मॉन्ट्रियल। भारत ने सऊदी अरब की यात्रा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विमान को एयरस्पेस का इस्तेमाल करने के आग्रह को पाकिस्तान की ओर से अस्वीकार करने के बाद इस मसले को अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन में उठाया है।
सूत्रों के अनुसार आईसीएओ द्वारा निर्धारित दिशानिर्देशों के अनुसार अन्य देशों द्वारा ओवरफ्लाइट क्लीयरेंस की मांग की जाती है और उन्हें प्रदान की जाती है। सूत्रों ने कहा कि भारत ओवरफ्लाइट क्लीयरेंस की अपनी मांग जारी रखेगा। हमने अलग से भी इस मसले को उठाते हुए अन्य समयबद्ध अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन निकायों से समक्ष रखा है।
पाकिस्तान को एयरस्पेस देने के सुस्थापित अंतरराष्ट्रीय परंपरा को नहीं मानने के अपने फैसले पर विचार करना चाहिए और कोई भी एकतरफा निर्णय लेने के लिए झूठा बयान का सहारा लेने की अपनी पुरानी आदत के बारे में भी सोचना चाहिए।
पाकिस्तानी मीडिया में आई खबरों के अनुसार पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने रविवार को कहा कि पाकिस्तान ने भारत के उस आग्रह को नामंजूर कर दिया है जिसमें भारतीय प्रधानमंत्री की सऊदी अरब यात्रा के लिए उनके विमान को पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र से गुजरने देने की अनुमति मांगी गई थी।
विदेश कार्यालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि यह फैसला जम्मू-कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बलों के मानवाधिकर उल्लंघनों और पाकिस्तान के काला दिवस मनाने के प्रति एकजुटता की वजह से लिया गया है।