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अनवर-उल-हक काकर पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने शनिवार को सीनेटर अनवर-उल-हक काकर की कार्यवाहक प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्ति को मंजूरी दे दी।

राष्ट्रपति भवन मीडिया विंग की ओर से जारी बयान के मुताबिक अल्वी ने पाकिस्तान के संविधान के अनुच्छेद 224(1ए) के तहत इस नियुक्ति को मंजूरी दी है।

इससे पहले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने संसद के निचले सदन में विपक्ष के नेता राजा रियाज़ के साथ विस्तृत विचार-विमर्श के बाद इस आशय का एक सारांश अनुमोदन के लिए राष्ट्रपति को भेजा था।

काकर मार्च-2018 से पाकिस्तान की सीनेट के सदस्य हैं। वह 2018 में दक्षिण पश्चिम बलूचिस्तान प्रांत से सामान्य सीट पर स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में सीनेट के लिए चुने गए थे।

फिरोजाबाद : होटल पर ‌छापा, पकड़े गए लड़के और लड़कियां

फिरोजाबाद। उत्तर प्रदेश में फिरोजाबाद के थाना शिकोहाबाद क्षेत्र में पुलिस और प्रशासन की टीम ने शनिवार को अवैध रूप से चल रहे होटल पर छापा मारा। होटल में लड़के और लड़कियां भी मिले हैं। पुलिस प्रशासन संचालक के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है।

शिकोहाबाद के एटा रोड पर शनिवार को पुलिस प्रशासन संघ की टीम ने एसडीएम विवेक मिश्रा के साथ एक होटल पर छापा मारा गया। टीम को होटल में लड़के और लड़कियां भी मौजूद मिले हैं। वहीं होटल संचालक होटल के संबंध में आवश्यक कागजात परमिशन वगैरह भी नहीं दिखा पाया है।

बताया जा रहा है कि पूर्व में भी उक्त होटल के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। अब दूसरे नाम से होटल चल रहा है। विवेक मिश्रा ने पुलिस प्रशासन को अवैध रूप से चल रहे होटल के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। होटल में अनेक प्रकार की अनियमितताएं पाई गई हैं। जानकारी मिली है होटल में मिली लड़कियों को चेतावनी के बाद उनके परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया है जबकि सात युवक ‌अभी पुलिस हिरासत में है।

विधायक अनिता भदेल ने क्षेत्रवासियों के साथ राजा साईकल चौराहे पर लगाया जाम

अजमेर। राजस्थान की पूर्व महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिता भदेल ने आज अपने अजमेर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के श्रीनगर रोड राजा साईकल चौराहे पर क्षेत्रवासियों के साथ रास्ता जाम किया। इस दौरान विधायक भदेल ने माथे पर काली पट्टी बांध कर विरोध प्रदर्शन किया।

अजमेर विधायक भदेल ने बताया कि अलवरगेट थाना क्षेत्र से जुड़े अनेक क्षेत्रों के नागरिकों को मूलभूत सुविधाओं से ही महरूम होना पड़ रहा है। बिजली-पानी-सड़क-सफाई जैसे कामों के लिए जनता परेशान है। उन्होंने बताया कि सभी क्षेत्रवासियों की आवाज को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाने के लिए हमें सड़कों पर उतरना पड़ रहा है। कांग्रेस की निकम्मी सरकार जनता की ओर ध्यान नहीं दे रही। सड़कें खस्ताहाल हैं, चलना दूभर हो रहा है। राजा साईकल चौराहे से मेयो लिंक रोड, गुलाबबाड़ी बालाजी मंदिर, तेजाजी मंदिर, नृसिंह मंदिर, ठाकुर मंदिर की ओर श्रद्धालुओं का सहजता से पहुंच पाना मुश्किल हो गया है।

प्रदर्शन के दौरान सड़क पर जाम की सूचना पर अलवरगेट पुलिस सीआई श्याम शरण चारण जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे और समझाईश की। कुछ घंटों की मशक्कत के बाद माहौल सामान्य हो गया।

भाजपा महिला कार्यकर्ता की हत्या के आरोप में पति अमित साहू अरेस्ट

नागपुर। महाराष्ट्र में नागपुर की भारतीय जनता पार्टी की महिला कार्यकर्ता सना खान की हत्या के आरोप में पुलिस ने उसके पति अमित साहू को गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मध्य प्रदेश के जबलपुर में ढाबा चलाने वाले अमित साहू उर्फ ​​पप्पू (37) ने अपने घर में अपनी पत्नी सना खान (34) की डंडे से मारकर हत्या कर दी और बाद में शव को नदी में फेंक दिया।

पुलिस ने शनिवार को बताया कि पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने पैसे और व्यक्तिगत झगड़ों को लेकर अपनी पत्नी को घर में छड़ी से मारकर हत्या कर दी। बाद में उसके शव को बेलखेड़ा पुलिस थाना क्षेत्र के मेरेगांव गांव के पास एक पुल से हिरन नदी में फेंक दिया।

नागपुर पुलिस ने बताया कि उसे पूर्वी शहर नागपुर में भाजपा की अल्पसंख्यक सेल की पदाधिकारी सना खान की हत्या के आरोप में शुक्रवार को जबलपुर के गोराबाजार इलाके से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने आगे कहा कि नदी और उसके आस-पास के इलाकों में पीड़ित के शव को खोजने के लिए तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।

पुलिस ने कहा कि आरोपी ने अपने साथी का नाम भी बताया जो अपराध के दौरान उसके साथ मौजूद था और उस व्यक्ति की भी तलाश जारी है। नागपुर पुलिस ने एक अगस्त को मामला दर्ज किया और उसकी टीम ने चार अगस्त को महिला की तलाश में जबलपुर का दौरा किया, जब जांच से पता चला कि उसकी आखिरी लोकेशन जबलपुर के एक घर में थी। पुलिस ने बताया कि जबलपुर और नागपुर पुलिस ने संयुक्त रूप से साहू के घर की तलाशी ली थी।

