नयी दिल्ली/अटारी भारत और पाकिस्तान के बीच करतारपुर गलियारे को लेकर बातचीत में बुधवार को थोड़ी प्रगति हुई और दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि यह गलियारा वर्ष भर रोज खुलेगा तथा तीर्थयात्रियों के लिए अकेले या समूह में यात्रा करने का विकल्प खुला रहेगा।
सूत्रों ने हालांकि बताया कि कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर मतभेद के कारण समझौते को अंतिम रूप नहीं दिया जा सका। पाकिस्तान गुरुद्वारा करतारपुर साहिब की यात्रा करने के लिए तीर्थयात्रियों से सेवा शुल्क वसूलने पर अड़ा हुआ है जिस पर सहमति नहीं बन सकी है।
पाकिस्तान ने गुरुद्वारा परिसर में भारतीय दूतावास के अधिकारी अथवा प्रोटोकॉल अधिकारी की उपस्थिति की अनुमति देने को लेकर भी अनिच्छा जतायी है। भारत ने पाकिस्तान से इस मुद्दे पर दोबारा विचार करने को कहा है।
दोनों देश तीर्थयात्रियों के आवागमन के लिए सुरक्षित माहौल सुनिश्चित करने पर भी सहमत हुए हैं। सूत्रों ने बताया कि भारत ने पाकिस्तान से तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए हर दिन उनके साथ एक प्रोटोकॉल अधिकारी जाने की अनुमति देने का आग्रह किया है।
गौरतलब है कि करतारपुर साहिब गलियारे से संबंधित औपचारिकताओं को लेकर तीसरे दौर की बातचीत बुधवार को पंजाब के अटारी में हुई। गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव की अगुआई में वार्ता के लिए पहुंचे भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने विदेश मंत्रालय के महानिदेशक (दक्षिण एशिया और दक्षेस) के नेतृत्व में आये पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल के साथ विस्तृत चर्चा की।