लाहौर। पाकिस्तान के मुख्य कोच और मुख्य चयनकर्ता मिस्बाह उल हक ने तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद आमिर तथा वहाब रियाज़ को गलत समय पर टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट लेने के लिए लताड़ा है।
पूर्व पाकिस्तानी कप्तान मिस्बाह ने कहा कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) अब एक नई नीति पर काम कर रहा है ताकि सभी प्रारूपों के लिए खिलाड़ी उपलब्ध रह सकें।
आमिर ने जुलाई में अपने सीमित ओवर प्रारूप और दुनियाभर में चल रहीं टी-20 लीगों पर ध्यान देने के लिए टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। वहीं वहाब ने सितंबर में टेस्ट क्रिकेट को अनिश्चितकाल के लिए छोड़ दिया था। वहाब ने साथ ही पाकिस्तान के घरेलू प्रथम श्रेणी टूर्नामेंट कैद ए आज़म ट्रॉफी से भी खुद को अलग कर लिया था।
वहाब की उम्र जहां 34 वर्ष है वहीं आमिर ने केवल 27 साल की उम्र में ही टेस्ट क्रिकेट छोड़ दिया है जिस कारण से उनपर काफी सवाल उठ रहे हैं। पाकिस्तानी टीम जहां तेज़ गेंदबाज़ों की कमी से जूझ रहा है वहां दो अनुभवी खिलाड़ियों के इस प्रारूप को छोड़ने से उसे झटका लगा है। इस कारण से टीम प्रबंधन ने शाहिन शाह आफरीदी, नसीम शाह और मोहम्मद मूसा जैसे पदार्पण गेंदबाज़ों को टीम में शामिल किया है।
मिस्बाह ने कहा कि हम इस बारे में गहराई से सोच रहे हैं और बहुत जल्द इसे लेकर नीति बना लंगे। आगे पाकिस्तान के लिये यह समस्या बन सकती है। हम खिलाड़ियों पर काफी खर्च करते हैं और उनसे इस खेल को वापिस देने की अपेक्षा करते हैं लेकिन उनके द्वारा ऐसा करना ठीक नहीं है। हमें हर प्रारूप में खिलाड़ियों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये नियम बनाना होगा।
इंग्लैंड के खिलाफ लार्ड्स टेस्ट में स्पॉट फिक्सिंग के दोषी पाये गये आमिर पांच वर्ष के बैन के बाद फिर से पाकिस्तान क्रिकेट में वापसी कर रहे हैं और वापसी के बाद से काफी सफल रहे हैं। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में कुल 36 टेस्टों में 119 विकेट निकाले और सफल रहने के बावजूद इस प्रारूप को छोड़ दिया।
पाकिस्तान फिलहाल विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में केवल 20 अंक लेकर छठे नंबर पर है। श्रीलंका के खिलाफ 10 वर्ष बाद अपनी ज़मीन पर द्विपक्षीय दो टेस्टों की सीरीज़ में उसका पहला मैच ड्रॉ रहा था। इससे पहले उसे सीरीज़ में आस्ट्रेलिया से 0-2 से हार मिली थी।