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राहुल गांधी ने मानगढ़ धाम के विकास की कोई बात नहीं की : सीपी जोशी

जयपुर। राजस्थान के भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के मानगढ़ धाम में दिए गए बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि उन्होंने मानगढ़ धाम के विकास एवं आदिवासी, किसान, युवा, महिला, दलित आदि की किसी समस्या और समाधान पर कोई बात नहीं की, सिर्फ अपनी बचपन की कहानियां सुनाई, संघ और भाजपा को कोसा।

जोशी ने अपने बयान में कहा कि इनकी मोहब्बत की दुकान में कोटड़ी, भीलवाड़ा के दुष्कर्म और हत्या की बात क्यों नहीं थी। उन्होंने कहा कि उन्हें मणिपुर को लेकर इतनी चिंता है, लेकिन प्रदेश के महिला दुष्कर्म, किसानों से किए कर्ज मुक्ति के झूठे वादे, किसानों की आत्महत्या, युवाओं के साथ बेरोजगारी भत्ता और रोजगार देने के नाम पर हुआ धोखा, पेपर लीक माफिया, दलितों पर बढ़ते अत्याचार संबंधी मामलों पर कोई बात क्यों नहीं की जबकि प्रदेश अपराध की आग में जल रहा है। उनका यहां आना टाइम पास, कांग्रेस ने इस क्षेत्र में क्या विकास कार्य किए, इसका लेखा-जोखा भी उन्हें यहां रखना चाहिए था।

उन्होंने कहा कि मानगढ़ धाम और वागड़ क्षेत्र के लिए जो कार्य कांग्रेस 60 वर्षों में नहीं कर पाई, वही विकास कार्य मोदी सरकार ने पिछले नौ वर्षों में कर दिखाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज मानगढ़ धाम में विकास की घोषणाएं कर रहे हैं, हालांकि यह भी सिर्फ पिछली घोषणाओं की तरह खोखली घोषणा बनकर ही रह जाएगी।

इसी तरह विधानसभा उपनेता प्रतिपक्ष एवं भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने कहा कि राहुल गांधी आज बांसवाड़ा जिले में मानगढ़ धाम आए, लेकिन इस बार भी राजस्थान के किसानों और आदिवासियों को उन्होंने धोखा दिया है।

डा पूनियां ने कहा कि वर्ष 2018 में प्रदेश के किसानों से किया गया सम्पूर्ण किसान कर्जमाफी का वादा 1700 दिनों से अधिक हो जाने के बाद भी पूरा नहीं किया गया जो उन्होंने 10 दिन में वादा पूरा करने को कहा था, इसके बावजूद किसानों के साथ कांग्रेस सरकार और राहुल गांधी पौने पांच वर्षों से छलावा कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी प्रदेश की बहन बेटियों की सुरक्षा के मुद्दे पर क्यों नहीं बोले, प्रदेश को शर्मसार करने वाली भीलवाड़ा की घटना पर क्यों नहीं बोले, कांग्रेस शासन में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त है, जिसकी बानगी यह है कि राजस्थान दुष्कर्म के मामलों में शीर्ष पर है।

कांग्रेस ने राजस्थान के लिए गठित की राजनीतिक मामले की समिति

नई दिल्ली। कांग्रेस ने राजस्थान के लिए राजनीतिक मामलों की समिति का गठन किया है। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने पार्टी के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा के नेतृत्व में 35 सदस्यीय समिति का गठन किया है। समिति के सभी सदस्यों से तत्काल काम शुरू करने के लिए कहा गया है।

उन्होंने बताया समिति में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासर, पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट, जितेंद्र सिंह, सीपी जोशी, रामेश्वर डूडी, मोहन प्रकाश, रघु शर्मा, हरीश चौधरी, लालचंद कटारिया, महेंद्र जीत सिंह मालवीय सहित 35 प्रमुख नेता शामिल है।

प्रधानमंत्री चाहे तो दो-तीन दिन में बुझ सकती है मणिपुर की आग : राहुल गांधी

बांसवाड़ा। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी पर उनकी सोच ने मणिपुर में आग लगा देने एवं भारत माता की हत्या करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि अगर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चाहे तो इस आग को दो-तीन दिन बुझा सकते है।

राहुल गांधी बुधवार को राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में प्रसिद्ध मानगढ़ धाम पर आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा की सोच ने मणिपुर में आग लगा दी। तीन-चार महीनों से मणिपुर में आग जल रही है, लोग मारे जा रहे है, महिलाओं के साथ बलात्कार हो रहा है। उन्होंने कहा कि मैंने आज ससंद में बोला कि मणिपुर में भारत माता की हत्या हुई है। भाजपा के लोग जहां भी जाते हैं हिन्दुस्तान की आवाज को दबाने की कोशिश करते है।

