्य में नवीन सृजन करने का योजना भी कर सकेंगे। आप को हर कार्य में सफलता प्राप्त होगी। प्रतिस्पर्धी पर विजय प्राप्त होगी। संबंधो में भावनाओ की प्रधानता रहने से संबंध सुखदायी रहेंगे। भाग्य में वृध्धि होने के प्रसंग उपस्थित होंगे। सामाजिक व आर्थिकरूप से सम्मान प्राप्त होगा।

वृश्चिक राशि -आज का दिन आपके लिए लाभदायी और शुभफल प्राप्त करने वाला सिद्ध होगा। सांसारिक सुख प्राप्त होगा। विवाहोत्सुकों के लिए विवाह प्रस्ताव का योग है। व्यावसायिक क्षेत्र में भी विशेष लाभ होगा। उच्च पदाधिकारी आपके कार्य से प्रसन्न होंगे। मित्रों के साथ नए प्रोजेक्ट पर चर्चा होगी। पुरानी गलती का प्रायश्चित करने का प्रयास करेंगे। सामाजिक स्तर पर नई जिम्मेदारी मिल सकती है।

धनु राशि – वैचारिक स्तर पर विशालता और वाणी की मधुरता से अन्य लोगों को प्रभावित कर पाएँगे और साथ-साथ उनके साथ संबंधों में भी संवादिता रख पाएंगे। बैठक या चर्चा-विचारणा में भी आपको सफलता मिलेगी। परिश्रम का अपेक्षित परिणाम न मिलने पर भी उस क्षेत्र में आप आगे तो अवश्य बढ सकेंगे। पाचनतंत्र से संबंधित कष्ट होने की संभावना अधिक है, इसलिए संभव हो तो घर के खाने को प्राथमिकता दें।

मकर राशि -आज का दिन मध्यम फलदायी होगा। बौद्धिक तथा लेखनकार्य से जुडी़ हुई प्रवृत्ति में आप सक्रिय रहेंगे। साहित्य में नवीन सृजन करने का योजना भी कर सकेंगे। परंतु फिर भी मानसिक उद्वेग से आप परेशान रह सकते हैं। स्वास्थ्य की दृष्टि से कुछ थकान या आलस्य का अनुभव हो सकता है। व्यावसायिक रुप से नई विचारधारा अपना सकेंगे। व्यर्थ के खर्च से दूर रहिएगा।

कुंभ राशि – आज आप निषेधात्मक कार्य तथा नकारात्मक विचारों से दूर रहने को प्राथमिकता दें। आज आप को अधिक ही विचार सताएंगे। परिणाम स्वरुप आपको मानसिक थकान का अनुभव होगा। क्रोध अधिक मात्रा में न हो जाए इसका संयम रखिएगा। ध्यान और आध्यात्मिकता आपके मन को शांति प्रदान करेंगे।

मीन राशि -आज के दिन मनोरंजन और आनंद-प्रमोद में आप डूबे रहेंगे। कलाकार, लेखक आदि को अपनी प्रतिभा प्रकट करने का अवसर मिलेगा। व्यवसाय में भागीदारी के लिए उत्तम समय है। स्वजनों, मित्रों के साथ आनंद ले सकेंगे। दांपत्यजीवन में निकटता और मधुरता आएगी। समाज में ख्याति मिलेगी।

रेलवे अजमेर मंडल पर विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया गया

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अजमेर। सम्पूर्ण देश में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के तौर पर याद किए जा रहे 14 अगस्त के दिन उत्तर पश्चिम रेलवे अजमेर मंडल की ओर से विभिन्न स्टेशनों पर प्रदर्शनी और सांस्कृतिक आयोजन किए गए।

अजमेर स्टेशन पर सोमवार सुबह लोगों के संघर्ष एवं बलिदान की याद में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया गया। अजमेर मंडल के अजमेर, आबू रोड, भीलवाड़ा व उदयपुर रेलवे स्टेशनों पर प्रदर्शनी लगाई गई। स्वतंत्रता सेनानियों व उनके परिजनों को आमंत्रित कर उनका सम्मान किया गया। प्रदर्शनी के अंतर्गत देश के विभाजन के समय की घटनाओं का चित्रण पोस्टरों के माध्यम से किया गया। उद्घाटन समारोह में राष्ट्रगान व देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति भी हुई।

