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लेनोवो ने जयपुर में अपना 2023 कंज्‍यूमर पोर्टफोलियो का अनावरण किया

जयपुर। दुनिया की प्रमुख टेक्‍नोलॉजी कंपनी लेनोवो ने आज जयपुर में अपने सबसे नए कंज्‍यूमर पोर्टफोलियो का अनावरण किया। यह सिनेमाई मनोरंजन, गेमिंग और दूर से काम करने की योग्‍यता के लिये नये मानक स्‍थापित करने पर बल देते हैं और प्रदर्शित उत्‍पादों में शानदार ड्यूअल-स्‍क्रीन योगा बुक 9आई, दमदार लैपटॉप लिजन प्रो 7आई, नये किफायती गेमिंग लैपटॉप्‍स लौक और 5जी से सक्षम टैब एम10 शामिल थे।

लेनोवो इंडिया में उत्‍तर एवं पूर्वी भारत के महाप्रबंधक और बिजनेस हेड विपुल माथुर ने कहा कि जयपुर में अपना सबसे नया कंज्‍यूमर पोर्टफोलियो लाने का लेनोवो का फैसला पूरे भारत में, खासकर उत्‍तर और पूर्वी क्षेत्रों में हमारी मजबूत स्थिति दिखाता है। अपने नए कंज्‍यूमर पोर्टफोलियो को लॉन्‍च करके हम उत्‍साहित हैं, जो सफर करने वाले यूजर्स, गेमर्स और कंटेन्‍ट क्रियेटर्स पर लक्षित है, जिन्‍हें तीव्र गति और परफॉर्मेंस चाहिए।

हमारा योगा लाइन-अप विशेष रूप से क्रियेटिव कम्‍युनिटी के लिए डिजाइन किया गया है जबकि लिजन लैपटॉप्‍स आकांक्षी से लेकर प्रतिस्‍पर्द्धी गेमर्स तक के लिए आदर्श हैं, और हमारे नए 5जी टैबलेट्स निर्णायक मनोरंजन के उपकरण हैं। हमें अपने नए गेमिंग ब्राण्‍ड लेनोवो लौक की झलक दिखाने की भी खुशी है जो कि उन बच्‍चों के लिए डिजाइन किया गया है, जिन्‍हें गेम खेलना पसंद है और जो कोर पीसी के किफायती, लेकिन मजबूत परफॉर्मेंस की मांग करते हैं।

लेनोवो की नई रेंज अब जयपुर में लेनोवो एक्‍सक्‍लूसिव स्‍टोर्स और दूसरी रिटेल दुकानों पर उपलब्‍ध है। नई लिजन सीरीज 1,61,990 रूपए की शुरूआती कीमत पर उपलब्‍ध है, लेनोवो लौक के दाम 73,990 रूपए से शुरू होते हैं और योगा सीरीज की कीमत 74,990 रूपए से शुरू होती है। टैबलेट पोर्टफोलियो की शुरूआत टैब एम9 से होती है, जिसके दाम बहुत आकर्षक 13,499 रूपए हैं।

दरगाह दीवान आबेदीन ने नूंह में बिगडे हालातों पर जताई चिंता

अजमेर। राजस्थान में अजमेर स्थित विश्व प्रसिद्ध ख्वाजा साहब की दरगाह दीवान जैनुअल आबेदीन अली खान ने जारी बयान में हरियाणा के नूंह में बिगड़े हालातों पर चिन्ता जाहिर कर इसे सभ्य समाज के लिये पीड़ादायक तथा हानिकारक बताया है।

आबेदीन अली खान ने कहा कि समाज में अमन शांति के लिए धर्मगुरुओं एवं समाज को आगे आने का आवाह्न किया। दरगाह दीवान ने देशवासियों से अपील कि है कि नफरत और साम्प्रदायिकता के विष को नष्ट करना समाज का दायित्व है और यह जरूरी भी है वर्ना नौजवानों का भविष्य तो चौपट होगा ही, देश भी गलत दिशा में चला जाएगा।

उन्होंने देश को बचाने के लिए सभी पक्षों से हिन्दुस्तानी होने का सबूत देने का आग्रह किया। दरगाह दीवान ने राजनीतिज्ञों से भी जुबान पर संयम रखने की अपील की। उन्होंने उम्मीद जताई की हरियाणा के नूंह में जल्द ही हालात सामान्य होंगे।

नूंह में हुई हिंसा के विरोध में अजमेर में पुतला फूंका

अजमेर में विश्व हिंदू परिषद तथा बजरंग दल ने आज हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के विरोध में असामाजिक तत्वों का पूतला फूंका तथा भविष्य के लिए चेतावनी भी दी। विहिप के अजमेर महानगर मंत्री संजय तिवाड़ी तथा बजरंग दल के महानगर संयोजक दीपक कांकाणी के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता गांधी भवन चौराहे पर इकट्ठा हुए तथा आतंकवाद का पूतला दहन किया।