उन्होंने कहा कि भाजपा की विचारधारा ने भारत माता की हत्या की है और मणिपुर में तीन चार महीनों से आग लगी हुई है, प्रधानमंत्री चाहे तो दो-तीन दिन में इस आग को बुझा सकते है। अगर सेना को कहा जाए कि इस आग को दो दिन में बुझा दो, तो दो दिन में बुझा देंगे लेकिन प्रधानमंत्री इस आग को जलाना चाहते हैं।

राहुल गांधी ने कहा कि तीन महीने हो गए ऐसा लगता है मणिपुर भारत का हिस्सा ही नहीं है, प्रधानमंत्री ने इस पर एक शब्द नहीं बोला। मैं वहां गया और लोगों से मिला और बात की लेकिन प्रधानमंत्री ने एक शब्द नहीं बोला, जहां यह जाते हैं किसी न किसी को लड़ा देते हैं। उन्होंने कहा कि नफरत और हिंसा फैलाने से देश को फायदा नहीं होगा।

उन्होंने राजस्थान की कांग्रेस सरकार एवं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की प्रशंसा करते हुए कहा कि राजस्थान में हमारी सरकार ने कई शानदार काम किए हैं और उसकी मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना देश की बेहतरीन योजना है। इसी तरह पुरानी पेंशन योजना सहित कई जनहित की योजनाएं है जिससे लोग लाभांवित हो रहे हैं।

आदिवासियों को उनका हक मिलना चाहिए : राहुल गांधी

राहुल का ‘फ्लाइंग किस’, महिलाओं का अपमान : स्मृति ईरानी

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी की नेता एवं केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने बुधवार को लोकसभा में विपक्ष की ओर से लाए प्रस्ताव के विरोध में अपने सम्बोधन के दौरान आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने भाषण के अंत में ‘फ्लाइंग किस’ किया जो महिला सांसदों का अपमान है।

ईरानी ने कहा कि जिन्हें मुझसे पहले बाेलने का मौका दिया गया था, उन्होंने जाने से पहले अभद्रता की है। इस तरह का अमर्यादित व्यवहार देश की संसद में इससे पहले कभी नहीं देखा गया। यह सदन की महिला सदस्याें का अपमान है। यह इस खानदान के लक्षण हैं।

बाद में ईरानी ने सदन से बाहर संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा कि इससे पहले संसद में किसी व्यक्ति का महिलाओं के प्रति नफरत करने वाला व्यवहार देखने को नहीं मिला। संसद जहां महिलाओं के सम्मान की रक्षा के लिए कानून बनाए जाते हैं। वहां महिलाओं से नफरत करने वाला व्यवहार देखने को मिला। सवाल है कि क्या उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

गौरतलब है कि कुछ महिला सांसदों ने इस मामले की लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई है। महिला सांसदों ने अपने पत्र में कहा है कि केरल में वायनाड लोकसभा क्षेत्र से सांसद गांधी ने ईरानी के साथ अमर्यादित व्यवहार और अनुचित इशारा किया है। गांधी का व्यवहार संसद की गरिमा के विपरीत है। वे गांधी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करती हैं।

कांग्रेस का इतिहास खून से सना है : स्मृति ईरानी

विश्व कप : 15 की जगह 14 अक्टूबर को भिड़ेंगे भारत, पाकिस्तान

दुबई। भारत और पाकिस्तान के बीच अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम होने वाले बहुप्रतीक्षित एकदिवसीय विश्व कप मुकाबले की तारीख 15 से बदलकर 14 अक्टूबर कर दी गई है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने बुधवार को यह पुष्टि की।

भारत और पाकिस्तान के मुकाबले की तारीख बदले जाने के कारण 14 अक्टूबर को दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम पर होने वाला मुकाबला अब 15 अक्टूबर को खेला जाएगा।

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार अहमदाबाद पुलिस ने हाल ही में विश्व कप आयोजकों को सूचित किया था कि 15 अक्टूबर हिन्दुओं के पावन त्योहार नवरात्रि का पहला दिन है, जिसके कारण वह मैच में सुरक्षा नहीं दे सकेगी।

अहमदाबाद पुलिस की तरह ही कोलकाता पुलिस ने भी सुरक्षा का हवाला देते हुए काली पूजा के दिन 12 नवंबर को ईडन गार्डन में मैच न आयोजित करने की सलाह दी थी। आयोजकों ने इस बात को संज्ञान में लेते हुए पाकिस्तान बनाम इंग्लैंड मुकाबले को 12 की जगह 11 नवंबर को आयोजित करने का फैसला लिया है। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया और बंगलादेश (पुणे, सुबह 10:30 बजे) भी 12 की जगह 11 नवंबर को भिड़ेंगे।

इस बीच, नीदरलैंड के खिलाफ भारत का आखिरी लीग मैच अब 11 से 12 नवंबर तक स्थानांतरित कर दिया गया है, जो कि बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम पर खेला जायेगा। इसके अलावा आईसीसी और मेज़बान भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने तीन अन्य मुकाबलों के आयोजन में बदलाव किया है।

