जम्मू। भारत ने सोमवार को कहा कि जम्मू एवं कश्मीर के जम्मू शहर में स्थित सुंजवान सैन्य शिविर पर किए गए हमले का खामियाजा पाकिस्तान को भुगतना पड़ेगा, जिसमें पांच सैनिक शहीद हो गए, और एक नागरिक की मौत हो गई।
रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पाकिस्तान को इस दुस्साहस की कीमत चुकानी पड़ेगी। हमारे सैनिकों की शहादत बेकार नहीं जाएगी।
सीतारमण सुंजवान सैन्य शिविर का जायजा लेने जम्मू में थीं। इस शिविर पर हथियारबंद तीन आतंकवादियों ने शनिवार तड़के धावा बोल दिया था। आतंकवादियों ने जूनियर कमीशंड अधिकारियों के आवासीय क्वोर्टर्स में घुसकर सो रहे लोगों पर अंधाधुंध गोलीबारी की और बम बरसाए।
तीनों आतंकवादियों को मारे जारे के बाद सोमवार सुबह अभियान समाप्त हो गया। सीतारमण ने कहा कि चौथा व्यक्ति संभवत: गाइड था, जो सैन्य शिविर के अंदर नहीं गया था।
सीतारमण ने कहा कि तीनों आतंकवादी पाकिस्तानी थे और उनके सूत्रधार सीमापार बैठे जैश-ए-मोहम्मद के सरगना थे। उन्होंने कहा कि छावनी और उससे लगे इलाके की जनसांख्यिकी से संकेत मिलता है कि आतंकवादियों को संभवत: स्थानीय लोगों का समर्थन प्राप्त था।
सीतारमण ने जोर देकर कहा कि आतंकी हमले में जैश की संलिप्तता के सबूत पाकिस्तान को सौंपे जाएंगे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को सबूत सौंपना एक सतत प्रक्रिया है। यह बार-बार साबित करना पड़ेगा कि वे जिम्मेदार हैं।
इसके पहले रक्षामंत्री ने सैन्य शिविर का हवाई सर्वेक्षण किया और जम्मू शहर में सेना अस्पताल का दौरा किया, जहां हमले में घायल हुए लोगों का इलाज चल रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से भी मुलाकात की।
उल्लेखनीय है कि जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकवादियों ने शनिवार तड़के सुंजवान स्थित सैन्य शिविर पर हमला बोल दिया, जिसमें पांच जवान शहीद हो गए और एक नागरिक भी मारा गया। हमले में 10 अन्य लोग घायल हो गए। सैनिकों ने जवाबी कार्रवाई में तीनों आतंकवादियों को भी मार गिराया।