तिवाड़ी ने कहा कि नूंह में हर साल की तरह शोभायात्रा निकाली गई लेकिन माहौल खराब करने के लिए शोभायात्रा पर हमला किया गया। जोकि योजनापूर्ण तरीकों से अंजाम दिया गया। उन्होंने कहा कि असामाजिक तत्वों के साथ कट्टरपंथियों ने वातावरण गंदा करने का काम किया। तिवाड़ी ने चेतावनी दी कि भविष्य में ऐसे किसी भी षड़यंत्रपूर्वक किए हमले का मुहंतोड़ जवाब दिया जाएगा।

अजमेर में पत्रकारों के साथ की गई मारपीट मामले में कार्यवाही की मांग

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अजमेर। राजस्थान के अजमेर में पत्रकार संघर्ष संयुक्त समिति के बैनर तले आज पत्रकारों के साथ पिछले दिनों की गई मारपीट मामले में न्याय की गुहार लगाई गई।

अजमेर पत्रकार सुरक्षा कानून समिति का एक शिष्टमंडल अजमेर रेंज आईजी लता मनोज कुमार, कलक्टर डा. भारती दीक्षित तथा पुलिस अधीक्षक चूनाराम जाट से अलग-अलग मिला और क्रिश्चियनगंज थाना पुलिस पर एक तरफा कार्यवाही का आरोप लगाते हुए पत्रकारों के साथ न्याय किए जाने की मांग की।

अजयमेरू प्रेस क्लब अध्यक्ष रमेश अग्रवाल तथा उपाध्यक्ष राजेंद्र गुंजल के नेतृत्व में पत्रकारों ने अधिकारियों से पुलिस की कार्यवाही पर रोष व्यक्त करते हुए आरोप लगाया कि थाना पुलिस ने पत्रकारों की ओर से दर्ज प्रकरण पर कोई कार्यवाही नहीं कि जबकि दूसरे पक्ष के दबाव में पत्रकार के विरुद्ध कार्यवाही कर डाली, जोकि न्यायसंगत नहीं है।

सबगुरु राशिफल : 2 अगस्त बुधवार को आपके भाग्य में क्या होगा खास

सबगुरु न्यूज। सावन मास, शुक्ल पक्ष, पूर्णिमा तिथि, वार बुधवार, सम्वत 2080, वर्षा ऋतु, रवि उत्तरायण, सुबह 12.01 बजे बाद प्रतिपदा, रात 08.06 बजे बाद द्वितीया तिथि प्रारम्भ।

मेष राशि :- आज का दिन सब तरह से सुखमय बीतेगा। परिवारजनों के साथ आनंदपूर्वक समय बिताएंगे। शारीरिक स्वस्थता तथा मानसिक प्रफुल्लितता का अनुभव होगा। नौकरी करने वालों को साथी कर्मचारियों का सहयोग मिलेगा। मायके से आपको अच्छे समाचार मिलेंगे। धनलाभ होगा। अधूरे कार्य आज पूरे होंगे।

वृषभ राशि :- आज का दिन आपके लिए शुभ है। परिवारजन, स्नेहीजन तथा मित्रों के साथ स्नेहमिलन समारोह में उपस्थित रह सकते हैं। नए कार्य का प्रारंभ करने के लिए उत्साह रहेगा, लेकिन अति उत्साह से हानि न हो इसका ध्यान रखिएगा। शारीरिक तथा मानसिक स्वस्थता का भी ध्यान रखिएगा। आज धन प्राप्ति का योग बन रहा है।

मिथुन राशि :- व्यापारी वर्ग के लिए आज का दिन शुभफलदायी है। व्यापार में तथा आय में वृद्धि होगी। मित्रों से लाभ होगा। नौकरी में उच्चाधिकारियों की कृपादृष्टि से आपके लिए पदोन्नति भी संभव है। विवाह इच्छुक व्यक्तियों को जीवनसाथी मिलने का योग है। परिवार में पत्नी और पुत्र से अच्छे समाचार मिलेंगे।

कर्क राशि :- इस राशि के जातकों के लिए आज का दिन शुभ है। व्यापारियों के अपर अधिकारी खुश रहेंगे। नौकरी करने वालों के लिए पदोन्नति का योग है। परिवार में मैत्रीपूर्ण वातावरण बना रहेगा। नई साज-सजावट से घर की शोभा में अभिवृद्धि करेंगे। माता से भी लाभ मिलेगा। शारीरिक रूप से स्वस्थ और मानसिक रूप से प्रसन्न रहेंगे। धन और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।

सिंह राशि :- आज का दिन आलस्य तथा थकान में बीतेगा। उग्र स्वभाव में मानसिक रूप से व्यग्रता रहेगी। पेट से सम्बंधित दर्द से परेशानी होगी। सफलता प्राप्त करने के लिए परिश्रम अधिक करना पड़ेगा। संकटजनक विचार, वर्तन और आयोजन से दूर रहिएगा। धार्मिक यात्रा या प्रवास की योजना टलेगी। क्रोध पर संयम बरतिएगा।

