पालघर। कोरोना वायरस के कारण देशव्यापी लॉकडाउन के बीच अपने घरों की ओर लौटने का प्रयास कर रहे राजस्थान के चार प्रवासी मजदूरों की शनिवार को तड़के मुंबई-अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर पालघर के पास सड़क दुर्घटना में मौत हो गई जबकि तीन अन्य घायल हो गए।
पुलिस ने बताया कि एक टैम्पो की चपेट में आने के कारण इन मजदूरों की मौत हुई। मृतकों की पहचान रमेश मांगीलाल भट (55) और निखिल पांड्या (32), नरेश कलासुवा (18) और कालुराम बागोरे (18) के रूप में हुई है। सभी राजस्थान के निवासी थे।
यह हादसा उस समय हुआ जब गुजरात और राजस्थान से आकर मुंबई और आसपास के इलाके में काम करने वाले लगभग तीन हजार मजदूर शुक्रवार को पैदल चलकर महाराष्ट्र और गुजरात सीमा पर आचड़ गांव पहुंच गए लेकिन गुजरात पुलिस ने उन्हें वहीं रोक दिया। इसके बाद जब मजदूर वापस मुंबई लौट रहे थे तभी यह हादसा हुआ। मजदूर वित्तीय संकट की संभावना के मद्देनजर अपने घर जाना चाहते हैं।
गुजरात सरकार ने अपनी सीमा सील कर दी है और किसी को भी राज्य के अंदर प्रवेश करने नहीं दिया जा रहा है। तीन अन्य घायलों की स्थिति गंभीर बनी हुई है जो सरकारी अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं।
पुलिस प्रवक्ता हेमंत काट्कर ने कहा कि दुर्घटना के बाद टैम्पो के साथ भाग रहे चालक को विरार पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। पुलिस उसके खिलाफ मामला दर्ज कर घटना की जांच कर रही है।
पालघर से टैंकर में छिपकर राजस्थान जा रहे 10 लोग हिरासत में
महाराष्ट्र में पालघर जिला ग्रामीण पुलिस ने एक टैंकर से राजस्थान भागने की कोशिश कर रही महिलाओं सहित 10 लोगों को आज हिरासत में ले लिया। पुलिस सूत्रों ने आज बताया कि तलासरी चुंगी के पास गुजरात की ओर जा रहे एक टैंकर को रोक कर जांच की तो उसमें से महिलाओं समेत 10 लोग निकले।
टैंकर से निकले लोगों ने बताया की वे मुंबई में मजदूरी का काम करते हैं और राजस्थान के रहने वाले हैं। काम नहीं होने के कारण वे अपने गांव वापस जाना चाहते हैं। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कल कहा था कि मुंबई से जाने वालों की एक विशेष रिपोर्ट बनाई गई है। रिपोर्ट के अनुसार कुछ लोग अपने परिवार के साथ रहना चाहते हैं, इसलिए वे यहां से निकल पड़े हैं। उन्होंने कहा की इसके पहले भी लोगों को टैंकर से जाते हुए पकड़ा गया है।
ठाणे शहर में पुलिस ने 40 मजदूरों को हिरासत में लिया, जो सब्जियों को ले जाने के बहाने एक ट्रक में उत्तर प्रदेश की ओर जा रहे थे। इसके पहले ये लोग पुलिस द्वारा नासिक में पकड़े गए थे और वापस मुंबई भेज दिए गए थे। दोबारा इन्हें ठाणे के आनंद नगर चुंगी के पास पकड़ा गया।