मोदी का उनकी पार्टी में ही कम होता जा रहा है सम्मान : अशोक गहलोत

जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा है कि उनके रवैये से अब उनकी पार्टी में ही उनका सम्मान कम होता जा रहा है और उनकी पार्टी ही उनके खिलाफ होने से धीरे धीरे इनके विरुद्ध विद्रोह भी हो सकता है।

गहलोत ने शनिवार को यहां एक कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत में यह बात कही। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इनकी पार्टी में फूट पड़ गई और पार्टी की हालत खराब है। उन्होंने कहा कि अब मोदी का उनकी पार्टी में आदर खत्म हो रहा है। यह चिंता होनी चाहिए मोदी को खुद के लिए कि आज जनता में तो उनका आदर कम हुआ ही है लेकिन उनकी पार्टी में भी उनका सम्मान कम होता जा रहा है।

उन्होंने कहा कि उनकी बैठकों में यह सब नजर आ रहा है। भाजपा के लोगों से ही पूछ लीजिए कि उनकी पार्टी की बैठकों में किस तरह के हालात बन गए हैं। पहले क्या होता था और अब क्या हो रहा है। पहले और अब में मोदी को लेकर किस तरह के हालात बदल गए हैं। उन्होंने कहा कि मैं मोदी से कहना चाहूंगा कि आप ओबीसी वर्ग से है और कम से कम ओबीसी का तो मान रखो। आपकी जो अप्रोच है, उससे आपकी पार्टी ही आपके खिलाफ हो रही है और धीरे धीरे आपके विरुद्ध विद्रोह भी हो सकता है।

उन्होंने कहा कि देश एक एवं अखंड रहे, इसके लिए देशवासियों को चाहिए कि वे चाहे किसी भी पार्टी या विचारधारा के हो, सबको देश प्रेम और भारत माता के लिए एकजुट रहना चाहिए। एक सवाल के जवाब में मुखयमंत्री ने कहा कि देश समझ रहा है और अगर मोदी का मुस्लिम प्रेम जागृत हो गया है तो अच्छी बात है, हम चाहते हैं कि सब धर्मों एवं जातियों के प्रति उनका प्रेम जागृत हो। हम दुआए करते है कि मोदी, आरएसएस, अमित शाह का सभी धर्मों के प्रति प्रेम जागृत हो, मुस्लिम, इसाई, फारसी, जैन, सिख हर जातियों एवं दलितों के साथ।

उन्होंने कहा कि लेकिन मेरा अनुभव कहता है ये लोग सत्तर साल में नहीं बोले और अब चुनाव आते ही बोलने लगे हैं। इन्होंने सत्तर साल में कभी सरदार वल्लभ भाई पटेल, महात्मा गांधी एवं भीमराव अंबेडकर का नाम नहीं लिया। उन्होंने कहा कि गुजरात में पटेल का स्मारक बनाया गया है, अच्छी बात है लेकिन इससे पहले सत्तर साल में इनका नाम क्यों नहीं लिया, क्योंकि पटेल ने आरएसएस पर प्रतिबंध लगाया, वह टीस थी इसलिए इनका नाम नहीं लिया गया। इसी तरह पंडित जवाहर लाल नेहरु का कभी नाम नहीं लिया जो देश के लिए दस साल जेल रहे।

उन्होंने कहा कि अगर इतिहास एवं महापुरुषों के नाम को भुलाओगे तो आप महापुरुष कैसे बन पाओंगे। देश में यह इनकी अप्रोच बहुत गलत है। देश में लोकतंत्र कांगेस ने दिया है। कहा जा रहा है कि कांग्रेस में वंशवाद चल रहा है, कांग्रेस मुक्त भारत बना दो। हम कभी पूछते हैं क्या कि उनके परिवार में क्या चल रहा है। वोट तो गुप्त होते तभी भी क्यों इस परिवार को लोग चाहते हैं, उन्होंने कहा कि लोग इस परिवार को चाहते थे, चाहते हैं और रहेंगे और कांग्रेस कभी मुक्त नहीं होने वाली है।

गहलोत ने मणिपुर का जिक्र करते हुए कहा कि वहां हालात खराब हैं। पूरा प्रदेश जल रहा है और प्रधानमंत्री को कोई चिंता नहीं है। उन्होंने कहा कि देश माफ नहीं करेगा जिस तरह से मणिपुर को लेकर संदेश दिया गया है। प्रधानमंत्री ने मणिपुर पर संसद में केवल दो मिनट का भाषण दिया जबकि उन्हें देशवासियों को मणिपुर के हालात के बारे में विस्तार से बताया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस शासन में दंगे हुए वह भी बताते, मणिपुर में आग लगी हुई है और देशवासियो को प्रधानमंत्री से अपेक्षा थी कि वह वहां के हालात के बारे में बताएंगे। उन्होंने कहा कि मणिपुर तीन महीने से जल रहा, दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं, थाने में हथियार लूट लिए गए हैं उसका आने वाले वक्त में हालात क्या होंगे। यह देशवासियों को बताया जाना नहीं चाहिए।

वहां के मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि सौ घटनाएं और करीब एक हजार एफआईआर दर्ज हो चुकी है ऐसे हालात में वहां राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाना चाहिए था लेकिन केन्द्र सरकार कोई कदम नहीं उठा पा रही है। देश को बताया जाना चाहिए कि वहां कोई कदम क्यों नहीं उठाए जा रहे है।उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ठीक ही कहा कि तमाशा नहीं होना चाहिए।

मोदी की सदारद में मुस्लिम बिरादरी के लिए बेहतरीन काम हो रहे हैं : जमाल सिद्दीकी

अजमेर। भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सदारद में मुस्लिम बिरादरी के लिये देश में बेहतरीन काम हो रहा है। उनकी गरीब कल्याण को समर्पित नीतियों तथा शिक्षा, रोजगार, इलाज सहित विभिन्न क्षेत्रों में मुसलमानों का 32 फीसदी फायदा मिल रहा है।

भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे के शिष्टमंडल ने जमाल सिद्दीकी के नेतृत्व में आज अजमेर ख्वाजा गरीब नवाज की चौखट पर हाजरी लगाई तथा मखमली चादर एवं अकीदत के फूल पेश किये और मुल्क में अमन, चौन, खुशहाली के लिए दुआ की। जियारत के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने जानकारी दी कि नरेंद्र मोदी, 2024 के चुनाव में विजय होकर एक बार फिर से देश के प्रधानमंत्री बने, इसके लिए विशेष दुआ की गई है।