कन्या राशि :- आपको आज अपने खान-पान पर विशेष रूप से ध्यान रखना होगा, वरना स्वास्थ्य खराब हो सकता है। आवेश और क्रोध की मात्रा अधिक रहेगी, इसलिए स्वास्थ्य के प्रति ध्यान दीजिएगा। साथ में वाणी पर भी संयम बरतिएगा। अनैतिक कृत्यों से दूर रहिएगा। सरकार-विरोधी प्रवृत्तियों के कारण परेशानी खड़ी न हो इसका ध्यान रखिएगा। खर्च की मात्रा बढ़ेगी।

तुला राशि :- आज व्यापारीगण व्यापार में वृद्धि कर सकते हैं। सामाजिक क्षेत्र में आपको सफलता और यश-कीर्ति मिलने का भी योग है। आकस्मिक धन लाभ की संभावना है। क्रोध पर संयम बरतने की आवश्यकता हैं, वरना व्यर्थ विवाद में फंस सकते हैं। पुराने विवाद का हल निकालने के लिए किसी का अहसान लेना पड़ेगा।

वृश्चिक राशि :- शारीरिक तथा मानसिक रूप से आज आप व्यग्र रहेंगे। चिंताओं के कारण मानसिक भार रह सकता है, जो कि आपको मानसिक रूप से अस्वस्थ रख सकता है। परिवारजनों के साथ भी मनमुटाव होने का प्रसंग बन सकता है, जिससे घर का वातावरण बिगड़ सकता है। परिश्रम की अपेक्षा सफलता की प्राप्ति कम होने से आर्थिक संकट की चिंता रहेगी। बिना सोचे-समझे निर्णय न लें, ऐसा करना आपके लिए नुकसानदायक रहेगा।

धनु राशि :- आज आपको अपने क्रोध पर संयम बरतने की आवश्यकता हैं, वरना व्यर्थ विवाद में फंस सकते हैं। पेट सम्बंधित बीमारियों की समस्या रहेगी। किसी भी कार्य में सफलता न मिलने से निराशा आने की संभावना है। साहित्य या अन्य किसी सृजनात्मक कला के प्रति रुचि रहेगी। संतानों के प्रति चिंता रहने से मन में व्यग्रता रहेगी। प्रवास को संभव हो तो टालिएगा।

मकर राशि :- आज का दिन प्रतिकूलताओं से भरा रहेगा। आज आप में स्फूर्ति का अभाव रहेगा। परिवारजनों के साथ झगड़े-टंटे के अथवा तो निरर्थक चर्चा के प्रसंग बनेंगे। इससे आप का मन व्यथित रह सकता है। अपकीर्ति, अपयश मिलने की संभावना है। निद्रा संपूर्ण न मिलने से आपका स्वास्थ्य बिगड़ेगा।

कुंभ राशि :- आज का दिन आपके लिए अच्छा रहेगा। आपके मन से चिंता का भार हल्का हो जाएगा और आप मानसिक रूप से प्रफुल्लितता का अनुभव करेंगे। साथ में शारीरिक स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा। पारिवारिक वातावरण आनंदित रहेगा। विशेषकर भाई-बहनों के साथ संबंधों में मधुरता का अनुभव करेंगे। अविवाहित के लिए रिश्ता बनने की संभावना है।

मीन राशि :- नकारात्मक विचारों को अपने मन से हटाइएगा। क्रोध और वाणी पर संयम बरतना होगा। किसी से वाद-विवाद या झगडे-टंटे को संभव हो तो टाल दीजिएगा। खान-पान पर संयम रखिएगा। शारीरिक स्वास्थ्य मध्यम रहेगा। रुका हुआ धन पाने के लिए किए गए प्रयास रंग लाएंगे। कला से धनार्जन करने की सोच रहे हैं तो निश्चित ही लाभ होगा। किसी पर आसानी से विश्वास न करें।

अलवर नगर परिषद को नगर निगम का मिला दर्जा

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अलवर। राजस्थान में अलवर नगर परिषद को नगर निगम का दर्जा मिल गया है। इसके लिए राज्य सरकार ने अधिसूचना जारी कर दी है।

नगर परिषद परिसर में आज कर्मचारी और आयुक्त ने खुशी जाहिर करते हुए मिठाई बांटी और ढोल नगाड़ों से नगर निगम बनाने का स्वागत किया। इस मौके पर कोई भी पार्षद और जनप्रतिनिधि मौजूद नहीं थे।

इस अवसर पर नगर निगम के पहले आयुक्त बने मनीष फौजदार ने बताया कि वर्ष 2023 के बजट में मुख्यमंत्री ने अलवर नगर परिषद को नगर निगम बनाने की घोषणा की थी। आज वह सपना पूरा हो गया जिसके अधिसूचना जारी कर दी गई है।

उन्होंने बताया कि नगर निगम बनने के बाद सरकार द्वारा दिए जाने वाले अनुदान में बढ़ोतरी होगी। शहर की आवश्यकताओं को देखकर संसाधन बढ़ाए जाएंगे और अधिकारी और कर्मचारियों की संख्या में बढ़ोतरी होगी। जिससे यहां होने वाले कार्यों में तेजी आएगी।