हैदराबाद में श्रीलंका के खिलाफ पाकिस्तान का मुकाबला 12 अक्टूबर की जगह 10 अक्टूबर को खेला जायेगा। लखनऊ में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया का बड़ा मैच 24 घंटे पीछे चला गया है और अब दोनों टीमें 13 अक्टूबर के बजाय 12 अक्टूबर को एक दूसरे से टकराएंगी। इसी तरह, बांग्लादेश के खिलाफ न्यूजीलैंड का मैच मूल रूप से 14 अक्टूबर को चेन्नई में सुबह 10:30 बजे शुरू होना था, लेकिन अब यह 13 अक्टूबर को अपराह्न दो बजे शुरू होगा।

टूर्नामेंट के प्रारंभिक चरण में एक मामूली बदलाव धर्मशाला में बांग्लादेश-इंग्लैंड मैच के समय के संदर्भ में किया गया है। दोनों टीमें स्थानीय समयानुसार सुबह 10:30 बजे से मैदान पर उतरने वाली थीं, लेकिन अब यह मुकाबला अपराह्न दो बजे शुरू होगा।

एकदिवसीय विश्व कप पांच अक्टूबर को 2019 के फाइनलिस्ट इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच मुकाबले के साथ शुरू होगा, जबकि इसका फाइनल 19 नवंबर को खेला जाएगा। टूर्नामेंट का आगाज़ और अंजाम दोनों नरेंद्र मोदी स्टेडियम पर होगा।

आईसीसी विश्व कप की टिकट बिक्री 25 अगस्त से शुरू होगी

अजमेर में मुख्यमंत्री डिजिटल सेवा योजना का शुभारम्भ गुरूवार को

अजमेर। मुख्यमंत्री डिजिटल सेवा योजना का शुभारम्भ कार्यक्रम गुरूवार 10 अगस्त को जवाहर रंगमंच में आयोजित होगा।

कलक्टर डॉ. भारती दीक्षित ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बजट घोषणा में चिरंजीवी परिवारों में महिला मुखिया को स्मार्टफोन मय इन्टरनेट कनेक्टिविटी उपलब्ध करवाने के लिए मुख्यमंत्री डिजिटल सेवा योजना आरम्भ की गई है। इसका क्रियान्वयन इन्दिरा गांधी स्मार्ट फोन योजना के अन्तर्गत किया जा रहा है। मुख्यमंत्री गहलोत इन्दिरा गांधी स्मार्ट फोन योजना का राज्य स्तरीय शुभारभ गुरूवार दोपहर 12 बजे करेंगे। अजमेर के जवाहर रंगमंच मे आयोजित कार्यक्रम से मुख्यमंत्री वीसी के माध्यम से जुडे़ंगे। इसमें योजना के लाभार्थी उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं।

उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में एक हजार से अधिक लाभार्थी भाग लेंगे। इसमें पूरे जिले से लाभार्थी आएंगे। इसके अतिरिक्त समस्त जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे। इस कार्यक्रम की कनेक्टिविटी राज्य स्तरीय कार्यक्रम से वीसी के माध्यम से रहेेगी। मुख्यमंत्री द्वारा जिला स्तरीय कार्यक्रमों में उपस्थित लाभार्थियों के साथ संवाद भी किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि अजमेर शहर में जवाहर रंगमंच, चन्द्रवरदाई स्टेडियम, महाराणा प्रताप कम्यूनिटी हॉल धोलाभाटा तथा मधुबन कॉलोनी सामुदायिक भवन नाका मदार, अजमेर ग्रामीण के राजकीय पंचायत प्रशिक्षण केन्द्र घूघरा पर शिविर होंगे। स्वामी विवेकानन्द राजकीय मॉडल विद्यालय प्राइमरी विंग अरांई, राजकीय प्रवेशिका संस्कृत विद्यालय भिनाय, ग्राम पंचायत गणेशपुरा नया भवन जवाजा, पंचायत समिति केकड़ी, पंचायत समिति मसूदा, भारत निर्माण सेवा केन्द्र पीसांगन, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सरवाड़, सामुदायिक भवन केकड़ी रोड़ सावर, रविन्द्र रंगमंच किशनगढ़ तथा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय दिलवाड़ा श्रीनगर में सम्बन्धित उपखण्ड क्षेत्र के लिए शिविर स्थल हैं।

उन्होंने बताया कि जिले में एक लाख 26 हजार से अधिक व्यक्तियों को योजना का लाभ मिलने का अनुमान है। अजमेर शहर में 13 हजार, अजमेर ग्रामीण में 14 हजार, अरांई में 5 हजार, भिनाय में 7 हजार, जवाजा में 17 हजार, केकड़ी में 7 हजार, मसूदा में 13 हजार, पीसांगन में 8 हजार, सरवाड़ में 7 हजार, सावर में 5 हजार, सिलोरा में 16 हजार तथा श्रीनगर में 9 हजार से अधिक व्यक्तियों लाभान्वित होंगे।