अजमेर स्टेशन पर प्रदर्शनी का शुभारंभ स्वतंत्रता सेनानी व उनके परिजनों की गरिमामयी उपस्थिति मे किया गया। इस अवसर पर स्वतंत्रता सेनानी एवं उनके परिवार, मण्डल रेल प्रबंधक राजीव धनखड़, वरिष्ठ मण्डल कार्मिक अधिकारी हेमंत सुलानिया, सहायक कार्मिक अधिकारी हजारी लाल फुलवारी और अन्य रेलवे अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।

इसी प्रकार केंद्रीय संचार ब्यूरो, क्षेत्रीय कार्यालय, सूचना एवं प्रसारण मन्त्रालय, भारत सरकार, उदयपुर द्वारा उत्तर पश्चिम रेलवे अजमेर मण्डल के सहयोग से उदयपुर सिटी रेलवे स्टेशन पर आजादी का अमृत महोत्सव के समापन उत्सव एवं विभाजन की विभीषिका स्मृति दिवस पर दो दिवसीय प्रदर्शनी लगाई गई जिसका शुभारंभ उदयपुर के सांसद अर्जुन लाल मीना ने किया।

इस अवसर पर उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीना, रेलवे के मुख्य कारखाना अधिकारी प्रदीप कुमार, क्षेत्रीय रेल अधिकारी महेन्द्र देपाल, सहायक सिग्नल एवं संचार इंजिनियर डालचन्द, सहायक विद्युत इन्जिनियर रजनीश एवं स्टेशन अधीक्षक सावर मल मीणा सहित अनेक विद्यालयो के विद्यार्थी उपस्थित थे।

इसी प्रकार भीलवाड़ा स्टेशन पर आयोजित आज़ादी का अमृत महोत्सव/विभाजन की विभीषिका स्मृति दिवस प्रदर्शनी कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों का सम्मान किया गया। इस अवसेर पर मण्डल कार्मिक अधिकारी शैलेश चौधरी सहित अन्य रेल अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे। प्रदर्शनी के अंतर्गत देश के विभाजन के समय की घटनाओं का चित्रण पोस्टरों के माध्यम से किया गया। सुधीर बालोटिया ने मंच संचालन किया। आबूरोड स्टेशन पर मण्डल यांत्रिक इंजीनियर मनोज छाबड़ा की उपस्थिति में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाया गया।

अजमेर कांग्रेस के सवालों पर भाजपा नेता अरविंद यादव का पलटवार

अजमेर। भारतीय जनता पार्टी मीडिया विभाग के प्रदेश सह संयोजक तथा पूर्व जिला अध्यक्ष अरविंद यादव ने नगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय जैन के आरोपी को निराधार बताते हुए जैन को चेतावनी दी है कि वे कोई भी वक्तव्य जारी करने से पहले यह बताएं कि पिछले 20 सालों में से 10 साल राजस्थान में कांग्रेस का शासन रहा है।

यादव ने कहा कि इन 10 सालों में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा को मिले जनादेश का अपमान करते हुए सभी महत्वपूर्ण कार्यों से भाजपा जनप्रतिनिधियों को वंचित कर रखा है। आज शहर में जो पानी की स्थिति है उसके लिए जलदाय विभाग जिम्मेदार है। चिकित्सा व्यवस्था चरमराई के लिए चिकित्सा विभाग जिम्मेदार है।

विद्युत व्यवस्था के लिए टाटा पावर की आड में भाजपा पर दोषारोपण करने से पहले यह बताइए कि एवीवीएनएल क्यों सो रहा है। उनकी सरकार ऐसा होने क्यों दे रही है। मुख्यमंत्री के प्रमुख सलाहकार धर्मेंद्र सिंह राठौड़ लगातार बीते 3 सालों से अजमेर में डेरा जमाकर बैठने के बाद भी कुछ भी क्यों नहीं कर पा रहे हैं।

अजमेर जिले की बिगड़ी हुई शैक्षणिक व्यवस्था के लिए सीधा-सीधा कांग्रेस का शिक्षा विभाग जिम्मेदार है। इन सब नाकामियों को ढंकने के बजाय कांग्रेस पार्टी को चाहिए कि वह अपनी गलतियों के लिए जनता के बीच में जाकर माफी मांगे। यादव ने जैन को चुनौती दी है कि वह सीधे-सीधे भाजपा और कांग्रेस के डेवलपमेंट पर सही मुद्दों पर सही बहस करें।

