इस्लामाबाद। पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार को राष्ट्रीय संसद में उस समय वाकओवर मिल गया जब उसकी 30 खरब रुपए से अधिक की 49 अनुदान मांगों को मंजूरी दे दी गई।
पाकिस्तान की राष्ट्रीय संसद में शनिवार को सरकार के बजट को पारित होने से रोकने के लिए विपक्ष के हरसंभव प्रयास करने के दावों के बावजूद जहां 49 अनुदान मांगो को मंजूरी मिल गई वहीं 967 कटौती प्रस्तावों को बहुमत से खारिज कर दिया गया।
पाकिस्तानी समाचारपत्र डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक विपक्षी दलों की ओर से इच्छाशक्ति की कमी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी और आसिफ अली जरदारी सहित इसके अधिकांश सदस्य संसद में अनुपस्थित थे।
विपक्षी सदस्यों की ज्यादातर सीटें खाली पड़ी थी। शरीफ और भुट्टो-जरदारी सहित विपक्षी नेताओं ने इससे पहले कई बार कहा था कि वे सरकार को बजट पारित नहीं करने देंगे और इसके लिए वे हरसंभव प्रयास करेंगे।