कलक्टर डॉ. भारती दीक्षित ने बताया कि मुख्यमंत्री डिजिटल सेवा योजना का क्रियान्वयन इन्दिरा गांधी स्मार्ट फोन योजना के नाम से किया जाएगा। इसके लिए जिले में शिविरों का आयोजन 10 अगस्त से होगा। प्रथम चरण में राज्य की लगभग 40 लाख चिरंजीवी परिवारों की महिला मुखिया को एकमुश्त डीबीटी के माध्यम से योजना का लाभ दिया जाएगा।

इस योजना के तहत लाभार्थियों को दिए गए स्मार्टफोन की सहायता से दूर-दराज में पढ़ रही छात्राओं की सुरक्षा के साथ-साथ सरकार द्वारा वंचित और कमजोर वर्ग के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के लाभ की जानकारी प्राप्त हो सकेगी। साथ ही राज्य सरकार द्वारा छात्राओं एवं विधवा एकल नारी के कल्याण के लिए विभिन्न योजनाएं एवं रोजगार की जानकारी मिल सकेगी। यह योजना छात्राओं, विधवा एवं एकल नारी को सशक्त करने की एक अनूठी पहल है।

इस योजना के द्वारा माताओं, बहन-बेटियों को डिजिटल साक्षर किया जाएगा। इससे वे सरकार की अन्य योजनाओं का लाभ ले सकंगेे। अपने बैंकिंग के समस्त कार्य स्वयं कर सकेगी। योजनान्तर्गत ट्राई द्वारा राजस्थान राज्य मेें अधिकृत मोबाईल कम्पनियों जियो, एयरटेल, वोडाफोन और बीएसएनएल के माध्यम से लाभार्थी को स्मार्ट फोन मय सिम, डाटा कन्नेक्टविटी जिला एवं ब्लॉक स्तर के शिविरों में उपलब्ध करवाई जाएगी।

उन्होंने बताया कि प्रथम चरण के लाभार्थियों में सरकारी विद्यालयों में 9वीं से 12वीं कक्षा में अध्यनरत छात्राएं, सरकारी उच्च शिक्षण संस्थाओं मेें अध्ययनरत छात्राओं, विधवा एवं एकल नारी पेंशन प्राप्त कर रही महिलाओं, वर्ष 2022-23 के दौरान महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी के तहत 100 दिवस कार्य तथा इन्दिरा गांधी शहरी रोजगार गारण्टी योजना के तहत 50 दिवस कार्य पूर्ण करने वाले परिवार की महिला मुखिया को शामिल किया गया है। सूची में किसी पात्र लाभार्थी का नाम नहीं होने की स्थिति में राजस्थान सम्पर्क 181 पर रजिस्ट्रेशन करवाया जा सकता है।

उन्होंने बताया कि लाभार्थियों को शिविर में निर्धारित दस्तावेज की मूल प्रति साथ लानी होगी। विद्यालय, महाविद्यालय, पॉलिटेक्टनीक, आईटीआई की छात्राओं के लिए 18 वर्ष से कम आयु होने पर परिवार के चिरंजीवी परिवार के मुखिया का आधार कार्ड एवं स्वयं चिरंजीवी परिवार मुखिया का उपस्थित होना अनिवार्य है। 9वीं से 12 वीं में अध्यनरत छात्राओं के विद्यालय का एवं महाविद्यालय, आईटीआई, पॉलिटेक्निक कॉलेज में अध्ययनरत छात्राओं के आईडी कार्ड एवं एनरोलमेंट नम्बर का कार्ड, पेन कार्ड (यदि हो तो) तथा लाभार्थी का आधार कार्ड साथ लाना होगा।

एकल विधवा पेंशन प्राप्त कर रही महिला के पेंशन का पीपीओ नम्बर, पेन कार्ड (यदि हो तो) तथा लाभार्थी का आधार कार्ड शिविर में दिखाना होगा। वर्ष 2022-23 के दौरान महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी के तहत 100 कार्य दिवस तथा इन्दिरा गांधी शहरी रोजगार गारण्टी योजना के तहत 50 कार्य दिवस पूर्ण करने वाले परिवार की महिला मुखिया के आवश्यक दस्तावेज जन आधार कार्ड, लाभार्थी का आधार कार्ड एवं उपलब्ध होने पर पेन कार्ड है।

लाभार्थी के 18 वर्ष से कम आयु होने पर केवाईसी सिम केे लिए चिरंजीवी परिवार की मुखिया के नाम पर होगी। मोबाईल फोन भी चिरंजीवी परिवार के मुखिया के नाम पर होगा। इसके लिए चिरंजीवी परिवार के मुखिया को ईकेवाईसी के लिए आधार व मोबाईल फोन के लिए जनाधार लाना होगा।

उन्होंने बताया कि यदि कोई लाभार्थी अपनी समय-सीमा पर सम्बन्धित ब्लॉक शिविर स्थल से इन्दिरा गांधी स्मार्टफोन योजना का लाभ नहीं ले पाता है तो उस स्थिति में वह जिला मुख्यालय पर आयोजित शिविर में जाकर लाभ ले सकेगा। इन्दिरा गांधी स्मार्ट फोन योजना शिविर की सम्पूर्ण जानकारी टोल फ्री नम्बर (181) पर भी उपलब्ध होगी।