उन्होंने बताया कि देश में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री का आवाह्न है कि प्रत्येक घर, दुकान, भवनों पर तिरंगा लगना चाहिए। जिसके जरिये ये संदेश दुनिया में जाये कि सर्वधर्म समभाव वाले इस मुल्क में देश और तिरंगे से प्यार है। वे तिरंगा वितरण का कार्य भी कर रहे है तथा देश भर के सूफी संतों से मुलाकात कर उन्हें जोड़ने की मुहिम पर है।

राजस्थान विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा से मुसलमानों के कम जुडाव के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राज्य की 40 विधानसभा सीटों पर मुस्लिम भाजपा कार्यकर्ताओं का वर्चस्व है। हमारा अल्पसंख्यक कार्यकर्ता समय पर बाहर निकलता है, इससे पहले वह अपने रोजगार में समय देता है। जियारत के दौरान अजमेर दरगाह खादिम व अल्पसंख्यक मोर्चा पदाधिकारी अशफान चिश्ती साथ रहे।

जगत पिता ब्रह्मा जी मंदिर में की पूजा अर्चना

सिद्दीकी साहब ने हर घर तिरंगा अभियान के तहत जगत पिता ब्रह्मा जी के मंदिर में पूजा अर्चना कर देश में अमन शांति की प्रार्थना की। हर घर तिरंगा अभियान को लेकर मंदिर के पुजारी व पदाधिकारी तीर्थ पुरोहित संघ के ट्रस्टी विमल पाराशर(बादल), गोविंद पाराशर, हरी भाई, संजय पाराशर, झम्मू पाराशर, राहुल पाराशर, गिरिराज पाराशर आदि ने तीर्थगुरू पुष्कर सरोवर के मुख्य ब्रह्मा घाट पहुंचने पर शॉल माला पहनाकर भारत माता की जय, पुष्कर राज महाराज की जयकारे के साथ भावभीना स्वागत अभिनंदन किया।

ब्रह्मा मंदिर पर भाजपा युवा नेता सर्वेश्वर शास्त्री, रविन्द्र भाटी, लोकेश शास्त्री, छोटू खान ने स्वागत किया। जमाल सिद्दीकी ने आमजन को तिरंगा भेंट कर अपने घर, प्रतिष्ठान पर 15 अगस्त को तिरंगा फहराने के लिए अपील की। उनके साथ अफसान अहमद चिश्ती, प्रदेश उपाध्यक्ष मुंसिफ अली खान, गुलाम मुस्तफा, अतीक अहमद खान, साकिर खान, देहात जिला मंत्री राजेंद्र महावर आए।

मध्यप्रदेश से सामाजिक समरसता के नए युग की शुरुआत : मोदी

सागर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि संत शिरोमणि स्वामी रविदास सामाजिक समरसता के प्रतीक थे और उन्होंने सामाजिक बुराइयों को दूर किया और समाज को जागृत किया।

मोदी ने बड़तूमा में संत शिरोमणि स्वामी रविदास के सौ करोड़ की लागत से बनने वाले स्मारक और कला संग्रहालय के भूमि-पूजन और शिलान्यास के बाद ढाना में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज भारत उनके बताए मार्ग पर चलकर गुलामी की मानसिकता से मुक्ति के पथ पर आगे बढ़ रहा है। सागर में आज समरसता का महासागर उमड़ा है।

संत रविदास स्मारक एवं कला संग्रहालय की आधारशिला रखी गई है। यह भव्य भी होगा और दिव्य भी। आज मध्यप्रदेश से सामाजिक समरसता के नये युग की शुरूआत हो रही है। इसके लिये मध्यप्रदेश सरकार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश की जनता को मैं बधाई भी देता हूं और अभिनंदन करता हूं। आज मैंने इसका शिलान्यास किया है, जब यह एक-डेढ़ वर्ष में पूरा हो जाएगा, तब मैं इसका लोकार्पण करने अवश्य आऊंगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने कोटा-बीना रेल लाइन दोहरीकरण का लोकार्पण किया। उन्होंने 1580 करोड़ रूपये से अधिक की लागत की दो सड़क परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी। चौहान और मंत्रीगण ने प्रधानमंत्री मोदी का पुष्प गुच्छों से आत्मीय स्वागत किया। मोदी का राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने स्वागत किया। चौहान ने मोदी को प्रकाशन भेंट किए।

मोदी ने कहा कि संत जी की शिक्षाएं इस स्मारक स्थल के माध्यम से नई पीढ़ी को प्रेरणा देंगी। यहां समरसता का भाव भी रहेगा। उन्होंने मध्यप्रदेश के 20 हजार ग्रामों और करीब 300 नदियों की मिट्टी विभिन्न यात्राओं के माध्यम से सागर तक लाने के कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि इससे लाखों परिवारों ने एक एक मुट्ठी अनाज देकर समरसता के भाव को बढ़ाया है। वे इस स्मारक का हिस्सा बनेंगी।

पांच समरसता यात्राओं का समापन आज हुआ है। ये यात्राएं यहां खत्म नहीं होंगी, यहां से एक नए युग का प्रारंभ होगा। मोदी ने कहा कि प्रेरणा और प्रगति जुड़ते हैं तो नए युग की नीव पड़ती है। मध्यप्रदेश इन कार्यों के लिए प्रशंसा का पात्र है। मध्यप्रदेश आगे बढ़ रहा है। समरसता के भाव से जब कार्य होता है तो समाज से संत निकलते हैं। संत रविदास भी ऐसे संत और महात्मा थे।