भीलवाड़ा में डॉक्टर के घर को बम से उड़ाने की धमकी, 50 लाख रुपए की मांग

भीलवाड़ा। राजस्थान के भीलवाडा में बृजेश बांगड़ अस्पताल के कन्सलटेंट फिजिशियन डॉ नरेश खंडेलवाल के घर को बम से उड़ा देने की धमकी देने का मामला सामने आया है।

पुलिस के अनुसार आरसी व्यास कॉलोनी निवासी डॉ. नरेश रावत खण्डेवाल के घर लैंड लाइन फोन पर मंगलवार दोपहर 2 बजकर 50 मिनिट से 2 बजकर 55 पर कॉल आया। कॉल डॉ खंडेलवाल की पत्नी ने उठाया।

कॉल करने वाला कोई व्यक्ति था, जिसने कहा कि यह डॉ. नरेश खण्डेवाल का घर है। इस पर डॉक्टर की पत्नी ने हां की। इसके बाद कॉल करने वाले ने कहा कि डॉ. खण्डेवाल के घर पर बम लगाया हुआ है। उसने धमकी दी कि शाम 5 बजे तक 50 लाख रुपए नहीं पहुंचाए तो घर को बम से उड़ा दिया जाएगा।

यह सुनकर डॉक्टर की पत्नी ने कॉल डिस्क्नेक्ट कर दी। इसके पश्चात भी 4-5 कॉल लैंडलाईन पर आए, लेकिन डॉक्टर की पत्नी ने काल रिसीव नहीं की। डॉक्टर परिवार इस धमकी के बाद काफी परेशान है। उधर, डॉक्टर खंडेलवाल की रिपोर्ट पर सुभाषनगर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।

पुलिस का कहना है कि बम निरोधक दस्ते को भी अजमेर से बुलवाया है। अभी यह टीम यहां नहीं पहुंच पाई। अभी तक कॉल करने वाले का पता नहीं चल पाया है। वहीं दूसरी और इस धमकी के बाद डॉक्टर निवास के आस-पास के लोगों में भी दहशत फैल गई। सूत्रों का कहना है कि यह कॉल फर्जी भी हो सकती है। हालांकि पुलिस जांच के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी।

भाजपा के नेता जयपुर में अपने दावों के अनुरूप नहीं जुटा सके भीड़ : डोटासरा

जयपुर। राजस्थान के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा है कि जनता का भारतीय जनता पार्टी से विमुख होने का ही परिणाम है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अपील एवं भाजपा के प्रदेशभर के नेता मिलकर भी जयपुर में प्रदर्शन में दावों के अनुरूप भीड़ नहीं जुटा सके।

डोटासरा ने भाजपा के सचिवालय पर किए गए प्रदर्शन पर अपनी प्रतिक्रिया में आज यह बात कही। उन्होंने कहा कि भाजपा के डबल इंजन वाली सरकार के शासन में मणिपुर जातीय हिंसा की आग में जल रहा है, महिलाओं के साथ दुष्कर्म हो रहे हैं, मध्यप्रदेश में आदिवासी युवकों के भाजपा नेताओं के प्रताड़ना के वीडियो दुनिया देख रही है लेकिन प्रधानमंत्री या भाजपा के किसी नेता ने एक शब्द नहीं बोला।

उन्होंने कहा कि राजस्थान में किसी भी घटना के घटित होने पर पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई की जाकर अपराधियों को जेल के सीखचों के पीछे बंद किया जाता है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्यवाही करने में राजस्थान प्रथम स्थान पर है, पेपर लीक करने वाले अपराधियों को कड़े दण्ड देने का सबसे कड़ा कानून राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने लागू किया है।

डोटासरा ने कहा कि प्रदेश से भाजपा के 25 के 25 सांसद राजस्थान के लिए ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित नहीं करा सके। केन्द्र सरकार द्वारा राजस्थान से किए जा रहे सौतेले व्यवहार पर भाजपा का एक भी सांसद मुंह नहीं खोलता, इन सब नाकामियों के चलते भाजपा से जनता विमुख हो गई है जिसका परिणाम है आज जयपुर में देखने को मिला और भाजपा के प्रदेशभर के नेता मिलकर प्रधानमंत्री द्वारा की गई अपील के बावजूद भाजपा के दावों के अनुरूप चौथाई भीड़ भी जयपुर में इकट्ठी नहीं कर सके।

भाजपा ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ सचिवालय का घेराव कर किया प्रदर्शन

मेवात को नहीं बनने देंगे हिन्दुओं का कब्रिस्तान : डॉ. सुरेन्द्र जैन

2 अगस्त को बजरंग दल का देशव्यापी प्रदर्शन
नई दिल्ली। हरियाणा के मेवात में सोमवार को जो भी हुआ, वह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। श्रावण में प्रतिवर्ष किसी भी सोमवार पर मेवात के अंदर भगवान शंकर का आशीर्वाद लेने के लिए महाभारत कालीन पांच मंदिरों में श्रद्धालु जाते हैं। कल लगभग 20-25 हजार लोग पहुंचे थे। अभी यात्रा शुरू हुए 15 मिनट भी नहीं हुए कि उन पर उपद्रवियों ने गोलियां और पत्थर बरसाने तथा आगजनी शुरू कर दी।

