सबगुरु न्यूज-सिरोही। शहर ने अपना विधायक बदल कर कथित रूप विजनरी विधायक चुन लिया। विजनरी विधायक पर भाजपा ने अपने बोर्ड को अस्थिर करने का आरोप लगाया।
उसी भाजपा बोर्ड के विजन पर पैलेस रोड उसी तरह बर्बादी के कगार पर पहुंचने वाला है जैसे गौरव पथ के नाम पर तीन बत्ती से बस स्टैण्ड तक के मार्ग को बर्बाद करके धिक्कार पथ तब्दील कर दिया गया था। बिना डिजायन के इस पर तोडफ़ोड़ मचाकर इसके फुटपाथ को छोटा करके फुट्पाथ छोटा करके सडक़ को चौड़ा किया जा रहा है।
इसकी टूटी टाइल्स को मरममत की जरूरत थी और नगर परिषद इसे सुधारने की बजाय छोटा करने जा रही है। सवाल यह है कि क्या सुबह से लेकर शाम तक सिरोही के जीवन का हिस्सा बन चुके इस मार्ग में इतना बड़ा परिवर्तन करने के लिए विधायक की सहमति है?
सवाल यह भी है कि सौंदर्यीकरण और मानव जीवन दोनों के लिहाज से अहम इस काम के लिए बिना डिजायन के सिर्फ कितने मीटर काम करना है इसका टेंडर निकाल वर्कऑर्डर जारी कैसे कर दिया गया?
-कोई डिजायन नहीं
नगर परिषद ने हाल ही में पैलेस रोड के फुटपाथ के सौंदर्यीकरण का वर्कऑर्डर जारी किया है। इसका ठेका पहले ही हो चुका था। जब यह फुटपाथ टूटा तो ये लगा कि फुटपाथ के टूटी टाइल्स को फिर से दुरुस्त किया जाएगा। नगर परिषद पर जानकारी ली तो इस मार्ग का चौकाने वाला भविष्य सामने आया।
अव्वल तो तकनीकी अधिकारी से लेकर आयुक्त तक इसमें सिर्फ वर्कऑर्डर जारी करने की बात करते नजर आए। किसी ने भी इसके डिजायन की बात नहीं की। बाद में पता चला कि इसका डिजायन नगर परिषद के इंजीनियरों ने बनाया ही नहीं है। ठेकेदार ने अपने स्तर पर ही इसका डिजायन बनाया है और काम शुरू कर दिया है।
-ये है प्रस्तावित योजना
इस पर क्या काम होगा यह नगर परिषद के किसी अधिकारी ने नहीं बताया। लेकिन, ठेकेदार ने जो प्रस्तावित योजना बताई वो वाकई कई मायने में चौकाने वाली थी। पैलेस रोड पर अहिंसा सर्किल से सर के एम स्कूल तक का हिस्सा शहर की शान है।
इसका फुटपाथ तो सिरोही के जगने से लेकर उसके सोने तक सिरोही के बुजुर्गों और प्रोढ़ों के स्वास्थ्य का पथ है तो महाविद्यालय और विमर्श के माध्यम से विद्यालय के युवाओं के वैचारिक स्वास्थ्य का आधार भी। नई प्रस्तावित योजना के तहत इस फुटपाथ को चार मीटर तक छोटा किया जा रहा है।
इसके 8 मीटर मार्ग को 12 मीटर तक चौड़ा किया जा रहा है। जनाना चिकित्सालय की तरफ पेड़ आने की वजह से इस चौड़ाई को महाविद्यालय के मुख्य भवन की तरफ से चार मीटर कम किया जाएगा।
-योजना इसलिए सवालों के घेरे में
यह फुटपाथ शाम को कई लोगों के रोजगार का आसरा है और शहर की रौनक का हिस्सा। चौड़े फुटपाथ के कारण इस सेक्शन पर सडक़ पर लोगों चलना कम होता है, जिससे रफ्तार से दौड़ते वाहनों की चपेट में आने की आशंका भी कम रहती है।
सुबह-शाम को शहर के टहलने वाले लोगों तथा दोपहर में विद्यार्थियों से आबाद यह मार्ग जम की समस्या से बिल्कुल मुक्त है तो बिना ट्राफिक लोड सर्वे के इस मार्ग को चौड़ा करके विद्यार्थियों के जीवन को खतर में डालने का औचित्य समझ से परे है। इस मार्ग की चौडाई इतनी भी नहीं है कि इसके बीच में डिवाइर बनाकर लाइटें लगाई जा सके।
फुटपाथ छोटा होने पर लोगों को मजबूरीवश सडक़ पर चलना होगा। जिससे वे सडक़ चौड़ी होने के बाद चलने वाले तेज रफ्तार वाहनों की चपेट में आ सकते हैं। इसके आलाव तीन प्रमुख शिक्षण संस्थान और चिकित्सालय के इस मार्ग पर होने से भी चौड़ा फुटपाथ विद्यार्थियों के लिए ज्यादा सुरक्षित है। चौड़ा करने के नाम पर तीन बत्ती से बस स्टैण्ड तक के मार्ग को पहले ही तबाह और असुरक्षित कर दिया गया है।