इस्लामाबाद। भारत को अमेरिका से मिलने वाली वायु रक्षा प्रणाली को लेकर पाकिस्तान बेचैन और चिंतित है तथा सौदे को रोकने के लिये अंतरराष्ट्रीय समुदाय से गुहार लगायी है।
पाकिस्तान विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता आइशा फारूकी ने गुरुवार को साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अमेरिका के भारत को वायु रक्षा प्रणाली बेचे जाने की मंजूरी देना चिंताजनक है। अमेरिका का यह कदम हथियारों की होड़ बढ़ाने वाला है तथा क्षेत्र इसको वहन नहीं कर सकता है।
आईशा ने कश्मीर का जिक्र करते हुये कहा कि भारत ने कश्मीर को दुनिया की बड़ी जेल के रुप में तबदील कर दिया है। उन्होंने कहा कि भारत के कश्मीर पर झूठ को पाकिस्तान दुनिया के सामने लाना चाहता है। दक्षिण एशिया हथियारों की दौड़ और टकराव का खतरा और नहीं उठा सकता है। इसलिए क्षेत्र को अस्थिर होने से रोकने का दायित्व अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर है।
उन्होंने भारतीय मीडिया की मंगलवार को प्रकाशित रिपोर्टो पर चिंता व्यक्त करते हुये कहा कि ट्रंप प्रशासन ने भारत को वायु रक्षा प्रणाली बेचने के 1.8 अरब डालर के सौदे को मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि अमेरिका के इस फैसले से दक्षिण एशिया में सामरिक संतुलन बिगडेगा।
उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुये कहा कि तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगान और संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनिया गुटेरेस के दौरे के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ भारत कार्रवाई कर सकता है। उन्होंने कहा कि भारत की तरफ से की जाने वाली किसी कार्रवाई का पाकिस्तान मुंह तोड़ जवाब देगा। उधर पाकिस्तान की यात्रा पर आये एर्दोगन ने कश्मीर मामले पर पाकिस्तान के प्रति समर्थन व्यक्त किया है।
उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस लाहौर और करतारपुर के गुरुद्वारा दरबार साहिब का भ्रमण करेंगे। प्रवक्ता ने कहा कि 193 दिनों से कश्मीर बंद है और वहां मानवधिकारों का उल्लंघन हो रहा है तथा वहां लोगों को बोलने की आजादी नहीं है।