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फाइबर की कमी के कारण हो सकती हैं ये समस्याएं

These problems may be due to a lack of fiber

These problems may be due to a lack of fiber

लंबी उम्र तक तंदरुस्त रहने के लिए अच्छे पौष्टिक आहार का सेवन बहुत जरूरी है। पौष्टिक आहार का सेवन ज्यादा करने के साथ ये भी जरूरी है कि पौष्टिक आहार का पाचन भी जरूरी हो। शरीर में फाइबर की मात्रा पूरी होने से पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है। अगर आपके शरीर में फाइबर की कमी है तो आप मोटापे जैसी प्रॉब्लम का शिकार हो सकते है।शरीर में फाइबर की कमी के कारण कब्ज और एसिडिटी जैसी प्रॉब्लम का सामना करना पड़ता है।फाइबर की कमी के कारण आपको बवासीर जैसी प्रॉब्लम का सामना करना पड़ सकता है।

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‘ऑल द मनी इन द वर्ल्ड’ नारीवादी फिल्म है : मिशेल विलियम्स

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'All the Money in the World' is a feminist film: Michelle Williams

‘All the Money in the World’ is a feminist film: Michelle Williams

लॉस एंजेलिस | अभिनेत्री मिशेल विलियम्स का कहना है कि उनकी आगामी फिल्म ‘ऑल द मनी इन द वर्ल्ड’ एक ‘नारीवादी’ फिल्म है, जो पुरुषों की दुनिया में एक महिला होना कैसा होता है’ यह दिखाती है। ‘ऑल द मनी इन द वर्ल्ड’ की कहानी तेल उद्यमी जे. पॉल गेट्टी के इर्द-गिर्द घूमती है। इसमें गेटी के पोते जॉन पॉल गेट्टी 3 की कहानी है, जिसे संगठित अपराधियों द्वारा अपहृत कर लिया जाता है और उसकी मां गेल्स (विलियम्स) उसके अमीर दादा को फिरौती की रकम देने के लिए मनाने का प्रयास करती है। विलयम्स ने एक बयान में कहा, “यह निश्चित रूप में अनिश्चितता से भरपूर ड्रामा है। लेकिन मैं यह समझती हूं कि यह एक नारीवादी फिल्म है। यह दिखाती है कि पुरुषों की दुनिया में एक महिला होना कैसा होता है।

उन्होंने कहा, “वह सहजता से इस बात को समझ जाती है कि गंभीरता से लिए जाने के लिए, उसे नियंत्रण रखने के लिए अपनी सभी क्षमताओं और शक्तियों को इकट्ठा करना पड़ेगा। ताकि वह खुद के लिए जगह बना सके। फिल्म में कई दृश्य हैं, जिसमें उसे खारिज कर दिया जाता है, हाशिए पर रखा जाता है, क्योंकि वह एक महिला है।अभिनेत्री का कहना है कि ‘उसे उस तरह के चरित्र निभाना पसंद है, जो असली होने के साथ थोड़े जटिल भी हों।यह फिल्म भारत में पीवीआर पिक्चर्स द्वारा शुक्रवार को रिलीज की जा रही है।

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BIRTHDAY SPECIAL : नेत्रहीनों के लिए रोशनी की लौ बने लुइस ब्रेल

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BIRTHDAY SPECIAL: Light flame for visually impaired Luis Braille

BIRTHDAY SPECIAL: Light flame for visually impaired Luis Braille

नई दिल्ली | विश्व में चार जनवरी का दिन एक ऐसे शख्स की याद में मनाया जाता है जिसने अपने और दुनिया के तमाम ऐसे लोगों की आंखों के सामने छाए अंधेरे के बादलों को हटाकर उनमें शिक्षित होने की एक लौ जलाई। ‘ब्रेल लिपि’ के अविष्कारक लुइस ब्रेल को दुनिया में अंधेपन के शिकार लोगों के बीच मसीहा के रूप में जाना जाता है। 1809 में फ्रांस के एक छोटे से कस्बे कुप्रे के एक साधारण परिवार में जन्में लुइस ब्रेल ने अपने 43 वर्ष के छोटे से जीवन में अंधेपन का शिकार लोगों के लिए वह काम किया, जिसके कारण आज वह शिक्षित हैं, समाज की मुख्यधारा से जुड़े हैं, स्कूलों, कॉलेजों में दूसरे विद्यार्थियों की तरह पढ़ सकते हैं, व्यापार कर सकते हैं। साधारण परिवार में जन्में लुइस ब्रेल के पिता साइमन रेले ब्रेल शाही घोडों के लिये काठी बनाने का काम करते थे। पारिवारिक जरूरतों और आर्थिक संसाधन के सीमित होने के कारण साइमन पर कार्य का अधिक भार रहता था। अपनी सहायता के लिए उन्होंने अपने तीन साल के लुइस को अपने साथ लगा लिया।