उन्होंने कहा कि संत रविदास जी ने उस कालखण्ड में जन्म लिया जब मुगलों का शासन था। समाज अत्याचार से जूझ रहा था। तब संत रविदास समाज का जागरण कर रहे थे। वे बुराईयों से लड़ना सिखा रहे थे। वे जात-पात के भेद के फेर में उलझे लोगों को मानवता का रास्ता दिखा रहे थे। वे देश की आत्मा को झकझोर रहे थे। तब समाज में बहुत पाबंदियां थीं। संत रविदास ने पराधीनता को पाप माना था। उन्होंने समाज को हौसला दिया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इसी समरसता के भाव से शिवाजी महाराज ने हिन्दवी साम्राज्य की नींव रखी। फिर आगे चलकर यही भाव स्वतंत्रता संग्राम का आधार भी बना। उन्होंने संत रविदास के अनेक दोहों का उल्लेख भी किया। उन्होंने कहा कि संत रविदास जी चाहते थे कि समाज में कोई भूखा नहीं रहे। हम सब छोटे-बड़े के भाव से ऊपर उठकर मिलकर साथ रहें। संत रविदास जी के इस विचार से प्रेरित होकर हम अमृत काल में गरीबी और भूख से लोगों को मुक्त करने का कार्य कर रहे हैं। कोरोना काल में हमने समाज के वंचित और जनजातीय वर्ग के लिए तमाम आशंकाओं से उठकर 80 करोड़ भारतीयों के लिए गरीब कल्याण अन्न योजना प्रारंभ की। इसकी पूरी दुनिया ने तारीफ की।

मोदी ने कहा कि आज देश में गरीब कल्याण की योजनाओं का सबसे बड़ा लाभ समाज के गरीब, पिछड़ा वर्ग अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों को प्राप्त हो रहा है। जीवन के हर पड़ाव पर देश, महिलाओं और वंचितों के साथ खड़ा है। उनकी आकांक्षाओं को हम सहारा दे रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में 6 हजार रूपए की राशि नवजात बच्चे और उसकी मां के लिए प्रदान की जाती है। बीमारियां के खतरे को रोकने में यह योजना मददगार है।

मिशन इंद्रधनुष के माध्यम से नवजात बच्चों की सुरक्षा और उनके टीकाकरण की चिंता सरकार ने की है। इसका लाभ साढ़े पांच करोड़ से अधिक माताओं और बच्चों को मिल रहा है। इसी तरह सिकलसेल मिशन एनिमिया से मुक्ति के लिए संचालित किया जा रहा है। वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त भारत का लक्ष्य है। अन्य रोगों के नियंत्रण पर भी कार्य हो रहा है। ऐसे रोग जिनसे वंचितों और निर्धनों को शिकार बनना पड़ता है, उनके नियंत्रण का कार्य किया जा रहा है। आयुष्मान कार्ड के माध्यम से मुफ्त इलाज की व्यवस्था की गई है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में 71 एकलव्य विद्यालय, किताबों की व्यवस्था, विद्यार्थियों के पोषण के लिए मिड-डे मील और सुकन्या समृद्धि योजना भी संचालित है। उच्च शिक्षा केलिए कमजोर वर्ग को छात्रवृत्ति देने और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुद्रा योजना संचालित है। स्टेंडअप योजना में 8 करोड़ से अधिक हितग्राहियों की आर्थिक सहायता की जा चुकी है। इसके अलावा जनधन योजना का लाभ करोड़ों लोगों को मिल रहा है।

मोदी ने कहा कि हर गरीब के सिर पर छत हो, इसके लिए आवास योजना का लाभ देने और बिजली पानी के निशुल्क कनेक्शन प्रदान किए गए है। वंचित समाज के लोग इस योजना से अपने पैरों पर खड़े हो रहे हैं।

मोदी ने कहा कि बनारस में जहां संत रविदास की जन्म स्थली के सौन्दर्यीकरण का कार्य किया गया है, वहीं मध्यप्रदेश में भी इस दिशा में अच्छा कार्य हो रहा है। भोपाल में ग्लोबल स्किल पार्क गोविंदपुरा का नामकरण संत रविदास जी के नाम पर किया गया है। सागर में संत रविदास जी के जीवन और शिक्षा को प्रदर्शित करने वाले संग्रहालय का निर्माण भी इस श्रंखला में महत्वपूर्ण कदम है।

मध्यप्रदेश में रानी कमलापति के नाम पर रेलवे स्टेशन और टंट्या मामा के नाम पर पातालपानी रेल्वे स्टेशन का नामकरण किया गया। इसी तरह बाबा साहब डॉ. अम्बेडकर से जुड़े पंच तीर्थों का विकास हो रहा है। संत रविदास सहित बलिदानियों और महात्माओं की शिक्षाएं इन स्थानों के माध्यम से समाज को एकजुट रखेंगी। सरकार ने ऐसे महापुरूषों के सम्मान का पूरा ध्यान रखा है।

प्रधानमंत्री ने सागर की विशाल झील के निर्माता लाखा बंजारे के योगदान का उल्लेख करते हुए कहा कि इस शहर की पहचान लाखा बंजारे द्वारा 400 एकड़ इलाके में निर्मित लाखा बंजारा झील से है। लाखा बंजारे ने पानी की अहमियत को समझा और झील का निर्माण करवाया। सरकार ने लाखा बंजारे की परम्परा को निभाते हुए आजादी के अमृत काल में हर जिले में 75 अमृत सरोवरों का निर्माण करवाकर उन्हें सामाजिक समरसता का केंद्र बनाया है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि जल जीवन मिशन के माध्यम से घरों तक पाइप लाइन से पानी पहुंचाया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज सागर शहर समरसता का सागर बन गया है।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आज बुंदेलखंड की इस भूमि पर संत रविदास जी के स्मारक स्थल के शिलान्यास के लिए प्रधानमंत्री पधारे हैं। यह नींव ऐसे समय डाली गई है जब आजादी के 75 वर्ष हुए हैं। अमृत काल में हमारा दायित्व है कि हम अपनी विरासत को आगे बढ़ाएं, अतीत से सबक भी लें। संत रविदास महाराज ने भारतीय संस्कृति और समरसता के लिए अभूतपूर्व कार्य किया है। संत रविदास ने कर्म को महत्व दिया। वे परिश्रम से जो भी अर्जित करते थे, उसे संत सेवा और समाज को अर्पित कर देते थे। कई राजा और मीराबाई भी उनके शिष्य थे। संत रविदास वास्तव में सामाजिक समरसता के अग्रदूत थे।

