लंदन। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की गिरफ्तारी का वारंट यहां स्थित पाकिस्तान उच्चायोग को मिल गया है। पाकिस्तान सरकार ने यह गिरफ्तारी वारंट भेजा है।
दरअसल अल अजीजिया और एवनफील्ड केस के सिलसिले में अदालत में सुनवाई तथा व्यक्तिगत उपस्थिति से छूट पाने की शरीफ की याचिकाओं को खारिज करते हुए इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने शरीफ के खिलाफ गैर जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।
उच्चायोग ने हालांकि इस घटनाक्रम पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं की है लेकिन समाचार पत्र ‘द डान’ ने अपुष्ट सूत्रों के हवाले से इस बात की पुष्टि की है कि उच्चायोग को शरीफ की गिरफ्तारी से संबधित कागजात मिल गए हैं।
इस्लामाबाद हाईकोर्ट के सहायक रजिस्ट्रार ने गुरुवार को पाकिस्तान के विदेश सचिव को यह सुनिश्चित करने को कहा कि शरीफ को 22 सितंबर को अदालत को अदालत में पेश किया जाए। इस पत्र में सहायक रजिस्ट्रार ने यह भी कहा कि 22 सितंबर के अलावा उन्हें ऐसी किसी भी तारीख पर अदालत में आना पड़ेगा जो तय की जाएगी।
पाकिस्तान मुस्लिम लीग के नेता शरीफ नवंबर 2019 में चिकित्सा आधार पर अदालत से जमानत मंजूर करवाकर ब्रिटेन आए थे। चिकित्सकों के अनुसार वह काफी जटिल दिल की बीमारी से पीड़ित हैं और एक अन्य प्रतिरक्षा संबंधी बीमारी से भी पीड़ित है जिसकी वजह से उनके रक्त में प्लेटलेट्स की संख्या गिरकर खतरनाक स्तर तक पहुंच जाती है।
इसी मामले में शरीफ के वकीलों ने पिछले सप्ताह लाहौर उच्च न्यायालय में एक मेडिकल रिपोर्ट जमा कराई थी जिसमें चिकित्सकों के हवाले से कहा गया था वह उच्च रक्त चाप, दिल की बीमारियों, मधुमेह, और गुर्दों की गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं तथा कोरोना जैसी महामारी के चलते उनके लिए यात्रा करना उचित नहीं होगा।
उनके वकीलों ने यह भी बताया है कि कोविड महामारी के कारण उनका उपचार रोक दिया गया था और अब यह फिर शुरू होगा।