कराची। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की पाकिस्तान में वापसी धीरे धीरे पटरी पर दिखाई दे रही है और उसकी मेज़बानी में वेस्टइंडीज की टीम अप्रेल के पहले माह में तीन मैचों की ट्वंटी 20 सीरीज़ खेलने उतरेगी।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष नज़म सेठी ने बताया कि पाकिस्तान और वेस्टइंडीज़ के बीच कराची में यह सीरीज़ आयोजित की जाएगी। वर्ष 2009 में लाहौर में श्रीलंका क्रिकेट टीम की बस पर हुये आतंकवादी हमले के बाद से ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पाकिस्तान में लगभग ठप पड़ा है। इस घटना में मेहमान टीम के छह खिलाड़ियों सहित ब्रिटिश कोच घायल हुए थे और आठ पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी।
इस घटना के बाद से ही पाकिस्तानी टीम अपने सभी घरेलू मैच संयुक्त अरब अमीरात में खेल रही है। पाकिस्तान ने हालांकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी के लिये जिम्बाब्वे, विश्व एकादश और श्रीलंकाई टीमों की मेजबानी की है। यह सभी मैच लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में खेले गए हैं।
सेठी ने कहा कि यह अच्छी खबर है। वेस्टइंडीज़ ने कराची में एक, दो और चार अप्रैल को तीन ट्वंटी 20 मैचों की सीरीज़ खेलने पर सहमति दे दी है। कराची में 25 मार्च को पाकिस्तान सुपर लीग(पीएसएल) का फाइनल भी खेला जाएगा।
पीसीबी प्रमुख ने कहा कि लाहौर में जिम्बाब्वे, पीएसएल-दो का फाइनल, आईसीसी विश्व एकादश और श्रीलंका के मैच खेले गये हैं। अब कराची की बारी है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के सुरक्षा सलाहकार रेग डिकासन पीएसएल फाइनल के दौरान कराची का दौरा करेंगे और उसी दौरान सुरक्षा का जायजा लेंगे। सेठी ने कहा कि आईसीसी के अधिकारी सात दिनों तक यहां रहेंगे और वेस्टइंडीज़ सीरीज़ के लिए सुरक्षा का जायज़ा लेंगे। पीसीबी प्रमुख ने साथ ही यह भी कहा कि उसे इस सीरीज़ से कोई वित्तीय फायदा नहीं होगा।
सेठी ने कहा कि यह एक सीरीज है जिससे हमें कोई फायदा नहीं होगा। हमारा उद्देश्य भी इससे पैसा बनाना नहीं है, हम केवल देश में क्रिकेट की वापसी चाहते हैं और इसी दिशा में यह एक कदम है।