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज का दिन मध्यप्रदेश, बुंदेलखंड और सागर के लिए सौभाग्य का दिन है। हमने फैसला किया था कि सागर के बड़तूमा में संत रविदास जी का भव्य मंदिर बनाया जाएगा। हमारा सौभाग्य है कि भव्य मंदिर के निर्माण के शिलान्यास में श्री मोदी पधारे हैं। उन्होंने कहा कि संत रविदास जी भारत को जोड़ने वाले संत थे। कोई छोटा नहीं, बड़ा नहीं, भक्ति कैसे करें इसका संदेश देने वाले थे संत रविदास जी। इस मंदिर के माध्यम से आने वाली पीढ़ियाँ भी संत रविदास जी को जानेंगी और उनके बताए मार्ग पर चलेंगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 80 करोड़ बहनों-भाइयों को नि:शुल्क अन्न की व्यवस्था प्रधानमंत्री श्री मोदी ने की है। प्रधानमंत्री आवास योजना में आवास, उज्ज्वला रसोई गैस के कनेक्शन, शौचालय बनाकर बहनों को सम्मान देने का काम, आयुष्मान भारत योजना बनाकर गरीबों का इलाज कराना, कोविड में वैक्सीन से 140 करोड़ भारतीयों की जान बचाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि मोदी जी के बताए मार्ग पर चलकर मध्यप्रदेश आगे बढ़ रहा है। हमें गर्व है कि प्रधानमंत्री जी के आशीर्वाद से 1.40 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर निकले हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने ऐसे फैसले किए हैं जो बुंदेलखंड की तस्वीर बदल देंगे। बीना रिफाइनरी पर आधारित पेट्रो केमिकल्स उत्पाद पर 50 हजार करोड़ का निवेश आने वाला है। मैं श्री मोदी को धन्यवाद देता हूं। इसी बुंदेलखंड की धरा पर केन-बेतवा परियोजना का काम जल्दी प्रारंभ होने वाला है। इससे 20 लाख एकड़ जमीन पर बुंदेलखंड में सिंचाई होगी। बुंदेलखंड की धरती पंजाब, हरियाणा को मात देगी। प्रधानमंत्री जी ने 44 हजार करोड़ की योजना का उपहार बुंदेलखंड की जनता को दिया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि संसद में जो हुआ वह अदभुत और अभूतपूर्व है। अंग्रेजों के बनाए कानून बदले जा रहे हैं। अगर मासूम बिटिया के साथ कोई दुराचार करेगा तो सीधा फांसी के फंदे पर लटका दिया जाएगा। एक नए भारत का उदय प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हुआ है।

मुख्यमंत्री ने बीना रिफायनरी पर आधारित पेट्रो केमिकल्स उत्पाद का शुभारंभ करने और केन-बेतवा के शिलान्यास के लिए प्रधानमंत्री जी को आमंत्रित किया। संत शिरोमणि रविदास जी महाराज के चरणों में प्रणाम करते हुए उन्होंने कहा कि जल्दी भव्य मंदिर बनेगा और बुंदेलखंड की प्रतिष्ठा को बढ़ाएगा। मेरी माटी-मेरा देश, प्रधानमंत्री जी ने घर-घर तिरंगा फहराने के आह्वान पर मध्यप्रदेश के घर-घर में तिरंगा फहराया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने सागर में गत 8 फरवरी को संत रविदास मंदिर की योजना को भव्य रूप देकर निर्माण कराने की घोषणा की थी जिसके परिप्रेक्ष्य में अब भव्य और अलौकिक मंदिर बनेगा। मंदिर नागर शैली में 10 हजार वर्ग फुट में बनेगा। इंटरप्रिटेशन म्यूजियम बनेगा। संस्कृति और रचनात्मक के साथ संत रविदास के कृतित्व-व्यक्तित्व को प्रदर्शित करने वाला संग्रहालय भी बनेगा। संग्रहालय में चार गैलरी बनेगी, जिनमें भक्ति मार्ग, निर्गुण पंथ में योगदान, संत जी का दर्शन और उनके साहित्य, समरसता का विवरण भी रहेगा। लायब्रेरी के अलावा संगत हाल, जल कुंड, भक्त निवास भी बनेगा, जो अध्यात्मिक सुविधाओं से युक्त होगा।

भक्त निवास में देश विदेश से संत रविदास के अनुयायी और अध्येता आएंगे, जिन्हें संत जी के जीवन से प्रेरणा मिलेगी। भोजनालय का निर्माण 15 हजार वर्गफीट भूमि पर होगा। मंदिर में दो भव्य प्रवेश द्वार होंगे, सीसीटीवी कैमरे और लाइटिंग की व्यवस्था भी रहेगी। संत रविदास जी का मंदिर और कला संग्रहालय भव्य होगा, जो श्रद्धा, आस्था और भक्ति का अभूतपूर्व स्थल होगा। दार्शनिक और अध्येता और जिज्ञासु भी देश-विदेश से आएंगे। संत रविदास जी का कृतित्व- व्यक्तित्व और दर्शन पूरी दुनिया के लिए प्रेरक बनेगा।

सागर जिले में संत रविदास जी के मंदिर निर्माण के लिए समरसता यात्रा निकाली गईं। संत रविदास मंदिर निर्माण के लिए पांच अलग अलग स्थानों से एक साथ यात्रा निकाली गई थीं। नीमच, मांडव जिला धार, श्योपुर, बालाघाट और सिंगरौली से समरसता यात्रा निकली थीं।गत 25 जुलाई 2023 से शुरू हुई इस यात्रा का आज व्यवस्थित समापन हुआ। इसके पहले प्रदेश के हर गांव से मिट्टी और सभी विकास खंडों की 313 नदियों से सांकेतिक जल लेकर यात्रा सागर पहुंची। प्रदेश के जिलों से होकर संत रविदास मंदिर निर्माण यात्रा गुजरी।

