नई दिल्ली। पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकवादी हमले के बाद बालाकोट में आतंकवादी शिविर पर भारतीय वायु सेना कार्रवाई से सकते में आया पाकिस्तान एक तरफ जहां शांति का राग अलाप रहा है वहीं उसकी सेना थोथी धमकी देने से बाज नहीं आ रही है।
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने बुधवार को एक समाचार चैनल सीएनएन को दिए साक्षात्कार में कहा कि उनके देश ने भारतीय वायुसेना के पायलट को रिहा कर शांति का संदेश दिया है और अब गेंद भारत के पाले में है। उन्होंने साथ ही चेताया कि भारत यदि तनाव बढ़ाता है तो स्थिति बिगड़ जाएगी।
दोनों देशों के युद्ध के निकट जाने के सवाल पर गफूर ने कहा कि ऐसी स्थिति है। उन्होंने आरोप लगाया कि भारत ने पाकिस्तानी वायु सीमा का उल्लंघन किया जिसका पाकिस्तान ने जवाब दिया।
शांति के कदम के तौर पर भारतीय वायुसेना के पायलट अभिनंदन वर्तमान को छोड़े जाने के सवाल पर सेना के प्रवक्ता ने कहा कि यह भारत पर निर्भर करता है कि वह इस शांति संदेश को किस रुप में लेकर आगे बढ़ते हुए तनाव कम करता है अथवा अपने एजेंडा पर आगे बढ़ता है।
उन्होंने कहा कि नियंत्रण रेखा पर सेना की मौजूदगी दशकों से है लेकिन भारत की कार्रवाई और हमारी जवाबी कार्रवाई दोनों तरफ से सुरक्षा बढाई गयी है। उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि अब गेंद भारतीय पाले में है और उसे यह फैसला करना है कि स्थिति को और तनावपूर्ण बनाकर बिगाड़ना है या सामान्य करना है।
बालाकोट में भारत की तरफ से हवाई कार्रवाई के संबंध में पूछे जाने पर सेना के प्रवक्ता ने कहा वहां न तो एक भी रोड़ा पाया गया और न ही कोई हताहत हुआ। भारतीय दावा झूठा है और मेरा मानना है कि बाद में उनकी तरफ से भी यह कहा जाएगा कि वह किसी के हताहत होने का दावा नहीं कर सकते।
उन्होंने कि पाकिस्तान की धरती से किसी आतंकवादी गतिविधि का संचालन पाकिस्तान के हित में नहीं है। पाकिस्तान पर आरोप लगाने की बजाय दुनिया को पाकिस्तान को सुविधाएं और मदद मुहैया करानी चाहिए ताकि ऐसे संगठनों से निजात पाई जा सके।