विश्व हिन्दू परिषद के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेंद्र जैन ने कहा कि श्रद्धालुओं ने जब देखा कि परिस्थिति नियंत्रण से बाहर जा रही है, तो पीछे हटने का प्रयास किया, तो देखा पीछे से भी पत्थर बरस रहे हैं। उन पर पेट्रोल बम फेंके गए, बहुत मुश्किल से कुछ लोगों को बचाकर हम नलहड़ महादेव के मंदिर में वापिस लेकर आ सके। कुछ ही देर हुई थी वहां गए हुए कि उस मंदिर के सामने से भी दंगाई आ गए। कारों, बसों और अन्य वाहनों को आग लगानी और जो सामने दिखा उन पर गोलियां बरसनी शुरू हो गई। दो लोगों को गोलियां लगीं। लगभग सारे वाहन जला दिए या तोड़ दिए गए।

जब पुलिस आती है तो पुलिस को देखकर उपद्रवी भागते हैं और पहाड़ियों पर चढ़कर तीनों तरफ से मंदिर में शरण लिए हुए महिलाओं, बच्चों और अन्य भक्तों पर गोलियां बरसाना शुरू कर देते है। एक भक्त बलिदान हो जाता है। कुछ अन्य लोगों को भी गोलियां लगती हैं। बहुत मुश्किल से प्रशासन ने उन पर नियंत्रण किया और उसके बाद वहां से निकाल कर पुलिस लाइन में लेकर आए। लेकिन तब तक यह दृश्य हम देख चुके थे कि पूरा मेवात मानो मिनी पाकिस्तान बन गया है। चारों तरफ से घेराबंदी हो गई है, जगह जगह यात्री घिरे पड़े हैं। कहीं मंदिरों, तो कहीं पुलिस चौकियों में शरण ली और उन मंदिरों और चौकियों पर भी हमले किए गए।

डॉ. जैन ने आरोप लगाया कि इस घटना के जिम्मेदार वे लोग हैं जो इन दंगाइयों को भड़काते हैं, उनके भड़काने के कारण ही, मुहर्रम व रामनवमी पर हमले होते हैं। अन्य कितने लोग बलिदान हुए हैं, उनका पता लगाया जा रहा है। प्रशासन से भी इस बारे में सही आंकड़े नहीं मिल पा रहे हैं। घायलों की चिंता और उनके उचित उपचार की व्यवस्था की जा रही है, लेकिन यह गंभीर आत्म विश्लेषण का अवसर है कि कल नूंह में डायरेक्ट एक्शन की तरह का वातावरण बना था। मैं उन मौलवियों से भी कहना चाहूंगा जो किसी भी बहाने से भड़काने की कोशिश करते हैं, उसका ही यह दुष्परिणाम दिखाई दिया है। यह उचित नहीं है। यह आत्मघाती प्रवृत्ति है।

उन्होंने पूछा कि छोटे छोटे बच्चों को आगे लाकर तुम आगजनी करवा कर, उनका कैसा भविष्य निर्माण कर रहे हो? वहां आप भले ही मेजोरिटी में होंगे, लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि आप उसको हिन्दुओं का कब्रिस्तान बना दोगे? यह दुष्कृत्य किसी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने घोषणा की कि हिन्दू धार्मिक यात्रा पर हुए इस क्रूर हमले के विरोध में दो अगस्त को सम्पूर्ण देश में, समस्त जिला स्थानों पर जिहादी क्रूरता के विरोध में धरने प्रदर्शन किए जाएंगे। इस आतंकी हमले के कारण बजरंग दल के दो कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या हुई है और समाज के दो अन्य व्यक्ति भी बलिदान हुए हैं।

विश्व हिन्दू परिषद की मांग है कि उन सबके परिवारों को एक-एक करोड़ रुपया दिया जाए। जो घायल हुए हैं, उनको 20 लाख रुपए तथा संपत्ति के नुकसान की क्षति पूर्ति की जाए, जिसकी जिम्मेदारी भी सरकार को लेनी चाहिए। पूरे मेवात क्षेत्र को सील करके कॉंबिंग कराई जाए और एक एक जिहादी को पकड़कर सख्त से सख्त सजा दिलवाई जाए तो ही मेवात में चल रहे राष्ट्र विरोधी आतंक को रोका जा सकता है। उन्होंने मांग की कि मेवात में केंद्रीय सुरक्षा बल की बटालियन जल्द से जल्द स्थापित किया जाए। मंदिरों के नियंत्रण के लिए एंडोमेंट बोर्ड का जल्द गठन किया जाए और मंदिरों का नियंत्रण बोर्ड को दिया जाए साथ ही अवैध कब्जों को भी हटाया जाए।