लाभार्थी अपनी पात्रता की जांच जनसूचना पोर्टल के माध्यम से ई-मित्र प्लस मशीन पर भी कर सकते है। सभी लाभार्थियों को स्मार्ट फोन मय कनेक्टिविटी के क्रय के लिए ई-वॉलेट अथवा ई-वाउचर डीबीटी के माध्यम से राज्य सरकार द्वारा राशि स्थानान्तरण की जाएगी। स्मार्ट फोन मय कनेक्टीविटी के क्रय के लिए लाभार्थी परिवार का जनाधार में पंजीकृत महिला मुखिया के मोबाईल नम्बर को अपने साथ लाना अनिवार्य है।

उन्होंने बताया कि शिविर स्थल पर हेल्प डेस्क टीम द्वारा लाभार्थी के जन आधार कार्ड, जनाधार में रजिस्टर्ड मोबाईल नम्बर की पहचान, आधार कार्ड, फोटो एवं अन्य के लिए मान्य दस्तावेजों की पहचान की जाएगी। लाभार्थी के फोन में जन आधार एप डाउनलोड कर अनेक जानकारी दी जाएगी। रजिस्टे्रशन जोन मेें हेल्पडेस्क पर लाभार्थी की पात्रता की पहचान कर जन आधार, ई-वालेट, केवाईसी फार्म, टीएसपी फार्म एवं फार्म-60 उपलब्ध कराए जाएंगे। सिम जोन में लाभार्थी द्वारा ई-केवाईसी के पश्चात अपनी पसन्द की सिम एवं इन्टरनेट डाटा प्लान दिया जाएगा।

उन्होंने बताया कि शिविर के मोबाईल जोन से लाभार्थी अधिकृत मोबाईल डीलरों से अपनी पसन्द का मोबाईल फोन क्रय कर सकेंगे। लाभार्थी किसी भी डीलर से कोई भी फोन खरीदने के लिए स्वतन्त्र हैं। लाभार्थी द्वारा अपनी पसन्द की सिम व इन्टरनेट डाटा प्लान के बाद उसकी ई-केवाईसी होगी। ई-केवाईसी के पश्चात प्रत्येक लाभार्थी का शिविर में लैपटाप पर आईजीएसवाय एप्लीकेशन में उसका नया मोबाईल नम्बर एन्टर किया जाएगा। लाभार्थी द्वारा मेाबाईल एवं डाटा सिम के लिए ई-वॉलेट से भुगतान किया जाएगा।

शिविरों में लगाए गए डिजिटल हैण्ड होल्डिंग जोन में लाभार्थियों के लिए डिजिटल साक्षरता के लिए डिजिटल एक्टिविटी, प्रश्नोतर प्रसंग एवं नुक्कड नाटक का आयोजन किया जाएगा। नुक्कड नाटक द्वारा राज्य सरकार की जन हितोपकारी योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। प्रोत्साहन के लिए विजेताओं केा टोकन पुरस्कार भी दिए जाएंगे।

उन्होंने बताया कि इन शिविरों का आयोजन 10 अगस्त से किया जाएगा। नगर निगम अजमेर क्षेत्र में 4 शिविरों तथा प्रत्येक पंचायत समिति पर एक-एक शिविर के आयोजन होंगे। इनके सफल संचालन के लिए प्रकोष्ठों का गठन किया गया है। प्रशासनिक प्रकोष्ठ (इन्दिरा गांधी) स्मार्ट फोन योजना के नोडल अधिकारी अतिरिक्त कलक्टर (प्रथम), प्रशिक्षण प्रकोष्ठ के नोडल अधिकारी अतिरिक्त कलक्टर (द्वितीय), लेखा एवं प्रोक्योरमेण्ट प्रकोष्ठ के नोडल अधिकारी अतिरिक्त कलक्टर (प्रथम), प्रचार-प्रसार प्रकोष्ठ के नोडल अधिकारी शहरी क्षेत्र के लिए आयुक्त नगर निगम अजमेर तथा ग्रामीण क्षेत्र के लिए मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद, सूचना संकलन व प्रगति रिपोर्ट प्रकोष्ट के नोडल अधिकारी संयुक्त निदेशक सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग तथा लाभार्थी सूचना प्रकोष्ठ के नोडल अधिकारी अतिरिक्त कलक्टर (प्रथम) होंगे।

कभी कम कभी तेज धड़कन से पीड़ित महिला के लगाया पेसमेकर

लाखों में कोई होता है पीएलएसवीसी श्रेणी का एक ह्रदय रोगी
अजमेर। सीनियर कॉडियोलॉजिस्ट डॉ राहुल गुप्ता ने पर्सिस्टेंट लेफ्ट सुपीरियर वेना कावा (पीएलएसवीसी) श्रेणी की महिला ह्रदय रोगी का अजमेर के मित्तल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में सफलतापूर्वक उपचार किया। ऐसे ह्रदय रोगी लाखों में एक-दो ही होते हैं।

शरीर में बाईं तरफ की नसें ह्रदय के दाएं हिस्से में नहीं जाकर बाएं तरफ ही रह जाने के कारण ऐसे रोगी दुलर्भ कहलाते हैं। ऐसी स्थिति में रोगी के पेसमेकर लगाते हुए बहुत ही मुश्किलों का सामना करना होता है। आमतौर पर इस तरह के प्रोसीजर बड़े चिकित्सा संस्थानों में किए जाते हैं जिसे आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता के चलते अजमेर में ही कर दिया गया।

डॉ राहुल गुप्ता ने बताया कि महिला ह्रदय रोगी केसरगंज निवासी मधु जैन उनके पास आउटडोर में परामर्श के लिए आई थीं। महिला ह्रदय रोगी ने चक्कर आने और कभी बेहोश होने जैसी स्थिति की शिकायत की थी। रोगी उच्च रक्तचाप और मधुमेह रोग का उपचार पहले से ले रही थी। महिला की होल्टर जांच में पाया गया कि उनकी दिल की धड़कन असामान्य होने के अतिरिक्त अनियंत्रित भी थी। उन्हें पेसमेकर लगाए जाने की सलाह दी गई।

डॉ राहुल गुप्ता ने बताया कि मरीज एक दो दिन में लौटकर आने की बात कह कर घर चली गई थी किन्तु उन्हें अगले ही दिन इमरजेंसी में दोबारा लाया गया। इस अवस्था में मरीज के दिल की धड़कन कम हो गई थी और शरीर ठण्डा पड़ गया था। रोगी का तुरंत उपचार शुरू किया गया। उन्हें मशीनों पर निगरानी में रखा गया। इसी दौरान मरीज की धड़कन अचानक तेज हो गई। नियंत्रित करने के लिए बिजली के झटके देने पड़े। मरीज की पल्स कम व ब्लड प्रेसर अधिक रहने लगा। मरीज के अस्थाई पेसमेकर लगाने की तैयारी की गई। रोगी के परिवारजनों को सभी स्थितियों से अवगत कराया गया।

डॉ राहुल के अनुसार रोगी के पैर से अस्थाई पेसमेकर डालने का निर्णय किया गया तो पेसमेकर का तार ह्रदय के दाएं चेम्बर में नहीं जा रहा था। यह बहुत ही जटिल था। आखिर तार को आरए (राइट एट्रियम) में डाल कर मरीज की स्थिति को नियंत्रित किया गया।

जब स्थाई पेसमेकर लगाने का समय आया तो यहां रोगी के दुर्लभ श्रेणी के होने का पता चला। रोगी पर्सिस्टेंट लेफ्ट सुपीरियर वेना कावा श्रेणी का था। ऐसे अवस्था में रोगी की बाईं तरफ की जो नसें थीं वह ह्रदय के सीधे हिस्से में नहीं जाकर बाएं तरफ ही जा रही थीं। लाखों रोगियों में से एक—दो को ही ऐसी अवस्था होती है। इस तरह के मरीज को पेसमेकर लगाना बहुत मुश्किल होता है। मित्तल हॉस्पिटल में चूंकि आधुनिक चिकित्सा सेवा और सुविधाएं उपलब्ध हैं रोगी को यहीं उपचार लाभ दिया गया और अगले तीन दिन में छुट्टी दे दी गई।

इस प्रोसीजर में एनेस्थीसियोलॉजिस्ट डॉ अनुराग नेल्सन, डॉ राहुल चौहान, कैथलैब इंचार्ज प्रियंका टाक, वरिष्ठ कैथ लैब टेक्नीशियन दीन दयाल, दीपक नामा, नितिका, वरिष्ठ नर्सिंग स्टाफ गणपत वैष्णव, धर्मराज, नमोसिंह और अनिल कुमरावत का सराहनीय योगदान रहा।

आदिवासियों को उनका हक मिलना चाहिए : राहुल गांधी

बांसवाड़ा। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी पर आदिवासियों का भला नहीं चाहने का आरोप लगाते हुए कहा है कि आदिवासी हिन्दुस्तान के पहले निवासी है और उन्हें उनका पूरा हक मिलना चाहिए।

राहुल गांधी बुधवार को राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में प्रसिद्ध मानगढ़ धाम पर आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आदिवासी हिन्दुस्तान के पहले निवासी है, वे भारत के पहले मालिक हैं। यह जो हमारी जमीन है, जिसे आज हम भारत कहते हैं, यह जमीन आदिवासियों की जमीन हुआ करती थी। यह मुझे मेरी दादी इंदिरा गांधी ने बताया।

उन्होंने कहा कि मैंने एक दिन उनसे पूछा, दादी यह आदिवासी शब्द का मतलब क्या है, मेरी दादी आदिवासियों से बहुत प्यार करती थी। उनसे उनका बहुत गहरा रिश्ता था। मैंने पूछा, यह शब्द क्या होता है। उन्होंने बताया, ये हिंदुस्तान के पहले निवासी हैं। यह जो हमारी जमीन है, जिसको हम आज भारत कहते हैं। ये जमीन इन आदिवासियों की जमीन थी। और फिर उन्होंने बताया, जो आज का आधुनिक समाज है, उसे आदिवासियों से जिंदगी जीना सीखना चाहिए। जल, जंगल, जमीन के साथ क्या रिश्ता होना चाहिए, यह आदिवासियों से सीखना चाहिए।