अजमेर में स्वाधीनता दिवस की पूर्व संध्या पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित

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अजमेर। स्वाधीनता दिवस की पूर्व संध्या पर जवाहर रंगमंच में आयोजित सांस्कृतिक संध्या में देशभक्ति गीतों और राजस्थानी संस्कृति के लोक नृत्यों की शानदार प्रस्तुति दी गई। उपखण्ड स्तरीय सम्मान कार्यक्रम में संभागीय आयुक्त सीआर मीणा, कलक्टर डॉ. भारती दीक्षित, अतिरिक्त कलक्टर राजेन्द्र सिंह एवं देविका तोमर तथा उपखण्ड अधिकारी शिवाक्षी खाण्डल ने बेहतरीन कार्य करने वाले व्यक्तियों को सम्मानित किया।

सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। समारोह का मुख्य आकर्षण राजकीय केन्द्रीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय की प्रस्तुति रही। उन्होंने मतदान जागरूकता पर सामुहिक नृत्य किया। मीनू मनोविकास इन्कुलुसिव स्कूल के द्वारा विजय भवः सामूहिक नृत्य प्रस्तुत किया गया।

रायन इन्टरनेशनल पब्लिक स्कूल द्वारा भारत की बेटी सामूहिक गान एवं बैण्ड, महाराजा अग्रसेन पब्लिक स्कूल द्वारा कन्धों से कन्धे मिलते हैं सामूहिक नृत्य, हरिसुन्दर उच्च माध्यमिक विद्यालय द्वारा ठान ले तो क्या नहीं कर सकती नारी सामूहिक नृत्य, सेन्ट स्टीफन्स सीनियर सैकेण्डरी स्कूल द्वारा शान से कहते हैं हिन्दुस्तानी सामुहिक गान, राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय क्रिश्यचन गंज द्वारा वन्दे मातरम सामूहिक नृत्य, शुभदा स्पेशल वल्र्ड द्वारा चक दे इण्डिया सामूहिक नृत्य की प्रस्तुति दी।

स्वामी सर्वानन्द पब्लिक स्कूल आशागंज द्वारा मैं योद्धा बन गई सामूहिक नृत्य, श्री मथुरा प्रसाद गुलाबदेवी रानी लक्ष्मीबाई सामूहिक नृत्य, केन्द्रीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय पुरानी मण्डी द्वारा मैं नये भारत का चेहरा हूं, सेन्ट मैरी कॉन्वेन्ट सीनियर सैकेण्डरी स्कूल द्वारा उडजा उडजा बन के आसमान की परी सामूहिक नृत्य, सोफिया सीनियर सैकेण्डरी स्कूल द्वारा स्वरागनियों से सजा भारत सामूहिक नृत्य, राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय फॉयसागर द्वारा ऎ वतन मेरे वतन आबाद रहे तू सामूहिक नृत्य के जरिए महौल देशक्तिमय कर दिया।

राजकीय मॉडल सीनियर सैकेण्डरी स्कूल सुन्दर विलास द्वारा जागा हिन्दुस्तान सामूहिक नृत्य, राजकीय सावित्री बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय द्वारा भारत की बेटी सामूहिक नृत्य, राजकीय बधिर विद्यालय द्वारा मैं भारत हूूं, गुरूकुल पब्लिक स्कूल द्वारा वन्दे भारत तथा एचकेएच पब्लिक स्कूल द्वारा जीते है चल सामूहिक नृत्य प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संयोजन राजकीय केन्द्रीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय द्वारा किया गया। कार्यक्रम की सांस्कृतिक प्रभारी डॉ. शारदा देवडा थी।