राष्ट्र के लिए जीवन समर्पित करने वाले लोकमान्य तिलक

अंग्रेजों के वर्चस्व (हुकूमत) के समय भारत भूमि के उद्धार के लिए दिन-रात चिंता करने वाले एवं तन, मन, धन उद्धार कार्य के लिए अर्पित करने वाले कुछ मानवरत्न हुए हैं। उनमें से एक दैदिप्यमान रत्न अर्थात बाल गंगाधर तिलक। स्वराज मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है और वह मैं लूंगा ही ऐसी गर्जना करने वाले इस भारतीय नरसिंह ने अपनी युवा अवस्था स्वार्थ त्याग कर राष्ट्र के लिए समर्पित करके देश में नव जागृति निर्माण की। लोकमान्य उपाधि प्राप्त ध्येयवादी व्यक्तित्व की 1 अगस्त के दिन पुण्यतिथि मनाई जाती है। इस अवसर पर मजबूत एवं जाज्वल्य नेतृत्व का संक्षेप में परिचय प्राप्त करते हैं। उनके जीवन चरित्र से हमें हमेशा ही ज्ञान एवं मार्गदर्शन मिलता रहेगा।

समाचार पत्रों की आवश्यकता समझ कर केसरी एवं मराठा सप्ताहिक पत्र प्रारंभ करना

शालाओं में केवल विद्यार्थियों को ही शिक्षा दी जाती थी। परंतु अब प्रत्येक भारतीय को उसकी परतंत्रता का स्वरूप समझाना था। लोगों को संगठित करके वर्तमान स्थिति का ज्ञान एवं कर्तव्य की भावना उनमें जागृत करनी थी। यह सब प्रभावी तरीके से करना हो, तो उसके लिए समाचार पत्रों की ही आवश्यकता है, ऐसा विचार उन्होंने किया।

‘केसरी एवं मराठा’ साप्ताहिक चालू किए। कुछ ही दिनों में यह साप्ताहिक पत्र लोकप्रिय हो गए। इसमें जनता के दुखों का सविस्तार विवेचन एवं वास्तविक घटनाओं का स्पष्ट उल्लेख होता था। अपने अधिकारों के लिए लड़ने के लिए भारतीयों को तैयार किया जा रहा था। उनकी भाषा में इतना सामर्थ्य था कि भीरू व्यक्ति में भी स्वतंत्रता की लालसा जागृत होती थी। केसरी ने अंग्रेजी सरकार की अनेक अन्याय कारी बातें प्रकाश में लाईं। इस कारण सरकार केसरी पत्र न्यायालय ले गए एवं इसके परिणाम स्वरूप तिलक एवं आगरकर को 4 माह का सश्रम कारावास का दंड मिला । ईसवी 1894 में गोखले व रानाडे ने स्वदेशी आंदोलन छेड़ा। तिलक जी ने अपने साप्ताहिक पत्रों द्वारा, लेखों के माध्यम से यह विचार घर-घर पहुंचाया।

गणेशोत्सव एवं शिवजन्मोत्सव के माध्यमों के द्वारा लोगों को संगठित करना

ईसवी 1890 से 1897 यह 7 वर्ष उनके जीवन में बहुत महत्वपूर्ण रहे। तिलक अब धुरंधर राजनीतिज्ञ बन गए थे। सामाजिक सुधारों के लिए उन्होंने शासन के विरुद्ध लड़ाई चालू कर दी। बाल विवाह को प्रतिबंधित किया जाए एवं विधवा विवाह को सम्मति मिले इसलिए उन्होंने सब का आवाहन किया। गणेश उत्सव एवं शिवजन्मोत्सव इन माध्यमों के द्वारा लोगों को संगठित किया। इसी बीच उनका मुंबई विश्वविद्यालय के फेलो पद पर चुनाव हुआ इसी समय उन्होंने ‘ओरायन’ नामक ग्रंथ लिखा।

प्लेग की महामारी फैलने पर अस्पताल खोलना

ईस्वी 1896 में भारत में अकाल पड़ा। प्लेग की महामारी फैली। इसलिए तिलक जी ने अस्पताल खोले। स्वयंसेवकों की सहायता से रोगियों की सेवा सुश्रुषा होने लगी। संपादकीय लेखों के माध्यम से अकाल एवं महामारी में मृत लोगों के आंकड़े निर्भयता से प्रसिद्ध किए। शासन से सहायता मांगना अपना अधिकार है, और उस संबंध में योग्य कार्यवाही हो इसलिए जनता को सतर्क किया, किन्तु शासन रानी विक्टोरिया के राज्य रोहण की हीरक जयंती महोत्सव की तैयारियों में व्यस्त था।

अंत में महामारी पर नियंत्रण के लिए रैंड नामक अधिकारी की नियुक्ति हुई। परंतु रैंड इस महामारी से भी अधिक भयानक निकला। भारतीय जनता पर अत्याचार करने में उसने कोई कमी नहीं की। उसके अत्याचारों के कारण एक युवक ने गोली मारकर उसकी हत्या की। इस हत्या के पीछे तिलक जी का हाथ होगा, इस संदेह के कारण 1897 में उन्हें कारावास में डाला गया।

