नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने जम्मू कश्मीर में पुलवामा के आतंकवादी हमले को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी पर कांग्रेस के हमले पर पलटवार करते हुए गुरुवार को कहा कि पांच दिन की चुप्पी के बाद कांग्रेस ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की भाषा बोलना शुरू कर दिया।
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कांग्रेस ने पांच दिन तक देश एवं सरकार के साथ खड़े होने का दिखावा करने के बाद आज अपना असली रूप अख्तियार कर लिया।
यह बहुत पीड़ा की बात है कि जिस समय पूरी दुनिया भारत के साथ खड़ी है, न्यूजीलैंड से लेकर सऊदी अरब आदि देश निंदा प्रस्ताव पारित कर रहे हैं। सेना का साहस एवं मनोबल मजबूत है। उस समय कांग्रेस फिर सवाल उठा रही है।
प्रसाद ने कहा कि एक तरफ देश का जज़्बा है और दूसरी तरफ उस जज़्बे को तोड़ने की कोशिश की जा रही है। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री के विरुद्ध शर्मिन्दगी भरे आरोप लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी पूछ रही है कि विस्फोटक पदार्थ आरडीएक्स कहां से आया? सड़क से क्यों जाने दिया? क्या खुफिया सूचनाओं के मामले में चूक हुई है?
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की इन टिप्पणियों से शायद पाकिस्तान में काफी खुशी हुई होगी। उन्हाेंने कहा कि भाव भले ही अलग-अलग हों पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और कांग्रेस के प्रवक्ताओं के स्वर एक ही हैं।
केन्द्रीय विधि न्याय एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के विरुद्ध कांग्रेस ने शर्मिंदगी भरे आरोप लगाए हैं। प्रधानमंत्री 14 फरवरी को बाघ संरक्षण के संबंध में एक सरकारी कार्यक्रम में भाग लेने रामनगर के जिम कार्बेट राष्ट्रीय उद्यान गए थे और खराब मौसम के कारण उन्हें रुकना पड़ा था। उन्हें रुद्रपुर की रैली को भी मोबाइल से संबाेधित करना पड़ा था।
इससे पहले कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि देश जब पुलवामा में 40 जवानों के शहीद होने पर शोकाकुल था, उस समय मोदी काॅर्बेट नेशनल पार्क में नौका पर बैठकर एक चैनल के लिए शूटिंग कर अपने प्रचार-प्रसार में लगे थे।
उन्होंने कहा कि यह खबर अखबारों में आई है और किसी प्रधानमंत्री के इस तरह अमानवीय और शर्मनाक व्यवहार को पहले उन्होंने कभी नहीं देखा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पुलवामा में 14 फरवरी को हमले के बाद सात दिन तक इसके शोक में डूबी रही लेकिन प्रधानमंत्री इसको लेकर राजनीति करते रहे और सत्ता की भूख में सरकारी खर्चे पर उद्घाटनों और समारोहों में शामिल होते रहें।
कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए प्रसाद ने कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी को पता था कि पुलवामा हमला होने वाला है, तो बता देते। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और हमारी सोच में एक बुनियादी अंतर है। देश में शोक है और पार्टी के नेता और मंत्री शहीदों के अंतिम संस्कार में पहुंचे थे। इसके साथ ही हम चाहते हैं कि आतंकवाद के खिलाफ देश को नहीं झुकना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि पार्टी के कार्यक्रम तीन दिन के लिए स्थगित कर दिए लेकिन सरकारी कार्यक्रम नहीं रोके गए क्योंकि हम नहीं चाहते थे कि आतंकियों को यह संदेश जाए कि उनके कारण देश रुक गया है। उन्होंंने क्या कांग्रेस को इससे भी परेशानी है? क्या कांग्रेस चाहती है कि देश रुक जाए? उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि मोदी की अगुआई में देश आतंकवादियाें की साजिश के ना रुकेगा और ना झुकेगा।
प्रसाद ने कहा कि वह घटिया राजनीति नहीं करना चाहते हैं लेकिन सोशल मीडिया पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का एक वीडियो वायरल है। दिल्ली में जब सैनिकों के शव लाए गए थे और श्रद्धांजलि दी जा रही थी तो गांधी मोबाइल फोन पर कुछ कर रहे थे। केदारनाथ त्रासदी आई थी, मनमोहन सरकार के समय में गांधी के लिए भारत -तिब्बत सीमा पुलिस का टेंट खाली कराया गया था। उन्होंने कहा कि हम चाहते तो इसे मुद्दा बना सकते थे। कांग्रेस और हमारी सोच में यही अंतर है।
उन्होंने कहा कि आज पाकिस्तान अलग-थलग पड़ चुका है। भारत ने उसे कारोबार मे सर्वाधिक तरजीही देश का दर्जा वापस ले लिया है। दो सौ फीसदी आयात शुल्क लगा दिया। कराची में सामान भरे पड़े हैं, भारत नहीं आ पा रहे हैं। इतना ही नहीं, पुलवामा हमले को जिसने अंजाम दिया, 100 घंटे के भीतर उन सबको सेना ने मार गिराया।
प्रसाद ने कहा कि हमने सेना को कार्रवाई की स्वतंत्रता दी है। मारना है कि नहीं मारना है, वही तय करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कश्मीर का दूसरा स्वरूप देखिए। हजारों की संख्या में कश्मीरी युवक सेना में भर्ती होने के लिए बारामुला में आए। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस पार्टी से कहना चाहते हैं कि वह सेना का मनोबल न तोड़े। उन्होंने बताया कि 2015-18 के बीच कश्मीर में 728 आतंकवादी मारे गए जबकि 2011-14 के बीच 349 आतंकवादी मारे गए थे।
उन्होंने घाटी के अलगाववादी नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकारी सुरक्षा वापस ली गई है तो उन्हें काफी परेशानी हो रही है। ये लोग कुछ भी दबाव बना लें, अब यह वापस नहीं होगा।