अजमेर। भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त सोहेल महमूद ने आज अजमेर दरगाह में सूफी संत मोइनुद्दीन हसनचिश्ती के उर्स के मौके पर मखमली चादर एवं अकीदत के फूल पेश किए।
महमूद के साथ पाकिस्तान उच्चायोग के दो अधिकारी भी उनके साथ थे। कड़े सुरक्षा घेरे में महमूद अजमेर दरगाह शरीफ के निजाम गेट पहुंचकर बुलंद दरवाजे के रास्ते आस्ताना शरीफ गए जहां खादिम सैयद बिलाल हुसैन एवं नातिक चिश्ती ने उन्हें चादर पेश कराई। साथ ही तीनों की दस्तारबंदी कर तवर्रुक भेंट किया गया।
महमूद ने चादर पेश करने बाद अंजुमन सैयद जादगान के सचिव सैयद वाहिद हुसैन अंगारा की गद्दी पर पहुंचकर पत्रकारों से कहा कि ख्वाजा गरीब नवाज ने दुनिया में इंसानियत का पैगाम दिया।
उर्स के मौके पर पाकिस्तानी हुकूमत के साथ वहां से आने वाला पाकिस्तान जायरीन का जत्था भी यहां उर्स शरीफ पर चादर पेश करता आया है, लेकिन इस बार भारत सरकार से वीजा नहीं मिलने के चलते पाक जत्था यहां नहीं आ पाया। इसलिए वह स्वयं पाकिस्तानी जत्थे, हुकूमत एवं स्वयं की ओर से चादर पेश कर अमन चैन, खुशहाली की दुआ करते हैं।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हमेशा भारत के साथ बेहतर रिश्ते चाहता है। न्यूजीलैंड में हुए आतंकवादी हमले के सवाल पर उन्होंने हमले को दुखद घटना बताते हुए कहा कि यह इंसान और इंसानियत के खिलाफ है।