राष्ट्र के लिए जीवन समर्पण एवं गीता रहस्य ग्रंथ के लेखन का महत्वपूर्ण कार्य

स्वदेशी, स्वराज्य, बहिष्कार एवं राष्ट्रीय शिक्षा ये पवित्र शब्द तिलक जी ने लोगों को सिखाए। लोगों ने इनका शस्त्रों के समान उपयोग किया। स्वदेश के लिए प्रेम एवं परतंत्रता के लिए असंतोष निर्माण करने की क्रांति तिलक जी ने की। इन सभी कार्यों से अंग्रेजी शासन बहुत क्रोधित हुआ और उन्होंने तिलक जी पर झूठे आरोप लगाकर उन्हें हथकड़ियां लगाईं। न्यायालय में 14 वर्षों तक तिलक जी लड़े।

जनता का आवेश कम हो, इसलिए शासन ने अत्यंत कठोर एवं निर्दयी उपाय खोजे। इनके कारण तिलक जी का खून खौल उठा और देश का दुर्भाग्य” इस शीर्षक से उन्होंने केसरी में लेख लिखा। उन्होंने लिखा देश में बम बनना यह देश का दुर्भाग्य है, परंतु वह बनाकर उसे फेंकना अर्थात विस्फोट की स्थिति निर्माण करने के लिए शासन ही उत्तरदायी है। उनके इस लेख के कारण शासन को यह पता चल गया कि जब तक तिलक जी आजाद हैं तब तक शासन को भय है।

इस लेख के संबंध में देशद्रोह का आरोप लगाकर 24 जून 1908 दिन मुंबई में उन्हें गिरफ्तार किया गया एवं 6 वर्ष की सजा दी गई। इस समय वे 52 वर्ष के थे। इसी समय उनको मधुमेह का रोग हुआ परंतु उन्होंने परवाह नहीं की। बर्मा के मंडाले के कारागृह में उन्हें रवाना किया गया। वहां तिलक जी को लकड़ी के फट्टों का छोटा सा कमरा दिया गया। सश्रम कारावास से सादा कारावास ऐसी उनकी सजा में कमी की गई।

ग्रन्थ लेखन

उन्हें कारागृह में लेखन एवं वाचन की सुविधा मिली। यहीं उन्होंने ‘गीता रहस्य’ इस ग्रंथ के लेखन का महान कार्य किया। एकांत सुसह्य हो इसलिए वे हमेशा लेखन एवं पठन में व्यस्त रहते थे। छह वर्षों का कारावास समाप्त होने तक उन्होंने 400 पुस्तकों का संग्रह किया। स्वयं शिक्षक मार्गदर्शिका का उपयोग करके उन्होंने जर्मन एवं फ्रेंच भाषा का ज्ञान प्राप्त किया। समय की कमी के कारण जो कार्य वे पहले नहीं कर सकते थे, उस तरफ वे अब ध्यान देने लगे। सुबह प्रार्थना, गायत्री मंत्र एवं अन्य वैदिक मंत्रों का जप एवं अन्य धार्मिक कृत्य करने लगे। वे मंडाले के कारागृह में थे, उसी समय उनकी पत्नी सत्यभामा बाई की भारत में मृत्यु हो गई।

तिलक जी का जीवन दिव्य था। लोगों के सम्मान एवं श्रद्धा के लिए हर दृष्टि से योग्य थे। तन, मन एवं धन सर्वस्व अर्पण करके उन्होंने देश की सेवा की। शरीर थकने पर भी उन्होंने लोक जागृति के लिए निरंतर प्रवास व्याख्यान यह कार्यक्रम चालू रखे। जुलाई 1920 में उनकी प्रकृति और बिगड़ गई। एक अगस्त को प्रथम प्रहर में उनका जीवनदीप बुझ गया। यह दुखद वार्ता हवा के समान सारे देश भर में फैल गई। अपने प्रिय नेता के अंतिम दर्शनों के लिए जनता का महासागर उमड़ पड़ा। अपनी प्रत्येक कृति से जीवन के अंतिम श्वास तक देश के लिए लड़ते रहने वाले ध्येयवादी महान राष्ट्रभक्त को हमारा विनम्र अभिवादन।

संकलनकर्ता
आनंद जाखोटिया
हिन्दू जनजागृति समिति
संपर्क- 7021912805

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद 3 अगस्त से निकालेगी न्याय पदयात्रा

अजमेर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद आगामी 3 अगस्त से 10 अगस्त के बीच महिला उत्पीड़न, बेरोजगारी, पेपर लीक, भ्रष्टाचार के खिलाफ न्याय पदयात्रा निकालेगी।

परिषद के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य आसुराम डुकिया व महानगर मंत्री उदय सिंह शेखावत ने मंगलवार को बताया कि न्याय पदयात्रा का आगाज करौली से होगा तथा यह जयपुर तक होगी। उन्होंने कहा कि बीते कुछ वर्षों में प्रदेश में लगातार सामने आ रहे महिला उत्पीड़न, भ्रष्टाचार, पेपर लीक मामलों, बढती बेरोजगारी तथा गुंडाराज की घटनाओं ने कहीं न कहीं जनता का हाल बेहाल कर रखा है। अपराध में राजस्थान देश में अग्रणी हो रहा है।