मुख्य यात्राओं के साथ 1661 उप यात्रियों ने भी कलश यात्रा निकाली गई। यात्रा के दौरान 352 जन संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। समरसता यात्रा के 5 रूटों में 25 लाख से अधिक लोग शामिल हुए।मध्य प्रदेश के 20 हजार 641 गांवों की मिट्टी और 313 नदियों के सांकेतिक जल एकत्र कर सागर पहुंची समरसता यात्रा। यात्रा के दौरान संत रविदास जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर केंद्रित 10 रथ यात्रा निरंतर चलते रहे।

मोदी के विजन से प्रेरित होकर, 100 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से 11.25 एकड़ से अधिक क्षेत्रफल में संत शिरोमणि गुरुदेव श्री रविदास जी स्मारक का निर्माण किया जाएगा। इस भव्य स्मारक में संत शिरोमणि गुरुदेव श्री रविदास के जीवन, दर्शन और शिक्षाओं को प्रदर्शित करने के लिए एक प्रभावशाली कला संग्रहालय और कला दीर्घा भी होगी। इसमें स्मारक पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भक्त निवास, भोजनालय आदि सुविधाएं भी होंगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने 1580 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से विकसित की जाने वाली दो सड़क परियोजनाओं की आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री मोदी ने कोटा-बीना रेल मार्ग के दोहरीकरण का लोकार्पण किया, जिसे 2475 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से विकसित किया गया है।

मोदी ने 4000 करोड़ रुपए से अधिक की रेल और सड़क क्षेत्र की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कोटा-बीना रेल मार्ग के दोहरीकरण के पूरा होने को चिन्हित करने वाली परियोजना का ई-लोकार्पण किया। कुल 2475 करोड़ रुपए से अधिक की अनुमानित लागत से निर्मित यह परियोजना, राजस्थान के कोटा और बारां जिले तथा मध्य प्रदेश के गुना, अशोकनगर और सागर जिलों से होकर गुजरती है। अतिरिक्त रेल लाइन बेहतर परिवहन के लिए क्षमता में वृद्धि करेगी और इस मार्ग पर ट्रेन की गति में सुधार करने में भी मदद करेगी।

प्रधानमंत्री ने आज कार्यक्रम में 1580 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से निर्मित की जाने वाली दो सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इनमें मोरीकोरी- विदिशा- हिनोतिया को जोड़ने वाली चार लेन की सड़क परियोजना और हिनोतिया को मेहलुवा से जोड़ने वाली सड़क परियोजना शामिल है।

बीना गुना रेल दोहरीकरण कार्य कुल लंबाई 288.236 किलोमीटर है। इसकी अनुमानित लागत: 247.43 करोड़ है। लाभान्वित होने वाले दो राज्य हैं। राजस्थान में 139 किलोमीटर और मध्यप्रदेश में 149 किलोमीटर लंबाई का कार्य हुआ।लाभान्वित होने वाले जिले गुना, अशोकनगर और सागर (मध्यप्रदेश) हैं। साथ ही कोटा, बारां (राजस्थान) भी शामिल हैं। इसमें प्रमुख पुल 32 हैं। रोड अंडर ब्रिज की संख्या 04 और लेवल क्रासिंग 43 हैं। स्टेशनों की संख्या 36 है। अधिकतम गति 110 किमी प्रति घंटा है।

दूसरी लाइन के निर्माण से 110 किलोमीटर प्रति घंटे की सेक्शनल गति के साथ ही और अधिक ट्रेनों का संचालन हो सकेगा। इस महत्वपूर्ण और व्यस्त रेल मार्ग पर यात्री और माल यातायात की लगातार बढ़ती मांग को पूरा करेग। इससे यात्री ट्रेनों के परिचालन में सुगमता आएगी और समयपालन में सुधार होगा। कोटा-बीना दोहरीकरण परियोजना से कोटा, बारां, गुना, अशोक नगर और बीना आदि शहरों के लिए कनेक्टिविटी में सुधार होगा। यह रेल लाइन प्रमुख तीर्थ स्थलों जैसे नागदा महादेव मंदिर, बारां में भैरव जी मंदिर, गुना में हनुमान टेकरी मंदिर, अशोक नगर में जागेश्वरी मंदिर और बीना में रघुनाथ मंदिर (इटावा) जैसे प्रमुख तीर्थ स्थलों से कनेक्टिविटी में सुधार करेगी।

इस सेक्शन पर औसतन 42 मालगाड़ियों के परिचालन तथा 25 से अधिक मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों की गति में सुधार होगा। प्रमुख स्टेशनों कोटा, सोगरिया, भोंरा, छबड़ा, रूठियाई, गुना, अशोकनगर और बीना स्टेशनों पर ट्रेनों की आवाजाही सुलभ होगी तथा प्लेटफॉर्म उपलब्धता को बढ़ावा मिलेगा। कोटा-बीना दोहरी रेलवे लाइन राजस्थान और मध्यप्रदेश, राज्यों के बिजली संयंत्रों को कोयले की आपूर्ति करती है। इस प्रकार कोयले के परिवहन एवं आपूर्ति में तेजी आएगी। यह लाइन कृषि स्थानीय उत्पादों तथा कोयला परिवहन की तेज आवाजाही की सुविधा प्रदान करेगी। यह परियाजना अन्य उद्योगों के लिए भी निवेश आकर्षित करेगी साथ ही क्षेत्र में रोजगार के अवसर सृजित करेगी। इससे मध्य प्रदेश के गुना, अशोक नगर, सागर जिले का समग्र सामाजिक और आर्थिक विकास होगा।राजस्थान में बारां भी लाभान्वित होगा।

केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री वीरेंद्र खटीक, नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, जल शक्ति नियोजन राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. सत्यनारायण जटिया, सागर जिले के प्रभारी और सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया, वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा, लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉक्टर प्रभुराम चौधरी, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह, जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, जनजाति कार्य मंत्री मीना सिंह, सांसद वीडी शर्मा सहित बड़ी संख्या में रैदासी समाज के अनुयाई उपस्थित था।

भीलवाडा : स्कूल में अचानक तबीयत बिगडने से शिक्षिका, घर पर किशोर की मौत

भीलवाडा। राजस्थान के भीलवाडा जिले में स्कूल में शिक्षिका और घर पर किशोर की हालत बिगडऩे के बाद मौत हो गई। दोनों शव मोर्चरी में सुरक्षित रखवाए गए हैं।

