इस्लामाबाद। पाकिस्तान सरकार ने देश में मौजूद आतंकवादियों की नई सूची जारी की है जिसमें अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का नाम भी शामिल है। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट में यहां शनिवार को यह जानकारी दी गई। रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान सरकार ने 88 आतंकवादियों पर प्रतिबंध लगाए हैं। यह पहली बार है जब पाकिस्तान ने आधिकारिक रूप से एक सरकारी आदेश में यह स्वीकार किया है कि दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में है।
रिपोर्ट के अनुसार भारत का मोस्ट वांटेट अपराधी दाऊद इब्राहिम कास्कर पाकिस्तान के कराची में छिपा हुआ है। दाऊद भारत के मुंबई में वर्ष 1993 के बम धमाकों में शामिल था। भारत और अमरीका ने दाऊद को 2003 में वैश्विक आतंकवादी घोषित किया था और साथ ही उसकी सूचना देने वाले को 25 करोड़ अमरीकी डॉलर इनाम देने की घोषणा भी की गई थी।
पाकिस्तान सरकार ने दाऊद का पता व्हाइट हाउस, सऊदी मस्जिद के समीप कराची के क्लिफ्टन में बताया है।
पाकिस्तान की तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सरकार ने 18 अगस्त को दो अधिसूचनाएं जारी करते हुए जमात-उद-दावा, जैश-ए-मोहम्मद, तालिबान, तालिबान, दाएश, हक्कानी ग्रुप, अलकायदा और अन्य आतंकवादी संगठनों के प्रमुख सदस्यों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की। अधिसूचना के अनुसार पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा क्षेत्र में छिपे हुए तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के सभी सदस्यों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाए गए हैं।
पाकिस्तान के द न्यूज के अनुसार आतंकवादियों की सूची में जमात-उद-दावा के हाफिज सईद, जैश-ए-मोहम्मद के मसूद अजहर, उज्बेकिस्तान लिबरेशन मूवमेंट के मुल्ला फजलुल्लाह, (उर्फ मुल्ला रेडियो), जकीउर रहमान लखवी, मुहम्मद याहया मुजाहिद, अब्दुल हकीम मुराद, नूर वली महसूद, फजल रहीम शाह, तालिबान नेता जलालुद्दीन हक्कानी, खलील अहमद हक्कानी, याहया हक्कानी और भारत के महाराष्ट्र के दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगियो के नाम शामिल हैं।
माना जा रहा है कि पाकिस्तान ने फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की तरफ से ब्लैकलिस्ट किए जाने से बचने की कोशिश के तहत इन आतंकवादियों पर प्रतिबंध लगाए हैं और इससे संबंधित नई सूची जारी की है।
एफएटीएफ ने पाकिस्तान को जून, 2018 में ग्रे लिस्ट में शामिल किया था और 2019 के अंत तक एक कार्यायोजना को पूरा करने के लिए कहा था लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण यह समय-सीमा बढ़ा दी गई थी।
पाकिस्तान सरकार ने प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों और आतंकवादियों की सभी तरह की चल और अचल संपत्तियां जब्त करने के आदेश भी दिये हैं। इसके साथ ही आतंकवादियों के बैंक खातों के फ्रीजिंग के आदेश भी दिए गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार इन आतंकवादियों के वित्तीय संस्थानों के माध्यम से पैसे स्थानांतरित करने, हथियारों को खरीदने और विदेश यात्रा करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।