डेरा बाबा नानक। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने नारोवाल जिले में करतारपुर स्थित गुरूद्वारा दरबार साहिब से भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा तक लगभग चार किलोमीटर कॉरिडोर(सड़क) निर्माण परियोजना का आज शिलान्यास किया और इसके साथ ही सिख समुदाय की इस सम्बंध में सात दशक पुरानी मांग अब पूरी होने जा रही है।
इस मौके पर भारत की ओर से केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल, केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास राज्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी, पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू, पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा समेत अनेक हस्तियां मौजूद थीं।
बताया जाता है कि करतारपुर में रावी नदी के किनारे स्थित गुरूद्वारा दरबार सहिब में गुरू नानक देव जी ने लगभग 18 साल बिताए थे और यहीं उन्होंने अंतिम सांस ली थी।
इससे पहले भारत सरकार ने गुरू नानक देव की 550वें प्रकाशोत्सव वर्ष में पंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक के निकट भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कॉरिडोर का निर्माण करने का गत सप्ताह फैसला लिया था।
हालांकि भारत ने लगभग दो दशक पूर्व इस कॉरिडोर के निर्माण की पाकिस्तान के समक्ष पेशकश की थी लेकिन सीमापार से इस दिशा में आगे कोई प्रगति नहीं हुई। लेकिन गत सप्ताह भारत सरकार के फैसले पर सार्थक प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान ने भी अपने क्षेत्र में इस कॉरिडोर के निर्माण की घोषणा की थी।
हालांकि कॉरिडोर के निर्माण का मुद्दा पुन: सिद्धू ने उस समय उठाया था जब वह इमरान खान के आमंत्रण पर उनके प्रधानमंत्री पद की शपथग्रहण समारोह में भाग लेने पाकिस्तान गए थे। सिद्धू के इस दौरान बाजवा के गले मिलने पर बड़ा विवाद भी हुआ था।
उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भारतीय क्षेत्र में डेरा बाबा नानक के निकट मान गांव में गत 26 नवम्बर को इस कॉरिडोर के निर्माण का शिलान्यास किया था तो दोनों देशों की सीमा पर पाकिस्तान की ओर के कॉरिडोर के साथ जुड़ेगा। इस समारोह में केंद्रीय मंत्री विजय सांपला, पंजाब के राज्यपाल बीपी सिंह बदनोर, मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह समेत अनेक हस्तियां शामिल हुई थीं।
दोनों ओर से कॉरिडोर का निर्माण अगले छह माह में पूरा हो जाने की सम्भावना है जिससे भारतीय सिख श्रद्धालु बिना वीजा के पाकिस्तान स्थित गुरूद्वारा करतारपुर साहिब के दर्शनार्थ वहां जा सकेंगे। सिख समुदाय दशकों से इस कॉरिडोर के निर्माण की मांग कर रहा था जो अब दोनों देशों की सरकारों की आेर से की गई सार्थक पहल के बाद पूरी होने जा रही है।
इससे पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को करतारपुर साहिब कॉरिडोर के शिलान्यास समारोह में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया था। स्वराज और कैप्टन सिंह ने पाकिस्तान की ओर से भारतीय क्षेत्र में आतंकियों की घुसपैठ कराने तथा सीजफायर का उल्लंघन किए जाने पर इस आमंत्रण को ठुकरा दिया था।