एमजीएच चौकी सूत्रों के अनुसार पटेलनगर निवासी स्वाति हावा 36 खैराबाद स्कूल में शिक्षिका थी। शनिवार को वह स्कूल गई, जहां अचानक स्वाति की तबीयत बिगड़ गई। उसे स्कूल स्टॉफ जिला अस्पताल ले गया, जहां डॉक्टर्स ने स्वाति को मृत घोषित कर दिया। मौत के कारण अभी सामने नहीं आए हैं।

इसी तरह एक अन्य घटना शाहपुरा के सारांश गांव में हुई। जहां महेंद्र गुर्जर 17 की अचानक तबीयत बिगडऩे के बाद परिजन उसे शाहपुरा अस्पताल ले गए, उसे भीलवाड़ा रैफर कर दिया गया। यहां उपचार के दौरान महेंद्र ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव मोर्चरी में सुरक्षित रखवाए हैं। संबंधित थाना पुलिस शवों का पोस्टमार्टम करवाएगी। वहीं परिजनों की रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारण पता चल पाएंगे।

नवीन युवा नीति बनेगी विजन-2030 को साकार करने का सशक्त माध्यम : गहलोत

जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने युवाओं में समाज में परिवर्तन लाने की शक्ति बताते हुए कहा है कि उनकी ऊर्जा और नए आविष्कार की क्षमता समाज को नई दिशा दे सकती है और इसी दिशा में नवीन युवा नीति हमारे विजन 2030 को साकार करने का एक सशक्त माध्यम बनेगी।

गहलोत शनिवार को जयपुर के दुर्गापुरा स्थित कृषि अनुसंधान केन्द्र में आयोजित राज्य स्तरीय युवा महापंचायत ‘युवा संकल्प’ को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि युवा होना एक अद्भुत और महत्वपूर्ण दौर होता है, युवा शब्द सिर्फ एक आयु का ही नहीं बल्कि यह ऊर्जावान होने का भी संकेत है। नवीन युवा नीति से राजस्थान वर्ष 2030 तक देश का अग्रणी राज्य बनेगा।

कार्यक्रम में राजस्थान की नवीन युवा नीति पर प्रस्तुतीकरण दिया गया तथा इस पर आधारित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया। इस दौरान युवा बोर्ड के अध्यक्ष सीताराम लांबा ने मुख्यमंत्री को नवीन युवा नीति का ड्राफ्ट सौंपा। मुख्यमंत्री ने ‘युवाओं की आकांक्षाएं’ पुस्तिका का विमोचन किया। युवा महोत्सव में विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार भी प्रदान किए गए।

उन्होंने कहा कि राज्य में नई युवा नीति शीघ्र ही जारी की जाएगी। साथ ही, राज्य में 500 करोड़ रूपये का युवा विकास और कल्याण कोष बनाने का निर्णय लिया गया है। राजीव गांधी नेशनल यूथ एक्स्चेंज प्रोग्राम के तहत 10 हजार युवाओं को एक्स्पोजर विजिट का अवसर दिया जा रहा है। जिला और राज्य स्तरीय युवा महोत्सव का आयोजन भी किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पिछले साढे़ चार वर्षों में युवाओं के हित में अनेक महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं। राज्य सरकार युवाओं के कल्याण, उनके रोजगार और कौशल विकास, उच्च शिक्षा के अवसर प्रदान करने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। युवाओं के सुनहरे भविष्य के लिए प्रदेश का बजट युवाओं को समर्पित किया गया है।

विजन-2030 की लॉचिंग होगी जल्द

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि प्रदेश को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने के लिए शीघ्र ही विजन-2030 की लॉचिंग होगी।

गहलोत ने शनिवार को यहां एक कार्यक्रम के बाद मीडिया से यह बात कही। उन्होंने कहा कि हम विजन-2030 को लेकर चल रहे है और इसकी लॉचिंग जल्द होगी। वर्ष 2030 तक राजस्थान कम से कम अग्रणी राज्यों में सममिलित हो, यह सब प्रदेशवासियों का सपना होना चाहिए और यह तभी पूरा होगा जब सब प्रदेशवासी, सभी वर्ग के लोग मिलकर आगे आए और अपने सुझाव भेजे। उन्होंने कहा कि इसके लिए अभियान चलाया जाएगा जिसमें संवाद कार्यक्रम आदि किए जायेंगे। उन्होंने कहा कि अभी युवा नीति घोषित हुई, यह सबको पूछकर युवा नीति बनाई गई है, इन सब वर्गों को साथ में लिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि हम चाहेंगे कि सब मिलकर एक विजन डाक्यूमेंट बन जाए हमेशा के लिए और उस वक्त वर्ष 2030 तक गर्व से कह सके कि हम भी अग्रणी राज्यों में सम्मिलित है। उन्होंने कहा कि हेप्पीनेस इंडेक्स बढ़े, पानी, बिजली, शिक्षा, सड़कों के साथ सोशल सेक्युरिटी कैसे आगे मजबूत कर सके, हम नवाचार कर रहे हैं, राजस्थान और मजबूत बने।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान ने कई क्षेत्रों में पहल की और देश में बाकी राज्य इसे फोलो कर रहे है, ऐसे में क्यों नहीं एक विजन ही बना दिया जाए हमेशा के लिए ताकि युवाओं में आत्मविश्वास आए कि राजस्थान का नौजवान देश और प्रदेश के लिए कुछ भी कर सकता है।

मतदान से डर कर विपक्ष भाग खड़ा हुआ : प्रधानमंत्री मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पराजित करने के बाद आज फिर विपक्ष पर प्रहार किया और कहा कि विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से डर गया था और चर्चा के बीच ही सदन छोड़ कर भाग गया।

मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से पश्चिम बंगाल में क्षेत्रीय पंचायती राज परिषद को संबोधित करते हुए कहा कि केन्द्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के खिलाफ विपक्ष द्वारा पेश किया गया अविश्वास प्रस्ताव लोकसभा में गिर गया। स्थिति ऐसी हो गई कि विपक्ष के लोग चर्चा के बीच में ही सदन छोड़कर भाग गए। सच्चाई तो यह है कि वे अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से डर रहे थे।