उपखण्ड अजमेर स्तर 55 का सम्मान

कार्यक्रम में उपखण्ड अजमेर स्तर पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले 55 व्यक्तियों को सम्मानित किया गया। इनमें नर्सिंग ऑफिसर जमाल अब्दुल राशीद, बास्केट बॉल खिलाड़ी तमन्ना धारीवाल, सदस्य विकास चौहान, सांख्यिकी निरीक्षण दिव्या गुर्जर, प्रधानाचार्य राजकुमार जारवाल, सहायक प्रशासनिक अधिकारी लक्ष्मीकान्त बंसल, विशिष्ट लोक अभियोजक विक्रम सिंह शेखावत, स्पेशलिस्ट डॉ. विक्रान्त कुमार शर्मा, नर्सिंग ऑफिसर महिपाल चौधरी, नर्सिंग ऑफिसर संगीता कुमारी, नर्सिंग ऑफिसर परमेश्वर लाल रेगर, व्याख्याता आशुतोष व्यास, जमादार सुदीप बाघेल, सफाई कर्मचारी हरज्ञान गुर्जर, वरिष्ठ नर्सिंग ऑफिसर प्रिया आनन्द, सदस्य अशोक कुमार दायमा, प्रमुख विशेषज्ञ (स्त्री रोग) डॉ. हरबंस सिंह दुआ, व्याख्याता घनश्याम भगत, फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. दीप्ति भार्गव, व्याख्याता राजेन्द्र चौधरी, पार्षद वार्ड 54 सुनिल धानका, अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी अजमेर ग्रामीण हेमन्त कुमार जाटव, अध्यापिका कल्पना पाराशर, सूचना सहायक प्रमिला देवी गहलोत, सहायक प्रोग्रामर सुनिल कुमार, व्याख्याता चन्द्रशेखर शर्मा, स्वयं सेवक नागरिक सुरक्षा सलमान, तैराक दिनेश, सहायक अभियन्ता जलदाय विभाग जितेन्द्र सिंह, प्रशासनिक अधिकारी देवकुमार बलेरिया, ऑफिस कानूनगो नारायण सिंह राठौड़, छात्रावास अधीक्षक चन्द्र प्रकाश, प्रोग्रामर पंकज तुनवाल, महिला पर्यवेक्षक रजनी बाला, स्वयं सेवक नागरिक सुरक्षा करण सिंह रावत, सूचना सहायक जगदीप त्रिपाठी, पंचायत शिक्षक सोहन सिंह, पटवारी मनीषा रावत, भू-अभिलेख निरीक्षक रविन्द्र चौहान, पंचायत प्रसार अधिकारी विमल कुमार, पेंशन कार्यकर्ता गोविन्द सिंह, सेन्टर इन्चार्ज जिंक कौशल केन्द्र कायड अजमेर, सहायक अभियन्ता रविन्द्र जोधावत, भू-अभिलेख निरीक्षक गजेन्द्र महावर, फायरमैन रवि कुमार, स्वयं सेवक नागरिक सुरक्षा अंतिमा भाटी, पार्षद भरत यादव, सामाजिक कार्यकर्ता पीयूष सुराणा, सामाजिक कार्यकर्ता उमेश शर्मा, सामाजिक कार्यकर्ता नवाब अजमेरी, नर्सिंग ऑफिसर नजमा बानो, वरिष्ठ नर्सिंग ऑफिसर कामिनी यादव तथा नर्सिंग ऑफिसर भवजीत शामिल है।

सत्ता प्राप्त करने के लिए देश का विभाजन किया : सीपी जोशी

चित्तौड़गढ़। राजस्थान भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष चंद्रप्रकाश जोशी ने देश विभाजन को भयंकर त्रासदी बताते हुए कहा कि कुछ लोगों ने सत्ता के लिए देश का विभाजन किया और खून की होली खेल सत्ता प्राप्त की।

जोशी ने आज यहां आयोजित तिरंगा यात्रा से पूर्व पत्रकारों से बातचीत में कहा कि तिरंगा देश के लिए गौरव का विषय है और प्रत्येक भारतीय में देशभक्ति का जजबा उत्पन्न कर रही है तिरंगा यात्रा। उन्होंने पिचहत्तर वर्ष पूर्व देश विभाजन और उसके बाद पाकिस्तान से लाशों से भरी ट्रेने आने को अब तक की भयंकर त्रासदी बताया और नाम लिये बिना कहा कि कुछ लोगों ने देश का विभाजन कर नाकरिकों के खून से होली खेल सत्ता प्राप्त की थी।

उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वे विधानसभा चुनावों में अपनी करारी हार से घबराये हुए हैं और इसी डर के कारण उन्होंने छात्रसंघ चुनावों को टाल दिया जिससे युवाओं में आक्रोश है और विधानसभा चुनावों में इन्हें जीरो पर पहुंचाएगी। उन्होंने बताया कि राजस्थान में भ्रष्टाचार और अपराध चरम पर है जो इस सरकार की विदाई करेगी।