इस्लामाबाद। पाकिस्तान में मूसलाधार बारिश और बाढ़ की दोहरी मार ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है। यहां के विभिन्न जिलों में इस प्राकृतिक आपदा की चपेट में आकर कम से कम 27 लोगों की मौत हो गई है।
यहां के कई गांव जलमग्न हैं, बिजली की आपूर्ति बाधित है, फसलें नष्ट हो गईं, बुनियादी ढांचे ध्वस्त हो गए हैं और कई जगहों से संपर्क पूरी तरह से टूट चुका है। डॉन समाचार पत्र ने यह जानकारी दी है।
देश के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने संबंधित अधिकारियों से सिंध, बलूचिस्तान और दक्षिण पंजाब में मूसलाधार बारिश के एक और दौर के आसन्न खतरे से निपटने के लिए किए गए उपायों की बारीकी से निगरानी करने को कहा है।
कराची में पुलिस और बचाव अधिकारियों ने भारी बारिश के कारण कम से कम 10 लोगों की मौत होने की सूचना दी। इसके अलावा, यहां के कई क्षेत्रों में बिजली गुल है और कई इलाके अभी भी जलमग्न हैं।
पाकिस्तान में मॉनसून की पहली भारी बारिश का दौर मंगलवार को समाप्त हुआ और इसी के साथ मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि दूसरे दौर की शुरुआत गुरुवार से होने वाली है। यह चार दिनों तक यानि कि रविवार तक जारी रह सकता है। इससे सिंध और बलूचिस्तान में गरज के साथ मूसलाधार बारिश होगी और हवाओं का रूख भी तेज रहेगा।