यहीं से लुइस ब्रेल की कहानी का आगाज होता है जहां दुनिया में उन्हें किसी न किसी रूप में याद किया जाता है। एक दिन पिता के साथ कार्य करते वक्त वहां रखे औजारों से खेल रहे लुइस के आंख में एक औजार लग गया। चोट लगने के बाद उनकी आंख से खून निकलने लगा। परिवार के लोगों ने इसे मामूली चोट समझकर कर आंख पर पट्टी बांध दी और इलाज करवाने में दिलचस्पी नहीं दिखाई।

वक्त की बीतने के साथ लुइस बड़ा होता गया और घाव गहरा होता चला गया। आठ साल की उम्र में पहुंचते-पहुंचते लुइस की दुनिया में पूरी तरह से अंधेरा छा गया। परिवार और खुद लुइस के लिए यह एक बड़ा आघात था। लेकिन आठ साल के बालक लुइस ने इससे हारने के बजाए चुनौती के रूप में लिया। परिवार ने बालक की जिज्ञासा देखते हुए चर्च के एक पादरी की मदद से पेरिस के एक अंधविद्यालय में उनका दाखिला करा दिया।

16 वर्ष की उम्र में लुइस ब्रेल ने विद्यालय में गणित, भूगोल एवं इतिहास विषयों में महारथ हासिल कर शिक्षकों और छात्रों के बीच अपना एक स्थान बना लिया। 1825 में लुइस ने एक ऐसी लिपि का आविष्कार किया जिसे ब्रेल लिपि कहा जाता है। लुइस ने लिपि का आविष्कार कर ²ष्टीबाधित लोगों की शिक्षा में क्रांति ला दी।

ब्रेल लिपि का विचार लुई के दिमाग में फ्रांस की सेना के कैप्टन चार्ल्र्स बार्बियर से मुलाकात के बाद आया। चार्ल्स ने सैनिकों द्वारा अंधेरे में पढी जाने वाली नाइट राइटिंग व सोनोग्राफी के बारे में लुइस को बताया था। यह लिपि कागज पर उभरी हुई होती थी और 12 बिंदुओं पर आधारित थी। लुइस ब्रेल ने इसी को आधार बनाकर उसमें संशोधन कर उस लिपि को 6 बिंदुओं में तब्दील कर ब्रेल लिपि का इजात कर दिया। लुइस ने न केवल अक्षरों और अंकों को बल्कि सभी चिन्हों को भी लिपि में सहेज कर लोगों के सामने प्रस्तुत किया।

चार्ल्स द्वारा जिस लिपि का उल्लेख किया गया था, उसमें 12 बिंदुओ को 6-6 की पंक्तियों में रखा जाता था। उसमें विराम चिन्ह , संख्या और गणितीय चिन्ह आदि का समावेश नहीं था। लुइस ने ब्रेल लिपि में 12 की बजाए 6 बिंदुओ का प्रयोग किया और 64 अक्षर और चिन्ह बनाए। लुइस ने लिपि को कारगार बनाने के लिए विराम चिन्ह और संगीत के नोटेशन लिखने के लिए भी जरुरी चिन्हों का लिपि में समावेश किया।

ब्रेल ने अंधेपन के कारण समाज की दिक्कतों के बारे में कहा था, “बातचीत करना मतलब एक-दूसरे के ज्ञान को समझना है, ²ष्टिहीन लोगों के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है और इस बात को हम नजर अंदाज नहीं कर सकते। उनके अनुसार विश्व में अंधेपन के शिकार लोगों भी उतना ही महžव दिया जाना चाहिए जितना साधारण लोगों को दिया जाता है।”

1851 में उन्हें टी.बी. की बीमारी हो गई जिससे उनकी तबियत बिगड़ने लगी और 6 जनवरी 1852 को मात्र 43 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया। उनके निधन के 16 वर्ष बाद 1868 में रॉयल इंस्टिट्यूट फॉर ब्लाइंड यूथ ने इस लिपि को मान्यता दी।

लुइस ब्रेल ने केवल फ्रांस में ख्याति अर्जित की बल्कि भारत में भी उन्हें वहीं सम्मान प्राप्त है जो देश के दूसरे नायकों को प्राप्त है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भारत सरकार ने 2009 में लुइस ब्रेल के सम्मान में डाक टिकिट जारी किया था।  इतना ही नहीं लुइस की मृत्यु के 100 वर्ष पूरे होने पर फ्रांस सरकार ने दफनाए गए उनके शरीर को बाहर निकाला और राष्ट्रीय ध्वज में लपेट कर पूरे राजकीय सम्मान से दोबारा दफनाया।

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मुंबई : मरोल इलाके की इमारत में लगी आग से 4 की मौत

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Mumbai: 4 dead in fire in Marol area building Mumbai: 4 dead in fire in Marol area building