मोदी ने कहा कि देश ने अविश्वास प्रस्ताव पर बहस से विपक्ष को भटकते हुए देखा। उन्होंने कहा कि यह निराशाजनक है कि इन व्यक्तियों ने मणिपुर के लोगों को बहुत निराश किया। शुरू से ही, सरकार ने मणिपुर पर एक समर्पित और केंद्रित चर्चा की मांग की। अफसोस की बात है कि उनके उद्देश्य अलग थे।

उन्होंने पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार को घेरा और राज्य में अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं के चल रहे संघर्ष पर प्रकाश डाला। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस पर खूनी खेल खेलने का आरोप लगाते हुए कहा कि हाल के पंचायत चुनावों में भाजपा उम्मीदवारों को फॉर्म भरने से रोकना, उनकी भागीदारी को रोकना और जब भाजपा उम्मीदवार जीतने में कामयाब हो जाएं तो हिंसक हमलों का सहारा लेन, यह पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के हिंसा की राजनीति का उदाहरण है।

प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि आजादी के बाद पूर्वी भारत की उपेक्षा ने देश की प्रगति को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने इस विकासात्मक अंतर को पाटने के प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि पिछले 5 वर्षों में गरीबी से बाहर निकले 13.5 करोड़ लोगों में से एक महत्वपूर्ण हिस्सा पूर्वी भारत से है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में पिछले 50 साल से नारा दिया जाता था- गरीबी हटाओ। लेकिन ये नारा देने वाले गरीबी नहीं हटा सके। स्वाभाविक प्रश्न यह है कि जो काम पांच दशकों में नहीं हो सका, वह भाजपा सरकार ने इतने कम समय में कैसे कर दिखाया?

मोदी ने अपने नौ साल के कार्यकाल में पूर्वी भारत में हुई प्रगति की चर्चा करते हुए कहा कि देश भर के लगभग 18 हजार गांव, जो पहले बिजली से वंचित थे, अब सरकार द्वारा रोशन किए गए हैं। इनमें से लगभग 13 हजार गांव केवल पूर्वी भारत के थे। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त 2019 को, हमने जल जीवन मिशन प्रारंभ किया। इसकी शुरुआत के दौरान, देश में 20 प्रतिशत से भी कम ग्रामीण परिवारों को नल से पानी मिलता था। आज, 60 प्रतिशत से अधिक ग्रामीण परिवारों को नल से पानी मिल रहा है।

उन्होंने कहा कि आपमें से कई लोगों को यह जानकर आश्चर्य होगा कि मिजोरम जैसे राज्य में 4 साल पहले तक केवल 6 प्रतिशत घरों में पाइप से पानी की सुविधा थी। आज यह संख्या 90 फीसदी से भी ज्यादा है। बिहार में पिछले 9 साल में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत 50 लाख से ज्यादा घर बनाए गए हैं। पश्चिम बंगाल में लगभग 45 लाख गरीब परिवारों को पक्के घर मिले हैं। असम में भी गरीबों के लिए 20 लाख घर बनाए गए हैं।

मोदी ने कहा कि बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए, असम के गुवाहाटी से लेकर पश्चिम बंगाल के कल्याणी तक, झारखंड के देवघर से लेकर बिहार के दरभंगा तक, लोगों को परेशानी न हो, इसी योजना के साथ नए एम्स खोले गए हैं। उन्होंने कहा कि इलाज के लिए सैकड़ों किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है। पिछले 9 वर्षों में, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा को सामूहिक रूप से 31 नए मेडिकल कॉलेज मिले हैं, जबकि उत्तर पूर्व में मेडिकल कॉलेजों की संख्या दोगुनी हो गई है।

प्रधानमंत्री ने पूर्वोत्तर रेलवे लाइनों को ब्रॉड गेज में बदलने, प्रमुख बंदरगाहों में महत्वपूर्ण क्षमता वृद्धि, नए जलमार्गों की स्थापना और क्षेत्र में हवाई कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए 9 हवाई अड्डों के विकास का भी उल्लेख किया और कहा कि इन पहलों के कारण देश के विशाल पूर्वी हिस्से में बड़ा परिवर्तन आएगा।

दी ने दोहराया कि वर्तमान समय में, स्थानीय मांग वैश्विक महत्व रखती है। इसीलिए, वोकल फॉर लोकल जैसे अभियान के साथ, देश ने ‘एक जिला एक उत्पाद’ योजना शुरू की। पंचायतें आपके जिले की शुरुआत को सुविधाजनक बनाकर महत्वपूर्ण योगदान दे सकती हैं। बाजार के लिए अद्वितीय विशिष्टताएं, जिससे उत्पाद की गुणवत्ता में वृद्धि होती है। आपके प्रयासों का लक्ष्य छोटे पैमाने के श्रमिकों और उद्योगों को बाजार से जोड़ना होना चाहिए, जिससे जीईएम पोर्टल के माध्यम से उनके कनेक्शन की सुविधा मिल सके। जीआई टैग स्थानीय उत्पादों की सफलता को बढ़ाने में भी पर्याप्त मूल्य रखता है।

उन्हाेंने निष्क्रिय तालाबों और झीलों के पुनरोद्धार पर जोर दिया और अमृत सरोवर पहल में सक्रिय भागीदारी का आग्रह किया और कहा कि इस पहल से आपका जिला अग्रणी बने। उन्होंने इन प्रयासों के कुशल और प्रभावी कार्यान्वयन की आवश्यकता पर बल देते हुए, वृक्षारोपण के प्रयासों को बढ़ाने की वकालत की।

दी ने कार्यक्रम के दौरान सभी कार्यकर्ताओं से घर-घर पर राष्ट्रीय ध्वज के प्रदर्शन करने और ‘हर घर तिरंगा’ अभियान में सक्रिय रूप से शामिल होने का आह्वान किया। उन्होंने देश के शहीदों को श्रद्धांजलि स्वरूप चल रही अमृत कलश यात्रा से गांवों को जोड़ने के लिए भी प्रोत्साहित किया।