राहुल गांधी ने कहा कि आदिवासी हिन्दुस्तान के ओरिजनल मालिक थे जो अंग्रेजों की गोली खाकर शहीद हुए। उन्होंने कहा कि भाजपा ने आदिवासियों के लिए नया शब्द निकाला है वनवासी, इसका मतलब है जो जंगल में रहते है। वह आदिवासियों को आदिवासी नहीं वनवासी कहते हैं, यह आदिवासियों और भारत माता का अपमान है।

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा एवं आरएसएस चाहती है कि आदिवासी जंगल में रहे इनके बच्चे, डाक्टर, वकील, व्यवसायी नहीं बने और हवाई जहाज न उड़ाये, ये आदिवासियों में वनवासी का ठप्पा लगाना चाहते हैं लेकिन हम इस बात को मानने को तैयार नहीं है, आदिवासी देश के मालिक है और इन देश के पहले निवासियों को इस देश में हक मिलना चाहिए।

उन्होंने कहा कि आदिवासियों को जंगल एवं जमीन का हक दिया गया और आदिवासी बिल दिया गया लेकिन भाजपा एवं आरएसएस ने क्या दिया, उन्होंने एक के बाद एक इन्हें रद्द कर दिया। वे चाहते है आदिवासी जंगल में रहे और धीरे-धीरे जंगल काटते जाते हैं, उनके हक एवं जमीन छीनते जाते है।

राहुल गांधी ने कहा कि आदिवासी, आदिवासी है और आदिवासी थे और रहेंगे। इस बात को कोई बदल नहीं सकता, यह इतिहास है जिसे कोई बदल नहीं सकता। उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि यह जमीन आदिवासिसयों की थी और उनका हक उन्हें मिलना चाहिए।

उन्होंने कहा कि हम चाहते है कि आदिवासी जहां भी रहे, सफलता प्राप्त करे, हम चाहते हैं कि आप को मौका मिलना चाहिए जो सपना आपने बच्चों आदि का देखना चाहते वह पूरा होना चाहिए। उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें नारा दिया गया कि नफरत के बाजार में मोहब्त की दुकान खोलते है। उन्होंने कहा कि आदिवासियों मैं आपका सिपाही हूं, जो आप चाहते हो हम दिल से आपकी मदद करेंगे। हम चाहते है आपका हक मिले और आपके सपने पूरे हो।

राहुल गांधी ने बताया कि आज उन्होंने संसद में भाषण दिया और कहा कि देश में आदिवासियों, पिछड़ो, अल्पसंख्यकों, महिलाओं आदि की आवाज है वह हिन्दुस्तान की आवाज है और भाजपा के लोग जहां भी जाते है हिन्दुस्तान की आवाज को चुप एवं दबाने की कोशिश करते है। शुरु में उन्होंने मानगढ़ धाम पर अंग्रेजों से लड़ाई में कुर्बानी देने वालों के लिए आदिवासी समाज को धन्यवाद दिया। उन्होंने आदिवासी दिवस की बधाई भी दी।

अविश्वास प्रस्ताव सिर्फ भ्रांति पैदा करने वाला : अमित शाह

नई दिल्ली। गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को ‘राजनीति प्रेरित’ और देश में ‘भ्रांति’ फैलाने वाला करार देते हुए कहा है कि देश और सदन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पर पूरा विश्वास है।

शाह ने बुधवार को सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर हुई चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि जब भी कोई प्रस्ताव सरकार के खिलाफ आता है तो उसमें जनभावनाएं प्रतिबिम्बित होती है लेकिन इस इस प्रस्ताव में न जनता की भावना है और ना ही सरकार के खिलाफ सदन की भावना प्रतिबिम्बित हो रही है। इस प्रस्ताव में सरकार का कहीं कोई विरोध नहीं है इसके बावजूद विपक्ष मोदी सरकार के खिलाफ यह प्रस्ताव लेकर आया है।

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में जनता का विश्वास है और मोदी सरकार का अल्पमत में होने का सवाल ही पैदा नहीं होता है। अविश्वास प्रस्ताव में कहीं भी अविश्वास की झलक नहीं है और मोदी सरकार को जो विश्वास प्राप्त है वह देश की जनता का दिया हुआ है और इसके लिए वह सबका धन्यवाद करते हैं। जनता का विश्वास नहीं होता तो दो दो बार सरकार चुनकर नहीं आती। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने जनता के लिए काम किया है। उन्हाेंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और उनके मंत्रिमंडल में अविश्वास आपको‘विपक्ष’ को हो सकता है लेकिन जनता को अविश्वास नहीं है।