Mumbai: 4 dead in fire in Marol area building

मुंबई | अंधेरी पूर्व के मरोल इलाके में स्थित एक रिहायशी इमारत में बुधवार देर रात आग लगने से एक वरिष्ठ नागरिक सहित चार लोगों की मौत हो गई। बीएमसी आपदा नियंत्रण के अनुसार, बोहरा कालोनी के मरोल इलाके की मैमून इमारत में रात करीब दो बजे आग लग गई। दमकल विभाग के अधिकारियों ने आग में फंसे कम से कम नौ लोगों को बाहर निकाला, जिसमें चार मृत पाए गए और बाकी घायल थे।घायलों को होली स्पिरिट अस्पताल में भर्ती कराया गया है और अब उनकी हाल स्थिर है।दमकम विभाग द्वारा सुबह 5 बजे आग पर काबू पाया गया, फिलहाल आग अब नियंत्रण में हैं।

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छ्त्तीसगढ़ पुलिस में कांस्टेबल पद पर भर्ती, ऑनलाइन ऐसे करें आवेदन

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Constable recruitment in Chhattisgarh police, such applications online

Constable recruitment in Chhattisgarh police, such applications online

छ्त्तीसगढ़ पुलिस को 2258 कांस्टेबल के रिक्त पदो पर युवा और योग्य उम्मीदवारों से आवेदन मांगे है। यदि आपने 10वीं, 12वीं, पास करली है और आप सरकारी नौकरी की तलाश कर रहे है। तो आप इन के लिए आवेदन कर सकते है।

योग्यता

उम्मीदवार को किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से 10वीं, 12वीं पास हो।

आवेदन करने की अंतिम तिथि 

अंतिम तिथि – 4-2-2018

वेतन

जिन उम्मीदवारो का चयन इन पदों के लिए किया जाएगा उन्हें 19500/-वेतन प्राप्त होगा।

आयु सीमा

उम्मीदवार की न्यूनतम आयु 18 वर्ष तथा अधिकतम आयु 28 वर्ष हो तथा आरक्षित वर्ग को आयु सीमा में छूट दी जाएगी।

महत्वपूर्ण  सूचनाएं 

पद का नाम- कांस्टेबल

कुल पद – 2258

अंतिम तिथि – 4-2-2018

स्थान- रायपुर

आवेदन शुल्क: 200/- रुपए सामन्य, ओबीसी जाति और 150/- रुपए अनुसूचित जनजाति के लिए।

ऐसे करें आवेदन

योग्य और इच्छुक उम्मीदवार आवेदन पत्र के निर्धारित प्रारूप पर ऑनलाइन आवेदन करते हैं, साथ ही शिक्षा और अन्य योग्यता, जन्मतिथि की तिथि और अन्य आवश्यक जानकारी और दस्तावेजों के साथ स्वयं प्रतिबंधात्मक प्रतियां और नियत तारीख से पहले भेजते हैं।

अधिकारिक वेबसाइट पर जाने के लिए यहां click करें

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नाम लेते ही प्रभु का अहसास : हित अम्बरीश महाराज

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अजमेर। दीपक जलाते ही जिस तरह प्रकाश फैल जाता है वैसे ही संतों की शरण में आते ही प्रभु भक्ति का भाव जग जाता है। संत का एक वाक्य ही जीवन में बदलाव ला देता है। मन अभिमान छोड कर ही संतों की शरण में जाएं तो जीवन में अनोखा परिवर्तन पाएंगे। यह बात श्री हित ​हरिवंश चंद महाप्रभु एवं राधावल्लभ लालजी के लाडले संत श्री हित अम्बरीश महाराज ने आजाद पार्क अयोध्या नगरी में 54 अरब ​हस्तलिखत श्रीराम नाम परिक्रमा महोत्सव के दौरान प्रवचन करते हुए कही।

उन्नाव : मां के दाह संस्कार विवाद में भाई ने की भाई की हत्या

उन्नाव। उत्तर प्रदेश के उन्नाव जनपद के असोहा थाना क्षेत्र के सरवन गांव में मां के दाह संस्कार के लिए पेड़ काटने को लेकर हुए विवाद में भाई ने छोटे भाई की पीट-पीट कर हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी भाई और भतीजों की तलाश शुरू कर दी है।

मेरा परमाणु बटन बड़ा, अधिक शक्तिशाली : डोनाल्ड ट्रंप

Trump tweet says he has bigger nuclear button than Kim Jong Un
Trump tweet says he has bigger nuclear button than Kim Jong Un

वाशिंगटन। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन की धमकी के बाद कहा कि उनके पास अपेक्षाकृत बहुत बड़ा और अधिक शक्तिशाली परमाणु बटन है। किम जोंग-उन ने अपनी धमकी में कहा था कि उनकी मेज पर हमेशा परमाणु बटन रहता है।

तीन तलाक पर BJP ने राज्यसभा को स्थगित करने के लिए किया बाध्य

BJP derails Rajya Sabha over triple talaq row
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नई दिल्ली। अभूतपूर्व घटनाक्रम में बुधवार को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने तीन तलाक विधेयक पर राज्यसभा की कार्यवाही को स्थगित करने पर बाध्य कर दिया। विधेयक को सदन की प्रवर समिति के पास भेजने की विपक्षी दलों की जोरदार मांग के कारण सत्तारूढ़ दल को ऐसा करना पड़ा।