छात्र और परीक्षार्थी वर्ग पेपर लीक से त्रस्त हैं। महिलाओं को राजस्थान असुरक्षित लगने लगा है,साथ ही युवा अपना बेरोजगारी से परेशान है। इतने अति आवश्यक मुद्दे होने के बावजूद भी राजस्थान सरकार कोई भी सकारात्मक दिशा की ओर काम नहीं कर रही।

महिलाओं के खिलाफ अपराध में राजस्थान देश में अव्वल पायदान पर आ गया है। एनसीआरबी के डाटा के अनुसार महिला अपराध, बलात्कार में राजस्थान पूरे राष्ट्र में अग्रणी है। एक आंकड़े के अनुसार राज्य में प्रतिदिन 18 रेप केस दर्ज होते हैं। इसके साथ ही रेप के आंकड़े में राजस्थान में सभी राज्यों को पीछे छोड़ दिया है।

दुनिया के नक्शे में वीर भूमि की पहचान रखने वाले राज्य की स्थिति निंदाजनक है। स्वयं राजस्थान पुलिस की जून 2023 में जारी रिपोर्ट के अनुसार 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के साथ 2.79% रेप की वारदात में वृद्धि हुई है। छोटी बच्चियों के साथ ऐसी घटनाएं 13% बढी हैं। 10 साल से कम उम्र की बच्चियों के साथ 2023 में 848 ऐसी घटनाएं रजिस्टर हुई है।

राजस्थान में पेपर लीक से लाखों युवाओं का भविष्य अंधकार में है। एबीवीपी ने पहले दिन से ही मुखर होकर विद्यार्थियों के पक्ष में आवाज उठाई। परिषद के कार्यकर्ताओं ने अपनी जान व भविष्य की बाजी लगाकर भ्रष्टाचारी सरकार के खिलाफ कई बार प्रदेश व्यापी आंदोलन किए हैं। राजस्थान में हुई प्रतियोगिता पर परीक्षाएं जिनमे REET, JEn, RAS, SI, पटवारी लाइब्रेरियन ग्राम विकास अधिकारी फायरमैन आदि के पेपर लीक में मुख्यमंत्री का ही गिरोह शामिल है।

इन्हीं मुद्दों को लेकर युवाओं के प्रश्नों को राजस्थान सरकार तक पहुंचाने एवं राजस्थान के सभी युवाओं एवं विद्यार्थियों को सरकार की लापरवाही के कारण तकलीफ और यातना जेलनी पड़ी है, उन सभी युवाओं व महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए एक बड़ा आंदोलन परिषद करने जा रही हैं। इसी क्रम में 3 अगस्त से करौली से न्याय पदयात्रा प्रारंभ होकर कुडगांव, गंगापुर, पिपलाई, लालसोट, तुंगा, बस्सी व घाट की घुनी के रास्ते राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर तक 10 अगस्त दिन का सफर पूरा करेगी।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय मंत्री होशियार सिंह मीणा ने बताया कि राजस्थान में जंगलराज चरम पर है। हाल ही में कुछ दिनों पहले कांग्रेस सरकार के मंत्री ने विधानसभा में बयान दिया था कि राजस्थान मर्दों का प्रदेश है। अगर बलात्कार हो रहा है तो हम क्या कर सकते हैं। इतना ही नहीं बल्कि कांग्रेस सरकार के मंत्री महेश जोशी के पुत्र पर बलात्कार का आरोप लगा लेकिन एफआईआर तक दर्ज नहीं हुई। स्पष्ट है कि यह सरकार कितनी अपराध के प्रति जागृत है।

13 जुलाई 2023 को करौली में एक अनुसूचित जाति की छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार होता है, उस पर तेजाब डालकर उसे कुएं में फेंक दिया जाता है। इसके बाद जोधपुर विश्वविद्यालय में घटना होती है, डुंगरपुर, उदयपुर मावली, बाड़मेर में घटना होती है और जोधपुर के ओसियां में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना जिसमें परिवार के 4 सदस्यों को जिंदा जला दिया जाता है। ऐसी घटनाएं राजस्थान में आम हो गई है। इसको लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने न्याय पदयात्रा के जरिए समाज का जन जागरण करने तथा सभी की मांगे सरकार व राज्यपाल तक पहुंचाने का बीडा उठाया है।।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद प्रमुख मांगें

प्रदेश में कानून व्यवस्था सुचारु रुप से लागू लागू हो व गुंडाराज खत्म हो।
महिला सुरक्षा हेतु एक कठोर कानून बने विश्वविद्यालय महाविद्यालय में सीसीटीवी कैमरे लगे व महिला सुरक्षाकर्मी लगाया जाए।
सरकार सभी विवादास्पद प्रतियोगी परीक्षा भर्तियों को रद्द कर उनकी सीबीआई जांच करें और उन्हें इसी वर्ष में भर्तियां निशुल्क कराई जाए।
जो अपराधी बलात्कार व पेपर लीक में शामिल है उनको तुरंत सजा हो साथ ही बलात्कार के मामले फास्ट ट्रेक कोर्ट में चलाए जाएं।