>अजमेर। पाकिस्तान के 211 जायरीनों का जत्था राजस्थान में अजमेर में चल रहे ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती के 808 वें सालाना उर्स में शिरकत करने अजमेर पहुंच गया। कड़ी सुरक्षा के बीच 211 जायरीनों का रात ढाई बजे अजमेर रेल्वे स्टेशन पर उतरा।
जत्थे के सदस्य अपने मुखिया रशीद मोहम्मद की अगुवाई में दरगाह जायेंगे और गरीब नवाज की बारगाह में पाकिस्तानी हुकूमत एवं मुल्क की ओर से चादर पेश करके दुआ करेंगे। चादर कब पेश होगी, इसे सुरक्षा के लिहाज से गुप्त रखा जा रहा है, लेकिन माना जा रहा है कि रजब महीने की छठी के कुल यानि दो मार्च से पहले स्थानीय प्रशासन चादर पेश करवा देगा। इस दौरान भी पाकिस्तानी दल को दो अथवा तीन चक्रिय सुरक्षा घेरे में रखा जायेगा।
अजमेर स्टेशन पहुंचने पर सभी को पुरानी मंडी स्थित सैन्ट्रल गर्ल्स स्कूल लाया गया। जहां हमेशा की तरह उनके ठहरने एवं खाने पीने की व्यवस्था की गई है। किसी भी पाकिस्तानी जायरीन को स्वच्छंद घूमने की इजाजत नहीं है। नयी व्यवस्था के तहत दल के सदस्य समूहों में ही सुरक्षाकर्मियों के साथ ही आ जा सकेंगे। दल सात मार्च तक अजमेर में ही रुकेगा।
पाकिस्तानी जायरीनों की सुरक्षा को लेकर पूरी सतर्कता और मुस्तैदी रखी जा रही है। जिला एवं पुलिस प्रशासन के अतिरिक्त आई.बी. एवं राज्य खुफिया तंत्र निगाह रखे हुए हैं। जिला कलक्टर विश्व मोहन शर्मा एवं पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रद्रीप सिंह ने मीडिया को जायरीना से दूर रहने की हिदायत दी है।