शाह ने कहा कि देश में आजादी के बाद मोदी सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री हैं। उनका कहना था कि यह बात वह नहीं कर रहे हैं बल्कि यह बात दुनियाभर के सर्वेक्षणों में कही गई है। वह ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो 17 घंटे हर दिन काम करते हैं और कभी छुट्टी नहीं लेते हैं। मोदी सरकार ने नौ साल के कार्यकाल में 50 से ज्यादा ऐसे निर्णय लिए हैं जो युगांतकारी हैं जबकि इससे पहले कांग्रेस की 35 साल तक सरकार रही है। मोदी सरकार ने अपने नौ साल के कार्यकाल में नए राजनीतिक युग की शुरुआत की है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासन में देश में भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण की राजनीति होती रही है और अब इन तीनों से देश को मुक्ति मिलनी चाहिए। आजादी के आंदोलनकारियों की भी यही भावना थी। उनका कहना था कि पहले 1993 में तब की नरसिम्हा राव सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आया था और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं के बल पर वह जीत गई जिसमें भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया। झारखंड मुक्ति मोर्चा के सांसदों को इसके लिए रिश्वत दी गई। इसी तरह से 2008 में मनमोहन सिंह सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आया तो सांसदों को करोड़ो रुपए की घूस दी गई।

गृह मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार ने पिछले नौ साल समाज के सभी तबकों के हितों को ध्यान में रखते हुए निरंतर योजनाएं चलाई। उन्होंने जनधन योजना के तहत 49 करोड़ 45 लाख खाते खुलवाए और जिसमें दो लाख करोड़ रूपए गरीबों के जमा हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान लाकडाउन भी लगाया और लोगों को भूखा भी नहीं रहने दिया। आज भी 80 करोड़ लोगों मुफ्त में अनाज दिया जा रहा है इसलिए देश की जनता का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी में अविश्वास नहीं है।

उन्होंने कहा कि गरीब कल्याण का यज्ञ नरेन्द्र मोदी ने चलाया। देश का गरीब अपने अंदर मोदी मित्र ढूढ रहा है। शाह ने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के दौरान अर्थव्यवस्था ग्यारहवें स्थान पर थी लेकिन मोदी सरकार के दौरान देश की अर्थव्यवस्था पांचवें स्थान पर लाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि एक बार फिर नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे और 2027 तक भारत दुनिया का तीसरी अर्थव्यवस्था बनेगा।

उन्होंने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधनसरकार के सरहद पार से आतंकवादी आकर जवानों के सिर काटकार ले जाते थे लेकिन मोदी सरकार पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादियों का खत्म करने का काम किया है।

कांग्रेस का इतिहास खून से सना है : स्मृति ईरानी

गीतिका हत्याकांड में बरी गोपाल कांडा के आवास पर ईडी का छापा

गुरुग्राम। प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) की टीमों ने हरियाणा के सिरसा से विधायक एवं पूर्व गृह मंत्री गोपाल कांडा के यहां सिविल लाईंस स्थित आवास पर आज सुबह छापा मारा।

ईडी की टीमें सुबह छह बजे कांडा के सिविल लाइंस स्थित आवास पर पहुंचीं, लेकिन वहां तैनात सुरक्षा गार्डों ने उन्हें अंदर नहीं जाने दिया। इस पर ईडी टीमों और इनके साथ आई स्थानीय पुलिस और सुरक्षा कर्मियों ने आवास को घेर लिया तथा सुरक्षा गार्डों को अंदर सूचित करने के कहा। पुख्ता जानकारी के उपरांत ही ईडी की टीम कांडा के आवास में दाखिल हुई और छानबीन शुरू कर दी, जो अभी तक जारी है। आवास में अंदर जाने और बाहर निकलने नहीं दिया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि कांडा, पूर्ववर्ती इंडियन नेशनल लोकदल(इनेलो) सरकार में गृहमंत्री थे और वह एक छोटा सा व्यवसाय अपने गांव के पास करते थे, लेकिन देखते ही देखते वह एक बड़े व्यापारी तथा होटल और एमडीएलआर एयरलाईंस के मालिक बन गए।

एयर होस्टेस गीतिका शर्मा की पांच अगस्त 2012 में हुई मौत के मामले में कांडा को दिल्ली की राउज़ एवेन्यू अदालत ने हाल ही में बरी किया था। गीतिका एमडीएलआर एयरलाईंस में एयर होस्टेस थीं तथा तथा दिल्ली के अशोक विहार स्थित आवास पर मृत पाई गई थीं। आवास से मिले सुसाईड नोट में कांडा पर गम्भीर आरोप लगाए गए थे। बाद में गीतिका की मां ने भी सुसाईड कर लिया था। इस मामले में बरी होते ही कांडा पर अब ईडी का शिकंजा कस गया है।

गोपाल कांडा इस समय अपनी हरियाणा लोकहित पार्टी(हलोपा) के सिरसा से विधायक हैं तथा राज्य की भाजपा सरकार को समर्थन दे रहे हैं। वह हलोपा के एकमात्र विधायक हैं।