पंजाब सरकार के पूर्व मंत्री और कांग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू काे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की ओर से एक बार फिर बुलावा आया है। पीएम खान की ओर से भेजे गए निमंत्रण पर सिद्धू ने पाकिस्तान जाने की तैयारी भी शुरू कर दी है। उन्होंने केंद्र सरकार और विदेश मंत्रालय से इजाजत मांगी है। गौरतलब है कि वर्ष 2018 में पाकिस्तान में हुए आम चुनाव के बाद इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में नवजोत सिद्धू गए थे। इमरान के शपथ समारोह के दौरान सिद्धू ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख बाजवा को गले लगाया था।
तब सिद्धू की भारत में जबरदस्त आलोचना की गई थी, भाजपा ही नहीं कांग्रेस आलाकमान से लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से भी उनके गहरे मनमुटाव हुए थे। इसके बावजूद भी सिद्धू ने कोई परवाह नहीं की। अब एक बार फिर पीएम इमरान खान के बुलावे पर नवजोत पाकिस्तान जाने की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन प्रश्न यह उठता है कि सिद्धू इस बार है पाक में किसको गले लगाएंगे।
कांग्रेस पार्टी के नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने विदेश मंत्री एस जयशंकर और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर से पाकिस्तान जाने की इजाजत मांगी है। इस संबंध में सिद्धू ने दोनों नेताओं को चिट्ठी लिखी है। सिद्धू पाकिस्तान में करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह में शामिल होना चाहते हैं। यहां हम आपको बता दें कि इमरान खान करतारपुर कॉरिडोर का 9 नवंबर को उद्घाटन करेंगे। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पूर्व क्रिकेटर और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू को विशेष न्योता भेजा है।
सिद्धू के न्योते पर विदेश मंत्रालय ने कहा था कि पाकिस्तान जाने के लिए सिद्धू को राजनीतिक मंजूरी लेनी होगी। अब सिद्धू को चार से पांच दिन के अंदर भारत सरकार से इस न्योते पर मंजूरी लेनी पड़ेगी। बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह और केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी 575 लोगों की उन लिस्ट में शामिल हैं जो भारत से करतारपुर जाने वाले पहले श्रद्धालु जत्थे में शामिल हैं। केंद्र सरकार ने 29 अक्टूबर को पाकिस्तान जाने वाले 575 श्रद्धालुओं की सूची जारी की थी।
सिद्धू ने पाक सेना प्रमुख बाजवा को गले लगाया था, मचा था सियासी घमासान
पाकिस्तान गए नवजोत सिंह सिद्धू ने शपथ ग्रहण कार्यक्रम में पाकिस्तान के आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा को गले लगाया था। सिद्धू के इस कदम पर हिन्दुस्तान में सियासी तूफान खड़ा हो गया था। बीजेपी ने इस मामले पर सिद्दू से तो सफाई मांगी ही थी, पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी इस पर आपत्ति जताई थी। भाजपा ने कहा था कि सभी को पता है कि बाजवा भारत के जवानों की शहादत के लिए जिम्मेदार हैं, भारत में आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार हैं, ऐसे शख्स को गले लगाना कहां तक उचित है ?
सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि सिद्धू का पाक के आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा को गले लगाना किसी भी हिन्दुस्तानी को अच्छा नहीं लगा। उन्होंने कहां कि एक पूर्व सैनिक होने के नाते उन्हें भी उनकी यह हरकत पसंद नहीं आई। इस बार देखना होगा नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान में इसको गले लगाएंगे ? या पिछले अपने अनुभव को भुलाकर शांत बने रहेंगे।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार